गाँव के लड़कों संग सेक्स की तमन्ना
गाँव के लड़कों से चुदने का मेरा काफी टाइम मन था. एक बार मेरी जॉब लगी. वहां पर मुझे गांव का दौरा करना होता था. उस गांव में मैंने अपनी ख्वाहिश कैसे पूरी की?
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
गाँव के लड़कों से चुदने का मेरा काफी टाइम मन था. एक बार मेरी जॉब लगी. वहां पर मुझे गांव का दौरा करना होता था. उस गांव में मैंने अपनी ख्वाहिश कैसे पूरी की?
मैं अपने गांव गया तो मेरी बुआ भी आई हुई थी. वैसे तो सब नॉर्मल था लेकिन मेरे ताऊ जी और बुआ के बीच मुझे कुछ खिचड़ी पकती हुई दिखाई दी. मैंने जासूसी की तो पता चला कि
ऑफिस में एक लड़की को मैं पसंद करता था. पर वह जॉब छोड़ दूसरे शहर में चली गई. मैं उसको चोदने के ख्वाब देख रहा था. मेरा यह सपना कैसे पूरा हुआ, मेरी कहानी में पढ़ें.
वह अपने इन मस्त और रसीले होंठों को फेरते हुए मेरी जांघों पर आ पहुंची. मेरी जांघों को चूमने चाटने के बाद वो मेरे दोनों टांगों के बीच आ गयी. मेरी पैंटी गीली हो चुकी थी.
आज तक सिर्फ पॉर्न मूवी में देखा था, पर अब उस पल को महसूस कर रही थी. मेरी मुलायम गोरी जाँघों और चूतड़ों को उसने चूसा चाटा और धीरे से काटा, उसने मेरी गांड को भी सूंघा.
मेरी दीदी मामा के घर रह रही थी. उधर मामी की लड़की इशिता को नशे की लत थी. मेरी दीदी ने पता लगाया कि इशिता लेस्बीयन है. दीदी ने ये सब कैसे किया?
अपने शौहर से खुश ना होने के कारण मैंने अपने पड़ोसी लड़के से सेक्स सम्बन्ध बना लिए. मुझे मजा आया. मैंने उससे दोबारा अपनी प्यासी चुत चुदाने के लिए क्या किया?
मैं एक सेक्सी फिगर की मालकिन हूं. मैं अपने भाई की सेक्स गुलाम हूं. मैं उसकी पर्सनल रखैल बन चुकी थी. उसकी चुदाई का अंदाज ही अलग था. मैं उसके लंड की दीवानी थी.
मैंने अपने पड़ोसी को अपने वश में करके उसके मोटे लंड से चुत की प्यास बुझाई तो मुझे अब और ज्यादा सेक्स की आग लग गई. एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया तो …
मैंने दरवाजा खोला. अधेड़ उम्र का आदमी था, मैंने बस टॉवल लपेटा हुआ था जो मेरे मम्मों के निपल्स को छुपा पा रहा था. मेरे चूतड़ भी आधे नंगे थे, बाकी पूरा जिस्म नंगा था.