हिंदी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मेरी गर्लफ्रेंड अपने स्तन बड़े करना चाहती थी. मैंने उसेक स्तनों की मालिश करके उसके बूब्स बढ़ाए और उसकी चूत चुदाई भी की.
नमस्ते दोस्तो, एक बार फिर से मैं आप अभी के सामने एक नई हिंदी सेक्स स्टोरी के साथ हाज़िर हूँ.
मुझे आपके काफी सारे मेल आए, खासी प्रतिक्रियाएं भी मिलीं, खास करके महिला पाठिकाओं ने निवेदन किया था कि आप स्तन बड़े करने की सही प्रक्रिया बताएं. उनकी बात मेरे मन में घर कर गई और आज उसी विषय पर एक सेक्स कहानी पेश है.
जैसा कि आपने पिछली बिग बूब्स स्टोरी में पढ़ा था कि कैसे अदिति अपनी चूचियों को बड़ा करवाने की चाहत में मुझसे चुद गयी थी.
उस दिन के बस सफर के बाद हमारा रिश्ता गहरा होता चला गया. हम एक दूसरे के आदी हो गए.
ऐसे ही कुछ दिन निकल गए, फिर एक दिन कॉलेज में हम दोनों साथ में बैठे थे, तो एक बार फिर से मम्मों को बड़े करने की बात निकल पड़ी.
चूंकि शिर्डी से वापस आने के बाद हम लोग थोड़ा बिजी हो गए थे, तो मिलना हो ही नहीं पा रहा था.
उस दिन बैठे तो हम दोनों ने मिलने का प्लान बनाया.
उसने कहा कि मेरी रूममेट के जाने का प्रोग्राम है. उसके जाते ही तुम मेरे फ्लैट पर शिफ्ट हो जाना. हम दोनों जीभर के प्यार करेंगे.
वो फ्लैट पर अपनी रूममेट के साथ रहती थी. उसकी रूममेट कुछ दिन के लिए घर जा रही थी, तो ये सही समय था.
मैंने हामी भर दी.
हमारा दो दिन बाद मिलने के लिए तय हो गया.
इन दो दिनों में मैंने पूरी तैयारी भी कर ली.
हमारी योजनानुसार दो दिन बाद मैं शाम को उसकी बिल्डिंग के नीचे पहुंच गया. मैं उसकी रूममेट के वापस आने तक अदिति के रूम रहने के लिए आ गया था.
बिल्डिंग के नीचे आने के बाद मैंने अदिति को कॉल किया, तो उसने मुझे लोगों की नजरें बचाते हुए ऊपर आने के लिए बोल दिया.
मैंने आस-पास देख लिया, थोड़ा अंधेरा हो गया था, तो किसी को दिखे बिना ही मैं ऊपर चला गया.
उसने दरवाजा खुला रखा था, तो मैं झट से अन्दर घुस गया और दरवाजा बन्द करके उसकी बांहों में समा गया.
वो भी मुझसे किसी लता की तरह लिपट गई और हम दोनों एक दूसरे की धड़कनों को महसूस करते हुए एक दूसरे के जिस्म की गर्मी का सुख लेने लगे.
चूमा चाटी भी हुई और कुछ देर बाद अलग हो गए.
थोड़ी देर रिलैक्स होकर हम दोनों ने बातचीत की, उसके बाद उसने खाना बनाया.
फिर खाना आदि खाकर बिस्तर लगा दिया.
मैंने उसको फिर से बांहों में भरा और उसकी आंखों में प्यार से देखा तो वो शर्मा गई.
अब हम बूब्स बड़े करने के पहले चरण के लिए आगे बढ़ने लगे. मैंने उसको स्टीम बाथ लेने के लिए बोला.
दोस्तो, स्टीम बाथ लेने से शरीर के रोमछिद्र खुल जाते हैं. ये क्रिया बॉडी को डेटॉक्स करने के साथ मृत कोशिकाओं को भी निकाल देता है. ये सबसे पहला चरण है, जिसमें आपको 15 से 20 मिनट का स्टीम बाथ लेना पड़ता है.
अदिति अब नहाकर तौलिया में बाहर आ गयी. हल्के भूरे रंग के उसके भीगे हुए खुले बाल … और नक्काशी जैसा तराशा हुआ बदन बड़ा ही कामुक लग रहा था.
वो इस समय किसी अप्सरा के जैसे लग रही थी.
हौले हौले से पैर रखते हुए वो मेरी ओर अपनी कमर को लचकाते हुए आगे बढ़ रही थी.
उसकी उस अदा को देख मैं क्षण प्रतिक्षण घायल होता जा रहा था.
वो मेरी दशा देख कर ऐसे मंद मंद मुस्करा रही थी मानो मुझे सता रही हो.
मैं व्याकुल हो उठा और उठकर आगे बढ़ कर उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींच लिया.
उसकी आंखों में आंखें डालकर अपनी बांहों में भरके उसके होंठों पर किस करने लगा. उसके आगोश में खुद को संभालना मेरे लिए काफी मुश्किल हो रहा था.
थोड़ी देर किस करने के बाद मैं उसको अपनी गोद में उठाए बिस्तर तक ले गया.
उसको पेट के बल लेटाकर उसकी गर्दन को किस किया.
तो उसको सिरहन सी होने लगी; उसने जोर से एक मादक सिसकी ले ली.
उसके बाद मैंने तौलिया को उसके बदन से अलग किया तो वो मेरे सामने नग्न पड़ी किसी संगमरमर की तराशी हुई मूरत के जैसी लग रही थी.
मैं धीरे धीरे उसकी पीठ को चूमते हुए नीचे को आने लगा. उसकी गर्दन से नीचे सरकते हुए नितंबों की तरफ बढ़ने लगा.
वो लगातार कामुक सिसकारियां ले रही थी … शायद उसको चुम्बनों से अंतरिम सुख मिल रहा था. उसके नितंबों को चूमने के बाद मैं उसकी बाजू में बैठ गया. वो अब तक काफी गर्म हो चुकी थी.
फिर मैंने बैग से बादाम का तेल निकाला. बादाम का तेल त्वचा पर लगाने से स्किन सेल्स को पूरा पोषण मिलता है. इससे हमारी स्किन खूबसूरत और सेहदमंद बनती है. इसमें मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स हमारी त्वचा के रोम छिद्रों के जरिए अन्दर जाकर हमारी मसल्स और वेन्स को मजबूत करते हैं.
अब हम अपने कार्यक्रम के अगले चरण में आ गए थे. मैं किचन में जाकर बादाम के तेल को छोटी कटोरी में निकालकर मैंने उसे हल्का गर्म कर लिया.
अब वापस कमरे में आकर मैंने तेल को उसकी पीठ पर और नितम्बों पर एक धार से डाल दिया और हल्के हाथों से ऊपर से नीचे तक मालिश करने लगा.
अब आप सोच रहे होंगे कि पीठ पर क्यों … तो उसका कारण ये है कि पीठ रगड़ने से बॉडी की कोशिकाएं एक्टिव हो जाती हैं और बदन में गर्मी आ जाती है. इससे रक्तप्रवाह भी अच्छे से होने लगता है.
अदिति की नग्न पीठ पर मालिश करते करते मैं उसके नितंबों के पास गया. मैंने उसके नितंबों को जोर से मसला, तो उसकी हल्की सी चीख निकल गई. नितंबों को अच्छे से मसलने के बाद मैंने उसको सीधा कर दिया.
उसके सीधा होते ही मैंने उसको ऊपर से नीचे तक निहारा. उसके 30 साइज के छोटे निम्बू जैसे बूब उसके बदन की शोभा बढ़ा रहे थे. उसके इन छोटे छोटे बूब्स पर भूरे रंग के कड़क हो चुके निप्पल मुझे बेहद आकर्षित कर रहे थे.
मैं आगे बढ़कर उसके होंठों को चूमने लगा और एक हाथ बढ़ाकर बूब दबाने लगा. वो भी मस्त हो रही थी और मजे ले रही थी.
थोड़ी देर प्यार करने के बाद मैंने उसके बूब्स पर बादाम का तेल अच्छे से लगाया.
ये तीसरे चरण की शुरूवात हो रही थी.
तेल अच्छे से लगने के बाद मैंने अदिति के बूब्स की मालिश करना शुरू कर दी.
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मैंने बीच की तीन उंगलियों से हल्का दबाव बनाया और मालिश करने लगा. मालिश करते समय बूब्स के बाजू से अन्दर की तरफ, जिसको क्लीवेज भी बोलते हैं, गोल गोल अन्दर की तरफ़ मालिश करने लगा. ऐसा करने से बूब्स में रक्तप्रवाह बढ़ता है और ऐसा करने से बूब्स की बिगड़ी हुई शेप भी सुधरने लगती है.
मैं अपने अंगूठे से भी थोड़ा प्रेशर बनाकर उसके चूचों की गोल गोल मालिश करने लगा. वो आंखें बंद करके इस सुखद अनुभव से जन्नत की सैर कर रही थी. अपने होंठों को दबाकर खुद पर कंट्रोल पाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. धीरे धीरे प्रेशर बढ़ाते हुए मैं उसके मम्मों की मालिश करने लगा. मालिश करते समय बीच बीच में उसके दोनों निप्पलों को भी बारी बारी से काट रहा था.
फिर मैंने हाथ से अदिति के मम्मों को पकड़ कर बाहर की तरफ खींचा. ऐसा दो तीन बार करने के बाद मैं जोर से मम्मों की मालिश करने लगा. वो उत्तेजना के मारे उछल रही थी.
मालिश की ये प्रक्रिया अगले 15 से 20 मिनट तक चालू रही. महिला पाठिकाओं को जान लेना चाहिए कि इस तरीके से सही मालिश करवाने से या करने से बूब्स बड़े हो सकते हैं. एक से डेढ़ महीने तक रोजाना इस तरीके से मालिश करने से स्तनों में बदलाव दिखने लगेगा. ये आप खुद भी कर सकती हैं या फिर किसी पुरुष साथी की मदद ले सकती हैं.
पुरुष साथी की मदद लेने से असर भी दिखेगा … और मजा भी आएगा.
अदिति मेरी मालिश से अब मस्ती से गर्म सिसकारियां लेने लगी थी. इतनी देर से मालिश करके मैं भी गर्म हो गया था. मैंने भी सब मेरे कपड़े उतार दिए.
अब तेल को उसकी नाभि में डालकर उसकी मसाज करने लगा. उसने भी अब लंड को हाथ में पकड़ लिया और तेल से लंड की मालिश करने लगी.
मुझे अपने लंड की मालिश करवाने से बेहद सुखद अनुभव मिल रहा था.
फिर थोड़ा सा तेल लेकर उसकी गुलाबी चूत पर भी टपका दिया और अपने गाल को चुत पर रगड़ कर साथ में उंगलियों की मदद से चुत की मसाज करने लगा. मैं चूत के दाने को मसलकर उसको उत्तेजित कर रहा था. दाने को खींचने से वो ऐसे उछल रही थी, मानो उसे करंट लग रहा हो.
चुत मालिश के साथ मैं उसकी जांघों को भी मसल रहा था. उसका अब बुरा हाल हो चला था. उससे रहा नहीं गया तो वो 69 की पोजीशन में आ गई. वो मेरे लंड को मुँह में भरके चूसने लगी, मैं भी उसकी चूत चूसने लगा था. हम दोनों मस्त होकर ओरल सेक्स के मजे ले रहे थे.
उसने मुझे आवाज देते हुए कहा कि अब सब्र नहीं हो रहा है … चोद दो मुझे.
मैं खुद चुदाई की सोच रहा था. उसकी बात सुनकर मैंने उसके ऊपर आ गया. उसके पैरों को फैलाया और लंड को चुत पर रगड़ने लगा. उसने अपनी टांगें खोल कर हवा में उठा दीं. मैंने लंड को चूत पर सैट कर दिया और जोर से एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर डाल दिया.
वो थोड़ी चीखी और नार्मल हो गयी.
मैं धीरे धीरे तेज़ी बढ़ाते हुए ताबड़तोड़ चुदाई करने लगा. वो भी नीचे से पूरा साथ दे रही थी.
चूत की दीवारों में लंड रगड़ रहा था. दोनों सेक्सी सिसकारियों के साथ चरमसुख का आनन्द ले रहे थे.
बीस मिनट की चुदाई कर बाद मैंने स्पीड बढ़ा दी. मैं अब जोर जोर से उसको चोद रहा था. मेरा लंड चुत के अन्दर अदिति की बच्चेदानी से टकरा रहा था. पांच मिनट बाद हम दोनों साथ मैं ही झड़ गए. उसकी चूत पूरी पानी से भरी थी.
लंड चुत की साफ़ सफाई करने के बाद मैंने उसके पैर के तलवों पर तेल लगाया और बांहों में लेकर सो गया.
अगले 15 दिन हम साथ रहे, इन पंद्रह दिनों में खूब चुदाई हुई और एक दूसरे के मजे भी लिए. वो मजे कुछ अलग तरह के थे, कैसे थे … वो कभी अगली बार बताऊंगा.
दोस्तो महिलाओं की मर्जी के बिना कभी भी संभोग मत करना चाहिए. उनकी मर्जी होने पर उनको चोदे बिना छोड़ना भी नहीं चाहिए. हमेशा उनकी रिस्पेक्ट करना जरूरी है.
आपको बिग बूब्स स्टोरी कैसी लगी, मेल द्वारा जरूर बताइए. बूब्स बड़े करने के तरीकों की अधिक जानकारी करना हो या कुछ अन्य मदद चाहिए हो, तो बेहिचक मेल से बताइएगा.
अब आपसे विदा लेता हूं, अगली सेक्स कहानी के साथ फिर मिलेंगे.
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