हाई फ्रेंड्स! मैं आपकी अनीषा और यह मेरी पहली कहानी है. मेरी उम्र 28 साल है और मैं अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज़ पर सेक्सी कहानियाँ पढ़कर मज़ा लेती रहती हूँ। मैं अक्सर कहानियाँ तभी पढ़ती हूँ जब घर पर कोई नहीं होता है. मेरी फिगर 34-28-36 की है. मेरी हाइट 5 फीट 6 इंच की है और मेरा वज़न 56 किलो है. वैसे तो मेरी शादी हो चुकी है लेकिन मेरे पति हमेशा काम से बाहर रहते हैं. यह कहानी तब की है जब मेरी शादी नहीं हुई थी. बात आज से 6-7 साल पहले की है. उस वक्त मैं 21 साल की हुई थी और मामा के घर पर ही रहती थी उस वक्त मेरा फिगर 34-28-34 के करीब था. मामा के घर पर 4 लोग थे.
मेरे मामा 42 साल के हैं और मामी 35 साल की हैं. मामी का नाम रेशमा है और उनका एक लड़का और एक लड़की है. मेरी मामी देखने में बहुत सुंदर थीं. उनका फिगर भी मेरे फिगर के जितना ही है.
उनकी लम्बाई 5 फीट 5 इंच की होगी. मामा हफ्ते में 3-4 दिन तो बाहर ही रहते थे. मामी और मैं बाज़ार में सामान लेने जाते थे. बहुत सारे लोग मामी को और मुझे हवस भरी नज़रों से देखा करते थे.
कोई तो हम पर कमेंट्स भी कर देता था लेकिन मामी यह सब सुनकर मुस्करा देती थी. मैं मामी से कहती तो मामी बोलती थी कि यह एरिया ही ऐसा है.
मामी मुझसे पूछती- तुम्हें मज़ा नहीं आता क्या?
मैं कहती- इसमें भी क्या मज़ा है मामी?
फिर हम किराने की दुकान पर चले गए और वहां पर सामान की लिस्ट दुकानवाले को दे दी. मामी ने कहा कि सामान दोपहर को घर पर भेज देना.
दुकानदार ने बोला- ठीक है मैडम.
मामी ने पूछा- पहले का हिसाब कितना हुआ, वह भी बता दो.
दुकान में भीड़ बहुत ज्यादा थी तो दुकान वाले ने कहा- आप पीछे आकर देख लो.
मामी और मैं दुकान में पीछे की तरफ चली गयी. वहाँ पर एक टेबल रखा हुआ था. मैं बाहर ही मामी का इंतज़ार करने लगी और मामी अंदर चली गई.
हिसाब देखने के बाद दुकान वाले ने मामी के बूब्स दबा दिये.
मामी बोली- इतनी भी क्या जल्दी है.
हमने कुछ सामान खरीदा और वापस बाहर आ गए.
उसके बाद हम दोनों बाहर निकल कर आ गए और तब तक 12 बज गए थे.
तब तक मामा भी आ गए थे, खाना खाकर बोले- मैं 3 दिन के बाद घर आऊंगा.
मामाजी 3 दिन के लिए बोलकर गए थे. उनका लड़का और लड़की दोनों स्कूल गए हुए थे. वे दोनों शाम को 5.30 बजे घर वापस आने वाले थे. हम दोनों ने खाना खाया और सब काम खत्म करके करीब 1.30 बजे बेडरूम में चले गए. उसके बाद हम आराम करने लगे. हम दोनों ही टीवी देखने लगे.
करीब 2.30 बजे किराने वाला सामान लेकर आ गया. उसने डोर बेल बजाई और मैं बेडरूम में से निकल कर आने ही वाली थी कि मामी ने आकर दरवाज़ा खोल दिया.
मामी मुस्करा कर बोली- अरे, आप सामान ले आए.
वह भी मुस्करा कर बोला- जी.
मैं वापस बेड पर जाकर लेट गई और मामी ने सामान चेक किया और उससे कुछ बातें करने लगी. उनकी बातें मुझे धीरे-धीरे सुनाई दे रही थीं.
कुछ टाइम के बाद मामी बोली- आप बेडरूम में आ जाओ, मैं अभी आती हूँ।
मामी मुझे देखने के लिए आई, मैं आंख बंद करके लेट गई थी. मामी मुझे देख कर चली गई. मामी को लगा मैं सो रही हूँ।
मामी ने आवाज़ भी दी मुझे- अन्नु …
मैं कुछ नहीं बोली.
फिर मामी अपने बेडरूम में चली गई. 10 मिनट के बाद मैं मामी के रूम में जाने लगी यह सोचकर कि उनको कुछ काम होगा. जैसे ही मैंने उनके बेडरूम में देखा मामी किराने वाले की बांहों में थी, उनको चूम रही थी. उनका दरवाज़ा थोड़ा सा खुला हुआ था. उसके अंदर मुझे सब कुछ साफ-साफ दिखाई दे रहा था.
मामी खड़ी हुई थी, उसने सिर्फ ब्रा और पैंटी पहनी थी. वह दुकान वाला मामी की चूत को सहला रहा था, उनको किस कर रहा था.
मामी का बदन बहुत ही गोरा और साफ था.
तभी मामी ने उस किराने वाले का अंडरवियर उतारा और उसके लण्ड को हाथ से सहलाने लगी. उसने भी मामी की ब्रा और पैंटी उतार कर फेंक दी. वह मामी को किस करने लगा था और मामी के मुंह से कामुक सीत्कार फूटने लगे थे- स्स्स्स … आहह … म्म्म …
उसके बाद दोनों 69 की पॉजीशन में आ गए. मामी ऊपर और वह आदमी नीचे था. कुछ देर के बाद मामी को उसने नीचे लेटा दिया और वह मामी के ऊपर चढ़ गया. वह ज़ोर-ज़ोर से मामी के मुंह को चोदने लगा.
यह देखकर मेरी तो हालत खराब हो रही थी.
मामी भी उसका लंड चूसने में लगी हुई थी. आह्ह्ह् … उम्म्म … ओह्ह्ह् … करते हुए मामी उसका लंड चूस रही थी.
तभी मामी ने उसको बेड पर लेटने के लिए कहा और मामी उसके लण्ड को चूत में सेट करके उसके लण्ड पर उछलने लगी और चुदने लगी. वह भी नीचे से कमर उठा-उठा कर मामी को चोद रहा था. मामी के बूब्स को ज़ोर से दबा रहा था. मामी का सारा शरीर लाल हो गया था.
उसके बाद मामी को उसने नीचे लेटाया और किस करने लगा. मामी की चूत में लण्ड डालकर ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा और बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. इस तरह 2 बार मामी की चूत चोदने के बाद मामी बोली- बस मेरे राजा … आज तो मज़ा आ गया.
वह दोनों उसके बाद किस करने लगे. उसके बाद दोनों कपड़े ठीक करके तैयार होने लगे. मैं तब तक अपने रूम में जाकर सोने का नाटक करने लगी.
मामी ने दरवाज़ा खोलकर मुस्कराते हुए उसको बाय बोला और उसने मामी को किस करते हुए बाय बोल दिया. उसके बाद वह चला गया. मामी भी अपने बेडरूम में जाकर सो गयी.
तभी मैं भी वॉशरूम में गई और पेशाब करने लगी. उसके बाद मैंने अपनी चूत में उंगली की लेकिन मैं शांत नहीं हो पाई थी.
उसके बाद पौने छह बजे मामी ने चाय बना दी और मुझे आवाज़ दी. मामी ने कहा- अन्नु, चलो चाय पी लो.
मैं मामी के पास गई और तब तक उनके दोनों बच्चे भी घर आ गए थे. उसके बाद वह दोनों चाय नाश्ता करके ट्यूशन पढ़ने के लिए चले गए. 6.30 बजे वे लोग जब चले गए तो मैंने मामी से दोपहर की बात छेड़ दी.
मामी ने कहा- मुझे पता है तुम देख रही थी मुझे.
मामी ने मुझसे पूछा- तुम्हारा कोई बी.एफ. है क्या?
मैंने कहा- नहीं.
मामी ने कहा- अरे तेरी उम्र की चूत के पास तो 2-3 बी.एफ. होने चाहिएँ. और तुम अभी तक सील पैक हो.
मामी ने फिर कहा- अगर मैं तुम्हें किसी से मिलवा दूँ तो करना चाहोगी?
मैंने कहा- आप ही बताओ. वैसे मुझे चूत में बहुत खुजली हो रही है.
मामी बोली- अगर तुम मेरे साथ ही चुदोगी तो मुझे भी बहुत मज़ा आएगा. अब हम दोनों दोस्त हैं, तुम मुझे मेरा नाम लेकर भी बुला सकती हो.
मैंने कहा- ओके रेशमा.
मामी मुस्करा कर बोली- हां, मेरी जान अन्नु. आज तैयार हो जा. ये बता कि कितने लण्ड लेने हैं.
मैंने कहा- फिलहाल तो एक ही काफी है.
तभी मामी ने फोन पर बात की और कहा- आज रात 10 बजे आओ.
तो सामने वाले ने हाँ बोल दिया.
फोन कट करके मामी बोली- अन्नु जल्दी से तैयार हो जा. हमें बाहर जाना है.
मामी के मॉम, पापा का घर पास में ही था. हम दोनों बच्चों को ट्यूशन से घर लेकर जाते हैं. उस दिन शनिवार था. रविवार को उनकी छुट्टी रहती है. मामी और मैं साथ में गए और बच्चों को रेशमा मामी के मॉम और डैड के पास छोड़ कर हमने खाना भी वहीं खाया.
हम घर वापस आए और 8.30 बजे थे.
मामी ने पूछा- चूत में बाल हैं क्या?
मैंने कहा- नहीं मामी, आज सुबह ही साफ किए हैं.
तभी मामी ने मेरे लिए एक पीली साड़ी निकाली और मुझसे बोली- आज ये पहन लो.
मैंने कहा- मामी मुझे साड़ी पहननी नहीं आती.
मामी ने साड़ी पहनने में मेरी मदद की. मामी ने ही साड़ी पहनाई. मेरी नाभि के नीचे का हिस्सा सारा दिख रहा था क्योंकि ब्लाउज लो-कट था और पीछे से बाकी का सारा सब कुछ दिख रहा था. बस नाम के लिए ही बंद था पीछे से. आगे की तरफ से मेरे बूब्स खुले हुए थे. जो आधे बाहर थे.
मामी ने कहा- गोरी चिट्टी तो तू है. हल्का सा मेक-अप भी कर लो.
तभी मामी बोली- एक नम्बर की रंडी लग रही है.
मैंने भी कह दिया- रंडी तो तू है जो मुझे चुदवा रही है.
मामी बोली- आज तो मज़ा आएगा यार अन्नु.
ऐसे ही बातें करते-करते 10.30 हो गए. तभी मामी ने एक फोन कॉल की और सामने वाले से पूछा- कहाँ हो. क्या बात हो गई?
तभी मामी ने आंख मारी और मुस्करा कर बोली- मेरे यहाँ पर मेरी एक प्यारी भान्जी है, हम तीनों ही मज़े करेंगे.
उसके कुछ देर बाद दरवाज़े की घंटी बजी और मामी ने मुझे दरवाज़ा खोलने का इशारा किया. तभी मैंने दरवाजा खोला और देखा तो मैं हैरान रह गई. 50 साल का आदमी था. वह तो मेरा नाना लग रहा था. उसकी हाइट 6 फीट के करीब थी. मजबूत शरीर और मूछों पर ताव देते हुए बोला- रेशमा कैसी हो, अन्नु कैसी हो?
हमने कहा- हम तो ठीक हैं.
फिर वह सामने बैठ गया.
मैंने मामी से कहा- मैं पानी लेकर आती हूँ.
मामी बोली- हां ठीक है.
मैं पानी लेने आई और सोचने लगी कि बुड्ढा कब जाएगा और चोदने के लिए कौन आएगा.
जब मैं पानी लेकर गई तो मामी उस मामा के पास चिपक कर बैठी हुई थी और कह रही थी- अजी, सुनो ना, क्या कर रहे हो. शरारत नहीं. आज मैं नहीं अन्नु है.
उसके बाद वे खड़े हुए और मेरे पास आकर बोले- अरे वाह अन्नु … रेशमा ने तुझे कैसे तैयार किया है मेरे लिए.
मामी बोली- प्यार से चोदना, सील पैक है अभी तक अन्नु.
उसके बाद वो मेरे पास आए और किस करने लगे.
मामी पीछे से आँख मारकर बोली- मज़े कर जान.
उसके बाद वो मेरे बूब्स को दबाने लगे.
मामी बोली- मैं दूध लेकर आती हूँ, तब तक आप बेडरूम में पहुंच जाओ.
वो मुझे गोद में उठाकर बेडरूम में ले गए. तब तक मामी हल्का गर्म दूध ले आई. अंकल ने जेब से कुछ निकाला और मुंह में डालकर दूध पी गए. कुछ दूध मुझे भी पिला दिया. तभी मामी ने मेरे आगे से साड़ी का पल्लू खींच लिया. मुझे शर्म आ रही थी.
मामी बोली- साली चुदाई करनी है शरमा मत. मेरी सील इन्होंने ही तोड़ी है और वह भी शादी के 2 दिन पहले ही.
तभी अंकल बोले- रेशमा, पहले तेरी चुदाई करता हूँ. आजा मेरी रंडी रानी.
मुझे किस किया और मामी को नंगी करके किस करने लगे, उनके बूब्स को दबाने लगे. और फिर धीरे-धीरे से चूत की ओर बढ़ने लगे. फिर चूत में जीभ डालकर चूसने लगे. जब तक मामी की चूत से पानी न निकला.
उसके बाद वो मुझे नंगी करने लगे और बाजू में लेट कर मामी की चूत में 9 इंच का लंड सेट किया. उसके बाद उन्होंने चुदाई शुरू की. मेरे बूब्स को दबाने लगे और किस करने लगे. मामी की चूत में लंड डाल दिया और मामी ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी
मामी के मुंह से कामुक सिसकारियाँ निकल रही थीं. मामी बोली- साली रंडी मेरे राजा से चूत चटवा.
मैं मामी की बात मान गई और चूत अंकल की तरफ कर दी. अंकल ने मेरी चूत में जीभ डाल कर उसको चूसना शुरू कर दिया. साथ में मामी की चूत भी मारने लगे.
कुछ देर बाद मामी की चूत में ही लंड का पानी छोड़ कर थोड़ा लेट गए और मुझे अपने ऊपर खींच लिया, बांहों में भर लिया.
तभी मामी ने मेरे कान में लंड चूसने के लिए बोला और मैं उनका लंड अपने मुंह में भरकर चूसने लगी. मामी ने मेरी एक टांग ऊपर की और मेरी चूत में जीभ डालकर अंदर तक चूसने लगी. तब तक मैं 2 बार पानी छोड़ चुकी थी. यहाँ अंकल का लंड भी तैयार हो चुका था.
तब मामी ने मेरी साड़ी उतार कर रखी और मुझे बेड पर लेटा लिया.
अंकल सेक्स के लिए तैयार थे, उन्होंने मेरी चूत में किस करते हुए बोला- आज साली 2 रंडी रानी मुझे बहुत मज़ा देंगी.
और 9 इंच का मूसल जैसा लंड मेरी चूत में सेट किया और ज़ोर से धक्का मारा. लंड का टोपा ही अंदर गया था. मगर मेरी तो मानो जैसे जान ही निकल गई हो. मैं रोने लगी. मेरी चीख निकल गई.
तभी मामी ने मुझको हाथ से दबा दिया.
कुछ टाइम बाद मामी ने अंकल को आंख मारी तभी अंकल ने एक और धक्का मारा और उनका आधा लंड चला गया. मेरी चीख निकल गई. मैं मामी से बोली- मामी बस अब नहीं.
मैं मना करने लगी.
तभी अंकल मुझे किस करने लगे. बूब्स को दबाने लगे. मेरे पिंक निप्पल को प्यार से चूसने लगे. कुछ टाइम बाद धीरे-धीरे लंड को चूत में सेट कर दिया.
मुझे भी मज़ा आने लगा था. मैं धीरे-धीरे चूत ऊपर उठाने लगी. तभी मामी बोली- राजा जी, चोदने लगो अब.
अंकल धीरे-धीरे चूत में लंड पेलने लगे. मुझे भी मज़ा आ रहा था. मैं भी अंकल का पूरा साथ दे रही थी. जो हालत दोपहर में मामी की थी वही हालत मेरी हो गई थी. गोरी और सफेद से मैं लाल हो चुकी थी. सारा रूम चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा. मामी को भी मज़ा आ रहा था. 30 मिनट तक चुदाई चली.
अंकल ने कहा- रेशमा, लंड का पानी छोड़ने वाला हूँ, कहाँ छोड़ूँ?
मामी बोली- साली रंडी की चूत में ही छोड़ दो.
अंकल ने लंड का गर्म पानी चूत में ही छोड़ दिया.
उस रात अंकल ने मेरे साथ 3 बार सेक्स किया. सुबह बदन दर्द बहुत हो रहा था. तभी मामी ने मुझे पेन किल्लर दी और आराम करने के लिए कहने लगी.
शाम को थोड़ा आराम मिला. तब मामी बोली- अन्नु चूत कैसी है?
मैंने मामी से कहा- मामी, दर्द हो रहा है.
मामी ने कहा कि अभी पहली बार है इसलिए दर्द हो रहा है.
उसके बाद मामी ने अंकल से मुझे बहुत बार चुदाई करवाई. अंकल की तबीयत खराब हुई तो मैं दुखी हो गई.
मैंने ये बात मामी को बताई तो मामी ने कहा- जाने दो. ये बताओ तुम और किसे पसंद करती हो.
मैंने कहा- दूध वाले को.
मामी बोली- चुदाई करवाने में तो माहिर है तू रंडी. मगर कैसे पटाएगी ये तो बता.
मैंने कहा- जब मैं सुबह दूध लेने जाती हूँ तो वह मेरे दूधों को घूरता रहता है.
मामी ने कहा- ठीक है, जिस दिन तेरे मामा घर पर नहीं होंगे उस दिन ट्राई करना. अगर फंस गया तो पहले तू मज़े करना और बाद में मुझे भी मज़े करवा देना.
दोस्तो, यह थी मेरी अंकल सेक्स स्टोरी. आपको पसंद आई होगी. मुझे अपने विचार ज़रूर बताना. उसके बाद मैं बताऊंगी कि कैसे मैंने दूधवाले के साथ मज़े किये.
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