नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम दीपक है और मैं मेरठ (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला हूं और एक 4 स्टार होटल में नौकरी करता हूं. मेरी लम्बाई 5 फीट 11 इंच है और बॉडी भी ठीक-ठाक है. मेरे लंड का साइज 7 इंच लम्बा और मोटा है जो किसी की भी प्यास बुझा सकता है.
वैसे तो मैंने काफी चूतों का मज़ा लिया है लेकिन यह हॉट देसी भाबी की चुदाई की कहानी कुछ अलग है.
यह आज से 2 महीने पुरानी बात है.
मैंने अपनी भाभी की सहेली को पटा के चोदा.
मैं आपको अपनी भाभी के बारे में बता देता हूं.
मेरी भाभी एक वकील हैं और मेरा भाई भी वकील है.
मेरी भाभी की सहेली का नाम रूबी है और वह 35 साल की है.
वह एक शादीशुदा औरत है.
अगर मैं बात करूं तो उनके शरीर का साइज 32- 30- 34 है और वह देखने मैं एकदम मस्त माल है.
थोड़ा मैं उनके पति के बारे में बता दूं तो उसका पति दुबई के एक होटल में सफाई कर्मचारी है और वह एक साल में सिर्फ एक बार ही घर आता है वो भी सिर्फ एक महीने के लिए.
एक दिन की बात है, काफी तेज़ बारिश हो रही थी और रूबी भाभी के आने का समय हो रहा था.
बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी.
तभी मेरे पास रूबी भाभी का फ़ोन आया और उन्होंने बोला- दीपक, क्या तुम मुझे लेने आ सकते हो?
तो मैंने बोला- भाभी, काफी तेज़ बारिश हो रही है और ऐसे में मैं आपको कैसे लेने आ सकता हूं.
ये मैंने जानबूझ कर बोला था, मैं देखना चाहता था कि रूबी भाभी क्या बोलेंगी.
तभी रूबी भाभी थोड़ा गुस्से में बोलीं- अगर तुम्हारी गर्लफ्रेंड अभी बुलाती तो तुम अभी आ जाते. और मैं हेल्प के लिए बुला रही हूं, तो नहीं आओगे.
यह सुनकर मैं रूबी भाभी से बोला- मैं मज़ाक कर रहा हूं. मैं अभी आ रहा हूं आपको लेने. आप स्कूल पर ही मिलना!
दोस्तो, मुझे उनका स्कूल पता था कि वह कहां पर है.
मैंने अपनी बाइक ली और भाभी को लेने के लिए निकल गया.
20 मिनट के बाद मैं रूबी भाबी को लेकर घर आ गया.
पर रास्ते में सड़क काफी ख़राब होने के कारण मुझे बार-बार ब्रेक लगाने पड़ रहे थे जिसकी वजह से भाभी की चूचियां मेरे कमर से दब रही थीं, जिसमें मुझे काफी मज़ा आ रहा था.
उस दिन से रूबी भाभी का मेरे लिए देखने का नजरिया बदल गया था.
एक दिन घर पर कोई नहीं था और दोपहर का समय था तो रूबी भाभी ने मुझे बुलाया, बोली- अंदर आ जाओ, मैंने समोसे बनाए हैं, दोनों साथ में खाते हैं.
मैंने रूबी को कहा- मैं बस 2 मिनट में आया.
इसके बाद मैं और रूबी भाभी दोनों एक साथ बैठ करके समोसे खाने लगे और बातें करने लगे.
तभी भाभी बोली- दीपक, तुम्हारी कोई सेटिंग नहीं है क्या?
मैंने कहा- नहीं भाभी, मुझ गरीब कि कौन सेटिंग बनेगी.
इस पर वे हंस पड़ीं.
तब मैं बोला- रूबी भाभी, अगर आप जैसी कोई मिलेगी तो मैं ज़रूर बनाऊंगा.
इस पर उन्होंने बोला- मुझ जैसी ही क्यों बनाना चाहते हो?
मैंने कहा- आप काफी खूबसूरत हैं और काफी हॉट भी हैं. आपका पति काफी खुशनसीब है जो आप जैसी प्यार करने वाली बीवी मिली है.
इस पर भाभी बोलीं- मैं आपको हॉट और सेक्सी लगती हूं?
मैंने कहा- हां.
इस पर वे बोलीं- अच्छा थैंक्यू.
इसके बाद धीरे-धीरे हमारे बीच हंसी मज़ाक और एक-दूसरे से काफी बातें होने लगी.
बातों का सिलसिला फ़ोन और व्हाट्सप पर भी बढ़ने लगा.
मैं दिन-रात उनको चोदने के सपने देखने लगा और कई बार उनके नाम की मुट्ठी भी मारी.
कुछ दिनों के बाद मैं उनको स्पर्श करके हंसी-मज़ाक भी करने लग गया था.
फिर कुछ दिन बाद एक दिन गांव से फ़ोन आया कि बाबा जी की तबियत काफी ख़राब है, तो सब लोग घर आ जाओ.
और सब गांव वाले घर चले गए.
पर मम्मी ने मुझे बोला- तुम घर पर ही रहना और ध्यान रखना. अगर रूबी भाभी को कुछ ज़रूरत पड़े, तो उनका काम कर देना.
यह बोल कर सब चले गए और मेरे मन मैं खुशी और बाबा जी का दुख भी था.
दोपहर को रूबी भाभी भी घर आ गई थीं.
उन्होंने मुझसे पूछा- सब लोग कहां गए हैं?
तो मैंने उनको सब बता दिया.
उन्होंने भी अपना दुख व्यक्त किया और वे अपने कमरे मैं चली गईं.
रात को रूबी भाभी ने मुझे खाना खाने के लिए बुलाया.
मैं अपने रूम में दो पैग लगा रहा था, रूबी भाभी की आवाज़ सुनकर मैं तुरंत उनके रूम में गया.
लेकिन उनको मेरे मुंह से दारू की महक आ गई.
जिस पर वे मुस्कराकर बोलीं- अकेले ही पी रहे हो. कभी हमसे भी पूछ लिया करो!
इस बात पर मैं बहुत खुश हुआ और मैं समझ गया कि आज काम बन जाएगा.
मैं अपने कमरे से दारू की बोतल लेकर रूबी भाभी के कमरे में गया.
इसके बाद मैंने और भाभी ने दो-दो पैग पिए.
फिर रूबी भाभी बोलीं- आज एक साल बाद मौका लगा है, मज़ा आ गया.
तभी मैंने रूबी भाभी से पूछा- भाभी, आपका मन कैसे लग जाता है?
तो वे बोलीं- कैसे बताऊं … उनकी याद तो आती है, लेकिन कर भी क्या सकती हूं.
तभी रूबी भाभी देखते ही देखते ही मेरे मुंह की तरफ आगे बढ़ती हुई मुझे लिप किस करने लगीं.
मैंने भी भाभी का पूरा साथ दिया.
इसके बाद मैंने रूबी भाभी को अपनी गोद में उठा लिया और खुद उनके होठों को अंदर तक जीभ से चाटने लगा और उनकी चूचियां दबाने लगा.
रूबी भाभी धीमे-धीमे सिसकारियां ले रही थीं और उनके मुंह से उफ्फ आअह्ह ह्हआ की आवाज़ आ रही थी.
मैं कभी उनकी चूचियां पी रहा था तो कभी होठों को चूस रहा था.
धीरे-धीरे मैं उनकी पैंटी में भी हाथ घुमा रहा था.
मैंने देखा कि उनकी चूत पानी से गीली हो गई थी.
फिर मैंने भाभी की चूत में उंगली करना शुरू कर दिया.
भाभी भी धीरे-धीरे मस्त होने लगीं और मुंह से आवाज़ें निकालने लगीं और धीरे-धीरे मैंने उनको पूरी नंगी कर दिया.
साथ ही मैं उनके शरीर को चाटने लगा और वे अपने मुंह से उफ उफ आअ ह्ह ह्हआ की सिसकारियां निकल रही थीं.
वे बोली- दीपक और अंदर तक चाट, मेरी चूत में बहुत गर्मी है.
मैं 20 मिनट तक ओरल सेक्स करने के बाद एक बार रूबी भाभी का पानी निकाल चुका था.
मैंने भाभी से बोला- भाभी, अब आप मेरे लंड को अपने मुंह में लो.
मेरे इतना बोलते ही उन्होंने मेरे लंड को भूखी शेरनी की तरह चाटना शुरू कर दिया.
मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि क्या बताऊं!
मैं एक बात बताऊं दोस्तो … मुझे चूत चाटने में बहुत मज़ा आता है.
इसके बाद मैंने रूबी को वापस नीचे लिटाया और एक बार फिर से चूत चाटने लगा.
तक़रीबन 10 मिनट बाद रूबी भाभी बोलीं- अब बस करो … अब रहा नहीं जाता, जल्दी से मेरी आग बुझा दो!
मैंने तुरंत बड़ा सा पैग बनाया और रूबी भाभी को दिया.
उसके बाद तुरंत मैंने क्रीम लगाई और रूबी भाभी की चूत पर लंड लगाकर एक ज़ोरदार झटके के साथ आधा लंड अंदर डाल दिया.
उन्होंने मेरी कमर को जोर से पकड़ लिया और बोलने लगीं- बस करो!
तभी मैंने भाभी को डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू कर दिया.
तक़रीबन 10 मिनट डॉगी स्टाइल में चुदाई के बाद वे बोली- मुझे बहुत दर्द हो रहा है!
तो मैंने उनको किस किया और फिर से नीचे लिटा दिया और खुद खड़ा होकर धीरे-धीरे चोदना शुरू किया.
मैंने इस बार जब अपनी फुल स्पीड में चोदना शुरू किया तो उसके बाद पूरे कमरे मैं फच-फच की आवाज़ आ रही थी.
रूबी भाभी कभी-कभी बोलती- आज तो मैं मर ही जाऊंगी, मुझे दर्द हो रहा है.
तभी मैंने भाभी को दीवार से सटा कर खड़े होकर चुदाई शुरू की.
बहुत मज़ा आ रहा था.
इस बीच रूबी भाभी 2 बार अपना पानी निकल चुकी थीं.
पर अभी तक मेरा नहीं हुआ था.
दोस्तो, कसम से बता रहा हूं, 40 मिनट की चुदाई के बाद भी मेरा पानी नहीं निकला था.
दारू की वजह से ये हो सकता है.
और अब रूबी भाभी बोल रही थीं- प्लीज दीपक, अब मत करो. मुझे जलन हो रही है.
तभी मैंने भाभी को लिप किस किया और 10 मिनट बाद फुल स्पीड में चुदाई शुरू की.
भाभी ने मुझे कसकर पकड़ लिया और पूरी कमर पर नाख़ून चुभा दिए और आआह ह्ह आआ अह्ह ह्ह उफ … आज तो मैं मर जाउंगी … ह्ह उफ हुइ इइइ ह्ह्ह ह्हहा आआ आआ करती रहीं.
उसके बाद मैंने अपना पानी रूबी भाभी के अंदर ही निकाल दिया.
तब तक रात के 8 बज चुके थे.
कुछ देर तक हमने आराम किया और उसके बाद खाना खाया.
फिर हम दोनों ने आराम किया.
आपस में बातें करते हुए भाभी ने कहा- आज तक मैंने अपने पति के साथ भी कभी ऐसी चुदाई नहीं की थी.
उनका इतना बोलना था कि मेरा लंड एक बार फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गया.
ओरल सेक्स के लिए हमने 69 वाला पोजिशन ट्राई किया और एक दूसरे को खूब चूसा.
उसके बाद भाभी का अचानक से मूड बदल गया और वे बोलीं- इस बार मैं आपकी चुदाई करुंगी.
इतना बोलते ही भाभी मेरे ऊपर आकर मेरे लंड पर बैठ गईं और ऊपर नीचे होने लगीं.
कुछ देर बाद मैंने भाभी को नीचे लिटाया और खुद उनके पीछे से लंड डाल करके 10 मिनट तक जबरदस्त चुदाई की.
अब तक भाभी का पानी निकल चुका था और वे उफ फ्फ अह्ह ह सीईई आवाज़ें निकाल रही थीं.
चूत गीली होने की वजह से फच फच फच फच फच की मादक आवाज़ें आ रही थीं.
और इस बीच मेरा भी पानी निकल गया.
उस रात हमने सिर्फ दो बार चुदाई की क्योंकि काफी समय बाद भाभी की चुदाई हुई थी इसलिए उनकी चूत सूज गई थी.
और हमें कब नींद आ गई, हम कब सो गए, पता ही नहीं चला.
सुबह हमारी आंख 10 बजे खुली.
भाभी बोलीं- क्या बात है मेरे सोना … रात मैं आपने मुझे खुश कर दिया. पर बेबी, मुझे अभी भी काफी दर्द है नीचे!
इतना सुनते ही मैंने भाभी को किस करना शुरू कर दिया.
फिर मैंने भाभी को अपना लंड चूसने को बोला.
भाभी ने मुंह में लेकर मेरा लंड खूब चूसा और इस बार भाभी के मुंह में ही मैंने अपना पानी निकाल दिया.
अब रूबी भाबी बोलीं- चलो आप फ्रेश हो जाओ. मैं हम दोनों के लिए नाश्ता बनाती हूं.
हमने नाश्ते के बाद एक बार फिर से किस करना शुरू कर दिया था.
वे मेरे चेहरे पर तो कभी मेरे लंड पर हाथ फेर रही थीं.
और मैं उनकी गांड पर!
तभी मैं भाभी से बोला- भाभी, मुझे आपकी गांड मारनी है.
तो उन्होंने साफ मना कर दिया.
इस पर मैं भी कुछ नहीं बोला.
मैंने उनको सीधा लिटाया और उनकी चुदाई करना शुरू कर दिया.
उनके दोनों पैर छाती से मिला दिया और अचानक से मैंने अपना लंड भाभी की चूत में एक झटके से डाल दिया.
भाभी एकदम से चिल्लाने लगीं.
पर उनको मैंने दबा रखा था.
उनकी आंखों से आंसू आ गए.
फिर मैंने धीरे-धीरे अंदर बाहर करना शुरू किया.
जब हॉट देसी भाबी की चुदाई में उनको मज़ा आने लगा तो मैंने फुल स्पीड में उनकी चुदाई की.
इस बीच में भाभी काफी बार चीखीं और रोने लगीं.
फिर भाभी ने अपनी गांड खुद उठा-उठा कर मरवाई.
इस बीच वे एक बार झड़ गई थीं.
मैंने भी अपना पानी भाभी की चूत में निकाल दिया.
इस तरह हमने पूरे 10 दिन तक खूब चुदाई की.
मैं अगली कहानी में बताऊंगा कि भाभी कैसे प्रेगनेंट हुईं और कैसे मैंने भाबी की गांड मारी.
मेरी कहानी आपको कैसी लगी. मुझे ज़रूर बताएं!