सेक्सी भाभी की चुदाई की हिंदी कहानी में पढ़ें कि मेरे नाना के पड़ोस में मुझे एक सेक्सी भाबी दिखाई दी. पता लगाया तो उसके पति से मेरी दोस्ती थी. आगे क्या हुआ?
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम संजीव शाह है और मैं बिहार के सारण जिला का रहने वाला हूँ.
मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है और उम्र 26 साल की है. लड़कियों को बता दूं कि मेरे लंड का साईज 6 इंच है.
यह मेरे पहले अनुभव पर आधारित एक सेक्स कहानी है और ये आज से एक साल पहले की हॉट सेक्सी भाबी की चुदाई कहानी है.
यह सेक्स कहानी मेरे बगल की भाभी की चुदाई को लेकर है.
इसमें मैंने लिखा है कि कैसे मैंने भाभी को मोबाईल में ब्लू फिल्म दिखा कर उन्हें चुदाई के लिए राजी किया था.
ये उन दिनों की बात है, जब मैं तीन साल के बाद पंजाब से अपने घर आया था.
मैं घर आने पर सबसे पहले अपने नानी और नाना जी से मिलने जाया करता हूं.
मैं नानी और नाना जी से मिलने के बाद मैं अपने कामों में व्यस्त था.
उस दिन मैं अपने पड़ोसी के घर के बगल से गुजर रहा था, तो मेरी नजर एक औरत पर पड़ी.
मैं उसे देख कर दंग रह गया वो बड़ी ही मस्त औरत थी.
मुझे नहीं मालूम था कि वो कौन है, इससे पहले मैंने उसे कभी नहीं देखा था.
मैं अपने घर वापस आ गया.
दो दिन बाद मुकेश भैया मेरे घर आए. मुकेश भैया वही हैं, जिनके घर में मैंने वो मस्त आईटम देखा था.
मैंने भैया से पूछा कि आपके घर में वो महिला कौन हैं?
भैया ने हंसते हुए बताया- अरे संजीव, वो तुम्हारी भाभी हैं.
मैं चौंक गया.
फिर भैया बोले- तुम तो कभी मेरे घर आते ही नहीं हो, तो तुम्हें कैसे पता चलेगा कि मेरे घर में कौन कौन है. अरे भाई … कभी कभी टाइम निकाल कर मेरे घर भी आया करो.
मैंने भैया से सॉरी कहा कि भैया पंजाब से आने के बाद इधर-उधर के चक्कर में टाइम ही नहीं मिलता है, पर अबकी बार जरूर आऊंगा.
तब तक मेरी मां आईं और भैया से बातें करने लगीं.
मैं अपने काम से बाजार चला गया.
शाम को जब मैं मार्किट से वापस आया, तो मेरी मां ने मुझे बोला कि अगले सप्ताह पड़ोस वाले भैया की बहन की शादी है और तुमको उनके कामों में हाथ बंटाना है.
मैंने मां से कहा- ठीक है, मैं उनके घर चला जाऊंगा.
उस समय मुझे मुकेश भैया वाली भाभी की मस्त जवानी ही याद आ रही थी.
अगले दिन मैं उनके घर गया, तो पाया कि उनके घर तो बहुत सारी औरतें आयी हुई थीं.
मैं घर के अन्दर गया, तो भाभी मेरे करीब आकर पूछने लगीं- मैं आपको पहचान नहीं पाई, आप कौन है?
मैं बोला- मैं आपका पड़ोसी हूँ.
ये सुनकर उन्होंने कहा- अरे हां, मुझे आपके भैया ने आपके बारे में बताया था. आप पंजाब में से आए हैं न?
मैंने हामी भरी.
भाभी ने मुझे बैठने के लिए एक स्टूल दिया.
मैं बैठ गया.
भाभी बोलीं- आप बैठिये, आपके भैया अभी आते ही हैं. वो किसी काम से बाजार तक गए हैं.
थोड़ी देर बाद भैया भी आ गए, कहीं गए हुए थे. भैया बोले- अरे संजीव, तू कब आया?
मैंने बोला- बस भैया अभी अभी आया हूँ.
भैया ने भाभी को बुला कर कहा- अरे शशिकला, ये वही संजीव है, अपना पड़ोसी, जिसके बारे में मैंने तुम्हें बताया था.
भाभी ने मेरे पास आकर न पहचान पाने के फिर से एक बार सॉरी कहा.
तो मैंने कहा- कोई बात नहीं भाभी.
थोड़ी देर बाद भैया और मैं सामान खरीदने चले गए.
दोस्तो, जब से मैंने शशिकला भाभी को देखा था, तो मेरे मन में उसी समय से भाभी के संग चुदाई की वासना जाग उठी थी.
भाभी की चूचियां बहुत मस्त थीं.
कसी हुई साड़ी के ऊपर से इतनी अच्छी भरी हुई लग रही थीं, कि बस पूछो मत … मैं सोचने लगा कि ऊपर से इतनी गदर चूचियां हैं, तो बिना कपड़े के कितनी अच्छी लगती होंगी.
बस उस दिन जब घर आया तो मुझसे रुका ही न गया और मैं शशिकला भाभी की चूचियां याद करके दो बार मुठ मार चुका था.
अब मैं रोज ही सुबह से भैया के घर चला जाता था और भाभी की मस्त जवानी को अपनी आंखों से चोद कर मजा लेने लगा था.
उसके बाद धीरे धीरे शादी का दिन भी नजदीक आ रहा था.
शादी के दो दिन पहले भी मैं भाभी के घर में था.
मैं जानता था कि भैया मार्किट गए हैं, फिर भी मैं भाभी से बोला- भाभी, भैया कहां गए हैं?
उन्होंने हंस कर कहा- आपके भैया कुछ लेने मार्केट गए हैं. क्या बिना भैया के आपका मन नहीं लगता है. मैं भी तो आपकी भाभी हूँ … मुझे बताइए न कि आप कैसे हैं क्या चल रहा है … मुझसे बात कीजिए न!
मैंने उनकी तरफ देखते हुए कहा- ऐसी कोई बात नहीं है भाभी, मैं तो आपसे बात करने के लिए हमेशा ही रेडी हूँ, बस आपके मिजाज से जरा परिचित नहीं था इसलिए कम बोलता था.
भाभी ने कहा- हम्म … कोई बात नहीं अब तो बताओ कि आप कैसे हैं?
मैंने- मैं ठीक हूँ भाभी.
भाभी ने कहा- ओके आप बैठो, मैं आपके लिए कुछ खाने को लाती हूँ.
मैंने कहा- वैसे तो जरूरत नहीं है भाभी … मगर आप कहेंगी कि मेरे हाथ कुछ खाने शर्मा रहे हो, तो मैं मना नहीं करूंगा.
भाभी हंस दीं और मेरे लिए वो एक प्लेट में मिठाई ले आईं.
दोस्तो, मैं आपको इधर एक बात बता दूँ कि भैया की शादी को काफी समय हो गया था.
इधर मैंने पंजाब से तीन साल बाद आने के कारण उनकी पत्नी यानि शशिकला भाभी को अब तक नहीं देखा था.
भैया की शादी के तीन साल बाद भी उनको कोई बच्चा नहीं हुआ था.
मैं सोचने लगा कि क्या चक्कर है. भाभी को बच्चा क्यों नहीं हुआ.
खैर … उस दिन भाभी से मेरी काफी देर तक बातचीत हुई और मुझे उनका व्यवहार काफी पसंद आया. मैं उनसे एक ही दिन में मजाक करने लगा था.
फिर भैया की बहन की शादी वाले दिन मैं सुबह से लेकर पूरी रात उन्हीं के घर रहा था.
उस दौरान भाभी से कुछ ज्यादा ही हंसी-मजाक होने लगा था.
रात के समय शादी की पूरी विधि हो रही थी. घर के सभी लोग कुर्सी लगा कर बैठे थे और शादी देख रहे थे.
मैं भी वहीं बैठ कर देख मोबाइल चला रहा था.
तभी भाभी मेरे पास आईं और मेरा मोबाइल छीन कर मेरा मोबाइल चैक करने लगीं.
मैं उनसे अपना मोबाइल लेने की कोशिश करने लगा, मगर भाभी ने नहीं लेने दिया.
कुछ पल बाद भाभी मेरे बगल में आकर मेरे कान में धीरे से बोलीं- बी एफ है क्या मोबाइल में!
मैं तो उनकी बात सुनकर दंग रह गया और मुंडी नीचे किए हुए बोला- मैं ये सब नहीं रखता.
वो ‘हुंह … लो अपना सड़ा सा मोबाइल.’ कह कर मेरा मोबाइल मुझे देकर चली गईं.
कसम से दोस्तो, मैं उस दिन से भाभी को चोदने के लिए बेचैन था कि कब भाभी को चोद दूं.
शादी खत्म हुई और धीरे धीरे सारे रिश्तेदार अपने अपने घर चले गए.
चार दिन बाद मैं उनके घर गया और भैया भाभी से बातें करके वहां से अपने घर आने लगा.
भैया ने कहा- संजीव मैं मार्किट से मटन ले कर आता हूं, तुम थोड़ी देर रुको. फिर चले जाना.
मैं रुक गया.
थोड़ी देर भाभी से हंसी मजाक करने के बाद बातों ही बातों में मैंने भाभी से उनका नंबर मांग लिया.
आधा घंटे बाद भैया वापस आए और मुझसे बोले- तुमको रात को खाना मेरे घर पर खाना है.
मैंने कहा- ठीक है.
उस दिन मैं उनके घर खाना खाया, खाना खाते समय भाभी की चुचियों को खूब गौर से देख रहा था.
मुझे न जाने क्यों ऐसा लगा कि भाभी खुद ही मुझे अपनी चूचियां दिखाने का प्रयास कर रही थीं.
मैं उस दिन भैया के साथ डिनर करने लगा.
भैया ने व्हिस्की की बोतल खोली और दो गिलास बनाने लगे.
मैं कुछ नहीं बोला.
उस दिन मटन के साथ दारू का मजा लेते समय मुझे भाभी की चूचियाँ ही गर्म करती रहीं.
भैया ने जल्दी जल्दी पांच पैग लगा लिए और एकदम से टल्ली हो गए.
जबकि मैंने सिर्फ दो ही पैग लिए थे.
भाभी भैया को नशे में टल्ली देख कर मेरे पास आईं और बड़बड़ाने लगीं- बस इनको तो दारू के नशे में मजा आता है. पीने के बाद इनको मेरी तो जैसे कुछ चिंता ही नहीं रहती है.
मुझे भी हल्का सुरूर था. मैंने उनकी चूचियों को घूरते हुए कहा- क्या हुआ भाभी … भैया आपकी सेवा नहीं करते क्या?
भाभी ने मेरी आंखों में झांका और उदास स्वर में कहा- यही तो दिक्कत है.
मैंने उसी समय देखा कि उनका पल्लू नीचे गिर गया था और वो अपने पल्लू को ठीक करने के लिए कुछ भी जतन नहीं कर रही थीं.
मैं अपने लंड को सहलाते हुए उनके गहरे गले से झांकती चूचियों का मजा लेने लगा.
उस दिन भाभी ने मेरे पास यूं ही बैठ कर अपना पल्लू गिराए हुए ही कहा- आज मुझे भी पीने का मन है.
मैंने देखा कि भाभी ने मेरा गिलास उठाया और एक ही झटके में पूरा पी गईं.
मैं उनके इस रूप को देख कर मस्त हो गया.
कुछ ही देर में भाभी ने दो पैग खींचे और मटन की चाप उठाकर ऐसे चूसने लगीं कि जैसे लंड चूस रही हों.
मैंने पूछा- भाभी चूसने में मजा आ रहा है?
भाभी बोलीं- हां मुझे तो आदत है चूसने की.
मैंने कहा- फिर चूस कर क्या करती हो आप!
भाभी ने चाप को जोर से चूसा और बोलीं- जब चूसने वाली चीज में दम ही नहीं बचेगा, तो मैं क्या उखाड़ लूंगी.
हम दोनों लंड चुसाई की बात को दोअर्थी भाषा में कर रहे थे. मेरा लंड खड़ा होने लगा था.
उधर भाभी की आंखों में नशा और वासना दोनों दिख रहे थे.
तभी भैया कुनमुनाए, तो भाभी उनको सहारा देकर कमरे में ले गईं और मैं उनके घर से चला आया.
दूसरे मेरे मन में अचानक शादी वाली रात कि बात याद आयी कि भाभी ने मुझसे बीएफ के लिए पूछा था.
मैंने उस पर गौर किया और कल भाभी का रूप याद करके मैं कड़ियां जोड़ने लगा तो मुझे भाभी की चुदाई करने की सम्भावना नजर आने लगी.
उसी समय भाभी को फ़ोन किया मैंने कि भाभी भैया कहां हैं?
भाभी ने कहा कि वे दुकान चले गए हैं.
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि गांव से दूर उनकी स्टेशनरी की दुकान थी.
मैंने पूछा- अरे इसका मतलब तो वो शायद शाम तक ही वापस आएंगे?
भाभी बोलीं- हां.
मैंने कहा- तो फिर मुझे आपसे ही मिलना पड़ेगा.
भाभी बोलीं- हां हां आ जाओ. मुझे भी तुमसे बात करके अच्छा लगेगा.
मैं ये सुनकर बहुत खुश हुआ और अपने मोबाइल में सनी लियोनी की ढेर सारी ब्लू फिल्म डाउनलोड करके भाभी के घर आ गया.
मैंने देखा कि भाभी नाइटी में चूल्हे के पास खाना बना रही थीं. मैं भाभी के बगल में कुर्सी लगा कर बैठ गया.
भाभी बोलीं- क्या बात है आज बड़े खुश नजर आ रहे हो?
मैं भाभी से बोला- हां भाभी आपको कुछ दिखाने लाया था. क्या आप देखिएगा?
भाभी ने कहा- क्या!
मैंने एक ब्लू-फिल्म लगा कर भाभी के सामने मोबाइल कर दिया. भाभी बड़ी गौर से ब्लू-फिल्म में सनी लियोनी को लंड चूसते हुए देख रही थीं.
थोड़ी देर लंड चुसाई देखने के बाद भाभी की आंखों में वासना दिखने लगी.
उनकी हालत देख कर मेरे लंड ने भी विकराल रूप धारण कर लिया.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था, तो मैं भाभी से बोला- भाभी एक बात बोलूं .. आप बुरा तो नहीं मानियेगा!
भाभी ने मेरे फूलते लंड की तरफ देखते हुए कहा कि क्या बोलिए ना.
मैंने पूछा- सनी की चुदाई कैसी लग रही है!
हॉट सेक्सी भाबी चुदासी सी बोलीं- अभी चुदाई किधर शुरू हुई है, अभी तो कुतिया लंड चूस रही है. बड़ी मस्त छिनाल है साली.
ये कह कर भाभी अपनी चुत पर हाथ फेरने लगीं.
मैंने डरते डरते धीरे से कहा- भाभी एक बार मैं भी आपके साथ चुदाई करना चाहता हूँ.
थोड़ी देर तक भाभी ने कुछ नहीं कहा, तो फिर मैंने हिम्मत करके फिर से वही बात कही.
भाभी ने कहा- नहीं, ये सब नहीं करना है .. किसी को मालूम चल जाएगा.
मैं समझ गया कि हॉट सेक्सी भाबी चुदने को राजी तो हैं, मगर कुछ नाटक कर रही हैं.
बहुत देर तक भाभी को मनाने के बाद भाभी मान गईं.
अब अगले भाग में मैं आपको इस सेक्स कहानी का अगला भाग लिखूंगा, जिसमें मैंने भाभी की चुत गांड दोनों चोदीं और उनको एक बच्चे की मां भी बना दिया.
आपको मेरी इस हॉट सेक्सी भाबी की चुदाई कहानी पर क्या कहना है, प्लीज़ मेल जरूर कीजिएगा.
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हॉट सेक्सी भाबी की चुदाई कहानी का अगला भाग: ब्लू फिल्म दिखा पड़ोसन भाभी पटाया-2