अक्षिता और मैं एक दूसरे से काफी दिनों से मिल नहीं पाए थे क्योंकि मैं अपने ऑफिस के काम के चलते बिजी था और वह भी काफी ज्यादा बिजी थी तो एक दिन अक्षिता ने मुझसे फोन पर बात की. जब हम दोनों ने एक दूसरे से फोन पर बात की तो हम दोनों को काफी अच्छा लगा अक्षिता ने मुझसे कहा कि मुझे तुमसे मिलना है.
मैंने अक्षिता को कहा कि ठीक है मैं कल तुमसे मुलाकात करता हूं और अगले दिन जब हम दोनों एक दूसरे को मिले तो अक्षिता ने मुझे बताया कि वह पुणे जा रही है. जब मैंने अक्षिता से इस बारे में पूछा कि आखिर वह पुणे क्यों जा रही है तो उसने मुझे बताया कि वह अब वहीं पर जॉब करने वाली है. मैंने अक्षिता से कहा कि चलो यह तो बहुत ही अच्छी बात है कि तुम वहीं पर जॉब करने वाली हो.
अक्षिता अब पुणे में ही जॉब करने वाली थी और उसकी नौकरी पुणे में लग चुकी थी इसलिए वह बहुत ज्यादा खुश थी और मैं भी काफी खुश था कि अक्षिता की जॉब लग चुकी है. अक्षिता पुणे जा चुकी थी और उसके बाद हम दोनों की बातें सिर्फ फोन पर ही हुआ करती थी हम दोनों एक दूसरे से फोन पर ही बातें किया करते थे.
जब भी हम दोनों की बातें फोन पर होती तो हम दोनों को ही अच्छा लगता. काफी लंबा समय भी हो चुका था हम दोनों एक दूसरे को मिले नहीं थे. मैं मुंबई में था और अक्षिता पुणे में ही रहने लगी थी लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि अक्षिता का अफेयर उसके ऑफिस में काम करने वाले किसी लड़के से हो जाएगा. वह अब उस लड़के को प्यार करने लगी थी इसी वजह से वह मुझसे दूर होती जा रही थी अक्षिता मुझसे काफी दूर हो चुकी थी और हम दोनों एक दूसरे से अलग हो चुके थे.
मैंने कुछ समय मे अपना बिजनेस शुरू कर दिया था और मैं बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से मेरा बिजनेस चल रहा था और मेरी जिंदगी भी अब अच्छे से चलने लगी थी. मैं अक्षिता को भूल कर अब आगे बढ़ चुका था और मेरे जीवन में सब कुछ ठीक चलने लगा था मेरा बिजनेस भी अच्छे से चल रहा था.
मैं काफी खुश था जिस तरीके से मेरा बिजनेस चल रहा था. एक दिन मैं अपने दोस्त से मिला मैं अपने दोस्त से काफी समय के बाद मिला था उससे मिलकर मुझे बड़ा ही अच्छा लगा. वह मुझे कहने लगा कि वह कुछ दिनों के लिए लोनावला घूमने के लिए जा रहा है तो मैंने भी रजत को कहा कि मैं भी तुम्हारे साथ आना चाहता हूं.
रजत और मैं कुछ दिनों के लिए लोनावला जाने का प्लान बना चुके थे रजत का लोनावला में फार्महाउस है और जब हम लोग लोनावला गए तो हम लोग बड़े ही खुश थे और हम लोगों ने वहां पर खूब इंजॉय किया.
लोनावला घूमने के बाद हम लोग वापस मुंबई लौट आए थे और मुझे काफी काम था इस वजह से मैं काफी बिजी था. जब उस दिन मैं अपने घर लौटा तो उस दिन पापा ने मुझसे कहा कि बेटा आज हम लोग एक पार्टी में चल रहे हैं क्या तुम हमारे साथ चलोगे.
पापा के किसी दोस्त के घर पर एक छोटी सी पार्टी थी तो मैंने भी सोचा कि मैं भी पापा मम्मी के साथ चला जाता हूं और मैं उस दिन पापा और मम्मी के साथ चला गया. जब मैं उनके साथ पार्टी में गया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा और मैं काफी खुश था जिस तरीके से वहां पर सब लोग एक दूसरे से मिले.
पापा ने मुझे अपने दोस्तों से भी मिलवाया तो मुझे बड़ा ही अच्छा लगा था और फिर हम लोग घर लौट आए थे. जब हम लोग घर लौटे तो उस वक्त काफी ज्यादा रात हो चुकी थी इस वजह से मुझे बहुत थकान सी महसूस हो रही थी. मैं जब अपने रूम में गया तो कुछ देर मैं अपने मोबाइल में गेम खेलता रहा उसके बाद मैं सो गया था.
अगले दिन मेरी बात मेरे दोस्त रजत के साथ हुई रजत ने मुझे कहा कि आज मुझे तुमसे मिलना है तो मैंने रजत को कहा कि ठीक है मैं तुमसे मिलता हूं और मैं उससे मिलने के लिए चला गया.
मैं जब रजत के घर पर गया तो रजत ने मुझे कहा कि आज तुम मेरे साथ चलो. मैंने रजत से कहा कि आखिर हमें चलना कहां है लेकिन उसने मुझे कुछ भी नहीं बताया और हम लोग उस दिन कोमल से मिलने चले गए. कोमल से मुझे रजत ने मिलाया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा रजत ने मुझे बताया कि वह कोमल से जल्द ही शादी करने वाला है. मैंने रजत को कहा कि यह तो बड़ी ही अच्छी बात है.
उस दिन मैं कोमल को पहली बार ही मिला था मुझे उससे मिलकर अच्छा लगा. कोमल से मिलने के बाद हम दोनों घर लौट आए थे. जल्द ही कोमल और रजत की शादी होने वाली थी जब उन दोनों की शादी होने वाली थी तो मैं भी रजत की शादी में गया. उस दिन शादी में मेरी मुलाकात अंकिता से हुई अंकिता से मिलकर मुझे अच्छा लगा.
मुझे अंकिता से कोमल ने मिलवाया था और यह पहली बार ही था जब मैं अंकिता से मिला. हम लोगों की मुलाकात उस दिन के बाद हमेशा ही होने लगी, मैं अंकिता को मिलने लगा था और हम एक दूसरे को डेट भी करने लगे थे.
हम दोनों को बड़ा ही अच्छा लगता है जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ में होते है और एक दूसरे के साथ समय बिताया करते है. हम एक दूसरे के बहुत ज्यादा नजदीक आ चुके थे और हम दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे थे. मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब भी मैं और अंकिता साथ में समय बिताया करते है.
अंकिता और मैं एक दूसरे को बहुत ही ज्यादा प्यार करने लगे थे और अब हम दोनों एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते. अंकिता और मैं जब भी मिलते तो हमें बड़ा अच्छा लगता. अंकिता और मैं अंकिता का बर्थडे सेलिब्रेट करना चाहते थे अंकिता का जन्मदिन जल्द ही आने वाला था और मैंने अंकिता का बर्थडे सेलिब्रेट करने का फैसला किया. जब उस दिन मैंने अंकिता का बर्थडे सेलिब्रेट करने के बारे में सोचा तो मैंने इस बारे में रजत से बात की और रजत ने मेरी मदद की.
अंकिता का बर्थडे हम लोगों ने सेलिब्रेट किया और हम सब लोगों ने बहुत ही इंजॉय किया. अंकिता बहुत ही ज्यादा खुश थी और मैं भी बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से हम लोगो ने अंकिता का जन्मदिन सेलिब्रेट किया. अब हम दोनों की जिंदगी में सब कुछ अच्छे से चल रहा था और हम दोनों चाहते थे कि जल्द ही हम दोनों एक हो जाएं लेकिन अंकिता के परिवार वाले शायद इस बात के लिए तैयार नहीं थे.
मुझे लगा कि अंकिता की फैमिली हम दोनों की शादी के लिए मान जाएगी लेकिन वह लोग इस बात के लिए तैयार नहीं थे और हम दोनों को फिलहाल एक दूसरे से शादी करने का ख्याल अपने दिमाग से हटा चुके थे.
हम दोनों को इस बात की बड़ी सी खुशी थी कि हम दोनों साथ में हैं और हम दोनों का रिलेशन बहुत ही अच्छे से चल रहा है. हम दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं और हम दोनों की जिंदगी में अब काफी खुशियां हैं लेकिन हम दोनों की शादी अभी तक नहीं हो पाई है. हम दोनों एक दूसरे के साथ में ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते हैं.
अंकिता और मेरे बीच में सेक्स संबंध बन चुके थे. एक दिन हम दोनों साथ में थे उस दिन मैं अंकिता के साथ सेक्स संबंध बनाना चाहता था. मैंने अंकिता से कहा आज मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है. उस दिन वह भी इस बात के लिए तैयार थी वह मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार हो चुकी थी. मैंने उस दिन अंकिता के साथ सेक्स संबंध बनाने के बारे में सोचा हम दोनों मेरे एक दोस्त के घर चले गए और वहां पर हम दोनों साथ में बैठे हुए थे.
मेरा मन अंकिता के साथ सेक्स करने का था मैंने अंकिता के होठों को चूमना शुरू किया तो मैं पूरी तरीके से गर्म होने लगा था और अंकिता भी गर्म होने लगी थी. मेरी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी वह मुझे कहने लगी मैं अपने आप पर काबू नहीं कर पा रही हूं.
मैंने अंकिता के सामने अपने लंड को किया और अंकिता ने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया वह उसे सकिंग करने लगी. अंकिता मेरे लंड को चूस रही थी उससे हम दोनों को मजा आ रहा था और हमारी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ने लगी थी. हम दोनो रह नहीं पा रहे थे मैंने अंकिता के बदन से उसके कपड़े उतार कर उसे बिस्तर पर लेटा दिया था और मैं उसके स्तनों का रसपान करने लगा.
मुझे उसके स्तनों को चूसने में मजा आ रहा था और मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था. वह जिस तरीके से मेरा साथ दे रही थी उस से हम दोनों पूरी तरीके से गर्म होते चले गए थे. मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा था उसने अपने पैरों को चौड़ा कर लिया मैंने अंकिता की चूत को कुछ देर तक चाटा और उसकी योनि को चाटने के बाद मैंने उसकी योनि में अपने मोटे लंड को प्रवेश करवा कर उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू कर दिया था जिस से मुझे मजा आने लगा था और अंकिता को भी बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था.
हम दोनों पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे और हमारी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी. मैंने अंकिता की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को तेजी से करना शुरू कर दिया था अंकिता भी जोर से चिल्लाने लगी थी.
अंकिता की सिसकारियां बढ़ती ही जा रही थी. अंकिता की गर्मी बढ रही थी मैं भी पूरी तरीके से गर्म होता जा रहा था वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और ना तो अंकिता अपने आपको रोक पा रही थी. मैंने जैसे ही अंकिता की योनि में अपने माल को गिराया तो वह खुश हो गई थी. हम दोनों को बड़ा मजा आया जब मैंने और अंकिता ने एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे.