आज जो मैं आपको Xxx साली की बुर बताने जा रहा हूँ, वो कुछ टाइम पहले की बात है. मेरी साली का नाम रसिका है. वो एक चढ़ती जवानी में झूमती हुई मस्त लौंडिया थी. उसकी उम्र 20 साल चुकी थी. वो इंटरनेट चलाने वाली लड़कियों में से थी, तो दुनिया के खेल को समझने लगी थी. वो पोर्न वीडियो देखने की शौकीन हो गई थी.
मेरे सास ससुर की दो लड़कियां थीं, जिसमें से एक के साथ मेरी शादी हो गई थी.
मेरी शादी के बाद अब उनके घर में वो तीन लोग रह गए थे.
मेरे सास ससुर को दो महीनों के लिए यात्रा पर जाना था.
इस कारण से उनके घर में मुझे और मेरी पत्नी शिवानी को जाना पड़ गया था.
हमें दो महीने वहीं रुकना था.
हमारे उधर पहुंच जाने के दूसरे दिन सास ससुर चले गए.
उन्हें गए अभी करीब 10 दिन गुजरे ही थे कि एक दिन मैंने रसिका का मोबाइल देखा.
उसमें उसने एक शैंकी नाम के लड़के से बहुत सारी चैट कर रखी थी.
उस चैट में उनका ग्रुप करने का प्लान था.
यह सब मैंने अपनी पत्नी शिवानी को बताया कि देखो अपनी रसिका क्या गुल खिला रही है.
तब शिवानी ने उसका घर से निकलना बंद कर दिया.
उसकी चैट में ये भी लिखा था कि मेरे जीजू दीदी को रात में चार चार घंटे चोदते हैं, मैं उन दोनों की अक्सर देखती हूं. मुझे भी जीजू जितना लंड चाहिए. तुम अपने दोस्त को लेकर आना. मैं उसका लंड देखूंगी कि कितना बड़ा है.
ये सब बातें ऐसी थीं जो उसकी जवानी की कसक को साफ़ बता रही थी.
अब रात में शिवानी ये सब बातें मुझसे कहने लगी- मेरी छोटी बहन मम्मी पापा की इज्जत का नहीं सोच रही. अभी से ये सब करने लगी है यार बेबी … मैं ऐसा क्या करूं कि ये ठीक हो जाए. मुझे तो बहुत टेंशन हो रही. इसके साथ किसी लड़के ने वीडियो बना ली तो बदनामी अलग होगी.
मैं चुप रहा.
मेरी बीवी ने मुझसे कहा- आप चुप क्यों हो यार … बताओ ना कि मैं क्या करूं?
मैंने उससे कहा- उसकी उम्र है, अभी जवानी फूट रही है. उसकी चुदने की नई नई प्यास है, यदि तुम्हें बुरा न लगे तो एक बात बोलूं.
उसने कहा- हां.
मैंने कहा- घर की इज्जत घर में ही रहने दो, उसकी प्यास हम दोनों मिल कर बुझा देते हैं.
इस पर शिवानी ने कहा- यार, और कोई रास्ता नहीं है क्या?
मैंने कहा- तुम कितना भी रोक लो … उसको चुदना है तो वो चुद कर ही मानेगी. इसलिए मैं उसको तुम्हारे सामने ही चोदूंगा. अभी मम्मी पापा भी घर पर नहीं हैं, डेढ़ महीने का समय है. उसकी प्यास बुझ जाएगी तो आगे फिर कभी उसकी चुदने की इच्छा नहीं होगी.
मेरी बीवी ने कहा- ठीक है, आज रात मैं रसिका को अपने साथ सुला लूंगी, तुम मुझे पकड़ने के बहाने उसको पकड़ लेना.
मैं खुश हो गया कि आज साली की चूत मिलेगी.
अब रात आई.
वैसा ही हुआ.
मैंने शिवानी से कहा- तुम इसको सम्भाल लेना, मुझे रोकना मत. मैं इसे पकड़ कर चोदना शुरू कर दूँगा.
शिवानी ने हामी भर दी.
वो बस ये चाहती थी कि उसकी बहन की जरूरत घर में ही पूरी होने लगे.
करीब 11 बजे वो दोनों सो रही थीं.
मैंने अपनी साली की पैंटी आराम से निकाली और उसको जगा दिया.
वो जागी, तो एकदम से चौंक गई.
मैंने उसका हाथ पकड़ कर कहा- साली जी आपकी प्यास बुझाने आज मैं रेडी हूँ. अब कभी तुम घर के बाहर मत जाना. जब तुम्हें लंड की जरूरत हो, मुझसे कह देना क्योंकि घर की इज्जत घर में रहनी चाहिए. बाहर बाजार में नीलाम नहीं करना चाहिए. तुम्हें मेरा लंड पसंद है ना … तो आज मैं तुम्हें चोदे देता हूँ.
मेरे मुँह से उतना खुला खुला सुनकर वो मेरी तरफ बड़े प्यार से देख रही थी.
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से लगाया और चूमने की कोशिश करने लगा.
पहले तो उसने मेरा साथ नहीं दिया, वो बोली- दीदी बगल में हैं जीजू, ये आप क्या कर रहे हो. मैं अभी आपसे बहुत छोटी हूँ.
मैंने कहा- तेरी दीदी गहरी नींद में सो रही है और जागने वाली नहीं है. तू उसकी चिंता मत कर.
ऐसा कह कर मैं उसे चूमने लगा.
वो मेरा साथ दे तो रही थी मगर उसे अपनी दीदी के जागने का डर सता रहा था.
मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसे ब्रा के अलावा पूरी नंगी कर दिया.
वो मेरे साथ लग गई.
मैंने की पोजीशन ली और उसके मुँह पर हाथ रख दिया.
अब मैंने लंड पकड़ कर उसकी चूत की दरार में टिका दिया.
मेरे लंड के सुपारे ने उसकी चिकनी चूत की फांकों के मजे लेने शुरू कर दिए.
लंड का मोटा सुपारा फांकों में रगड़ने से उसकी तेज आवाज निकलने लगी.
वो कहने लगी- आह जीजू … ये ठीक नहीं है. आप मेरे जीजू हो … मैं दीदी से कहूंगी.
मैंने उसे पकड़ कर जोर जोर से चूत की रगड़ाई चालू कर दी.
अब रसिका ‘आ आया अअह अअह … उईई …’ करने लगी.
मैंने अपना हाथ उसके मुँह पर जमा दिया था इस वजह से उसकी सीत्कारें हाथ से दब कर रह गई.
कुछ देर के बाद उसको लंड की रगड़ से चूत में मजा आने लगा.
मैंने पास में लेटी अपनी बीवी शिवानी के कान में कहा- तुम उठ कर किसी बहाने से दूसरे कमरे में चली जाओ, तब तक मैं रुक जाता हूं.
तभी शिवानी उठी, मैं रसिका के बगल से लेट गया और उसका मुँह पकड़ लिया, ताकि वो कुछ आवाज न निकाल सके.
शिवानी उठ कर कहने लगी- मैं दूसरे कमरे में सोने जा रही हूँ. इस बेड पर तीन जने होने से मुझे गर्मी सी लग रही है.
वो ये कह कर चली गई.
अब मैंने रसिका से कहा- चली गई तेरी बहना … चल मेरी धन्नो आज जन्नत घूम ले मेरी साली जान … लंड का मजा ले ले.
वो हंस दी.
मैंने उसके स्तनों को ब्रा से आजाद कर दिया.
उसके एकदम गोरे स्तन बहुत ही कड़क थे और काफी बड़े थे, मेरे हाथों में नहीं आ रहे थे.
फिर मैंने उसके दोनों पैर उठा कर अपने कंधों पर रखे और चूत में लंड डालने लगा.
वो पैर सीधे करने लगी.
मैंने कहा- एक काम करो, आज लॉलीपॉप चूस लो.
वो बोली- नहीं जीजू.
मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके मम्मों के बीच में लंड रख दिया.
मैं हाथ से उसके चूचे दबाने लगा और चूचों को ही चोदने लगा.
बूब फकिंग में मेरा लंड उसके होंठों तक जा रहा था.
उसने मुझसे कुछ नहीं कहा.
मैंने उठकर मुँह में लंड डाल दिया और कहा- लंड का स्वाद ले लो रानी.
उसको लंड चूसने का मन नहीं था मगर चूसना पड़ा.
मैंने कहा- साली जी, सही से चूसो ना … ब्लूफिल्म में लंड चुसाई नहीं देखी है क्या?
वो मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखने लगी- आपको सब मालूम है?
मैंने कहा- हां बेबी, मैंने तुम्हारा मोबाइल देखा है, मैं तुम्हारी सारी बातें जानता हूँ.
वो समझ गई कि मैंने सब कुछ देख लिया है.
मैंने कहा- चूसो बेबी.
वो बोली- हां जीजू, आप सीधे लेटो … मैं अच्छे से चूसना चाहती हूँ.
मैं सीधा लेट गया और वो अब मस्ती से लंड चूसने लगी.
कसम से बीवी से अच्छा साली साहिबा मुँह में लंड ले रही थी.
मेरे टोपे को जीभ से चाटती और पूरे लंड पर जीभ फेरती.
फिर पूरा लंड मुँह में ले जाती और निकाल कर एक लंबी सांस लेती.
जब मुँह में लंड लेती तो खुद से हुक हुक हुक करने लगती.
कुछ ही देर में मैं तो अपनी चरम सीमा पर आने वाला हो गया था.
मैंने उससे कहा- बस कर रांड … मेरा रस निकल जाएगा.
वो बोली- जीजू निकल जाने दो, मैं 2 मिनट में फिर से खड़ा कर दूँगी.
मेरी नंगी साली मजे से लंड चूसने लगी. वो मुँह में पूरा लंड लेती और वहीं रुक जाती.
कुछ देर बाद वो लंड निकाल कर बोली- जीजू, अब आप मेरे मुँह की करो. मैं लेट जाती हूँ.
वो लेट गई और मैं उसके सिरहाने के तरफ खड़ा हो गया.
मैंने लंड हिलाया तो बोली- हां जीजू, अन्दर डालो मुँह में!
उसने मुँह खोला और मैंने लंड उसके मुँह में डाला और निकाल लिया.
वो कहने लगी- जीजू, क्यों निकाल लिया … थोड़ी देर अन्दर हिला दिया करो और जब मैं हाथ मारूं, तब बाहर निकाल लेना. जब तक मैं हाथ नहीं हिलाऊं, तब तक नहीं निकालना, अन्दर ही डाले रहना. आप देखना कि मेरे गले में लंड आता जाता दिखता है या नहीं.
मैंने लंड उसके मुँह में डाला और अन्दर तक पेल कर हिलाया, मेरा लंड उसके गले में चलता हुआ दिखने लगा.
मैंने पूरा लंड अन्दर पेल दिया.
उसके गले में साफ साफ दिख रहा था.
ये सब करना मेरे लिए पहली बार था. जब उसकी आंखें बंद हो गईं तो उसने निकालने का इशारा किया.
मैंने लंड बाहर निकाल लिया.
मुझे बड़ा मजा आया. मैं कहा- बड़ी होशियार हो गई … किस किस का लंड चूस चुकी है?
वो हंस दी और बोली- ब्लू फिल्म देख कर सीखा है … आप बस मेरा मुँह चोदो.
मैंने ध्यान दिया कि खिड़की में से यह सब खेल मेरी बीवी शिवानी देख रही थी.
तो मैंने शिवानी को इशारा करके कहा- देखो अपनी छिनाल बहन को. के बारे में तुमसे ज्यादा जानती है.
शिवानी ने हाथ हिला कर इशारा किया- ठीक है, जल्दी से उसे चोद कर मेरे रूम में आ जाना. मुझे भी आपके हथियार की जरूरत है.
मैंने कहा- ठीक है जाओ.
बीवी ने सर हिलाया- नहीं, मुझे देखने दो.
मैंने फिर से साली के मुँह को चोदना शुरू कर दिया.
उसकी लार से लंड सराबोर हो गया था.
उसके मुँह में से हुक हुक हुक की आवाज आ रही थी.
मैं 5 मिनट तक मुँह चोदने में लगा रहा.
फिर लंड पानी छोड़ने लगा.
वो पूरा पानी पी गई.
अब मैं बाजू में लेट गया.
साली बोली- जीजू, दीदी को तो घंटों तक चोदते हो, मुझे भी उन्हीं की तरह चोदो ना … मेरी चूत तो अभी टाइट है, आपको मजा आएगा.
ये कह कर वो मेरे लंड को सहलाने लगी आर जल्द ही उसने फिर से लंड मुँह में ले लिया.
कुछ ही पल में उसने मेरा लंड खड़ा कर दिया.
अब साली बोली- जीजू, रुलाना बस नहीं है. मजा भी देना होगा.
मैंने कहा- इसमें दर्द तो होगा ही और दर्द में रोना भी होता है. मगर बाद में मजा भी आता है.
वो हंस दी और चुदने के लिए राजी हो गई.
मैंने उसके पैरों को अपने कंधों पर रख लिया और चिकने लंड को चूत की फांकों में फेर दिया.
अन्दर पेलने से पहले मैंने उसको जकड़ कर पकड़ लिया और आराम आराम से चूत की फांकों को चीरते हुए रसिका को दर्द देना शुरू कर दिया.
वो चिल्लाने लगी- अअह दीदी ईई … मम्मी … मर गई … आंह जीजू रुक जाओ … रुक रुक कर करो.
मैं रुक गया और उसकी दीदी को देखने लगा.
वो इशारा कर रही थी- बहन है मेरी … रहम करके चोदो प्लीज़ … मुझमें और उसमे बहुत फर्क है. अभी वो छोटी है.
मैं लंड आराम आराम से अन्दर बाहर करने लगा.
वो फिर से ‘अअह एईई …’ करने लगी.
मैंने साली से कहा- क्यों चिल्ला रही है … क्या कभी इतने बड़े लंड से नहीं चुदी?
वो बोली- जीजू अब बस 3 बार ही किया है. वो भी कम उम्र के लड़के के साथ … और उस साले का लंड नहीं लुल्ली था. आपका इतना मोटा और इतना लंबा लंड है. मेरी चूत फट रही है.
मैंने कहा- बस थोड़ी देर झेल लो … फिर तुम्हें मजा आने लगेगा.
ये कह कर मैंने फिर से ठेल मारी.
वो फिर से चिल्लाई- आंह फट गई.
मेरा दिमाग खराब हो गया.
‘साली बड़े नखरे कर रही है.’
ये कह कर मैंने जोर से तीन चार झटके लगा दिए.
तब जाकर मेरा लंड अन्दर हुआ. बस थोड़ा सा नहीं गया था.
अब तो वो आंसू छोड़ने लगी और ‘अअअह मम्मी ईई दीदी … मर गई … आह निकालो जीजू.’ चिल्लाने लगी.
मैंने देर न करते हुय उसको किस करना शुरू किया और चोदने लगा.
वो ‘ऊम उउम्म …’ कर रही थी लेकिन मैं नहीं रुका और न ही उसे मुँह खोलने दिया.
कुछ ही मिनट के बाद उसके आंसू रुक गए और चिल्लाना बन्द हो गया.
अब मुझे अच्छा लगा और मैं निश्चिंत होकर Xxx साली की चूत चोदने लगा.
तभी मैंने देखा कि मेरी बीवी शिवानी खिड़की से हट गई थी.
वो शायद अपने कमरे में चली गई थी.
मैंने नहीं रोकी और साली के पैर ऊपर करके चूत में लंड पेल दिया.
कुछ देर बाद बगल में लेट कर धक्के देने लगा. मेरा लंड कुछ ढीला ढीला सा हो गया था.
मैंने बाहर निकाल कर पट्ट पट्ट चूत पर मारा और भीतर डाल कर फिर से चोदने लगा.
अब हम दोनों मजे ले रहे थे.
काफी देर चोदने के बाद मैंने पानी Xxx साली की चूत में छोड़ दिया.
वो भी शायद झड़ गई थी क्योंकि 5 मिनट पहले उसने मुझे रोका था कि अब निकाल लो लेकिन मैं माना नहीं था.
मैं उठकर उसकी दीदी के पास गया और उसे लंड चुसवा कर खड़ा कर दिया.
वो भी गर्म हुई पड़ी थी. उसने टांगें खोल दीं और मैंने अपनी बीवी शिवानी को चोदने लगा.
शिवानी को खड़े होकर और गोद में लेकर चुदने में मजा आता है, तो वैसे ही की.
करीब 15 मिनट तक मैंने बीवी की की और झड़ कर सो गया.
दूसरे दिन सुबह से मैंने शिवानी से कह दिया- अपनी सहेली के यहां चली जाओ, शाम को आना.
वो चली गई.
मैंने एक ही गोली खाकर 12 बजे से बाथरूम में नहाते समय से दोपहर के 3 बजे तक साली को चोदा.
अब रसिका की चाल बदल गई थी.
उसने किसी और से बात करना बंद कर दिया था और अब जब जब उसका मन करता, मेरे बगल में लेट जाती.
कभी वो नहाते समय मुझे बाथरूम में बुला लेती या मेरे बाथरूम में आ जाती.
उसके मम्मी पापा के आने के कुछ दिन पहले मैंने दोनों बहनों को एक साथ एक ही पलंग पर चोदा था.
एक लंड से चुदने के कारण दोनों बहने एक दूसरे के और नजदीक आ गई थीं.
जब तक मम्मी पापा आ नहीं गए, तब तक मैंने दोनों को एक साथ ही लेता कर चोदना आरम्भ कर दिया था.
उनके आने के बाद उसी रात रसिका की करके दिन में हम दोनों मियां बीवी अपने घर आ गए थे.
फिर जब रसिका का मन होता, वो मेरे घर आ जाती.
उसकी जरूरत मैं ही पूरी करने लगा था.
उससे मेरे सास ससुर की इज्जत भी बच गई और रसिका की जवानी की आग भी बुझने लगी थी.
मेरा लंड तो था ही मौज में.
दोस्तो, यदि आपको रसिका के साथ वाली एक और कहानी जाननी हो, तो प्लीज़ मुझे मेल करके बताएं कि आपको मेरी Xxx साली की बुर कहानी कैसी लगी?