अम्मी और बेटी ने लिया लंड का मजा साथ में!

मैं शमीमा बेगम हूँ दोस्तो, मेरी उम्र 42 साल की है. मैं एक मस्त, सेक्सी और हॉट औरत हूँ. मैं बेहद खूबसूरत हूँ और अपनी खूबसूरती का पूरा फायदा उठाती हूँ.

कहते हैं कि खूबसूरत औरत को देख कर मर्दों के लण्ड खड़े हो जाते हैं. मैं बस उन्ही खड़े लौड़ों का मज़ा लेती हूँ.

हमारे कुनबे में कोई ऐसा लौड़ा नहीं है जिसे मैंने पकड़ा न हो, जिसे मैंने अपनी चूत में पेला न हो!
सारे नाते रिश्तेदारों के लण्ड भी मैं पेलवा चुकी हूँ और आज भी पेलवाती हूँ.

मैं तो आने जाने वालों के भी लण्ड पकड़ लेती हूँ.
सब मुझे ख़ुशी ख़ुशी अपना लण्ड पकड़ा भी देते हैं.
मैं मादरचोद अव्वल दर्जे की चुदक्कड़ औरत हूँ.

मेरी एक बेटी है तमन्ना!
यह Xxx मॅाम डॉटर सेक्स स्टोरी इसी बेटी की चुदाई की है.

अब वह 21 साल की हो गई है और मुझसे कहीं ज्यादा खूबसूरत है.
गोरी चिट्टी बड़े बालों वाली और मस्त मस्त चूचियों वाली हो गयी है वह!

उसके मम्मे अभी से ही मेरे मम्मों का मुकाबला करते हैं.
उसकी खुली खुली बाहें बड़ी सेक्सी लगतीं हैं और उसकी पतली कमर के साथ साथ उसके कूल्हे एकदम मस्त ठुमका लगाने वाले हो गए हैं.

मेरी जवान बेटी की मोटी मोटी जांघें बड़ी मस्त हैं और उसकी चूत पर काली काली झांटें उसकी जवानी का सबूत देती हैं.

ऐसे में मैं चाहती थी कि वह भी अपनी जवानी का मज़ा लूटना शुरू कर दे.

मुझे यह नहीं मालूम था कि वह लण्ड पकड़ने लगी है या नहीं!
गालियां देने लगी है या नहीं?
पोर्न देखने लगी है या नहीं.

मैं चाहती थी कि वह खूब गन्दी गन्दी बातें करे, लंड बुर चूत भोसड़ा की बातें करे और सेक्स की कहानियां पढ़े ताकि पूरी तरह बोल्ड हो जाए, बेशर्म हो जाए और तब फटाफट लंड पकड़ना शुरू कर दे.

एक दिन उसका एक बॉयफ्रेंड आ गया.
वह घर पर नहीं थी.

मैं उससे बातें करने लगी.
मैंने पूछा- बेटा फज़ल, तुम मेरी बेटी के दोस्त हो तो उसे कब से जानते हो?
वह बोला- यही कोई दो साल से मैं उसका दोस्त हूँ आंटी.

मैंने पूछा- अच्छा अब मैं जो जो पूछ रही हूँ, उसका सही सही जबाब देना. शर्माने की जरुरत नहीं है और न डरने की. सच सच बताओ तुमने कभी उसके मम्मे दबाये हैं? कभी तूने उसको अपना लंड पकड़ाया है?
वह बोला- नहीं ऐसा तो कभी नहीं हुआ आंटी.

मैंने पूछा- अच्छा तुम्हारा मन तो करता होगा उसके बड़े बड़े मम्मे दबाने का? उसको लंड पकड़ाने का?
वह बोला- हां मन तो करता है आंटी … पर कभी किया नहीं!

मैंने कहा- अच्छा मुट्ठ तो कई बार मारा होगा उसका नाम ले ले कर?
वह बोला- हां वह तो मारा है क्योंकि वह है ही बड़ी खूबसूरत. मन तो बहुत कुछ करता है पर हिम्मत नहीं होती.

मैंने कहा- अच्छा अब तुम दो दिन के अंदर उसे अपना लंड पकड़ाने की कोशिश करना, फिर मुझे बताना.
फिर वह चला गया.

मेरे दिमाग में एक खुराफात सूझी कि मैं अपनी चुदाई का एक वीडियो बनाऊं और तमन्ना को भेज दूँ.
ताकि उसकी शर्म भी खत्म हो जाए और वह बोल्ड भी हो जाए.

अगले दिन जब तमन्ना कॉलेज चली गयी तब मैंने अपनी एक दोस्त के 25 साल के बेटे अंजुम को अपने घर बुलाया.
मैं उससे दो बार चुदवा चुकी थी. मुझे उसका लंड बहुत पसंद है.

मैंने सब तैयारी कर ली थी.

जब वह आया तो मैं उसे अपने बेड पर लिटा दिया.
उससे पहले मैंने अपने मोबाइल को टेबल पर सेट कर दिया था ताकि मेरी चुदाई की पूरी वीडियो बन जाये.

मैंने उसे बड़े प्यार से नंगा किया और उसका लंड हिला हिला कर मस्ती करने लगी.
मैं भी अपने कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थी.

वह मेरे नंगे जिस्म से खेलने लगा.
उसने मेरी चूत खूब मस्ती से चाटी और मैंने भी उसका लंड खूब मस्ती से चाटा.
फिर उसने मुझे खूब जम कर चोदा और मैंने भी खूब मस्ती से चुदवाया.

मैंने कहा- अंजुम, तूने कभी किसी की बेटी चोदी है?
वह बोला- हां आंटी, कई बेटियां चोदा है मैंने! मैं तो तेरी बेटी तमन्ना को भी चोदना चाहता हूँ.

मैंने कहा- यार, पता नहीं कि वह बुर चोदी लंड पकड़ती है या नहीं, लंड पेलवाती है या नहीं. उसके साथ की बेटियां तो अपनी माँ की चूत में लंड पेलती हैं. तमन्ना भोसड़ी वाली कुछ नहीं करती. मैं बड़ी परेशान हूँ कि वह जवानी का मज़ा लेती क्यों नहीं, लंड पकड़ कर मज़ा क्यों नहीं करती!

मैं आगे बोली- मैं चाहती हूँ कि वह लंड मेरी चूत में पेले और मैं लंड उसकी चूत में पेलूं. माँ बेटी दोनों एक साथ नंगी नंगी जवानी का मज़ा लूटें. पर वह बुरचोदी तैयार हो तब न? पता नहीं उसकी चूत में आग है या नहीं! मैंने कभी उसके मुंह से कोई गाली नहीं सुनी. इतनी शर्माती क्यों है भोसड़ी वाली? मैं तो चाहती हूँ कि तुम मेरे आगे उसकी चूत में लंड पेलो. मेरे आगे चोदो मेरी बिटिया की बुर! फाड़ डालो उसकी बुर! उसको पूरी तरह बेशर्म बना दो.
यह सब वीडियो में आ गया.

मेरी पूरी चुदाई और आखिर में मेरा मस्ती से झड़ते हुए लंड का वीर्य पीना और लंड का सुपारा चाटना सब वीडियो में आ गया.
अंजुम मुझे चोद कर चला गया.

मैंने वीडियो व्हाट्सप पर अपनी बेटी तमन्ना को भेज दिया, उसके दोस्त फज़ल को भी भेज दिया.

तमन्ना कॉलेज से आयी तो कोई रिएक्शन नहीं हुआ.
शाम हो गयी वह कुछ नहीं बोली.

रात भी गुज़र गयी वह कुछ नहीं बोली वीडियो के बारे में!

तब सवेरे मैंने चुपके से उसका मोबाईल उठाकर देखा तो मालूम हुआ कि तमन्ना ने वीडियो अभी तक खोल कर देखा ही नहीं.
वह कॉलेज चली गयी.

अगले दिन तमन्ना जब कॉलेज से लौट कर आयी तो बोली- अम्मी जान, तुमने अपनी चुदाई का वीडियो मेरी कॉलेज की सहेलियों को क्यों भेज दिया?
मैंने कहा- मैंने तो वीडियो सिर्फ तुमको और फज़ल को भेजा था, किसी और को नहीं. फज़ल ने सबको भेजा होगा.

वह बोली- मेरी सभी सहेलियों को मालूम हो गया कि तमन्ना की अम्मी बड़ी सेक्सी और हॉट हैं. वह गैर मर्दों से चुदवाती है और लंड बड़े प्यार से चूसती है. सब की सब भोसड़ी वाली कह रही थी कि तमन्ना, तेरी माँ बड़ी खूबसूरत है, सेक्सी है और बड़ी हॉट है. वह तो अभी भी मस्त जवान है. एक लड़की बोली मैंने तो वीडियो देख कर कल रात को अपने चचेरे भाई जान से चुदवा लिया. दूसरी बोली यार मैंने तो वीडियो देख कर खुद रात में अपने खालू का लंड अपनी माँ चूत में पेल दिया. तीसरी बोली कि यह वीडियो मेरे छोटे भाई को मिल गया तो वह तेरी माँ की चुदाई देख कर मुट्ठ मारने लगा. चौथी बोली यार इस वीडियो को देख देख कर कल रात भर मेरी भाभी जान ने मेरी बुर में कई बार भाई का लंड पेला.

मैंने कहा- मैं तो खुश हूँ कि मेरे वीडियो से लोगों का मनोरंजन हो रहा है. लोग चुदाई सीख रहे हैं. तू भी थोड़ा सीख ले बुरचोदी तमन्ना.
वह बोली- तुमने वीडियो में कहा ही कि मेरी चूत में आग नहीं है. मुझे गालियां देना नहीं आता? अरे अम्मी जान, मेरी चूत में आग ही आग है बहनचोद. जितने लंड तेरी चूत खाती है उससे ज्यादा लंड मेरी चूत खाती है. जहाँ तक गालियों का सवाल है, मैं एक नहीं सैकड़ों गालियां बिना रुके दे सकती हूँ. किसी की भी माँ बहन खुले आम चोद सकती हूँ. मैं जितनी ऊपर से सीधी साधी लगती हूँ उतनी ही अंदर से अव्वल दर्जे की रंडी हूँ. लंड तो मैं रोज़ कॉलेज से चूस कर आती हूँ.

मैं बोली- मुझे क्या मालूम ये सब! जब तक मैं तेरी चूत को लंड खाते हुए देख न लूं तब तक कैसे यकीन कर लूँ?
वह बोली- जब तक तू मेरी चूत को लंड खाते हुए देखेगी नहीं, तब तक तुझे कैसे मालूम होगा कि मेरी चूत कितने लंड खाती है? हवा में बात करने से कोई फायदा नहीं है.

इतने में किसी ने डोर बेल बजाई.
मैंने दरवाजा खोला तो सामने नादिर खड़ा था.

तो मैंने कहा- अरे नादिर, तू कब आया? तू तो विदेश गया था.
वह बोला- हां भाभी जान, विदेश गया था. पर कल आ गया. मेरा कुछ काम इस शहर में है तो मैं यहाँ आ गया हूँ.

ख़ैर हमने उसका स्वागत किया और बड़े अदब से बैठाया.

उसने मेरी बेटी तमन्ना को देखा तो बोला- अरे वाह, तमन्ना तो सयानी हो गई है. मस्त जवान हो गई है. माशा अल्लाह बड़ी खूबसूरत है तेरी बेटी भाभीजान.
मैंने कहा- अच्छा तो नज़र क्यों लगा रहे हो यार? वह वाकई खूबसूरत है.

नादिर जिस तरह से मेरी बेटी तमन्ना को देख रहा था, उससे मैं समझ गई कि इसकी नीयत ख़राब हो चुकी है.
फिर मैंने सोचा कि चलो यह अच्छा ही है. इसी के लंड से मैं तमन्ना को सिखा दूँगी कि कैसे पेला जाता है माँ की चूत में लंड! मैंने भी अभी तक इसका लंड देखा नहीं है और तमन्ना का इसके लंड को देखने का सवाल ही नहीं उठता. यानि हम दोनों के लिए इसका लंड एक नया लंड होगा तो बड़ा मज़ा आएगा.

मैं अंदर अंदर ऐसा सोचकर गनगना उठी.

उधर तमन्ना के दिमाग में भी कुछ न कुछ चल रहा था.

रात को हम तीनों लोग बिस्तर पर आ गए.
हमारा एक बहुत बड़ा बेड है जिसमें चार लोग बड़े आराम से सो सकते हैं.

जब हम तीनों लेट गये तो मैंने आहिस्ते से नादिर के पाजामे का नाड़ा खोला और उसमें हाथ घुसेड़ दिया.
उधर तमन्ना भी नादिर से चुहलबाजी करने लगी.

इसमें कोई शक नहीं कि नादिर एक स्मार्ट और हैंडसम 30 साल का लड़का था.
तमन्ना के साथ हंसी मजाक मजाक करते उसने उसकी चूचियां दबा दीं.
तमन्ना कुछ नहीं बोली बल्कि हंसती रही.

इधर वह मेरे भी दूध दबा दबा कर मज़ा लेने लगा.
मैं पाजामे के अंदर ही अंदर उसका लंड सहलाने लगी.

फिर एकदम से मैंने पजामा खींच कर निकाल दिया.
उसका लंड टन्न से हमारे आगे खड़ा हो गया.

उसे देखते ही तमन्ना बोली- यह तो बिलकुल आदिल का लंड लग रहा है अम्मी जान!
मैंने पूछा- आदिल कौन है?
वह बोली- आदिल मेरे क्लास में पढता है. उसका लण्ड कई बार मैं मुंह में ले चुकी हूँ. पर उससे चुदवाने का मौक़ा कभी नहीं मिला.

तमन्ना ने लंड पकड़ लिया.

फिर मैंने अपने कपड़े उतारे तमन्ना के भी कपड़े उतारे और नादिर तो बहनचोद नंगा था ही!
मैंने भी उसका लंड बेटी के साथ पकड़ा और उसे चूमा.

फिर हम दोनों माँ बेटी नंगी नंगी आदिल का लंड मस्ती से चाटने लगीं.
तमन्ना जिस तरह से लंड चाट रही थी, उससे मालूम हो रहा था कि वह वाकई बड़ी घुटी हुई है, कई लंड चाट चुकी है.

मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई.

मैंने कहा- तमन्ना, तू बहनचोद बड़ी बेशर्म है. नंगी नंगी अपनी माँ के सामने लंड चाट रही है?
वह बोली- अच्छा, तुझे भोसड़ी वाली शमीमा अपनी बेटी के सामने नंगी नंगी लंड चाटते हुए शर्म नहीं आती?

तमन्ना फिर लंड मुंह में लेकर चूसने लगी.

नादिर एक हाथ से मेरी चूत सहलाने लगा और दूसरे हाथ से तमन्ना की बुर.
हम दोनों की चूत एकदम गीली हो चुकी थी.

उसने मौक़ा देखा तो लंड पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और उसे मेरी चूत में टिका दिया.
फिर उसने दूसरे हाथ से नादिर के चूतड़ दबा दिया.
लंड साला घुस गया पूरा मेरी चूत में!

तमन्ना बोली- देखा शमीमा, पेल दिया न लंड अपनी अम्मी की चूत में? अब आ रहा है न मज़ा?
मैं बोली- हां, अब आ रहा है मज़ा!
उसने कहा- नहीं, अभी कुछ और बाकी है.

वह फिर नादिर की पीठ पर चढ़ गयी.
उसकी पीठ पर पेट के बल लेट गयी और नादिर के साथ वह भी चोदने लगी मेरी चूत!
ऐसा तो मैं पहली बार देख रही थी.

वह बोली- ले देख ले बुरचोदी शमीमा, मुझे मालूम है कि कैसे चोदा जाता है माँ का भोसड़ा!

यह सब देख कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा.
मुझे यकीन हो गया कि मेरी बेटी अब जवान हो गयी है और उसे चूत में लंड पेलना अच्छी तरह आता है.

कुछ देर बाद मैंने वही लंड तमन्ना की बुर में पेल दिया.
अभी तक वह अपनी माँ की चूत चुदवा रही थी अब मैं भी अपनी बिटिया की बुर चुदवाने लगी.

हम दोनों इसी तरह बार बार एक दूसरे की चूत में लंड पेल पेल चुदवातीं रहीं.
आखिर में दोनों माँ बेटी ने मिलकर झड़ता हुआ लंड चाटा.

रात भर हम दोनों की मस्त चुदाई होती रही और अब हमारे बीच एक दोस्ती का रिश्ता कायम हो गया.
दूसरे दिन तमन्ना अपने दोनों बॉय फ्रेंड्स फज़ल और आदिल को लेकर आ गयी बोली- अम्मीजान, इन लोगों से मिलो.

मैं तो फज़ल से मिल चुकी थी.
आदिल मेरे लिए एक नया लड़का था.

लड़के दोनों बड़े स्मार्ट थे, मस्त थे और गोरे चिट्टे थे.

तमन्ना खुले आम बोली- अम्मी जान, आज मैं इन दोनों के लंड अपनी माँ चूत में पेलूँगी क्योंकि मुझे अब लंड पेलना अच्छी तरह आ गया है.

इन दोनों के लंड जब खुले तो मैं उन्हें देखती ही रह गयी.
क्या गज़ब के लंड थे दोनों के!
8″+ लम्बे और खूब मोटे.

बेटी ने जब दोनों लंड एक एक करके मेरी चूत में पेले तो सच में मुझे ज़न्नत का मज़ा आया.
फिर मैंने भी बारी बारी से दोनों लंड उसकी चूत में पेला.