मस्तीखोर टीचर का हरामीपन-4
निगोड़े मर्दों का कहाँ दिल भरता है? और कच्ची कलियों का मज़ा कुछ और ही होता है. और फिर ‘नया माल नखरे करके मिले तो … उसके तो कहने ही क्या!”
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
स्कूल कॉलेज या ट्यूशन में गुरु घण्टाल मास्टरों मास्टरनियों प्रोफेसरों की अपने छात्र-छात्राओं से यौन चुदाई सम्बन्धों की कहानियाँ
School, College aur tuition me teacher aur student ke beech sex ki Hindi Sex Kahani
Teacher-student Indian sex stories in the School, College or Tuition
निगोड़े मर्दों का कहाँ दिल भरता है? और कच्ची कलियों का मज़ा कुछ और ही होता है. और फिर ‘नया माल नखरे करके मिले तो … उसके तो कहने ही क्या!”
सर हम दोनों के बीच में फंसकर बैठ गए. हम दोनों सहेलियां पेपर पर नकल उतारने में लगी हुई थीं. लेकिन जब सर ने पिंकी की कमर पर हाथ फेरना शुरू किया तो …
सर की बातों से मुझे अहसास होने लगा था कि उनकी नज़र मेरी कच्ची जवानी पर है. मगर मेरे पास उस वक्त कोई और रास्ता भी तो नहीं था और एग्जाम का समय निकला जा रहा था.
मैं हेडमास्टर था और सरकारी क्वार्टर में अकेला रहता था. मेरे स्कूल में एक नई टीचर आई, बहुत शानदार माल थी. उसे मेरे साथ वाला क्वार्टर ही मिला. फिर बात सेक्स तक कैसे पहुंची?
एक कॉलेज की लैब के कंप्यूटर सही करने गया तो वहाँ की मैडम ने मुझे कैसे मुझसे दोस्ती की, मुझे पटाया और फिर अपनी सहेली के फ़्लैट में लेजा कर क्या क्या किया.
बोर्डिंग स्कूल में रह कर पढ़ाई कर रही एक देसी, भोली भाली लड़की को उसके अध्यापक ने कैसे अपनी वासना का शिकार बनाया. पढ़ें कुंवारी लड़की की दास्ताँ उसी की जुबानी!
मेरी स्टूडेंट मुझे अपने हुस्न के हर तरह के जलवे दिखा कर फंसाने में कामयाब हो गयी. हम दोनों ने कैसे मजा लेकर सेक्स का खेल खेला. पढ़ें मेरी इस कहानी में!
मैं पार्ट-टाईम कम्प्यूटर पढ़ाता हूँ. मैंने एक लेडी को उसके घर पढ़ाना शुरू किया तो पता लगा कि वो अविवाहिता है और अकेली रहती है. उसने कैसे मेरी वासना जागृत करके …
मेरी टीचर सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे सर ने मेरे कुंवारे बदन को सहलाकर मेरी वासना जगायी. फिर अधनंगी करके मेरी अनचुदी बुर चाटी. मेरी बुर में सर का लंड कैसे गया?
मैंने अपनी सहयोगी टीचर की चुदाई का मजा लिया था. उसके बाद मैं उसकी चूत के लिए फिर से तड़पने लगा. लेकिन मौका नहीं मिल रहा था. हमें अपनी प्यास बुझाने का मौका कैसे मिला?