नमस्ते दोस्तो, मैं कुमार सोलापुर से आपके लिये हमारी पति पत्नी की चुदाई की और एक नई सच्ची कहानी लेकर हाजिर हुआ हूँ. जिसे पढ़कर आपकी तबीयत जरूर खुश हो जाएगी. हम दोनों पति पत्नी जल्दबाजी में की गई चुदाई कभी भी पसंद नहीं करते हैं. हम दोनों अपनी चुदाई बहुत ही आराम आराम से पूरा मजा लेते हुए करते हैं. मेरी प्यारी बीवी पूजा को मेरे लंड से अपनी चुत चुदवाना बहुत ज्यादा पसंद है. जबसे मैंने उसकी गांड का उद्घाटन किया है, तब से तो उसे अपनी गांड मेरे लंड से चुदवाना भी बहुत पसंद हो गया है.
आज मैं आपको बताऊंगा कि मैंने कैसे अपनी प्यारी बीवी की गांड को चोदा. यार सच कहूं गांड चोदने में बहुत मजा आता है. मेरी बीवी पहले गांड चोदने नहीं देती थी, वही अब मुझसे हफ्ते में दो बार अपनी गांड चुदवा लेती है.
वो 17 जनवरी का दिन था. सुबह साढ़े नौ बजे हमारी बेटी कॉलेज के निकल गई. बीवी ने दस बजे तक अपना सारा काम निपटा दिया. मैं सामने वाले रूम में बैठा था. बेडरूम से मेरी प्यारी बीवी ने मुझे आवाज देकर अन्दर आने को कहा. मैं बेडरूम में चला गया अन्दर का नजारा बहुत ही सेक्सी और लंड खड़ा कर देने वाला था. पूजा ने अपने एक पैर जमीन रखा था, दूसरा पैर घुटने से मोड़कर बेड पर रखा हुआ था. उसने अपनी साड़ी और पेटीकोट को उठाकर अपनी पीठ पर रख लिया था, चड्डी को निकालकर बाजू में रख दिया था. इस वक्त पूजा मोबाईल में चैटिंग कर रही थी. दो दिन पहले शेव करके साफ़ की हुई चुत मेरे लंड को बुला रही थी. पूजा के गोरे गोरे चूतड़ … वो सफाचट चुत … आ … हा … मदमस्त नजारा देखते ही मेरा लंड विशाल रूप लेने लगा.
फिर क्या था, मैंने भी अपनी पैन्ट का हुक खोला, जिप को खोल दिया. फिर अपना दांया हाथ बीवी के गोरे चूतड़ों पर रख कर बांये हाथ से अपनी पैन्ट और चड्डी को एक साथ निकाल दिया. अब तक मेरा लंड पूरा आकार ले चुका था. बीवी की गांड पे हाथ रखते ही मेरी बीवी की चुत में हलचल मच गई. मेरा लंड झटके मारने लगा. पूजा मेरा लंड अपनी चुत में लेने के लिये उतावली थी और मेरा लंड पूजा के चिकनी चुत में घुसने के लिये झटके मार रहा था. पूजा अपनी गोरी गांड हिलाकर जल्दी से लंड को चुत में डालने के लिये कह रही थी. मैंने हाथ पर थूक लेकर लंड पर मल दिया. अपने दोनों हाथों से बीवी के दोनों चूतड़ फैला दिए.
अब मेरे सामने पूजा की खुली हुई गुलाबी चुत थी. अपना साढ़े छह इंच के लंड को मैंने एक ही झटके में पूजा की चूत में जड़ तक घुसा दिया. पूजा के मुँह से हल्की मदमस्त सी चीख निकली और वो मोबाइल छोड़ कर बेड पर गिर गई. अब मैं धीरे धीरे धक्के मारते हुए लंड चुत में अन्दर बाहर करने लगा और दोनों हाथों से दोनों मम्मों को दबाने लगा, मसलने लगा. दस मिनट तक हमारी चुदाई चलती रही.
तभी पूजा को कुछ याद आया और उसने मुझसे कहा- लगता है तुम कुछ भूल गए.
मैंने लंड पेलते हुए कहा- क्या भूल गया हूँ मैं?
पूजा- आज कौन सा दिन है?
मैं- मुझे याद नहीं.
पूजा- भूल गए क्या … आज गांड चोदने का दिन है.
मैं तो सच में भूल गया था कि हफ्ते में दो बार गांड चोदने के जो दिन तय हुए थे, उसमें से आज का दिन गांड बजाने का था.
मैंने कहा- तुमने भी भूल कर अपनी चूत खोल दी थी तो मैंने चूत में पेल दिया.
वो हंस पड़ी और कहने लगी- मुझे तो याद था … बस देख रही थी कि तुमको कौन सा छेद याद रहा.
मैं अपना लंड चुत से बाहर निकाल ही रहा था, तो पूजा ने पूछा- चुत से लंड बाहर क्यों निकाल रहे हो?
मैंने कहा- वैसलीन लेना है न.
बीवी ने बगल में रखी वैसलीन की डिब्बी मेरे हाथ में दे दी, जो उसने पहले से ही अपने पास ले रखी थी. अब वो खड़ी हो गई और बेड के किनारे पर बैठ गई. वो बेड पर पीठ के बल लेट गई, उसकी गांड बेड के किनारे हो गई. फिर बीवी ने अपना दांया पैर मेरे शरीर को लगाकर सीधा कर दिया और बांया पैर बेड के किनारे लंबा कर दिया.
मैंने डिब्बी खोलकर उंगली पर वैसलीन ले ली. फिर पूजा के चूतड़ फैला कर गांड में वैसलीन डालकर अपनी उंगली गांड में अन्दर बाहर करने लगा, जिससे पूजा की गांड चिकनाई से थोड़ी ढीली हो गई.
अब एक हाथ से मैंने बीवी के चूतड़ फैला कर रख दिए, पूजा ने चूतड़ फैलाकर एक पैर पकड़ रखा था. मैंने अपना लंड दांये हाथ में पकड़कर बीवी की गांड के छेद पर लगाकर पूरा सुपाड़ा गांड में डाल दिया. पूजा को थोड़ा दर्द हो रहा था. पूजा ने अपना हाथ हटा लिया, मैंने अपने दोनों हाथों से पूजा की गांड फैला दी और लंड को ठोकर मारी, तो पूजा की गांड के कसे छेद में घुसते हुए मेरा आधा लंड गांड में घुस गया. मेरी प्यारी बीवी दर्द सहने की कोशिश कर रही थी. अब मैं अपना आधा लंड ही गांड में अन्दर बाहर करके गांड चोदने लगा.
थोड़ी देर गांड चोदने के बाद मैं अपना लंड गांड से बाहर निकालता और फिर से अपना लंड गांड में अन्दर डालकर चोदने लगता. लंड को अन्दर बाहर करने से अब पूजा को भी मजा आने लगा.
पूजा आराम से गांड मराते हुए फिर से मोबाइल लेकर चैटिंग करने लगी. वो खुद को नॉर्मल करने का प्रयास कर रही थी.
करीब दस मिनट तक आधा लंड ही पूजा की गांड में डालकर चोदता रहा. अब पूजा की गांड में मेरा लंड आसानी से अन्दर बाहर हो रहा था. तभी पूजा ने अपना दांया हाथ पीछे लाकर मेरे लंड को टटोला और कहा- ए मिस्टर … चीटिंग नहीं … अभी आधा लंड बाहर ही है तुम्हारा, पूरा लंड मेरी गांड में डालो ना.
मैंने अपना लंड गांड में से पूरा बाहर निकाला, उंगली पर वैसलिन लेकर फिर से गांड में डाली और पूरी उंगली गांड में अन्दर बाहर करने लगा. पूजा ने पोज बदल लिया, अब वो बेड पर घुटनों पर हो कर कुतिया बन कर खड़ी हो गई. उसने अपनी छाती और चेहरा बेड पर रख दिया. मैं समझ गया कि वो पीछे से गांड चुदवाना चाहती है.
मैं पूजा के पीछे आकर दोनों पैरों के बीच घुटनों पर खड़ा हो गया और हाथ में अपना लंड पकड़कर पूजा की गांड में डाल दिया. आधा लंड तो आसानी से गांड में घुस गया, तब पूजा ने अपना चेहरा पीछे मेरी तरफ कर दिया और कहा- रुक क्यों गए … पूरा लंड मेरी गांड में घुसा दो ना.
मैंने अपने दोनों हाथों से पूजा के चूतड़ फैलाकर पकड़ रखे और लंड को गांड में धकेलने लगा. दोस्तो अब मेरा पूरा लंड मेरी प्यारी बीवी की गांड में था. मेरे अंडे पूजा के चुत से चिपक गए थे.
पूजा ने फिर से मुझे पूछा- तुम्हारा पूरा लंड मेरी गांड में गया क्या?
मैं- हां, मेरी जान … मेरा पूरा लंड तुम्हारी गांड में घुस गया है.
पूजा- फिर रुक क्यों गए हो … चोदो ना … मेरी गांड में खुजली हो रही है.
मैं- ले चोदता हूं तेरी गांड … आह … ले!
बीवी की गांड चोदते चोदते जब उसे दर्द होने लगता, तो वो अपनी गांड से मेरा लंड निकाल देती, गांड से लंड निकालते ही मैं अपना लंड उसकी चुत में घुसेड़ देता था. थोड़ी देर चुत चोदने के बाद उसकी गांड का दर्द कम हो जाता, तो वो फिर से मेरा लंड चुत से बाहर निकाल देती. तो मैं लंड बीवी की गांड में डालकर चोदता.
इस तरह छेद बदल बदल कर बीवी की गांड और चुत को मजे से चोद रहा था. जब मैं चुत चोदता, तब बीवी के मम्मों को दबाता … लेकिन मेरा लंड बीवी के गांड में होता तो मम्मे मसल नहीं सकता था … क्योंकि दोनों हाथ से चूतड़ फैलाकर पकड़ना पड़ता था. इसलिये बाकी कुछ कर नहीं पा रहा था.
कुछ देर बाद पूजा बोली- मुझे तुम्हारा लंड अपनी गांड में लेकर तुम्हारे ऊपर बैठना है.
मैंने कहा- ठीक है … आजा मेरी जान.
मैंने अपना एक पैर बीवी घुटने के बाजू बाहर रख दिया, फिर बीवी को आहिस्ता से मेरे साथ पीछे आनेके लिये कहा. मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी कमर को पकड़ रखा था ताकि लंड गांड में ही रहे बाहर ना आए. मैं बेड पर बैठ गया … मेरी बीवी भी मेरे ऊपर बैठ गई. जैसे ही मेरी बीवी मुझ पर बैठ गई, मेरा पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया.
उसके मुँह से हल्की चीख निकली. मैं बेड पर पीठ के बल सो गया. मेरी प्यारी बीवी मुझे नीचे लिटाकर अपनी गांड ऊपर नीचे उछालकर अपनी गांड चुदवा रही थी. मैं अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ फैला देता ताकि मेरा लंड पूजा की गांड में आसानी से अन्दर बाहर हो सके.
जब वो मुझे चोद रही थी, तब मेरे चेहरे के सामने उसकी पीठ थी, तो मैंने उसको घुमाकर चेहरा मेरी तरफ करने के लिये कहा.
मेरी बीवी अपनी गांड से लंड निकालकर खड़ी हो गई. उसने अपना चेहरा मेरी तरफ करके मेरी कमर के दोनों बाजू में अपने दोनों पैर रख कर नीचे बैठ गई. अपने बांये हाथ में मेरा लंड पकड़कर गांड के छेद पर सैट किया, फिर लंड को अपनी गांड में लेते हुए उस पर बैठ गई. लंड का सुपारा गांड में घुस गया तो मेरी प्यारी बीवी ने दोनों हाथ मेरे सीने पर रखकर अपनी गांड नीचे दबाकर मेरा पूरा लंड अपने गांड में घुसवा लिया.
फिर धीरे धीरे अपनी गांड ऊपर नीचे करके गांड चुदवाने लगी. दोनों को एक अलग ही मजे का एहसास हो रहा था. जब उसकी गांड में दर्द होता था, तो वो मुझ पर लेट जाती. मैं उसकी गांड पर हाथ फेरता.
थोड़ी देर चुदाई करने के बाद पूजा ने गांड से मेरा लंड निकाला. पूजा ने मुझसे पूछा- अब तुम बताओ … तुम मेरी गांड कैसे चोदना चाहोगे? तुमको मेरी गांड जिस पोज में चोदना है, बोलो … मैं उसी पोज में आ जाऊंगी.
मैं उठ गया, दो तकिये बेड पर रख दिए. अपने बीवी को तकिये के ऊपर पेट रखकर सोने के लिये कहा.
वो झट से औंधी लेट गई, जिससे उसकी गांड ऊपर उठ गई. उसने अपने दोनों पैर हवा में फैला दिए. फिर मैं अपने दोनों पैर बीवी के कमर के दोनों बाजू रखकर उसकी गांड के छेद पर लंड लगा कर बैठ गया. पूजा की गांड मेरा मोटा लंड अपने अन्दर लेने के लिये तैयार थी. मैंने अपना लंड दांये हाथ में पकड़कर पूजा की गांड में लंड का सुपाड़ा घुसा दिया. फिर अपने दोनों हाथों से चूतड़ फैलाकर थोड़ा जोर लगाकर धक्का मारा, तो मेरा पूरा लंड पूजा की गांड में चला गया.
एकदम से हुए दर्द से पूजा चीखी और बोली- आह … मर गई … थोड़ा धीरे धीरे चोदो ना यार …. मेरी गांड है … मुझे दर्द होता है. मैं तुम्हारी बीवी हूं … बाजार वाली रंडी नहीं हूँ.
मैं उसकी मासूमियत पर हंस दिया. बस खरामा खरामा पूजा की गांड मारने लगा. अब पूजा को भी मेरे लंड से अपनी गांड में मजा आ रहा था.
कुछ देर तक इसी पोज में चोदने के बाद पूजा को घुमाकर उसकी गांड के नीछे दोनों तकिये रख दिये और पूजा ने दोनों पैर अपने दोनों तरफ कर लिये. मैं अपने घुटने टेक कर पूजा की गांड के सामने बैठ गया.
यह नजारा तो बहुत ही अलग था, अब मेरे सामने चुत भी मुँह खोलकर लंड मांग रही थी और गांड भी मेरा लंड अन्दर लेने के लिये तैयार थी. सामने दोनों छेद लंड की डिमांड कर रहे थे. मैं सोच में पड़ गया कि मैं अपना लंड पहले किस छेद में डालूँ.
चुत तो मैं हर रोज चोदता हूं और गांड हफ्ते में दो बार ही चोदने को मिलती है. बस ये सोचा तो डिसीजन हो गया. मैंने अपना लंड पूजा गांड में ही डालना अच्छा समझा और अपना खड़ा लंड पूजा की गांड में घुसेड़ दिया. मैं पूजा के ऊपर चढ़ गया. पूजा का चेहरा मेरे सामने था. मैं अपना लंड पूजा के गांड में अन्दर बाहर करते हुए गांड भी चोद रहा था और उसके होंठ अपने होंठों में लेकर चूसने लगा. पूजा भी मुझे साथ देने लगी.
इधर पूजा अपने मम्मों को उठाया और एक हाथ से अपने मम्मे को पकड़ कर रखा और एक हाथ से मेरे सर के पीछे के बाल पकड़कर मेरा चेहरा मम्मे की तरफ ले गई. मैं भी झट से निप्पल मुँह में लेकर चूसने लगा.
जैसे ही मैंने निप्पल मुँह में लिया तो पूजा के मुँह से रसीली सीत्कार निकलने लगी- इस्स … आह … उह … पियो और जोर से पियो … अपना लंड मेरी गांड में अन्दर बाहर जोर जोर से करो … आह मेरी गांड जोर से चोदो उह … उम्म मुझे कुछ हो रहा है. तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है. हां … चोदो जोर से चोदो!
यह कहते हुए पूजा अपनी गांड बार बार ऊपर को उठा रही थी. वो मुझे अपने दोनों मम्मे एक के बाद एक पिला रही थी. मैं भी अपना मोटा लंड पूजा की गांड में जड़ तक अन्दर बाहर करके जोर से चोद रहा था.
जब मैंने घड़ी देखी तो हमारी चुदाई आधा घण्टा से ज्यादा चल चुकी थी. मैं भी थक गया था, पूजा की हालत तो बहुत ही खराब हो गई थी, अब मैं गांड की चुदाई खत्म करना चाहता था.
मैंने पूजा की तरफ देखा तो उसने भी हां कर दी. मैंने पूजा से पूछा- अपना वीर्य तुम्हारी गांड में डाल दूँ या चुत में लोगी?
पूजा इठला कर बोली- इतनी अच्छी गांड चोद कर तुम अपना वीर्य मेरी चुत में क्यों डालोगे. तुम मेरी चुत को तो हर रोज वीर्य पिलाते हो … आज तुम अपने वीर्य से मेरी गांड को भर दो. मेरी गांड की प्यास बुझा दो.
फिर मैं अपना लंड पूजा की गांड में जोर जोर से अन्दर बाहर करके गांड चोदने लगा. पूजा अपने दोनों हाथ से मेरे सर के बाल पकड़ कर दर्द सहने की कोशिश कर रही थी. मेरा शरीर अकड़ने लगा अपना पूरा जोर लगाकर लंड पूजा के गांड में जड़ तक घुसा दिया. पूजा दर्द से चीखने लगी, तो मैंने अपने होंठों से पूजा का मुँह बंद किया और मेरे लंड ने सारा वीर्य पूजा के गांड में खाली कर दिया. मैंने लंड को वैसे ही गांड में घुसाए रखा. पूजा ने मुझे कसकर गले लगा लिया.
पूजा के चेहरे पर एक अलग ही खुशी की चमक दिख रही थी. मेरी पूजा मुझसे अपनी गांड चुदवाकर बहुत खुश थी. मेरा लंड छोटा होकर पूजा की गांड से बाहर निकला, मेरा सफेद गाढ़ा वीर्य पूजा की गांड से बाहर बह रहा था.
मैंने अपनी बीवी से कहा- तुम्हारी गांड से मेरा वीर्य बाहर आ रहा है, पौंछ लो.
पूजा फिर इठलाई- आने दो, मैं नहीं पौंछूगी.
पूजा ने ये कह कर मुझे कसकर गले लगा लिया और मेरा चेहरा चूमने लगी.