इंडियन सेक्स स्टोरी में ओरल सेक्स की इस कहानी का मजा लीजिये. पढ़िए कि कैसे अन्तर्वासना से एक लड़की मेरी दोस्त बनी. उसने मुझे अपने घर बुलाया. मैंने उसकी चूत चाटकर उसे इतना मजा दिया कि …
दोस्तो, मेरा नाम राज है, मैं अजमेर का रहने वाला हूं. मुझे चुदाई का जबरदस्त नशा है. जब मैं किसी लड़की की चुदाई करता हूं, तो वो लड़की पूरी तरह से तृप्त हो जाती है.
वैसे तो मुझे कुंवारी चूत चोदना पसंद है, पर जो मज़ा किसी भाभी को चोदने का आता है, वो मज़ा किसी लड़की की चुदाई में नहीं आता. क्योंकि भाभी मुझे चुदाई में हंस हंस कर चुदाई का मजा देती है और लड़की की चुत में उसे दर्द के कारण थोड़ा कम सहयोग मिलता है. मगर सील पैक चुत या कसी हुई चुत के चक्कर में लंड नहीं मानता है. उसे कुंवारी चुत फाड़ने में ही मजा आता है.
मैं एक बार फिर आपके सामने एक धमाकेदार ओरल इंडियन सेक्स स्टोरी लेकर आया हूं.
इस बार मुझे चुदाई किए हुए बहुत दिन हो गए थे. मेरे पास कोई लड़की या भाभी की जुगाड़ नहीं बन सकी थी.
ऐसे ही कुछ दिनों बाद मुझे एक मेल आया.
वो- हैलो सर, आपकी कहानी बहुत सेक्सी थी. मज़े आ गए.
दोस्तों उसका मेल पढ़ते ही मुझे तो जैसे खुशी का दरिया मिल गया. मैं गोते लगाने लगा. मैं उससे बात करने लगा. उसका नाम नैना था. वो जयपुर की रहने वाली थी.
उसने पूछा कि आपकी कहानी सच है क्या?
मैंने कहा- बिल्कुल सच है.
ऐसे ही कुछ देर बात करने के बाद उसने रिप्लाई देना बन्द कर दिया.
दूसरे दिन मेरे पास मैसेज आया- राज जी, आप बहुत अच्छे इंसान हो.
उसका मैसेज देख कर मुझे लगा कि शायद चूत का जुगाड़ हो गया. मैंने देरी ना करते हुए नैना को अपने मोबाइल का नंबर मैसेज कर दिया.
कुछ देर बाद एक कॉल आया.
मैंने कॉल उठाया तो सामने से एक प्यारी सी आवाज आई- हैलो राज, मैं नैना बोल रही हूं.
इतनी प्यारी आवाज सुन कर मैं एकदम से स्तब्ध सा रह गया. मुझे उम्मीद ही नहीं थी कि नैना इतनी मीठी आवाज वाली लड़की होगी.
नैना- हैलो कहां खो गए?
मैं खुद को थोड़ा संभालते हुए बोला- हां नैना जी बोलिए. आपकी आवाज इतनी सुरीली थी, तो मैं उस सुर की वादियों में खो गया था.
वो हंस दी.
कुछ देर बात करते हुए हम थोड़ा खुल कर बात करने लगे.
नैना ने अपनी समस्या के बारे में बताया कि उसके पति अधिकतर घर से बाहर ही रहते हैं और वो घर में तड़पती रहती है. बहुत बार सोचा कि किसी के साथ सेक्स कर लूं, पर डर लगता है कि कहीं घर में किसी को पता ना चल जाए. इसलिए आज तक किसी के साथ नहीं कर पाई. बस आपकी कहानी पढ़ कर खुद को रोक नहीं पाई. क्या आप मेरे दोस्त बनोगे?
मैंने कहा- क्यों नहीं, ये तो मेरे लिए सौभाग्य है.
नैना ने मुझसे पूछा- कल आप क्या कर रहे हैं? मैं घर पर अकेली हूं अगर आपको बुरा ना लगे, तो आपके लिए कल का खाना मेरे यहां है.
मैंने पूछा- क्या खिलाओगी खाने में?
तो नैना ने बोला- जो आप चाहो, सब मिलेगा.
मैंने- नमकीन मलाई खिलाओगी?
वो बोली- हां मगर वो आपको चम्मच से नहीं बल्कि चाट कर खानी पड़ेगी.
इस बात हम दोनों हंसने लगे.
मैंने नैना से कहा- आज से हम दोस्त हैं और दोस्त की समस्या मेरी समस्या है. आप टेंशन मत लीजिए नैना जी अब आपकी जिंदगी में सिर्फ मज़ा ही मज़ा होगा. आपकी और मेरे बीच की बातें सिर्फ हमारे बीच ही रहेंगी. आपको अब डरने की जरूरत नहीं है. आपका जो मन करे, आप कीजिए. मैं आपके साथ हूं.
नैना खुश होते हुए- देखते हैं जी, अच्छा तो कल शाम 4 बजे मैं आपका इंतज़ार करूंगी.
मैंने नैना को अपनी फोटो भेजने के लिए कहा.
कुछ ही देर में वॉट्सएप पर उसने फोटो भेज दी.
दोस्तो, उसका फोटो देखते ही मेरा लंड सलामी देने लगा.
नैना क्या माल लग रही थी. उसके चूचे करीब 34 इंच के रहे होंगे और गांड 36 की होगी. बिल्कुल सेक्स की मल्लिका लग रही थी. मुझसे रहा नहीं गया और उसी टाइम मैंने मुठ मार ली, जिससे मुझे कुछ शांति मिली. लेकिन शायद उसे शक हो गया था कि मैं मुठ मार रहा हूँ.
चूंकि हम लोग बात कर रहे थे, तो उसने धीरे से पूछा- क्या कर रहे हो? कहीं मुठ तो नहीं मार रहे हो?
ये कह कर वो जोर जोर से हंसने लगी.
उसके मुँह से ये सुनकर मेरा तो दिमाग खराब हो गया. वो बड़ी बिंदास थी.
मैं धीरे से बोला- क्या करूं नैना, आप हो ही इतनी खूबसूरत कि कोई भी अपने आपको रोक ही ना सकता है.
इतने में वो बोली- सिर्फ फोटो देख कर ये हाल हो रहा है. चिंता मत करो … मिलोगे. तब कभी भूल ही नहीं पाओगे. और सुनो प्लीज़ अपनी दौलत को खराब मत करो … उसे मेरे लिए बचाकर रखो.
फिर मैंने उससे उसका पता भेजने को बोला और कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया.
उसने अपना पता सेंड कर दिया था.
दूसरे दिन शाम को करीब 5:00 बजे जब मैं वहां पहुंचा … तो उसका घर बाहर से ही बहुत खूबसूरत घर दिख रहा था.
मैंने उसके घर की घंटी बजायी, तो एक खूबसूरत औरत ने दरवाजा खोला. मैं उसे देखता ही रह गया. क्या बताऊं यार क्या लग रही थी वो! फोटो में वह उतना खूबसूरत नहीं दिख रही थी, लेकिन रियल में माल लग रही थी.
मुझे ऐसे देखकर वह बोली- अब यहीं देखते ही रहोगे या अन्दर भी आओगे.
मैंने कहा- आप बहुत सुंदर हो!
वह बोली- थैंक यू!
फिर मैं अन्दर आ गया.
मैंने उससे पूछा- घर में कोई नहीं है?
वो बोली- नहीं, मैं घर में अकेली हूं. सब लोग शहर से बाहर घूमने को गए हैं, कल शाम तक आएंगे.
मैं बोला- फिर देर किस बात की? कथा शुरू करते हैं.
वो मेरी तरफ वासना से देखने लगी. शायद उसे भी लंड की भूख थी.
मैं उसे किस करने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी. हम दोनों ने 5 मिनट तक वहीं खड़े खड़े किस किया.
फिर मैंने उससे पूछा- आप किस टाइप का सेक्स करना पसंद करेंगी?
तब वो बोली- सबसे अलग!
मैं समझ गया कि इसकी चूत कुछ ज्यादा ही प्यासी है.
मैं उससे बोला- सबसे अलग सेक्स करना है … तो हमें बेडरूम जाना होगा.
वो बोली- तो रोका किसने है. वो सामने कमरा है … मुझे ले चलो.
मैंने उसे प्यार से अपनी गोद में उठाया और किस करते हुए बेडरूम में लेकर चला आया.
उसे मैंने बेड पर प्यार से लेटाया. उसके बाद उसके दोनों स्तन अपने हाथों से दबाने लगा और किस भी करने लगा.
वह जोर जोर से ‘आह … आ … इस … श …’ करते हुए आहें भरने लगी.
फिर वो मेरे कपड़े उतारने लगी और मैं भी उसके कपड़े उतारने लगा. थोड़ी ही देर में हम दोनों नंगे हो गए.
हम दोनों एक दूसरे की तरफ देखने लगे. उसकी आंखों में लंड की प्यास साफ नजर आ रही थी.
उसने मुझे आंख मारी और अपने पैर फैला दिए. फिर उंगली से मुझे अपने पास आने का इशारा करने लगी. साथ ही अपने होंठों को दांतों से काटने लगी. मुझे ऐसा लगा जैसे अमीषा पटेल मुझे ललचा रही हो.
मुझसे भी अब कंट्रोल नहीं हुआ और मैं उसके पास चला गया. मेरे पास जाते ही उसने मुझे खींच कर अपने ऊपर गिरा लिया और अपने होंठों को खोल कर मेरे होंठों पर रख कर पागलों की तरह मुझे ऐसे किस करने लगी, जैसे मैं कहीं भाग न जाऊं.
उसकी इस हरकत ने मुझे और दीवाना कर दिया और मैं भी उसके साथ पागलों सा लग गया. मैं जोर जोर से उसके होंठों को चूसने लगा … साथ ही उसके गोल मटोल कसे हुए बोबों को मसलने लगा.
वह कसमसाने लगी और पूरी चुदासी हो गई. उसकी हरकतों से ऐसा लग रहा था, जैसे किसी ने मशीन का बटन चालू कर दिया हो. हम दोनों एक दूसरे को वैसे ही पागलों की तरह ही चूमते रहे.
धीरे धीरे मैं उसकी गर्दन पर, कान पर किस करने लगा. फिर उसके एक बोबे को मुँह में लेकर चूसने लगा और हाथ से दूसरे बोबे को मसलने लगा.
वो तो जैसे जन्नत में सैर कर रही थी. वो आंखें बन्द करके जोर जोर से कामुक सिसकारियां लेते हुई उछलने लगी. साथ ही मेरे सिर को अपने मम्मों पर दबाने लगी.
‘आह … आह राज पी जाओ सारा दूध … मेरा सब कुछ तुम्हारा है … मैं तुम्हारी रंडी हूं आह … चूसो और चूसो इस रंडी का दूध पी जाओ … आह सारा दूध निचोड़ दो आ…ह…’
वो कामुक आवाजें करते हुए उछलने लगी और अपनी चूत को रगड़ने लगी.
मैं धीरे धीरे उसे किस करते हुए नीचे जाने लगा. कभी पेट पर, जांघ पर किस करने लगा. फिर एकदम से उसकी चूत पर जीभ लगा कर दाने को रगड़ने लगा. वो तो अपनी चुत पर मेरी जीभ को जैसे ही स्पर्श किया. वो कंट्रोल से बाहर हो गई और चिल्लाने लगी.
अगले ही पल उसकी चूत पानी छोड़े जा रही थी और मैं उसे चाटे जा रहा था.
नैना मस्ती में आकर बड़बड़ाने लगी- आह राज क्या कर रहे हो आह … मजा आ गया … आह क्या चूस रहे हो यार आह … अह करते रहो और जोर से चूसो मेरी रंडी चूत को … आंह..ह बहुत परेशान किया है इस चूत ने … उम्म … खा जाओ मेरी चूत को.
अब मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं और जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा. साथ ही मैं उसकी चूत को चूस रहा था.
मैं चुत के दाने को खींचते हुए बोला- आंह ले रंडी मज़े ले … आज मैं तेरी चूत की वो हालत करूंगा कि तुम पस्त हो जाओगी. लंड देख कर डरने लगोगी.
मैं तेजी से दोनों उंगलियां जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा, मेरे द्वारा ओरल सेक्स से वो तड़पने लगी.
नैना चिल्लाते हुए बोली- आह … हां जो चाहो करो मेरी चूत के साथ … आह … फाड़ डालो मेरी चूत को … आह …अ … मैं मर भी जाऊं, तब भी तरस मत करना … इसको इतनी चोदो कि मैं दो दिन तक बिस्तर से नहीं उठ सकूं.
उसकी ये बातें सुनकर मैं और जोश में आ गया और तेजी से उसकी चूत में उंगलियां करने लगा. मैं इसके साथ ही उसकी चूत को चूस भी रहा था और बोबे भी मसल रहा था.
हर तरफ से मजा मिलने से उससे रहा नहीं गया और चिल्लाते हुए उछल उछल कर वो मूत निकालने लगी.
फिर भी मैं रुका नहीं. अब तो उसके बर्दाश्त से बाहर हो गया था.
‘अ … ह … करते रहो … रुकना मत आह … फाड़ डालो अ … ह … मैं फिर से आ रही हूं … आह.’ ये सब चिल्लाते हुए वो फिर से जोर से झड़ गई और ढेर सारा पानी अपनी चूत से निकालने लगी.
मैंने चाट चाट कर उसकी चुत का सारा पानी पी लिया. नैना को बहुत मज़ा आया. वह खुशी से मेरी तरफ देखती रही.
फिर एक जोरदार किस करके बोली- आपने तो आज जन्नत की सैर करा दी … आपने अभी तक अपना लंड भी मेरी चूत में नहीं डाला, फिर भी मुझे इतना मज़ा दे दिया. अब ये दासी सिर्फ आपकी है.
वो मुझसे खुशी से लिपट गई और फिर से मुझे किस करने लगी. मैं भी जोश में आकर उसके बोबे मसलने लगा. धीरे धीरे उसे मज़ा आने लगा, वह आहें भरने लगी.
करीब 2 मिनट के बाद वह बोली- रुको, मैं दो मिनट में आती हूं.
वह बाहर गई और दो मिनट हो गए. अब तक वो अन्दर नहीं आई. मैं सोचने लगा कि क्या कर रही होगी?
तभी वह आयी और मैं उसे देखता ही रह गया.
वह अपने पूरे बदन पर क्रीम लगा कर आयी थी. केक की जो क्रीम होती है, वह पूरे जिस्म पर लगा कर आई थी.
मैं समझ गया कि अब मुझे क्या करना है.
जब सामने एक नंगी लौंडिया अपने पूरे शरीर पर क्रीम मले हुए मेरे सामने मुस्कुरा रही हो … तो इसमें ज्यादा क्या सोचना था. मैं समझ गया कि इसको चुदाई से ज्यादा चटाई में मजा आता है.
अब तक की चुसाई और चटाई ओरल सेक्स से भी नैना पूरी तरह से संतुष्ट नजर आ रही थी.
अब नैना की चुदाई कैसे हुई, उसकी सेक्स कहानी मैं अगले भाग में लिखूंगा. आपको मेरी ओरल इंडियन सेक्स स्टोरी कैसी लगी? मुझे मेल करिएगा.
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ओरल इंडियन सेक्स स्टोरी का अगला भाग: अन्तर्वासना की सेक्सी पाठक को चोदा-2