नमस्कार दोस्तों, कैसे हैं आप सब? मैं इस कहानी को अपने बदले हुए नाम “हर्ष” से लिख रहा हूँ. यह नाम गोपनीयता के चलते बदला हुआ है. मैं आपको बता दूँ कि मेरा लंड सात इंच का है और ये काफी मोटा भी है. अब मैं आपको अपनी रसीली बहन के बारे में बताता हूं. मेरी बहन देखने में बहुत सुंदर है. वो इतनी हॉट है कि उसे देखते ही अच्छे अच्छों का लंड खड़ा हो जाता है.
शुरुआत में मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था … लेकिन ये बात उस समय की है … जब मेरी बहन को मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पता चल गया.
फिर एक दिन उसने मुझसे सीधे सीधे पूछ लिया कि तेरी गर्लफ्रेंड कौन है?
मैं उसके इस औचक सवाल से एकदम से डर गया. मैंने कहा- मेरी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है.
उसने जिद भरे स्वर में कहा- मुझे सब पता है, तू उसे कहां कहां लेकर गया है और अब भी जाता है. मेरी एक सहेली ने मुझे सब बता दिया है.
मैं पहले तो सकते में आ गया, फिर मैंने सर झुका कर उससे धीरे से कहा- यार प्लीज ये सब किसी को मत बताना. तू जो कहेगी, मैं तेरे लिए वो सब करूँगा.
वो इठला कर बोली- चल ठीक है … नहीं बताऊंगी किसी को, पर मैं जो भी काम बोलूँगी, तुझे वो सब करना पड़ेगा.
मैंने ठंडी सांस लेते हुए हामी भर दी.
इसके बात से धीरे धीरे हम दोनों फ्रैंक होने लगे. वो मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछती, मैं उसे उसकी सब बातें बता देता था.
एक बार उसने मेरी गर्ल फ्रेंड को लेकर मेरे इंटीमेट रिश्तों के बारे में पूछना शुरू कर दिया. पहले तो मैं हिचकिचाता रहा, पर उसकी घुड़की से मैं उसके सामने झुक गया और उसे अपने सेक्स सम्बन्धों के बारे में बताने लगा.
मैंने उसे बताया कि मैं उसे होटल में लेकर जाता था और उसके साथ क्या क्या करता था.
पहले दिन तो उसने मुझसे ज्यादा कुछ नहीं पूछा, लेकिन उसके तेवर बता रहे थे कि वो हम दोनों की चुदाई की कहानी पूरी तफ्सील से सुनना चाहती है. एक दिन उसने मुझसे पूछ लिया- एक बात पूछूँ?
मैंने कहा- हां.
वो बोली- सेक्स कैसे करते हैं?
मैंने कहा- क्यों मुझसे मजाक कर रही है. तुझे तो सब पता है ना.
वो बोली- सच्ची में … मुझे नहीं पता … बता न तेरी कसम … मुझे कुछ नहीं पता.
मैंने ठंडी सांस लेते हुए कहा- ओके, बताता हूं.
वो एकदम से किलक कर मेरे से सट कर बैठ गई.
मैंने उससे कहा- जब फर्स्ट टाइम करते हैं, तो लड़की को बहुत दर्द होता है और खून भी आता है.
वो मेरी सब बातों को ध्यान से सुन रही थी. उसके बीच बीच में सवाल भी होते थे कि जब दर्द होता है, तो क्या करना पड़ता है?
मैंने उसे बताया- रुक कर लव करना पड़ता है, किस करते हैं और रबिंग भी करते हैं.
वो बोली- क्या रब करना पड़ता है?
मैं एक बार तो झिझका, पर उसने मेरी जांघ पर हाथ फेरते हुए मुझे उकसाया और कहा कि बताओ न … क्या रगड़ते हैं?
मैंने भी साफ़ कह दिया कि लड़की के बूब्स को रब करना पड़ता है, उसके निप्पलों को सक करना पड़ता है. तब लड़की दर्द से राहत पाती है और अगला शॉट शुरू हो जाता है.
वो हंस कर बोली- अगला शॉट … मतलब? कोई शूटिंग होती है.
मैंने उसे एक धौल जमाते हुए कहा- नहीं बे … उसकी नीचे की उसमें शॉट मारने की बात कर रहा हूँ.
अब वो गनगना सी गई थी. उसने कहा- मतलब वेजीना में पेनिस का शॉट?
मैंने कहा- हां सही पकड़े हैं.
वो हंस पड़ी और मुझे लिपट गई. उसके संतरे मुझे इस वक्त अपने बदन पर रगड़ने का सुखद अहसास दे रहे थे.
मैंने उसे और भी बहुत बातें बताई, जिससे वो गर्म होने लगी. फिर कुछ देर बाद में वो अचानक से बोली- एक मिनट रुको, मैं सुसु करके आती हूँ.
वो बाथरूम में चली गई और कुछ मिनट बाद वो आकर फिर से मेरे बाजू में बैठ गई. हम दोनों मजाक मजाक में सेक्स की बातें करने लगे थे.
उसके साथ ऐसे ही कुछ दिन बातचीत करते हुए बीत गए. हम दोनों अब लंड चूत चुदाई आदि शब्दों का यूज खुल कर करने लगे थे. वो मेरे सामने गहरे गले का टॉप पहन कर बैठ जाती और बीच बीच में अपने दूध दिखाते हुए कहती- मेरे भी तो मस्त हैं, देखो न?
उसकी इन बातों से मुझे लगने लगता कि इसको पकड़ कर चोद ही दूँ. उसकी मर्जी भी दिखने लगी थी.
एक दिन मैंने उसके सामने अपना लंड का उभार दिखाया, तो उसने हाथ रख कर पूछा भी था- क्या लौड़े में आग लग रही है.
उस दिन मैंने उसके दूध दबा कर कह दिया था- हां यार, अब इसको कोई नई चूत चाहिए.
इस तरह से हम दोनों के बीच सेक्स की स्थिति लगभग बन चुकी थी, बस चुदाई होना शेष थी.
फिर एक दिन घर में सब बाहर गए थे. घर में मैं और मेरी सिस्टर ही थे. मैं बैठा बैठा अपने फोन में एक सेक्स वीडियो देख रहा था और वो अन्दर खाना पका रही थी. वो अचानक से कमरे में आ गई. मैंने फोन उल्टा रख दिया.
उसने कहा- किससे बात कर रहा था?
मैंने कहा- किसी से नहीं.
उसने मेरा फोन उठा लिया और वो देखती रह गई. वो बोली- बदमाश मेरे से क्या छुपा रहा था.
मैं कुछ नहीं बोला, फिर वो वीडियो देखने लगी और उसमें बड़ा लंड देखती ही रह गई.
फिर वो मेरे पास बैठ कर बोली- और दिखा ना?
मैं उसे और वीडियो दिखाने लगा.
थोड़ी देर बाद मेरा मूड बनने लगा और मैंने कहा- यदि तुम बुरा ना मानो, तो एक बात बोलूँ?
उसने कहा- हां बोल?
मैंने कहा- आज मुझे तेरी चुत देखनी है.
वो बोली- हम दोनों भाई बहन हैं.
मैंने कहा- यार आज कल सब करते हैं.
मेरे बहुत जिद करने पर वो मान गई. उसने जीन्स और पेंटी निकाल दी. दोस्तों क्या बताऊं मैं तो बस उसे देखता ही रह गया. उसकी बुर पर गोल्डन बाल थे. मैं कंट्रोल से बाहर हो गया. मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी चुत चाटने लगा.
वो बोली- ये क्या कर रहा है?
लेकिन मैं नहीं माना और चूत चुसाई करता गया. वो पहले से गर्म हो गई थी. अब उसे भी मजा आने लगा और मुझे भी मजा आ रहा था.
बस पांच मिनट चूत चाटने के बाद वो कमर उठाने लगी और मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चुत पर दबाने लगी. उसके मुँह से ‘आह आह अअ आ आह..’ की आवाज निकलने लगी. उसने मेरे मुँह में अपना सारा रस छोड़ दिया.
इसके बाद हम दोनों एक दूसरे से लिपट कर चूमाचाटी करने लगे.
कुछ देर बाद चुदास फिर से चढ़ गई, तो मैंने अपना लंड निकाल लिया, जिसे वो देखती रह गई. वो बोली- ये तो वीडियो जितना मोटा और लंबा है.
मैंने उसे लंड चूसने के लिए बोला, तो वो मना करने लगी … लेकिन मेरे बार बार कहने पर उसने लंड मुँह में ले लिया. अब मैंने उसका सिर पकड़ कर लंड मुँह में अन्दर बाहर करने लगा और 7-8 मिनट बाद मैं भी उसके ही मुँह में ही झड़ गया.
उसने माल खाते हुए कहा- ये क्या है?
मैंने कहा- रबड़ी है, पी जाओ.
वो मेरे कहने पर मेरा लंड रस पी गई.
फिर मैं 10 मिनट बाद उसे वापस लंड मुँह में देने लगा. अब मेरा लंड वापस खड़ा हो गया. इसके बाद मैंने उसे सीधा किया और उसकी चुत पर रगड़ने लगा. वो भी अपनी चूत की फांकों में लंड के सुपारे की गर्माहट का मजा लेने लगी.
थोड़ी देर बाद उसकी चुत काफी गीली हो गई थी. अब मैं सोचने लगा कि सही मौका है. इसकी चूत का मजा ले लिया जाए. मैंने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और मसलने लगा. फिर वापस लंड को चूत पर रगड़ने लगा. मैंने उससे टांगें फैलाने को कहा. उसको मजा आ रहा था, उसने टांगें पूरी तरह से खोल दीं. मैंने बिना कहे ही एक झटका मार दिया. उसकी चुत टाइट होने से केवल थोड़ा ही लंड अन्दर गया और वो एकदम से चिल्ला उठी और बोली- उई माँ मर गई … बाहर निकालो इसे.
मैंने उसकी एक नहीं सुनी और उसको किस करने लगा. उसके दूध पीने लगा. जिससे 5 मिनट बाद उसका दर्द कम हुआ. तभी मैंने एक जोरदार झटका मारा और इस बार पूरा लंड अन्दर चला गया. वो फिर से रोने लग गई. उसकी चुत से खून निकलने लगा.
वो दर्द से बोल रही थी- प्लीज़ बाहर निकाल लो इसे.
मैं उसे किस करता रहा. जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैं धीरे धीरे झटके देने लगा.
अब उसे भी मजा आने लगा. मैंने स्पीड बढ़ा दी और वो ‘आ आ आ आह आह आह..’ करने लगी. चुदाई की स्पीड के कारण पूरे कमरे में ‘पच पच पच पच..’ की आवाज आने लगी. पूरे 20 मिनट बहन की चुदाई करने के बाद मैं झड़ने ही वाला था. अब तक वो 2 बार झड़ गई थी.
मैंने कहा- कहां निकालूँ?
तो वो बोली- बाहर निकालो.
मैंने जैसे ही लंड निकाला, वो उसे हिलाने लगी और मैंने पूरा माल उसके चेहरे पर छोड़ दिया. वो हंस पड़ी.
उसके बाद हमें जब भी मौका मिलता है. हम दोनों भाई बहन सेक्स कर लेते हैं.
दोस्तो, ये मेरे पहली और रियल सेक्स स्टोरी है. मैंने पहली बार लिखा है इसलिए थोड़ा कम ही लिखा है. मुझे जरूर बताना कि आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी. मुझे मेल करें, मैं जवाब जरूर दूँगा.
मेरी ईमेल आईडी है.
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