गुलाब की तीन पंखुड़ियां-17
गौरी ने पहले तो मेरे सुपारे पर अपनी जीभ फिराई और फिर पूरे सुपारे हो मुंह में भर लिया। और फिर दोनों होंठों को बंद करते हुए उसे लॉलीपॉप की तरह बाहर निकाला।
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
गौरी ने पहले तो मेरे सुपारे पर अपनी जीभ फिराई और फिर पूरे सुपारे हो मुंह में भर लिया। और फिर दोनों होंठों को बंद करते हुए उसे लॉलीपॉप की तरह बाहर निकाला।
एक लड़की मेरी अच्छी दोस्त थी. उससे मेरे सेक्स सम्बन्ध नहीं थे पर एक दिन वो गर्म हो रही थी तो मैंने मौके का फ़ायदा उठाने की सोची. तो हुआ क्या?
देखो, मैं अपना निक्कर उतारता हूँ। तुम्हें मेरे लिंग को पकड़कर बस थोड़ी देर हिलाना है और उसके बाद उसमें से वीर्य निकलने लगेगा। तुम्हें थोड़ी जल्दी करनी होगी.
मेरा जिस्म बड़ा ही गदराया हुआ है. जब मैं बाहर निकलती हूं, तो सब लोग मुझे ऐसे घूरते हैं जैसे मुझे अभी चोद देंगे. मैं एक लडके से चुदी. कैसे? मेरी चुदाई स्टोरी का मजा लें.
इन्सेस्ट सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि बहू की चूत अपने ससुर के लंड से चुदने की आदी हो चुकी थी. लेकिन बहू के पीरियड शुरू हुए तो ससुर की कामवासना उसको उसकी बेटी के कमरे में ले गयी.
पहली बार गांड मरवा कर मुझे कुछ ख़ास अच्छा नहीं लगा था पर फिर भी मेरे मन में गांड मरवाने की तीव्र वासना घर कर चुकी थी. ट्रेन के डिब्बे में मैंने दोबारा गांड कैसे मरवायी?
उसकी जांघें इतनी चिकनी और गोरी थी कि उन पर नीले से रंग की हल्की-हल्की शिरायें सी नज़र आ रही थी। और घुटनों के ऊपर का भाग तो मक्खन जैसा लग रहा था।
मैं अपने जिम कोच से रोज चुदती थी. एक दिन मेरे घर मेरा भी आया तो मैं जिन नहीं जा सकी. लेकिन कोच ने मुझे फोन करके बुलाया और मुझसे कुछ करवाया. क्या करवाया?
रात हो चुकी थी, ससुर अपने कमरे में अपनी बहू की चूत चुदाई के लिए तड़प रहा था और बहू अपने कमरे में ससुर के लंड के लिए. मगर इस बार का मिलन कुछ रोचक होने वाला था.
मेरी देवर भाभी की कहानी में पढ़ें कि कैसे मैं अपने चचेरे भाई के घर जाने लगा. भाभी मुझे बहुत अच्छी लगी. वो भी मुझसे खूब बातें करती थी. मजा लें देवर और भाभी सेक्स का!