मेरा नाम रमन है और मेरी बीवी रोजी है. मैं बीवी के साथ एक स्माल टाउन में रहा करता था. हमारे पास एक बेडरूम, एक बैठक, किचन और बाथरूम था.
मैं एक ऑफिस में काम कर रहा था और मेरी बीवी घर पर ही रहती थी.
शादी के 3 साल बाद, मेरी पत्नी गर्भवती हो गई.
मेरी सास ने मेरी साली को हमारे साथ रहने और अपने काम में रोजी की मदद के लिए भेजा.
साली का नाम गुलाब था. वह वास्तव में अद्भुत थी और वास्तविक गुलाब की तरह दिख रही थी. वह सिर्फ 19 साल की थी.
उसके होंठ लाल गुलाब की तरह थे. उसके दोनों स्तन उसके तंग कपड़े में बड़े और गोल दिख रहे थे.
मैंने रोजी से कहा- तुम्हारी छोटी बहन अब बड़ी हो चुकी है और उसे शादी करने की जरूरत है.
रोजी ने जवाब दिया- मेरे पिता उसके लिए लड़का ढूंढ रहे हैं. वह कुछ महीनों के लिए यहां रहेगी इसलिए हमें उसके लिए अलग सोने की व्यवस्था करनी चाहिए.
मैंने जवाब दिया- हां बेशक, हमें ऐसा करना चाहिए.
रोजी ने मुझसे कहा- तुम उसे अपने साथ ले जाओ और उसके लिए कुछ कपड़े खरीद दो.
अगले दिन मैं उसे अपनी मोटर बाइक पर ले गया.
बाइक पर बैठने के दौरान मैंने अपनी साली से कहा- तुम मुझे पकड़ लो वर्ना तुम गिर सकती हो.
बाजार बहुत दूर था और सड़क खराब थी. सड़क के ऊपर अचानक ब्रेक लगाने से वह मुझे कस कर पकड़ लेती थी.
ऐसा करने में उसके स्तन मेरी पीठ से दब जाते थे और मुझे इसका अहसास होता था.
कुछ समय बाद हम बाजार पहुंचे.
मैं उसे एक आधुनिक कपड़े की दुकान पर ले गया.
मैंने उसे अपने लिए कपड़े चुनने को कहा लेकिन उसने मुझे अपनी पसंद का कपड़े लेने को कहा.
फिर मैंने दुकानदार से लड़की के लिए कुछ अच्छे कपड़े दिखाने के लिए कहा.
मैंने कुछ गर्मियों के कपड़े पसंद किए जो उसे भी पसंद थे. मैंने उसके लिए कुछ पतले और तंग फिटिंग वाले कपड़े भी खरीदे.
खरीदारी करने के बाद हम घर लौट आए.
मैंने उसके लिए अलग कमरा रेडी कर दिया.
ये हमारे कमरे में एक लकड़ी का पार्टीशन खड़ा करके बनाया हुआ था.
अगली रात के दौरान बिजली गुल हो गयी थी. रोजी ने कमरे में एक दीपक जलाया.
गुलाब ने आवाज देकर कहा- मुझे अब रोशनी की जरूरत नहीं है और मैं सोना चाहती हूँ.
दोनों कमरों में कोई भी दूसरे कमरे से स्पष्ट रूप से ध्वनि सुन सकता था.
मेरी बीवी ने अपनी बहन की आवाज सुनकर दीपक बुझा दिया.
अगले दिन गुलाब ने मेरी बीवी से उस कमरे में सोने से मना कर दिया.
उधर उसे हवा की कुछ दिक्कत हो रही थी.
अगले दिन रात के 10 बज रहे थे.
रोजी ने अपनी बहन को अपने कमरे में बुलाया और खुद के साथ कुछ देर सोने के लिए कहा.
वह आ गई और अपनी बहन के साथ सो गई.
जब रोज़ी को लगा कि वह सो गई है तो हमेशा की तरह रोज़ी ने मेरा लंड बाहर निकाल लिया और मालिश करने लगी.
वह ऐसा किए बिना कभी नहीं सोई.
मैंने उससे कहा- तुम इसे छोड़ दो क्योंकि साली बगल में लेटी है.
लेकिन उसने मुझसे असहमत होकर कहा कि वह सो गई है. चिंता मत करो. वह कोई दिक्कत नहीं करेगी.
मैं चुप रहा और उसे अपना काम करने दिया.
मालिश करने के दौरान मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैं अपनी साली को चोदने के सपने देखने लगा तो मेरा लंड फुंफकारने लगा.
मेरे लंड की छाया दीवार पर दिख रही थी जो भयंकर लग रही थी.
मेरी बीवी ने मुझे उस छाया को देखने के लिए कहा और पूछा- आज यह इतना बड़ा और फुंफकार क्यों रहा है?
मैंने ऐसा इसे पहले कभी नहीं देखा था. अगर मेरी बहन इसे देखेगी, तो वह क्या सोचेगी?
इस पर मैंने जवाब दिया- यह अच्छा होगा यदि वह इसे देख लेती. लेकिन वह सो गई है. आखिर उसे भी तो पता चलना चाहिए कि बड़ा लंड कैसा दिखता है.
मेरी बीवी ने लंड पर एक कपड़ा डाला और ढक दिया.
फिर हम दोनों सो गए.
जब हम सुबह उठे तो उसकी बहन अपने बिस्तर पर जा चुकी थी.
मैंने उससे पूछा- तुम हमारे बिस्तर से क्यों चली गई थीं? क्या तुम्हें नींद नहीं आई?
उसने मुस्कुराते हुए कहा- मैं रात में तब आ गई थी, जब आप दोनों सो रहे थे.
मैं उसकी इस मुस्कुराहट का कुछ मतलब निकालने लगा.
कुछ देर बाद मैं ऑफिस आ गया और शाम 6 बजे के बाद वापस आया.
मैंने गुलाब के कमरे में एक टेबल फैन लगा दिया था जिससे उसे अच्छी नींद आ सके.
उस दिन गुलाब ने नई पतली और टाइट फिटिंग ड्रेस पहन रखी थी.
मैंने गुलाब से पूछा- क्या तुम कहीं बाहर जाने के लिए तैयार हो रही हो. तुमने बहुत सुंदर ड्रेस पहन रखी है.
उसने जवाब दिया- नहीं, मैं आपको ये कपड़े पहन कर दिखाना चाहती थी, जो आपने मेरे लिए खरीदे थे. आप बताओ जीजा जी … मैं कैसी लग रही हूँ?
अब मैंने उसके पूरे शरीर को देखा और कहा- तुम परी जैसी दिख रही हो.
मेरी बात सुनकर उसने शर्म महसूस की और कहा- जीजू आप झूठ बोल रहे हो.
मैंने जवाब दिया- नहीं गुलाब, मैं सच्ची बात बोल रहा हूं. तुम्हारे यहां आने के बाद मैं कुछ और जवान महसूस करने लगा हूँ.
वो धत्त कह कर चली गई.
अब मुझे कुछ कुछ लगने लगा था कि इसने रात को मेरा लंड देख लिया है और इसी वजह से ये मेरे साथ खुलना चाह रही है.
उस रात को मैं अपनी बीवी के साथ अपने कमरे में आया.
मैंने अपनी बीवी को बैठा दिया और उसके स्तन और चूत पर हाथ फेरने लगा.
लेकिन उसने मेरा हाथ हटा दिया और कहा- मैं आज चुदाई का काम नहीं करूंगी क्योंकि मेरी बहन बगल के कमरे में सो रही है.
फिर मैंने उससे यह कहते हुए जोर दिया कि वह अपने कमरे में सो रही है, जबकि कल तो वो अपने साथ ही सो रही थी. जब वो कल नहीं उठी थी तो आज कैसे उठ सकती है.
मेरी इस दलील पर मेरी बीवी चुप रही और उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया.
जब मेरा लंड गर्म हो गया तो उसने चोदने को कहा लेकिन गर्भवती होने के कारण उसने धीरे-धीरे लंड पेलने को कहा.
मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और जोरदार धक्का मार दिया.
मेरी बीवी ने आह करते हुए कहा- अरे यार धीरे धीरे चोदो न … मेरी आवाज निकलेगी और मेरी छोटी बहन जाग जाएगी.
लेकिन मैंने धक्का देना जारी रखा.
वो अपने दर्द के लिए मेरे बड़े लंड की शिकायत कर रही थी पर साथ ही साथ मुझे चोदने के लिए भी सहयोग कर रही थी.
चुदाई के दौरान मैंने गुलाब की खूबसूरती की तारीफ की.
उसने मुझसे कहा कि- बेशक वह माल हो गई है, लेकिन तुम क्या चाहते हो?
तब मैंने उससे कहा- अगर तुम सहमत हो तो मैं तुम दोनों के साथ एक ही समय पर सोना चाहता हूँ. आखिरकार वह मेरी साली है और ऐसा करने में कुछ भी गलत नहीं है.
मेरी बीवी ने गांड उठाते हुए कहा- आप उससे पूछ सकते हैं … और अगर वह भी राजी है, तो मुझको कोई समस्या नहीं है.
इसी के साथ मेरी बीवी झड़ने के करीब आ गई थी.
मैंने चुदाई रोक दी और उसको साली को जगाने और उससे चुदाई की पूछने के लिए जोर दिया.
मेरी बीवी पहले चुदाई पूरी करने के लिए कह रही थी.
मगर मैं नहीं माना.
अंत में उसने गुलाब को आवाज देकर कमरे में बुलाया और उससे पूछा.
उसने कुछ समय तक बात नहीं की और कहा कि आप दोनों को जो भी फैसला ठीक लगे, मेरी उसी में हां है.
मैंने समझ लिया कि गुलाब को लंड चाहिए. मैंने बीवी से कहा- अब किसी को कोई आपत्ति नहीं है. अब हम तीनों को अब इसी कमरे में सोना चाहिए.
मेरी बीवी मान गई.
मैंने अपनी बीवी की प्यास बुझाई और लंड निकाल कर अपनी मैंने साली के मम्मों को छुआ.
मेरी साली गुलाब के मम्मे बड़े ही मस्त और आकर्षक थे.
मैंने उसका ब्लाउज खोला और हाथ से सहलाने लगा.
मेरी पत्नी एक तरफ बैठ कर देख रही थी.
मैंने उसकी बहन से कहा- गुलाब आज रात तुम्हारी है.
मेरी बीवी उठ कर बाथरूम में चली गई. उसे टॉयलेट रूम में ज्यादा समय लगा.
साली कहने लगी कि शायद उसकी बहन रोजी मेरे यहां होने से खुश नहीं है.
मैंने कहा कि उसकी चिंता मत करो. वह बहुत समझदार महिला है और हमारा सहयोग करेगी.
मैं लंबे समय तक रस से भरे उसके मस्त स्तन को सहलाता और चूसता रहा.
मैंने अपनी साली की चूची को अपने दांतों से काट लिया. तो वो आह आह करने लगी.
मेरी साली ने मेरे लंड को छुआ और कहा- कि मैंने कल आपका खड़ा लंड उस समय देखा था, जब मेरी बहन आपके लंड की मालिश कर रही थी. बड़ा भयंकर लग रहा था.
ये कहते हुए गुलाब ने मेरी पैंट से मेरा लंड बाहर निकाल लिया और उसे बड़ी हैरानी से देखने लगी.
तभी मेरी पत्नी वापस आ गई और उसने अपनी बहन से पूछा- क्या हुआ गुलाबो … तू अपने जीजा जी का लंड इतनी गंभीरता से क्यों देख रही है?
गुलाब ने मेरी बीवी से कहा- दीदी यह बहुत बड़ा लंड है. आप इसे कैसे सहन कर लेती हो?
मैंने फिर से अपनी साली को समझाने की कोशिश की कि मर्द के लंड से लड़की को केवल एक बार दर्द होता है. बाद में चुत और लंड अपना रास्ता खुद ही बना लेते हैं. तुम चाहो तो अपनी बड़ी बहन के अनुभव पूछ सकती हो.
तब मेरी बीवी ने उसे पहला अनुभव बताया और उसे चुदने के लिए तैयार कर लिया.
गुलाब ने फिर से मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.
मैंने उससे लंड चूसने के लिए कहा.
उसने ऐसा करना शुरू कर दिया.
फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह से निकाला और उसे पीठ के बल चित लेटने को कहा.
अब तक मैंने उसकी पैंटी को भी निकाल दिया और अपनी जीभ उसके बुर पर रख कर चुत चाटने लगा.
कुछ समय बाद मुझे लगा कि वह गर्म हो गई है और उसे चोदना चाहिए. साथ ही उसने खुद भी मुझे अपना लंड डालने को कहा.
‘ठीक है मेरी जान गुलाब, मैं तुम्हें अपने लंड के लिए और अधिक इंतजार नहीं करवाऊंगा.’
मैं उसकी दोनों जांघों को खोल कर बीच में बैठ गया.
उसकी चुत के आसपास बहुत कम बाल थे. यह मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी बुर के छेद पर रख दिया.
मेरी बीवी ये सब देख रही थी. उसने अपनी बहन से कहा- गुलाब अब तुम जीजा के भयंकर लंड के लिए तैयार हो जाओ.
मेरी बीवी ने मुझसे भी कहा- मेरी छोटी बहन बहुत नाजुक है, उसे चोट न पहुंचान देना.
जैसे ही मेरे लंड का सुपारा मेरी साली की कुंवारी बुर में घुसा, उसने कसमसाते हुए कहा- आंह दर्द हो रहा है.
मेरी बीवी ने अपनी बहन को मेरा धक्का बर्दाश्त करने के लिए प्रोत्साहित किया.
गुलाब मुस्कुरा कर चुप हो गई.
फिर मैंने उसके पूरे शरीर को दबाया और जोर का धक्का दे दिया. उसकी चीख निकल गई और जोर जोर से रोने लगी.
गुलाब अपनी बहन से मुझको रोकने के लिए कहने लगी.
मेरी साली की चुत की सील टूट गई थी और खून आ रहा था लेकिन मैंने जोर से धक्का देना बंद नहीं किया.
कुछ समय बाद उसने राहत महसूस की और मुझे और अपनी बहन को देखकर मुस्कुरा उठी.
अब मेरी साली ने मुझसे कहा- आह जीजा जी मजा आ रहा है … आ आह आप मस्ती से मुझे चोदते रहो … बस इतना ख्याल रखना कि मेरे अन्दर न झड़ जाना.
मैंने यही किया.
कुछ देर बाद मेरी साली झड़ गई.
उसके कुछ देर बाद मैंने अपना लंड निकाल कर अपनी बीवी के मुँह से लगा दिया और मेरी Xxx वाइफ ने मेरे लंड का माल खा लिया.
इस चुदाई से हम सभी बहुत संतुष्ट और खुश हो थे.
इस दिन के बाद जब भी मैं अपनी साली की तरफ देखता था तो वह मुस्कुरा देती थी लेकिन बोलती नहीं थी.
मैंने उससे पूछा- क्या तुम मुझसे खुश नहीं हो.
उसने जवाब दिया कि आप बहुत मजबूत और अच्छे मर्द हैं. कुछ समय बाद मेरी शादी हो जाएगी. मैं अपने पति के घर जाने के लिए तैयार हूं. अगर मुझे आपके जैसा पति नहीं मिला, तो मैं जिंदगी भर पछताऊंगी. इसलिए मेरा निवेदन है कि आप, अपने जैसे व्यक्ति को मेरे पति के लिए खोजें.
मैंने कहा- तुम्हारे लिए मैं अपने से भी ज्यादा मजबूत मर्द खोज दूंगा गुलाब. ये तो बताओ कि तुम्हें मैं बिस्तर में कैसा लगा था?
इस पर गुलाब ने झेम्पते हुए कहा- मेरी बड़ी बहन आपसे बहुत संतुष्ट और खुश हैं. उस रात को आप मेरी बहन के साथ बेहद खुश थे. आप दीदी से मुझे साथ में चोदने की बात कर रहे थे. मुझे आपकी वो बात बहुत पसंद आई थी.
मैंने गुलाब को अपनी बांहों में भर लिया लेकिन उसका मुझसे चुदने का मन नहीं था तो मैंने उसे जाने दिया.
एक रात मेरी बीवी हमेशा की तरह मेरे लंड की मालिश कर रही थी. वह गुलाब के बारे में बात कर रही थी.
उसने कहा- मैंने आपकी योजना को स्वीकार करके गलती की है. बिना शादी के तुमने मेरी बहन की सील तोड़ दी. यह अच्छा नहीं था. उसके पति को शक हो सकता है.
तब मैंने उसे हाइमन के बारे में आधुनिक सोच बताई और उससे कहा- कोई तनाव मत लो. अब मुझे आपके पिता को गुलाब के लिए एक आधुनिक लड़का खोजने में मदद करनी चाहिए.
इस पर मेरी बीवी बोली- ओके मगर आपको एक वादा करना होगा. जब तक वह यहां है, आप फिर से इसी तरह की बात नहीं दोहराएंगे.
मैंने कहा- ठीक है मेरी प्यारी रोजी, चिंता मत करो. मैं तुम्हारी सहमति के बिना ऐसा कोई काम नहीं करूंगा. लेकिन मेरी एक इच्छा है, जिसे तुमको पूरा करना होगा.
रोजी ने मेरी इच्छा पूछी और कहा कि मैं किसी भी हालत में आपकी इच्छा पूरी करने के लिए तैयार हूँ.
‘ठीक है मेरी प्यारी पत्नी, मेरी इच्छा बहुत सरल है और उससे तुमको कोई समस्या भी नहीं होगी.’
रोजी- क्या इच्छा है?
मैं- शादी के बाद अभी तक मैं तुम्हारी गांड चोदने का इंतज़ार कर रहा हूँ लेकिन तुम कभी नहीं मानी. अब मेरे प्रस्ताव के संबंध में अपना अंतिम निर्णय बताओ.
रोजी ने मुझसे कहा- तुम पागल हो और बहुत बड़े चुदक्कड़ हो. मेरी बहन को चोदने के बाद भी संतुष्ट नहीं हुए हो और अब मुझे सता रहे हो. लेकिन कोई बात नहीं मैं इस इच्छा को पूरी करूंगी.
मुझे यह सुनकर खुशी हुई.
उसने कहा- हालांकि मैं बहुत ज्यादा दर्द और अस्वास्थ्यकर संभोग से डरती हूँ. मैंने बहुतों से सुना है कि गांड मराने में दर्द होता है.
मैंने उसकी सारी सूचनाओं को गलत बताते हुए समझाया और गांड चुदाई के तथ्य और फायदे बता कर साफ़ कर दिया.
मेरे इतने समझाने पर भी वह पूरी तरह से सहमत नहीं थी. उसने कहा- मैं अभी भी डरी हुई हूँ.
मैंने कहा- मैं तुम्हारा पति हूँ कोई दुश्मन नहीं हूँ, यदि तुम्हें कुछ हुआ तो मुझे ही झेलना पड़ेगा. तुम बेफिक्र रहो, तुम्हें कुछ नहीं होगा.
उसने मेरी बात पर सहमति जताते हुए कहा- ठीक है. मगर जब मैं दर्द महसूस करूं तो तुम रुक जाना.
मैंने उसे आश्वासन दिया- ठीक है.
फिर उसने अपनी गांड और मेरे लंड पर थोड़ा सा तेल लगाया.
मैंने उसे घुटने टेकने के लिए कहा और जमीन पर हाथ रख कर कुतिया जैसी बनने के लिए कहा.
वो बन गई.
मैंने अपने लंड की सुपारी Xxx वाइफ की गांड के छेद पर रखी और थोड़ा जोर देकर अन्दर घुसाने की कोशिश की.
छेद फैलने से उसे दर्द हुआ और उसने जोर से चिल्ला दिया- आह लग रही है.
मैं रुक गया और उससे कहा- थोड़ा दर्द सहन करो. अन्यथा तुम्हारी बहन चीख सुन लेगी और वो हमारे कमरे में आ सकती है.
वो चुप हो गई.
मैंने उससे कहा- अब तुम अपनी गांड ढीली छोड़ दे और हिम्मत रखो. कुछ नहीं होगा. सिर्फ एक धक्का और झेल लो, फिर तुम्हारा सारा डर खत्म हो जाएगा.
ये कहते हुए मैंने फिर से जोर का धक्का दे दिया और मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया.
उसकी बहुत तेज आवाज में चीख निकल गई और वो बुक्का फाड़ कर चिल्लाने लगी.
उसकी चीख सुनकर उसकी छोटी बहन ने दरवाजा खोलने के लिए पीटना शुरू कर दिया.
मैंने इसी चिल्लपौं में लंड बाहर निकाल लिया.
रोज़ी सुबकती हुई दरवाजा खोलने के लिए उठी. मैंने उसे रोकने की कोशिश की पर वह नहीं रुकी.
उसने दरवाजा खोल दिया.
हम दोनों नंगे थे.
सामने गुलाब खड़ी थी.
उसने हम दोनों को नंगा देखा और अपनी बहन से पूछा- क्या हुआ है दीदी?
रोजी ने उससे कहा कि तुम अपने जीजा से पूछो कि उसने क्या किया है.
गुलाब ने मेरे लंड पर खून लगा देखा तो उसने लंड पर खून लगे होने का कारण पूछा.
पहले तो मैं झिझका लेकिन फिर मैंने गुलाब से सारी बातें बता दीं.
तब गुलाब ने मुझसे कहा- जीजा जी आपको मेरी बहन के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था.
मैं चुप रहा और अपना लंड सहलाने लगा.
अब मुझे कोमल की मस्त जवानी दिख रही थी.
कोमल ने मुझे खुद को घूरते देखा तो उसने मेरी तरफ से नजरें हटा लीं और अपनी बहन से बोली- दीदी ऐसा क्या गलत हो गया … आप जीजा के साथ सहयोग करें न … आपको थोड़ा दर्द बर्दाश्त करना चाहिए था.
उसे अपनी बहन को उस रात का अपना दर्द याद दिलाया.
फिर उसने मेरे लंड की तरफ देखते हुए कहा- अब आप दोनों अपने कपड़े पहन लो और इसे कोई मुद्दा मत बनाओ. आखिरकार आप यह कर चुके हैं. ये सम्भव नहीं है.
मैं कुछ नहीं बोला. बस कसमसाता रहा.
उसने मुझसे अपनी बहन को चोट न पहुंचाने का अनुरोध किया.
मुझे उस समय एक कहावत याद आ रही थी. मैंने उससे कहा- सुनो गुलाब, प्रेम और युद्ध में हर बात जायज होती है. बस किसी भी तरह आनन्द लेना चाहिए. बस मुझे यही कहना है. तुमने सुन लिया अब तुम जाओ.
उसने अपनी बहन से बस ये कहा- दीदी तुम्हें बर्दाश्त करना चाहिए था.
इस पर मेरी बीवी अपनी बहन गुलाब से फट पड़ी- सहन कैसे करूं … इनका इतना मोटा डंडा तू अपनी गांड में लेकर बता तो मैं तेरी बात मान जाऊंगी. तेरी गांड फट न जाए तो कहना.
अब मुझे उन दोनों बहनों की बातों में रस आने लगा था.
तभी मुझे अपने एक दोस्त की बात याद आई. उसने कहा था कि वो कोई सी क्रीम लगा कर गांड मारता है, जिससे दर्द नहीं होता है.
मैंने अपनी बीवी और गुलाब को बीच में रोकते हुए कहा- रुक जाओ … मेरा एक दोस्त किसी क्रीम या जैल को लगा कर गांड मारता है. मैं उससे वो क्रीम लेकर आता हूँ, फिर तुम दोनों की गांड मारूंगा. तब तक तुम दोनों अपना मन पक्का कर लो कि आज की तारीख में तुम दोनों को अपनी गांड मेरे लंड के रेडी रखना है.
मेरी बात सुनकर मेरी बीवी कुछ नहीं बोली.
मगर मेरी साली गुलाब कहने लगी- ये मेरी भूल थी कि मैं आप दोनों के बीच में पड़ी.
मैंने कहा- अब कुछ नहीं हो सकता है गुलाब … मैं बस अभी आता हूँ और तुम दोनों को मस्त मजा दूंगा.
ये कह कर मैंने कपड़े पहने और बाहर निकल गया.
दोस्तो अगली बार मैं आपको अपनी कहानी में लिखूंगा कि मैंने अपनी साली और बीवी की गांड कैसे मारी.