यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
मेरी पिछली चुदाई की कहानी
लंड बना सफ़र में हमसफ़र-1
को आप लोगों ने बेहद पसंद किया उसके लिए आप सभी का धन्यवाद।
आप लोगों के कई सारे मेल आये मगर माफ करना मैं इतने सारे मेल का जवाब नहीं दे पाई।तो दोस्तो चलते हैं मेरी आज की चुदाई की कहानी की तरफ़।
यह कहानी मेरी एक सहेली ने बताई थी जब वो कॉलेज के दिनों में हॉस्टल में रही और वो किस तरह मजे के लिये कॉल गर्ल बनी। उसने मुझे अपने बारे में सब बताया और मैं उसकी इस कहानी को अपने हिसाब से आपके सामने पेश कर रही हूं।
यह चुदाई की कहानी बिल्कुल सत्य है बस इसे कामुक बनाने के लिए मैंने कुछ बातें जोड़ी हैं।
तो चलते हैं कहानी में।
दोस्तो, मेरा नाम सुरेखा है ये कहानी आज से 7 साल पहले की है जब मैं अपनी कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए दूसरे शहर गई।
वहाँ मैं अपनी एक सहेली यास्मीन के साथ एक हॉस्टल में रहती थी वहाँ मैं कुछ दिन ही रही फिर बाद में हमने एक फ़्लैट किराये पर ले लिया था।
ऐसा हमने क्यों किया ये आपको बाद में पता चल जाएगा।
दोस्तो, वहाँ जाने से पहले मेरा स्कूल में दोस्त था जिसके साथ मैं चुदाई कर चुकी थीं। इसलिए चुदाई का खेल मेरे लिए नया नहीं था।
दिखने में अच्छी ही थी, गोरा रंग, 34बी साइज के मेरे दूध, बदन भरा हुआ मोटी गांड, मेरे पास वो सब कुछ था जो किसी का भी लंड खड़ा कर दे।
मैं एक सामान्य परिवार से हूँ इसलिए बहुत ही मुश्किल से मुझे दूसरे शहर जाकर पढ़ाई करने की इजाजत मिली।
वहाँ जाने के बाद 3 से 4 महीने हुए थे, पढ़ाई भी ठीक ही चल रही थी।
मेरे साथ जो लड़की साथ में रह रही थी उसका नाम यास्मीन था। वो वहाँ एक साल पहले से रह रही थी। हम दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई दोनों मिल कर काम करती और आराम से रह रही थी।
हम दोनों में ही हर तरह की बात होती थी. वो भी चुदाई करवा चुकी थी इसलिए दोनों इस मामले में अक्सर बात भी करती थी।
जिस हॉस्टल में हम रह रहे थे उसी में एक दूसरे रूम में एक और लड़की थी जो कि बहुत ही ऐश से रहती थी। उसको देख हम दोनों ही बात करती कि ये लड़की इतना पैसा कहाँ से लाती होगी।
मगर कुछ ही दिन बाद एक उड़ती खबर आई कि वो कॉलगर्ल का भी काम करती है।
मगर इसके बारे में हम कितने सही थे ये पता नहीं।
समय ऐसा ही चलता रहा।
मगर कुछ परेशानी हम दोनों को ही होने लगी. हर महीने एक सीमित पैसा घर से आता और किसी तरह बस हम दोनों रह रही थी।
धीरे धीरे हम दोनों की ही जरूरत बढ़ने लगी हम बाहर घूमने जाती, बाहर खाना खाती, फ़िल्म देखती. इससे हमारे काफी पैसे बर्बाद हो रहे थे।
पैसे की कमी हम दोनों को ही हो रही थी। हम परेशान रहने लगी। हम दोनों को ही शहर की हवा लग गई थी। हम इससे निपटने के तरीकों पर बात किया करती थी।
फिर एक रात हम दोनों ने एक ऐसा फैसला लिया जिससे हम दोनों एक मस्त जिंदगी जी सकती थी।
एक रात हम लोग फ़ोन पर ब्लू फिल्म देख रही थी, जिसमें एक लड़की पैसे लेकर चुदाई करवा रही थी और अपने ऐशो आराम को पूरा कर रही थी।
तभी यास्मीन ने मेरे कान में एक बात कही- सुरेखा, क्यों न हम लोग भी ऐसा कुछ करे बिना किसी को बताए। हम दोनों भी एक मस्त जिंदगी जी सकती हैं।
मैं मना करती रही मगर उसने तो जैसे मन ही बना लिया था।
कुछ देर बाद मैंने कहा- ठीक है. मगर ये सब हम रोज नहीं करेंगी और जितने पैसों की जरूरत होगी उतना ही करेंगी।
हम दोनों में सहमति बन गई।
पर ये सब हम करेंगी कैसे … इस पर कुछ समझ नहीं आ रहा था।
तभी यास्मीन बोली- हम फ़ोन का उपयोग करेंगे।
और उसने फ्रेंडबुक पर एक आई डी बनाई जिसमें हम दोनों का ही नाम नहीं था। और उसमें चुदाई करने के लिए सब कुछ बताया गया था।
बस हम दोनों उस दिन से उस पर किसी के संदेश का इंतजार करने लगी। मगर कोई भी फायदा नहीं हो रहा था।
ऐसे ही एक महीना बीत गया।
और एक दिन जब हम कॉलेज से वापस आयी और फ़ोन चालू किया तो उस पर एक संदेश था।
हमने पढ़ा कि उसमें किसी का फोन नम्बर था और बात करने के लिए लिखा था।
यास्मीन मुझसे पूछने लगी- क्या करें?
तो मैंने कहा- ऐसे नहीं, हम दोनों को एक अलग सिम कार्ड से बात करनी चाहिए।
और शाम को ही हमने किसी दूसरे के नाम से एक सिम कार्ड ले लिया।
घर आये और उस नम्बर पर यास्मीन ने फ़ोन किया।
सामने से किसी आदमी ने हेलो कहाँ।
हम लोगों में बात हुई और कुछ ही देर में हमें समझ आ गया कि वो कोई एजेंट था जो अमीर आदमियों को लड़की की जरूरत पूरी करता था और बदले में कुछ पैसे लेता था।
उसने अगले दिन हम दोनों को ही मिलने के लिए बुलाया और हमने हाँ कह कर फोन काट दिया।
हम दोनों ने ही रात भर इस बारे में बात की और इस नतीजे पर गए कि एक बार उससे मिलने में कोई परेशानी नहीं है।
दूसरे दिन हम कॉलेज नहीं गई और दोपहर में उसे फ़ोन किया एक घंटे बाद मिलने की बात हुई।
हम लोग तैयार होकर उसकी बताई जगह पर चल दी।
वो एक कॉफी हाउस था वहाँ हम लोग उसका इंतजार करने लगी।
कुछ देर में उसका फ़ोन आया और हमने उसे अंदर बुलाया। वो हमारे टेबल पर आकर बैठ गया।
वो एक 25-26 साल का लड़का था दिखने में काफी हैंडसम।
हम लोग वहां 2 घन्टे तक बात की.
उसने कहा- तुम दोनों ही दिखने में मस्त हो, तुम दोनों अच्छे पैसे कमा सकती हो। मैं हमेशा हाई प्रोफाइल आदमी लोगों से ही डील करता हूँ, वहां पैसे भी अच्छे मिलते हैं और सुरक्षित भी रहता है। अगर तुम दोनों मेरे साथ जुड़ी रही तो हम लोग अच्छे पैसे कमा लेंगे। बस तुम लोग कुछ और मॉर्डन कपड़े पहना करो और अपनी बॉडी के ऊपर ज्यादा ध्यान दिया करो।
मगर हम दोनों ने उसे अपनी शर्तों के बारे में बता दिया कि हम ये काम रोज नहीं करेंगी और इसके बारे में किसी को पता नहीं चलना चाहिए।
उसने हमें पूरी सुरक्षा और गोपनीयता का भरोसा दिलाया। उसने और कई लड़कियों के फ़ोटो भी दिखाए जो कि हमारी कॉलेज की थी जो यह काम कर रही थी।
बात पूरी करने के बाद हम दोनों हॉस्टल वापस आ गई।
हम दोनों ही काफी डरी हुई थी क्योंकि ये सब हमारे लिए पहली बार था।
उस रात भी हम सोयी नहीं, बस यही बात होती रही कि क्या करना है क्या नहीं।
अगले दिन भी कॉलेज नहीं जा पाई।
उसके बाद हमारे कॉलेज की कुछ दिन की छुट्टियां थी तो हमारे पास 4-5 दिन का समय था।
इस बीच कई लड़कियां अपने घर जा रही थीं मगर हम दोनों ने घर नहीं जाने का फैसला किया।
उसी दिन शाम को उस एजेंट का फ़ोन आया।
यास्मीन ने फ़ोन में उससे बात शुरू की.
उसने कहा- अगर तुम दोनों तैयार हों तो तुम दोनों की बुकिंग करवा दूँ? अच्छे पैसे मिल रहे हैं 2 दिन तुम दोनों को वहीं रहना होगा। अमीर आदमी हैं अगर तुम दोनों उसे पसंद आई तो आगे भी बुकिंग मिल जाएगी।
उससे यास्मीन ने पैसों के बारे में पूछा तो वो बोला तुम दोनों को 25 -25 हजार मिलेंगे 2 दिन वही रहना होगा। तुम दोनों अभी बिल्कुल नई हो इसलिए इतना रेट मिल रहा है।
यास्मीन ने उसे कुछ देर बाद फ़ोन करने को कहा।
और फिर हम आपस में बात करने लगी कि 2 दिन कैसे रह सकती हैं. हॉस्टल में क्या बतायेंगी?
यहाँ फिर से यास्मीन का दिमाग काम आया और हम दोनों ने ये प्लान तैयार किया कि हम आज बतायेंगी कि हम भी घर जा रही हैं और एक दूसरे के घर में बदल कर यह बतायेंगी कि मैं यास्मीन के घर जा रही हूँ उसके साथ।
और यास्मीन के घर में यह कि वो सुरेखा के घर जा रही है।
और हम दोनों का प्लान सफल भी हो गया।
हमने उस एजेंट को फ़ोन किया और एक होटल में कमरा बुक करने को बोला। उसने एक होटल में हम दोनों के लिए कमरा बुक कर दिया। हम दोनों हॉस्टल से सीधा उस होटल में चली गई।
वो एजेंट वहाँ आया और हम दोनों की कुछ फ़ोटो कहींच कर ले गया।
हम दोनों को अगले दिन जाना था इसलिए रात हमने वहीं बिताई। हमें एक बात की ख़ुशी थी कि जहाँ जा रही थी, दोनों साथ ही जा रही थी।
दोस्तो, कहते हैं न कि हर खिलाड़ी खेलने से पहले तैयारी करता है वैसे ही हम दोनों ही रात भर फ़ोन पर ब्लू फिल्म देख कर कई तरह की बातें जानी कि कैसे किसी मर्द को खुश किया जा सकता था।
हम दोनों लोग इसमे नई थी और दोनों की उम्र भी कम थी. मैं उस वक्त 20 साल से कुछ महीने कम थी और यास्मीन 19 की थी।
मगर हम दोनों सहेलियां दिखने में सुंदर और खूबसूरत थी। दोनों का ही बदन भरा हुआ … बड़े बड़े चूचे, चिकना बदन. हम दोनों के पास वो सब कुछ था जो किसी मर्द को ललचा दे।
उस रात हम दोनों ने एक दूसरी के गुप्तांग के बाल साफ किये और अपनी पहली रंडी चुदाई के लिए तैयार हो गई।
दोस्तो, आगे हम दोनों के साथ क्या हुआ?
क्या हम कॉलगर्ल बनने में सफल हुई?
और कौन थे हमारे पहले ग्राहक?
ये सब आप इस चुदाई की कहानी के दूसरे भाग में जरूर पढ़ें।
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