हेलो दोस्तों मेरा नाम मीना है मैं दिल्ली की रहने वाली एक लड़की हूं. मेरा फिगर 32 26 28 और मैं देखने में बहुत सेक्सी हूं मेरी हाइट 5 feet 3 inche मेरी उम्र 20 साल है और मेरा B.A सेकंड ईयर है. मेरे घर पर हम चार लोग हैं मेरी मम्मी मेरे पापा और मेरा बड़ा भाई मुझ से 2 साल बड़ा है उसका नाम मनोज उसकी हाइट 5 फिट 6 इंच है देखने में हैंडसम है वह जॉब करता है सब.
मेरा एक बॉयफ्रेंड भी है जिससे मैं काफी बातें करती हूं सब कुछ ठीक ही चल रहा था घर पर. मेरी फैमिली बहुत स्टिक है जिस वजह से मैं ऐसा कुछ गलत नहीं कर सकती पर लड़की हूं करने का तो मन मेरा भी करता है पर डर भी रहता है कहीं कुछ हो ना जाए.
इसीलिए मैं अपने बॉयफ्रेंड से तो बात करती हूं लेकिन उसने मुझे कई बार सेक्स के लिए कहा लेकिन मैं नहीं मानी क्योंकि अच्छे घर की लड़की हूं यह सब मेरे संस्कार में नहीं आता. फिर एक दिन मैंने ऐसी नेट पर भाई-बहन की स्टोरी पढ़ी पहले तो मैं सोच कर दंग रह गई यह सब रियल लाइव में भी होता है.
फिर ऐसी मैंने बहुत सारी कहानियां पढ़ी जिससे मेरे मन में गलत विचार आने लगे और मैं अपने भाई के लिए गलत गलत सोचने लगी और कैसे ना कैसे करके ना उसके साथ सेक्स करना चाहती थी. क्योंकि अगर उसके साथ किया तो मेरी सेक्स की तमन्ना भी पूरी हो जाएगी और घर की बात घर पर ही रहेगी.
मैं अपने भाई से काफी डरती हूं क्योंकि वह थोड़ा स्टिक टाइप का है लेकिन मैं उसे खुलकर बता नहीं पा रही थी. मैंने सोचा अगर मैं उसके साथ करना चाहती हूं तो मैं उसके साथ कैसे करूं जब भी मैं उसे चाय देने जाती उसके रूम पर तो उसका लंड हमेशा खड़ा रहता था जो कि साफ साफ अंडरवियर पर दिखाई देता था.
मैं बार-बार उसके लंड को देखि रहती उसका लंड काफी बड़ा था जब नॉर्मल में उसका इतना बड़ा था तो खड़ा होने के बाद कितना होगा यह सोच कर मैं पागल होने लगी. फिर इसी तरह मैं रोज उसके कमरे में काम करने के बहाने जाति और उसको देखते रहती है वह जब भी नहाने के लिए जाता वह कपड़े चेंज करता उसका लंड अंडरवियर पर साफ साफ दिखाई देता था.
जिससे उसकी लंड की और देखे रहती थी उसका टाइट तना हुआ लंड कम से कम 8 इंच का होगा. मैं जब भी नहाने जाती कभी-कभी मुझे भाई का अंडरवियर मिल जाता था मैं उसकी खुशबू सुनकर मजे करती थी और जीप से उसे चार्ट लेती थी उसमें उसका का स्पर्म लगा रहता था.
Bhai के अंडरवियर को अपनी चूत में रगड़ तिथि और उसका 8 इंच का लैंड इमेजिन करती उंगलियां करके अपने को शांत करती मैं उसके साथ सेक्स तो करना चाहती थी और कैसे बोलो उससे मैं बहुत डरती थी. फिर मेरे दिमाग में एक प्लान आया मैंने सोचा क्यों bhai को उसको पटाया जाए .
फिर मैंने छोटे-छोटे कपड़े पहनने स्टार्ट कर दिया जब भी वह घर पर अकेला होता मैं उसके रूम पर झाड़ू लगाने के बहाने अपने बूब्स उसको दिखाया करती थी. जिससे वह इग्नोर करता था चुप चुप कर मेरी बूब्स निहारता था. मैं उसको सिग्नल देने लगी कभी-कभी वहां कुछ काम कर रहा होता तो मैं काम करने के बहाने उसके लंड पर अपनी गांड टच किया करती थी.
जिससे वह मुझे साफ-साफ महसूस होता था कि वह उसका लंड है मैं अनजान बनी रहती थी. बस मुझे कैसे ना कैसे करके उसके लंड को देखना था जो कि अभी तक मैंने उसके कच्चे पर ही देखा है. फिर करीबन 1 हफ्ते तक मैं उसको अपनी ऐसी बूब्स दिखा रही थी और कभी कभी उसके बगल में लेट कर उससे चिपक कर अपने आप को गर्म कर लेती.
फिर धीरे-धीरे या खेल बढ़ने लगा वह भी मुझे कभी कभी चिपकने के बहाने टच कर लिया करता फिर मैं अभी भी कंफर्म नहीं थी. फिर मैंने उसके रूम पर अपनी ब्रा पेंटी यूज करी हुई रखना शुरू कर दिया मैंने सोचा देखते हैं कि भाई क्या करता है मेरा भी आईडिया काम करने लगा.
जब मैं अपनी ब्रा पेंटी धोने के लिए ले गई तो मैंने उसमें देखा कि मेरी ब्रा पेंटी पर चिपचिपा सब कुछ लगा हुआ है जो एकदम गाढ़ा सफेद कलर का था जो कि बहुत प्यारा था मुझे पता था कि यह भाई का स्पर्म है मुझे बहुत खुशी हुई कि भाई ने यह सब किया मैंने एक ही बार में उसका सारा लगा हुआ स्पर्म चाट कर साफ़ कर दिया.
फिर इसी तरह मैं रोज अपनी पेंटी पर फिंगरिंग कर कर अपनी पेंटी उसके रूम पर रख देती और अपना सारा स्पर्म उस पर छोड़ देती , और जब सुबह देखती तो उस पर मेरे स्पर्म से भी गाढ़ा सफेद कलर का दुगना स्पर्म मुझे दिखता था अब मुझे साफ साफ पता चल गया था कि भाई मेरे साथ सेक्स करना चाहता है.
पर मुझे बहुत डर था उसे बताऊं कैसे अभी भी टाइम था इतनी जल्दी जल्दबाजी नहीं करना चाहती थी! फिर करीबन रात के 1:00 बजे मैं पेशाब करने बाहर गई उसके रूम का दरवाजा खुला हुआ था आपका अपना कच्चे से लंड निकाल कर सहला रहा था क्या लंड था भाई का इतना बड़ा उसका 8 इंच का लंड 3 इंच मोटा वाह मजा आ गया.
मैं चुपचाप उसका तमाशा देखते रहे जो कि वह फोन में प्रोन देखकर अपना लंड चला रहा था और ऊपर नीचे कर रहा था फोन की लाइट के उससे मुझे उसका लंड साफ साफ दिखाई दे रहा था मन तो कर रहा था कि अभी जाऊं और पकड़ कर चूस लो वह लगातार अपना लंड जा रहा था हिला रहा था.
करीबन 5 मिनट बाद वहां झड़ गया उसका बहुत ज्यादा स्पर्म निकला उसे पता ना चल जाए इस डर से मैं वहां से भाग गई और चुपचाप अपने रूम में गई वहां सीन देख मैंने अपने आप को कंट्रोल किया वापिस अपने रूम में जाकर उंगली करने लग गई बार-बार मुझे उसी के लंड का ख्याल आने लगा और अब कुछ भी हो जाए मुझे उसका लंड लेना था भले ही मैं वर्जन हूं.
अगले दिन सुबह सब नॉर्मल हुआ मैं पहले की तरह उसी को अपने बूब्स दिखाते हैं झाड़ू लगा रही थी और भाई मेरे बूब्स को को घूर रहा था और मैं और मैं भी उसे साफ-साफ अपने बूब्स दिखा रही थी फिर नॉर्मल दिन निकला और रात को खाना खाने के बाद मैं अपने रूम में वापस आ गई तब तक मैं अपने बॉयफ्रेंड से चैट कर रही थी.
चैट करते-करते मुझे उसके साथ कुछ इंटरेस्ट सा नहीं लग रहा था फिर में सेक्स स्टोरी पड़ने लगी भाई बहन वाली और अपने उंगलियां करने लगी और बार-बार भाई के 8 इंच का लैंड मेरे दिमाग में आ रहा था पर मुझे उसके रूम में जाने की हिम्मत नहीं हुई.
फिर मैंने एक फेसबुक पर फेक आईडी बनाई भाई को रिक्वेस्ट भेज दी और मैंने सेक्स चैट के लिए कहा उसका कुछ रिप्लाई नहीं आया मैंने उस पर लिखा था क्या आप मेरे साथ सेक्स कर चैट करना चाहोगे फिर सुबह उसका रिप्लाई आया कौन हो आप फिर मैंने कहा मैं मैं शिवानी हूं क्या आप मेरे साथ सेक्स चैट करना चाहोगे.
मैंने बिना कुछ सोचे उसको सीधा वीडियो कॉल कर दिया मैंने सोचा क्या पता वह दिखा दे पर कुत्ता बहुत तेज था उसने कुछ नहीं दिख रहे हो और कॉल काट दी फिर बोला अगर तुम कर लो पहले तुम दिखाओ फिर मैंने हां कह दी मैं बिस्तर में थी और मैं लाइट भी ऑन नहीं कर सकती थी क्योंकि मैं मेरे दादा जी और दादी जी के रूम पर सोती हूं.
फिर मैंने उसे हां कह दी और बिस्तर के अंदर मैंने अपनी टीशर्ट ऊपर करके उसे सीधा वीडियो कॉल पर सीधा अपने बूब्स दिखा दिए वह बोला अरे आप सच में लड़कि दिखाओ ना और और मैंने बोला अब तुम दिखाओ भाई बोला साथ में दिखाते हैं फिर उसने अपना थाना हुआ लंड अपने कच्चे से बाहर निकाला.
मैं पागल हो गई और मैं अपने बूब्स को प्रेस करके उसे दिखा रही थी फिर करीबन 5 मिनट बाद उसका सारा माल निकल गया मैसेज आया मुझे अपनी चूत दिखाओ मैं डर गई और मैंने कॉल काट दी थोड़ी देर बाद उसका फिर मैसेज आया बोलो ना बाबू क्या है फिर हमें रात भर बातें ही जैसे कि तुम कहां रहते हो क्या करते हो तुम्हारा बॉयफ्रेंड है नहीं है.
मैंने उसे साफ साफ कह दिया मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है आपको मेरे साथ सेक्स चैट करना है तो करो तो भाई बोला क्या आप मुझे मिल सकते हो कि हम रियल में भी कर सकते हैं तो मैंने ना कह दिया मैंने कहा करना है तो यही करो क्योंकि मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी और भाई और भाई मुझे लंड की फोटो भेजने लगा और मुझसे फोटो मांगने लगा.
मैंने ना कह दिया क्योंकि अब हमसे जरा सा भी शक होता तो सारा खेल बिगड़ जाता मुझे भी अजीब सा लगा कर मैंने भाई को नाराज कर दिया अगले दिन भाई फिर मैसेज आया वह बार-बार मुझे मैसेज करे जा रहा था पर मैंने कोई रिप्लाई नहीं दिया उसके बाद मैंने वह आईडी लॉगआउट करके बंद कर दी.
करीबन रात के 1:00 बजे मैं चुपचाप जब सब सो रहे थे उसके रूम पर गई एक तरफ से मैं उदास भी देखी मैंने भाई को नाराज किया दूसरी तरफ से मुझे कैसे ना कैसे करके उसके साथ बस सेक्स करना था वहां वह कच्चे पर लेटा था पर मैंने कैसे ना कैसे हिम्मत करके फर्स्ट टाइम उसके कच्चे के बाहर से लंड पर अंगुली टच की लैंड टाइट और हल्का सा सॉफ्ट था.
पहले मैंने चेक किया कि भाई सोया है या नहीं फिर धीरे-धीरे मैं उसके कच्चे के बाहर से उसके लंड पर उंगलियों से सहलाने लग गई वो कोई रिस्पांस नहीं दे रहा था भाई गहरी नींद पर था तो मैंने सोचा क्यों ना अब भाई का लैंड निकाल के चौसा जाए क्योंकि मैं बहुत गर्म हो चुकी थी कौन मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था.
फिर मैंने सोचा जाओगे देखी जाएगी मैंने उसका कच्चे धीरे-धीरे नीचे किया और उसका का लंड अपने हाथ में लिया और धीरे-धीरे उसको हिलाना शुरू कर दिया ताकि मैं उसका खड़ा लैंड देखो उसके बाद कुछ ही सेकंड में उसका लंड तन के एकदम खड़ा हो गया लाइफ में पहली बार किसी का लैंड पकड़ा.
उसके लड़ के बांके का टोपा एकदम कोमल था और वह पिंक कलर का था वाओ मैं जब हिला रही थी उसका तरल पदार्थ निकलने लग गया जो कि पानी जैसा था इससे पहले bhai का स्पर्म निकले मैंने सीधा भाई का लंड अपने मुंह में ले लिया तभी मुझे शक हुआ भाई की सांसे तेज हो रही है फिर मैंने कैसे ना कैसे हिम्मत करके उसका लंड चूसा.
मुझे पता था कि भाई जगा हुआ है और मैं भी उसको सोया हुआ समझकर चुस्ती रही चूसते चूसते करीबन 5 मिनट बाद उसका सारा स्पर्म मेरे मुंह पर झड़ गया वहां क्या फीलिंग थी वह फिर मैंने चुपचाप उसका कच्ची पहना दिया और भाई जैसा नॉर्मल था वैसा ही उसको रजाई उड़ा कर वहां से चली गई आज रात तो मजा ही आ गया .
अब ऐसा रोज का होने जब सब सो जाते मैं चुपचाप रात को उसके रूम में जाकर उसका लंड चूस कर उसका सारा पानी पी जाती करीबन 5 दिन तक मैंने ऐसी किया अब मुझे भाई का लंड अपनी चूत मैं भी चाहिए था लेकिन मुझे पता था जब मैं उसके साथ ऐसा करते हो तो जगह रहता है पर कुछ बोलता नहीं.
अब मेरी भी हिम्मत और बढ़ गई मैं रोज की तरह ऐसी कर रही थी फिर मैंने उसके धीरे से कान में बोला भाई क्या तुम मेरे साथ करोगे तो वह चौक गया और मैंने सीधा लिप किस करने लगे मैंने उसको इतनी हॉट किस करी अब वह मेरा भी साथ देने लगा और हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे किस करते करते हैं आप भाई ने मेरे बूब्स को देखा और मेरे बूब्स को चूसने लगा.
चूसते चूसते वह इतना चूस रहा था मैं पागल हुए जा रही थी तेरे भाई ने मेरे नीचे से पेंटी उतारे और मेरी चूत में उंगली करने लगा और अपनी जेब से मेरी चूत को सहलाने लगा और मैं आवाज निकाल रही थी aahaaahhaaaa aaahhhaaa aaah aaahhh aah bhaiya aaahaaah भाई ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और बोला कोई जाग जाएगा.
मेरी चूत पर अपनी गरम जीभ से से सहलाने लगा करीबन 5 मिनट तक उसने चौसा और मैं जुड़ गई उसके बाद मैंने सीधा उसका लंड पकड़ ही रहने लगे मैंने उसका मोटा लंबा लंड 8 इंच का अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी भाई बोला चल सेक्स करते हैं पर मुझे डर भी था क्योंकि मैं वर्जन थी मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी.
फिर मैंने भाई का मुंह पर लेकर भाई को दो बार स्पर्म निकालना उसके बाद मैं अपने रूम में जाकर सो गई फिर सुबह उठे मने एक प्लान बनाया भाई और मैं होटल में जाकर सेक्स करें भाई बोला ठीक है फिर हमने कॉलेज का बहाना बनाकर हम दोनों कॉलेज बंक करके होटल चल दिए.
हमने एक रुम लिया फुल तैयारी के साथ तुम हां हमने सेक्स किया में सूट और सलवार में थी मैंने रूम के अंदर भाई की पेंट उतारी लंड हमला बोल दिया और चूसने लगी खूब करके सिसकियां ले रही थी और भाई भी हम आज ही निकाल रहा . भैया भी मेरा साथ देने लगा उसने मेरी और मेरे बूब्स चूसने लगा और दबाने लगा और सहलाने लगा.
मुझे खूब मजा आ रहा था हम दोनों एक दूसरे का भरपूर साथ दे रहे थे उसके बाद उसने मेरे सलवार उतार दी और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा उसने मेरी पैंटी के अंदर हाथ डाला और फिंगरिंग करने स्टार्ट कर दी उसके बाद उसने मेरी पेंटी उतारी और अपना लंड सीधा मेरी चूत पर रगड़ने लगा.
मुझे बहुत अजीब लग रहा था और डर भी लग रहा था क्योंकि मैं भी क्योंकि वर्जन थी भाई ने जोरदार धक्का लगाया उसका थोड़ा लंड मेरी चूत दे गया और बहुत तेज दर्द होगा उसका लंड मेरी चूत पर जा नहीं रहा था मेरे आंखों से आंसू आने लगे भाई ने फिर जोरदार धक्का लगाया और अपना एक ही बार में पूरा लंड मेरी चूत पर डाल दिया.
और मैं चिल्ला पड़ी कि भाई छोड़ दूं प्लीज भाई नहीं मानने वाला था क्योंकि उसे इन चीजों का पहले से ही एक्सपीरियंस ए था उसकी कोई बंदी रह चुकी हैं वह बोला मेरी बहन चिंता मत कर बस थोड़ा सा और उसके बाद मेरा खून निकलने लगा और भाई लगातार मेरे लंड डाल रहा था अब उसने अपनी स्पीड बढ़ाना चालू कर दिया.
अब मुझे धीरे-धीरे मजा आने लग गया हमने भी धीरे-धीरे सिसकियां ले रही थी और आवाजें निकाल रही थी aaah aah aaaaa AAA fuck me. Bhai aaaahaaahaaahaa. Aaah aaahaahaa haaah और भाई के बाल पकड़कर उसे चूम रही थी मुझे चूमते हुए अपने लंड से धक्का लगा रहा था aahaaahaaahhaaah aaah bhaiyaaa baaaahaaah aahhh और मुझे काफी मजा आने लगा.
उसके बाद में झड़ गई लेकिन भाई अभी तक नहीं जुड़ा था वह लगातार मेरे चूत लंड डाले जा रहा था कमी ना जरा सा भी उसे तरस नहीं आया उसके बाद उसने मेरे को ऊपर आने के लिए कहा हमने उसके लंड के ऊपर बैठ गई और सवारी करने लगी आगे पीछे ऊपर नीचे और आवाज निकालने लगे और लंड के ऊपर उछल रही थी और अपनी चूत मैं लंड ले रही थी.
इतना इतना बड़ा लंड था मजा भी आ रहा था और दर्द भी हो रहा था उसके बाद भाई ने मुझे धक्का और मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे फिर से धक्के लगाए जा रहा था मेरी चूत पर उसके बाद भाई ने मेरे बूब्स पर अपना सारा माल निकाल दिया उसके बाद हम दोनों ने दो तीन बार और सेक्स किया उसके बाद हमने कपड़े पहने और अपने घर की ओर चल दिए.
अब हम रोज सेक्स करते हैं जब भी हमारा मन हो तो होटल में चले जाते हैं और जब भी मेरा मन हो मैं भाई को घर में कभी भी लंड निकाल कर चूस लेती हो और भाई भी कभी भी मेरे बूब्स को दबा लेता है वह मेरी चूत में ऊंगली कर लेता है हमें जब भी मौका मिलता है हम एक दूसरे को कहीं भी न लेते हैं.
उसके बाद हमने कई बार सेक्स किया अब हमको सेक्स करते और खूब मजे करते हैं जब भी मौका मिलता है मैं अपने भाई के रूम में जाकर उसका लंड अपने मुंह पर ले लेती हूं बीच रात पर अब हम दोनों की लाइफ सही चल रही है आशा करती हो आपको मेरी कहानी पसंद आई होगी धन्यवाद.