हैल्लो दोस्तों, यह स्टोरी बिल्कुल वैसी ही लिखी गई है जैसी मेरे साथ हुई है. उस दिन दया और हर्ष की शादी की सालगिरह का दिन था, तो वो दोनों किसी हिल स्टेशन पर जाकर अपनी शादी की सालगिरह मनाने की सोचते है और हिल स्टेशन चले जाते है. फिर वो दोनों बहुत देर तक होटल कि छत पर घूमने के बाद होटल के रूम में आते है. फिर दया बोलती है कि बोलिए आप गिफ्ट में क्या चाहते है? तो हर्ष बोलता है कि मुझे तो बस तुझे एक बार चूमना है.
दया : अरे, वो तो आप रोज़ करते हो ना? कुछ स्पेशल पूछो ना.
हर्ष : मुझे शर्म आ रही है.
दया : बोलकर तो देखिए.
हर्ष : रहने दे दया, तुझे अजीब लगेगा.
दया : नहीं लगेगा, आज कुछ भी चलेगा कहते हुए दया अपनी साड़ी का पल्लू उतार देती है.
हर्ष : ठीक है दया, में बस एक चीज़ चाहता हूँ.
दया : वो क्या?
हर्ष : दया में बस एक बार तेरी गांड सूंघकर उसे चाटना चाहता हूँ.
दया : हँसते हुए, बस इतनी छोटी गिफ्ट, वो तो में आपको कभी भी दे सकती हूँ कुछ बड़ा मांगो ना.
हर्ष : तू बस इतना कर दे दया.
दया : में तो आपको बहुत बड़ा गिफ्ट दूँगी.
अब हर्ष का मन मचलने लगता है. फिर दया हर्ष के करीब आकर उसे किस करती है, दया के बूब्स काफ़ी बड़े और शेप में है, वो हर्ष की छाती पर दबे हुए होते है. अब हर्ष किस करते समय अपना हाथ दया की कमर पर चला रहा था और उसके बूब्स दबा रहा था.
दया : आप मुझे कुछ नहीं देंगे क्या?
हर्ष : बोल क्या करूँ? अपने हाथ से तेरे कपड़े उतारू और तू मेरे उतार.
दया : आज उतने से काम नहीं चलेगा.
हर्ष : तो क्या चाहिए?
दया : हम आज रात ना ही पंखा चलाएगें और ना ए.सी चलाएगें.
हर्ष : लेकिन क्यों? तुझे तो बहुत जल्दी पसीना आ जाता है ना, ऑश अच्छा इसलिए नटखट.
दया : शर्माती है.
फिर हर्ष दया के गहने और चूड़ी उतारता है और फिर उसके बाल खोलता है. फिर हर्ष दया की साड़ी उतार देता है. अब दया लाल ब्लाउज और लहंगे में होती है. फिर दया हर्ष के पूरे कपड़े उतार देती है, अब दया का क्लीवेज देखकर हर्ष का लंड खड़ा हो जाता है. फिर दया उसका लंड देखकर बोलती है कि आप बहुत जल्दी में लग रहे हो. फिर हर्ष दया के बूब्स उसके ब्लाउज के ऊपर से ही दबाना शुरू कर देता है.
दया : अरे बाबा, पहले मेरे कपड़े निकालकर मुझे नंगी तो कर दो.
फिर हर्ष अपने मुँह से दया का ब्लाउज खोलकर उसके लहंगे का नाड़ा खोल देता है. अब दया सिर्फ़ ब्लेक ब्रा और ब्लेक पेंटी में बहुत हॉट लगती है. फिर हर्ष दया को पलटता है और उसकी गांड देखता है. दया की गांड बहुत बड़ी और सेक्सी लगती है और वो ब्लेक पेंटी उसकी सिर्फ़ गांड की लाईन को ही कवर करती है, जो कि उसकी गांड में नज़र भी नहीं आ रही थी.
अब हर्ष आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था, अब गर्मी बढ़ चुकी थी. अब दया की बगल से और उसकी कमर से पसीना बह रहा था, अब उसकी जांघे भी गीली और हॉट लग रही थी. फिर दया अपना हाथ हर्ष की अंडरवेयर में डालकर उसे और बेचैन करने लगती है और एकदम से उसकी अंडरवियर उतार देती है. फिर हर्ष दया को अपनी गोद में उठाकर बिस्तर पर लेटा देता है. फिर हर्ष दया के दोनों पैरों को खोलकर उसकी जांघो को चाटने लगता है. फिर 20 मिनट तक चाटने के बाद हर्ष बोलता है कि दया अब और मत तड़पा, अब मेरा गिफ्ट दे दे.
दया : अभी आप रुकिये, अब दया हर्ष के लंड के ऊपर आकर बैठ जाती है और सामने झुक जाती है, जिससे हर्ष का मुँह सीधा दया के क्लीवेज में जाकर दब जाता है और फिर दया आगे पीछे होती है, जिससे हर्ष का लंड दया की पेंटी में अंदर बाहर होने लगता है. फिर हर्ष भी दया के क्लीवेज का सारा पसीना सूंघता हुआ उसे चाटने लगता है और उसकी ब्रा अपने मुँह से उतार देता है.
फिर दया अपने दोनों हाथ ऊपर करके हर्ष को उन्हें चाटने को बोलती है. दया के बगल पर एक छोटा सा काला तिल था जो पसीने के कारण बहुत सेक्सी लग रहा था और उधर से दया का पसीना भी बह रहा था. फिर हर्ष अपनी जीभ से दया के दोनों बगलों को अच्छे चाटने लगता है. अब हर्ष अपनी उंगली दया की गांड छेद पर रगड़कर दया को तड़पा रहा था.
दया : अब आप अपना गिफ्ट ले लीजिए.
फिर हर्ष अपना हाथ उस लकीर में जो पेंटी का स्ट्रीप था, उसे निकालकर फाड़ देता है और दया को खड़ा कर देता. अब दया का पसीना उसकी कमर से उसकी चूत में जा रहा होता है. अब हर्ष दया की चूत सूंघता है और फिर अपनी जीभ पूरी बाहर निकालकर उसकी गांड पर रखता है तो दया की चीख निकल जाती है. फिर हर्ष दया की गांड को वैसे ही 1 घंटे तक स्मेल और चाटता रहता है. फिर हर्ष दया को बोलता है कि दया तेरी गांड में तो एक नशा है, मज़ा आ गया.
दया : बस इतनी ही देर, यह तो आप रोज कर सकते है, आज थोड़ा ज्यादा हो ज़ाए बोलकर दया हर्ष को बेड पर लेटाकर अपनी गांड टाईट करके उसके मुँह के ऊपर बैठ जाती है. अब हर्ष दया की पूरी गांड चाटने लगता है. फिर करीब 1 घंटे तक इसी पोज़िशन में होने के बाद हर्ष दया को उठाता है. फिर वो दोनों अलग-अलग हो जाते है. अब हर्ष दया के बूब्स मसलता है और दया हर्ष के लंड के साथ खेलती है.
दया : हर्ष मजा आ रहा है, या नहीं.
हर्ष : क्या इरादा है तेरा?
फिर दया हर्ष के ऊपर आकर बैठ जाती है और उसका लंड अपनी चूत में डाल देती है. अब हर्ष से भी रहा नहीं गया और उसने एकदम से अपना लंड पूरा दया की चूत में घुसा दिया और दया की चीख निकल गई. अब हर्ष का लंड पूरी तरह से दया की चूत में घुस गया था. अब दया सामने झुककर अपने बूब्स हर्ष के मुँह पर लगा रही थी और धीरे-धीरे आगे पीछे हो रही थी और आवाज़ें निकाल रही थी आहह ऑश हर्ष ऑश ऑश और हर्ष को चोद रही थी. अब हर्ष ने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और वो दया को ज़ोर- ज़ोर से चोदने लगा. अब उन दोनों की आवाज़ पूरे कमरे में गूँजने लगी थी. फिर दया हर्ष के बाजू में आकर लेट जाती है.
हर्ष : क्या हुआ डार्लिंग थक गई हो?
दया : नहीं मेरी जान, अभी मुझे और करना है प्लीज मेरे ऊपर आ जाओ ना.
अब हर्ष दया के पैर उठाकर अपना लंड दया की चूत के छेद में लगा देता और धीरे-धीरे घुसाने लगता है. अब दया की आँखें बंद होने लगती है और उसे मजा आने लगता है. फिर दया हर्ष के हाथ अपने बूब्स पर रख देती है और हर्ष उन्हें मसलने लगता है. फिर लगभग आधे घंटे तक वो दोनों इसी तरह से चोदते रहते है.
अब गर्मी इतनी बढ़ चुकी थी कि उन दोनों को बहुत पसीना आने लगता है और अब दया तो इतनी गीली हो चुकी थी कि ऐसा लग रहा था कि वो अभी नहाकर आई हो. अब दया को गीली देखकर हर्ष का लंड वापस कड़क हो गया था. फिर उसने वापस से दया को बेड पर लेटाया और उसके हाथ ऊपर करके उसकी बगल के पसीने को सूंघकर चाटने लगा और फिर 10 मिनट के बाद दया के पैर खोलकर दया की चूत चाटने लगा.
दया : अभी मेरी पीठ और गांड भी बाकी है.
फिर हर्ष दया को पलटकर उसकी पीठ चाटने लगता है और उसकी गांड के पास आकर अपना मुँह उसमें घुसाकर दया की गांड सूंघकर चाटने लगता है. फिर वो दोनों बाथरूम में जाकर शॉवर में नहाने लगे और एक दूसरे को स्मूच करने लगे.
हर्ष : आज बहुत मजा आया.
दया : हाँ, हमको ऐसे हर हफ्ते करना चाहिए बोलकर, वो दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.
इस तरह से उन दोनों ने फिर से अपनी सुहागरात मनाई और खूब इन्जॉय किया.