मैं गुजरात के कच्छ जिले से हूं. मेरी उम्र 25 साल है और मेरा नाम सैम है. यह मेरा असली नाम नहीं है … यहां मैं कहानी के किसी भी किरदार का वास्तविक नाम नहीं लिखूंगा.
आज की ये सेक्स कहानी मेरी और एक भाभी के बीच की चुदाई की है.
कहानी में मैं भाभी का नाम बबीता रख लेता हूं.
भाभी दिखने में बहुत सेक्सी लगती हैं और वो अभी 24 साल की हैं. उनकी फिगर एकदम कसी हुई है और नाप की बात करूं तो 34-30-36 का नाप है.
उन्हें देख कर कोई नहीं कह पाएगा कि वो इतनी कम उम्र में दो बच्चों की मां बन चुकी हैं.
यह कामुक घटना साल 2020 के जुलाई महीने की है.
बबीता भाभी मेरी शॉप के पास ही रहती हैं. वो पूरे दिन घर पर अपने बच्चों के साथ ही होती हैं. उनके पति सुबह काम पर निकल जाते हैं और रात को ही वापस आते हैं.
मैं बबीता भाभी को पहली बार देखते ही उनकी मदमस्त जवानी पर फिदा हो गया था.
अब मेरी कोशिश रहती थी कि मैं उनको किसी भी देख लूं और भाभी को ताड़ने का मौक़ा मुझे मिलता रहता था.
एक दिन शॉप के पास कोई सरकारी काम चालू था, वहां ड्रेनेज लाइन के लिए बहुत बड़ा गड्डा बनाया गया था.
उस दिन न जाने कैसे मेरी बाइक उस गड्डे में फिसल गई.
सब लोग शोर मचाने लगे कि देखो क्या हो गया.
बबीता भाभी भी अपनी छत से देखने लगीं, आजू-बाजू से बहुत लोग मेरी मदद करने के लिए आ गए थे.
मुझे ज्यादा चोट लग गई थी तो सब लोग सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार को बहुत कोस रहे थे.
कुछ लोग मेरे बारे में भी बात कर रहे थे कि ठीक से देखना चाहिए था.
खैर … मैं उस हादसे में अस्पताल में भर्ती हो गया था और बारह दिन तक हॉस्पिटल में रहा था.
एक दिन भाभी अस्पताल में अपने पति रोहित के साथ मेरी खोज खबर लेने आईं.
चूंकि मेरी शॉप उनके घर के पास ही थी, तो रोहित भैया भी मुझे अच्छे से जानते थे.
थोड़ी देर बाद रोहित भैया ने बबीता भाभी से कहा- तुम यहां से घर चली जाना, मुझे थोड़ा काम है … तो मैं निकलता हूं.
भाभी ने हामी भर दी तो रोहित भैया चले गए.
बबीता भाभी थोड़ी देर मेरे पास बैठी रहीं और मुझे कुछ बातें करती रहीं.
फिर भाभी बोलीं- मेरी बहन रानी ज्यादा देर तक बच्चों को नहीं संभाल पाएगी, तो मैं अब चलती हूं. सैम तुम मेरा नंबर लिख लो, कुछ खाना मंगाना हो या कुछ और चाहिए हो तो मुझे कॉल कर देना.
उस दिन से भाभी से मेरी बातें शुरू हो हुईं.
फिर मैं ठीक होकर शॉप पर आ गया.
उस दिन रोहित भैया ने कहा- सैम, अभी तुम्हारी हालत ठीक नहीं है … तो तुम फिलहाल मेरे घर पर ही खाना खाने के लिए आ जाया करो. तुम्हारा घर इतनी दूर है, तो कैसे मैनेज करोगे.
उनकी बात सही थी. चूंकि मेरा घर मेरी शॉप से 28 किमी दूर है. इस वजह से मुझे खाना की दिक्कत होने वाली थी. इस बात को रोहित भैया ने समझ लिया था.
उनकी बात सुनकर मैंने कहा- ठीक है भैया.
अब मैं भाभी के घर लंच के लिए जाने लगा.
वहां मेरा परिचय रोहित भैया की साली रानी से हुआ. वो अभी 19 साल की थी और उसका फिगर 30-28-32 का था.
मेरी बबीता भाभी से बहुत अच्छी जमने लगी थी तो हम दोनों मैसेज भी कर लिया करते थे.
धीरे धीरे जोक्स शुरू हुए फिर कुछ सेक्सी जोक्स भी शेयर होने लगे.
इसी तरह से धीरे धीरे मेरी भाभी से सेक्स पर हल्की फुल्की चर्चा होने लगी थी.
एक दिन न जाने किस बात पर मेरे मुँह से भाभी के सामने सेक्स को लेकर बात होने लगी तो मैंने भाभी से उनकी सेक्स लाइफ को लेकर पूछा.
उन्होंने मेरी बात टाल दी.
मगर ज्यादा जोर देने पर बताया कि रोहित उसको ज्यादा टाइम नहीं देता है और वो ये कहते हुए रोने लगीं.
मैंने भाभी से कहा- आप रोओ मत और न ही मुझे गलत मत समझना. लेकिन मैं बड़ी हिचकिचाहट के साथ ये कहना चाहता हूँ कि मुझे आप बहुत अच्छी लगती हो. मैंने आपको जब पहली बार देखा था, तब से मैं आपका दीवाना हो गया.
मेरी बात पर बबीता भाभी ने जो बोला, उसे सुनकर मैं दंग रह गया.
उन्होंने कहा- मुझे पता है, तुम मुझे लाइक करते हो. लेकिन मैं ये सब तुम्हारे मुँह से सुनना चाहती थी. मैं भी तुम्हें पसंद करती हूं.
मैंने आगे बढ़ कर भाभी को अपनी बांहों में भर लिया.
पहले तो वो मेरे सीने से चिपक गईं मगर एक मिनट बाद ही भाभी मुझसे दूर हो गईं और मेरे एक गाल पर किस दे दिया.
भाभी मुस्कुरा कर बोली- अभी रानी आ जाएगी तो काम बिगड़ जाएगा. मैं तुम्हें कॉल करूंगी, तब आना.
मैंने कहा- तो कब?
भाभी मेरी बात काट कर बोलीं- कल मैं रानी को मेरी ननद के घर बच्चों के साथ भेज दूँगी और रोहित भी कल से 4 दिन के लिए बाहर जा रहे हैं, इसलिए कोई दिक्कत नहीं होगी.
मैंने कहा- ठीक है भाभी … जो आप कहें!
फिर अगले दिन शाम को उनका कॉल आया कि आज मैं शॉप बंद करने के बाद घर पर आ जाऊं.
मैं 8 बजे ही शॉप बंद करके उनके घर चला गया.
वो अभी अकेली थीं तो मैंने सीधे उनके करीब जाकर उनको हग कर लिया.
भाभी ने कहा- पहले खाना खा लेते हैं, ये सब तो होता रहेगा.
अब हम दोनों ने खाना खाया और उसके बाद भाभी ने पूछा- घर कितने बजे तक जाना है?
तो मैंने फोन लगा कर घर पर कह दिया- आज मैं अपने दोस्त के घर रुक गया हूं, इसलिए घर नहीं आऊंगा.
चूंकि मैं ऐसा अक्सर करता रहता हूँ तो मेरे घर वालों को इस बात से कोई दिक्कत नहीं थी.
भाभी को मालूम चल गया था कि आज सारी रात का मामला है तो वो खुश हो गई थीं.
फिर मुझसे एक मिनट में आने कि कह कर बबीता भाभी अन्दर चली गईं.
कुछ पल बाद बबीता भाभी वापस आईं और उन्होंने मुझसे पूछा कि सैम कुछ चाहिए … मतलब ड्रिंक्स या सिगरेट!
मैंने कहा- भाभी मैं ड्रिंक्स तो ज्यादा नहीं लेता हूँ … लेकिन सिगरेट दे दो.
भाभी ने दराज में से सिगरेट की डिब्बी और लाइटर निकाल कर रख दिया.
मैंने एक सिगरेट सुलगाई और धुंआ उड़ाने लगा.
तब तक भाभी नाइट सूट में आ गईं.
सच में भाभी इस नाइट सूट में गजब का माल लग रही थीं.
उन्होंने पारदर्शी नाइटी पहनी हुई थी.
अन्दर का सारा नजारा साफ़ दिख रहा था.
मेरा मन तो हुआ कि अभी ही भाभी को पटक कर चोद दूँ.
फिर सोचा कि ये तो वैसे भी मेरे लंड से चुदने के लिए रेडी हैं और अभी पूरी रात पड़ी है … तो जल्दबाजी क्यों करूं!
मैंने अपने बैग में से अपना बरमूडा निकाला और कपड़े बदलने चला गया.
चूंकि ये बारिश का मौसम था, घर दूर … तो मैं अपने बैग में एक बरमूडा और टी-शर्ट रखता ही हूं कि ना जाने कब काम आ जाए.
मुझे वापस आया देख कर बबीता भाभी ने कहा- चलो अब रूम में चलते हैं.
हम दोनों रूम में आ गए.
दरवाजे बंद ही हुए थे कि मैंने भाभी को पकड़ लिया और उन्हें किस करना चालू कर दिया.
भाभी की नाइटी के ऊपर से ही उनके मम्मों को चूसने दबाने लगा. भाभी भी एक प्यासी रांड की तरह मुझे चूमने लगीं.
कुछ ही देर में मैंने भाभी की नाइटी उतार दी और उन्हें टू पीस में कर दिया.
कसम से भाभी ब्रा पैंटी में क्या जबरदस्त आइटम लग रही थीं.
भाभी ने मुझे देख कर अंगड़ाई ली तो उनकी चूचियों ने लंड में आग लगा दी.
अब मैंने फ़टाफ़ट अपने कपड़े खोले और नंगा हो गया.
मैं सिर्फ फ्रेंची में रह गया था.
मैंने आगे बढ़ कर भाभी को बेड पर गिरा दिया और उनके ऊपर चढ़ कर चूमने लगा.
भाभी भी पूरी तरह से गर्मा गई थीं और अतिकामुक हो गई थीं.
उनके चूचों को मैंने ब्रा के ऊपर से भंभोड़ा, तो भाभी ने खुद ही अपने हाथ से अपनी ब्रा का हुक खोल दिया.
मैंने भाभी की ब्रा पकड़ कर खींची और दूर फैंक दी.
तब तक भाभी ने अपनी पैंटी नीचे सरका दी और पूरी नंगी हो गईं.
उन्होंने मेरी फ्रेंची को भी खींच दिया और मुझे भी नंगा कर दिया.
अब हम दोनों मादरजात नंगे हो गए थे.
भाभी मुझे किस करने लगीं और मेरा लंड पकड़ने लगीं.
मैं भी भाभी के मम्मों को दबाने लगा और मैंने उनके एक मम्मे को अपने मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया.
भाभी अपनी चूचियों को चूसे जाने से मस्त हो गई थीं और आह आह करके मुझे अपने चूचे चुसवा रही थीं.
हम दोनों एक दूसरे के बदन से खेल रहे थे.
मैंने भाभी से कहा- जान, अब 69 में आ जाओ.
वो झट से 69 में लेट गईं. मैं उनके ऊपर चढ़ गया और उनके मुँह के पास अपना लंड लगा दिया.
मैं भाभी की चिकनी चुत चाटने लगा और वो मेरे लम्बे लंड को चूसने लगीं.
हम दोनों एक दूसरे के लंड चुत चाटते हुए बेहद उत्तेजित हुए जा रहे थे.
कुछ ही देर में भाभी ने अपनी चुत सिकोड़ी और मेरे मुँह में झड़ गईं.
मैंने भी भाभी की चुत का सारा माल चाट लिया और उनकी चुत को चूसता ही रहा.
भाभी मेरे लंड को अपने मुँह में लिए हुए मजे से चाट रही थीं और गों गों करके लौड़ा गले तक ले रही थीं.
अब मैंने उनको सीधा लेटने को कहा और दोनों पैर ऊपर करके उनकी चुत में अपना लंड सैट कर दिया.
भाभी ने आह करते हुए गांड उठाई तो मैंने लंड को चुत में सरका दिया.
लंड चुत में अन्दर घुसा तो भाभी की तेज आह निकल गई.
मैंने उनकी ‘आह उन्ह …’ को अनसुना करते हुए अपना पूरा लंड एक ही बार में पूरा पेल दिया.
जैसे ही मेरा लंड चुत की गहराई में गया तो भाभी को बहुत दर्द होने लगा और उनकी आंखों से आंसू आ गए.
वो मुझे रोकने लगीं- जरा रुक जाओ … मैं बहुत दिनों बाद चुद रही हूँ और तुम्हारा लंड भी मोटा है.
मैं रुक गया और भाभी की चूचियों से खेलने लगा, उन्हें चूसने लगा.
कुछ ही पलों में भाभी को ठंडक पड़ गई और वो गांड हिलाने लगीं.
अब मैंने धीरे धीरे धक्के देना शुरू कर दिए. उनका दर्द अब खत्म हो गया था और वो अपने चूतड़ों को हिला हिला कर साथ देने लगीं.
मैंने गति बढ़ा दी और भाभी की चुत को भोसड़ा बनाने की स्टाइल में चोदने लगा.
भाभी ‘आह उन्ह आई आह …’ करती हुई सिसकारी लेने लगीं. वो अपनी गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी थीं.
चुदाई फुल स्पीड पर चलने लगी थी.
करीब 15 मिनट के बाद हम दोनों झड़ गए.
फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों उठे और साथ में ही नहाने आ गए.
बाथरूम में भी शॉवर के नीचे मैंने भाभी की चुदाई का एक और राउंड मजा लिया.
अब भाभी मुझे कमरे में ले आई थीं.
मैंने एक सिगरेट सुलगाई और कश खींचा, तो भाभी ने मेरे हाथ से सिगरेट ले ली और कश खींचने लगीं.
हम दोनों बातें करने लगे.
भाभी बोलीं- सैम, मुझे सेक्स के बाद ड्रिंक करने की आदत है … क्या तुम मेरा साथ दोगे?
मैंने ओके कह दी.
भाभी ने रेड लेबल व्हिस्की की बोतल निकाली और दो पैग बना लिए.
हम दोनों चियर्स करते हुए ड्रिंक एन्जॉय करने लगे.
जल्दी ही भाभी ने चार पैग गटक लिए थे और वो मदहोश होने लगी थीं.
मैंने अभी दो ही पैग लगाए थे.
अब भाभी फिर से गर्म होने लगी थीं और मेरी गोद में बैठ गई थीं.
मैंने उनसे कहा- भाभी अब पीछे से लूं?
भाभी ने मना कर दिया.
मैंने एक बार और भाभी को चोदा और उनके साथ चिपक कर सो गया.
अगले दो दिन तक मैंने भाभी को खूब चोदा.
फिर उनकी बहन रानी घर आ गई.
उस रात मैं भाभी को पेल रहा था. उसी समय अचानक से कुछ आहट सी हुई.
मैंने नजर उठाई तो मुझे दरवाजे के नीचे की झिरी से कुछ छाया सा दिखाई दी.
मैं समझ गया कि ये रानी है.
मैंने भाभी से कहा कि शायद रानी ने हमें देख लिया है.
भाभी नशे में टुन्न थीं, तो बोलीं- हां रानी भी जवान है. उसकी चुत में भी कीड़ा कुलबुला रहा होगा. उसे बुला लो और उसे भी लंड का स्वाद दे दो.
मैंने कहा- क्या वो मान जाएगी?
भाभी बोलीं- साली की चुत लंड के लपलप कर रही होगी, तभी तो छिप छिप कर चुदाई देख रही है.
मैंने भाभी से कहा- आप यहीं रुको … मैं बाहर उससे बात करता हूँ.
भाभी मस्ती में बोलीं- बात क्या करना है … साली को पकड़ कर रगड़ दो यार!
मैंने बरमूडा पहना और बाहर आ गया.
बाहर सोफे पर रानी बैठी थी. उसकी आंखों में वासना के लाल डोरे साफ़ दिखाई दे रहे थे.
मैंने उसके सामने खड़े होकर लंड सहलाया और उससे पूछा- लेना है?
वो मेरे इस बेलाग सवाल से सिटपिटा गई और उसने नजरें झुका लीं.
मैंने उसके करीब जाकर उसके कंधे को छुआ और कहा- तुम्हारी दीदी ने पुछवाया है.
ये सुनकर वो एकदम से उठ कर मेरी बांहों में समा गई.
अब अगले भाग में मैं आपको बताऊंगा कि रानी और बबीता भाभी को एक साथ चोदने में क्या हुआ और आगे भैया के आ जाने के बाद मैंने बबीता भाभी और रानी को कैसे चोदा.