मुझसे चुदने के लिए दुल्हन बनी भाभी
मेरी पड़ोसी भाभी हुस्न की मल्लिका हैं, वे खूब सजती संवरती रहती हैं. एक दिन मैंने पूछा तो बताने लगी कि पति को खुश करने के लिए वो शृंगार करती हैं. फिर क्या हुआ?
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
मेरी पड़ोसी भाभी हुस्न की मल्लिका हैं, वे खूब सजती संवरती रहती हैं. एक दिन मैंने पूछा तो बताने लगी कि पति को खुश करने के लिए वो शृंगार करती हैं. फिर क्या हुआ?
मैं मेरे चाचा चाची के घर रहता हूँ. एक बार मुझे लगा कि चाची के कमरे में कोई है. मैंने देखा कि चाची पड़ोस के अंकल के साथ नंगी थी. तो मैंने चाची को चोदा. कैसे?
मेरे गाँव की एक लड़की बहुत सेक्सी थी और चालू माल थी. एक दिन मैंने उसे खेतों में सलवार उतार कर मूतते देखा तो मैं उसके पास चला गया. देसी लड़की को मैंने कैसे चोदा?
हमने उसके लंड की जड़ पर घुंघराले बाल देखे, उसके नीचे एक थैली में भरे दो नींबू जैसी गोलियां लटक रही थीं, जिन्हें आंड कहते हैं. ये सब हम पोर्न देख कर सीख चुकी थी.
मेरी बीवी ने लड़के के लंड को मुँह में ले लिया और लंड चूसने लगी. वो आंखें मूंदे आहें भर रहा था. मेरी बीवी ने लड़के के लंड को पागलों की तरह चूस रही थी. मैं देख रहा था.
हमारी चूत भी कुलबुलाने लगी थी. हम लोगों ने आज तक इतने करीब से किसी मर्द का लंड नहीं देखा था. पेंट की जिप नीचे खिसकने लगी और हमारी धड़कनें तेज होने लगीं.
मेरी बीवी तुरंत डॉगी पोज में आ गई. उसकी गांड इस पोज में काफी बड़ी और उभरी हुई दिख रही थी. लड़के ने मेरी बीवी की गांड पर हाथ फेरा और चूतड़ों पर चपत लगाई.
मासिकधर्म मां बनने के लिए जरूरी है. यह जवानी की दहलीज पर पहला कदम है. मासिक शुरू होने के बाद लड़कियों में निखार आता है, शरीर स्त्रीत्व को स्वीकार करने लगता है.
मैंने अपनी सहेली को बताया कि कैसे हम माँ बेटा सेक्स करके मजा करते हैं. तो उसने भी अपने बेटे को पता कट उसके साथ माँ बेटा चुदाई कर ली. यह हुआ कैसे?
मेरी बीवी को मेरा दूध वाला लड़का चूमे जा रहा था. मेरी बीवी भी उसके चूमने चाटने से गरमा उठी थी. उन दोनों की कामक्रीड़ा मैं खिड़की से देखते हुए अपना लंड हिला रहा था.