हेलो सभी दोस्तों को मेरा नाम किरण है और में २० साल का हूँ. यह कहानी आज से १ साल पहले की है. में वैसे तो नागपुर का रहने वाला हूँ पर एक साल पहले मैंने मुंबई के कोलेज में एडमिशन लिया था इसलिए में मुंबई शिफ्ट हो गया था.
पहले तो मैंने पीजी में रहना शुरू किआ था. वैसे तो यहां मेरी आंटी का घर था पर में अकेला रहने चाहता था. इसलिए पीजी में ही रह रहा था पर फिर भी कभी कभी में खाना खाने या मिलने के लिए आंटी के घर चला जाता था.
मेरी आंटी का नाम है शीना और वो ४० इयर्स की हैं उनकी शादी जल्दी हो गयी थी इसलिए उनकी ३ बेटियां भी बड़ी हो गयी हैं.
वो हमेशा जिम जाती हैं और अपने आप को मेन्टेन रखती है इसलिए अभी भी काफी हॉट और सेक्सी हैं. वो एकदम गोरी है और उनकी फिगर एक दम टोंड है.
उनके घर में इनके अलावा उनके हस्बैंड और तीन बेटियां हैं. उनके हसबंड यानी मेरे अंकल अराउंड ४० इयर्स के हैं. वो भी अपने आप को मेन्टेन रखते है इसलिए अभी भी एकदम हैंडसम हंक लगते हैं. उनकी तीन हॉट बेटियों के नाम है. सबसे बड़ी बेटी २३ की है और उसका नाम है रिया वो अभी [पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही है. वो भी काफी हॉट है मैंने काफी बार आस पास के लड़को को उसे घूरते देखा है.
उससे छोटी बेटी का नाम है श्रेया वो २१ साल की है और अभी कोलेज में ही पढ़ रही है मेरी तरह वैसे तो हम एक ही कोलेज में पर हमारी ज्यादा नहीं बनती क्यूंकि वो काफी ऐटिटूड वाली है. वो भी काफी हॉट है और कोलेज में लड़के उसके आगे पीछे घूमते है पर वो किसी को जयादा भाव नहीं देती.
तीसरी बेटी का नाम है सान्या और वो अभी १९ साल की है और स्कूल में पढ़ रही है. वैसे तो वो मुझसे छोटी है पर उसका नेचर काफी अच्छा है इसलिए हम दोनों की काफी बनती है. अब सीधा स्टोरी पे आता हूँ..
जैसे की मैंने बताया की में काफी बार उनके घर जाया करता था तो लगभग ३ महीनो में उनसे बिलकुल घुल मिल गया था और सब मुझे पसंद करते थे सिवाए श्रेया के.
एक दिन की बात है में अपने पीजी में बोर हो रहा था तो में सोचा की आंटी के यहां चला जाता हूँ वैसे तो में हमेशा उन्हें बता के ही आता था. पर उस दिन में उन्हें फ़ोन करना भूल गया और सीधे उनके घर चला गया.
उनका घर एक बड़ा बंगलो था जिसमे एक गार्डन भी था. जब में उनके घर पहुंचा तो मैंने बेल बजाई पर कोई खोलने नहीं आया.
तो मैंने दुबारा २-३ बार बेल बजायी पर फिर भी कोई खोलने नहीं आया. तो मुझे लगा शायद वो होंगे नहीं और में वापस जाने लगा पर तभी अंडर से कुछ आवाज़ सुनाई दी मैंने गेट के पास जा कर सुनने की कोशिश की पर कुछ समझ नहीं आया.
मैंने सोचा की पीछे वाले गेट से जा के देखता हूँ जब में वहां पहुंचा तो देखा की अंकल वहां के लड़की के साथ थे और उन्होंने उससे दीवार से लगा रखा था और उसे चुम रहे थे. उस लड़की की भी आधे ड्रेस उतरी हुई थी और उसकी ब्लैक ब्रा साफ़ दिख रही थी. पहले तो मुझे लगा शायद वो आंटी ही हैं पर कुछ देर बाद जब वो अलग हुए तो मैंने देखा की वो तो उनकी सेक्रेटरी रितिका है.
यह देख कर में चौंक गया और मुझे अंकल पे गुस्सा आया की वो आंटी को चीट कर रहे हैं. इसलिए मैंने सोचा की देखता हूँ की यह क्या करते हैं और फिर इनकी फोटो लेकर में आंटी को दिखाऊंगा तो मैंने अपनी जेब से अपना फ़ोन निकाला और सब कुछ रिकॉर्ड करने लगा.
कुछ ही देर में अंकल और रितिका फिर से एक दूसरे को चूमने लगे. और फिर धीरे धीरे अंकल उसकी गर्दन पे किस करने लगे.
फिर धीरे से अंकल ने उसकी ड्रेस निकाली और साइड में फेंक दी अब वो सिर्फ ब्लैक ब्रा और पेंटी में थी और बहुत ही सेक्सी लग रही थी मेरा मन कर रहा था की उसे अभी यहीं चोद डालूं अपर मैंने अपने आप को कण्ट्रोल किआ.
फिर अंकल ने उसे पलटा और उसकी गोरी बैक पर किस करने लगे और फिर उसकी ब्रा खोल दी और निकाल दी फिर वो नीचे बैठे और उसकी पेंटी को मुहं में पकड़ कर नीचे खींच कर निकाल दिया.
अब मुझे उसकी गोरी गोरी गांड साफ़ दिखाई देने लगी. फिर अंकल ने उसके पैर खोले और उसकी चूत में अपना मुहं दे दिया. कुछ देर चूसने के बाद वो ऊपर आये और उसके बूब्स दबाने लगे और फिर चूसने लगे.
फिर अंकल ने फटाफट अपने कपडे उटारे और पुरे नंगे हो गए. उनका लंड अकडा हुआ था जो चमक भी रहा था. फिर उन्होंने रितिका को उठाया और बेड पे डाल दिया और वो दोनों ६९ की पोजीशन में आ गए और अंकल ने उसकी चूत चूसी और रितिका अंकल का लंड चूसने लगी.
ऐसे वो लगभग १५ मिनिट तक चूसते रहे फिर अंकल ने अपने लंड निकला और रितिका की चूत में डाल दिए जिससे वो चींख उठी पर अंकल रुके नहीं और पागलों के तरह उससे चोदते रहे. यह सब देख कर मेरा खड़ा हो गया पर आंटी की खातिर में वीडियो बनाता रहा.
लगभग २५ मिनिट लगातार चोदने के बाद अंकल ने अपना लंड बहार निकाला और वो रितिका के मुँह में दे कर सारा माल छोड़ दीया और उसपर लेट गए.
मुझे लगा सब खत्म हो गया पर ऐसा नहीं हुआ था दो मिनिट रेस्ट करने के बाद रितिका उठी और फिर से अंकल का लंड चूसने लगी.
१० मिनिट चूसने के बाद अंकल का लंड फिर खड़ा हो गया और वो सेकंड राउंड के लिए तैयार हो गए.
इस बार अंकल ने उससे उठाया को दिवार से लगा दिया और लंड उसकी गांड पे घूमाने लगे और धीरे धीरे आयल लगा कर उसकी गांड में दाल दिया और उसकी गांड मारने लगे.
१० मिनिट गांड की चुदाई करने के बाद अंकल ने लंड निकला और फिर से रितिका का मुहं चोदने लगे और ५ मिनिट में सारा माल उसके मुहं में ही छोड़ दिया.
यह सब रिकॉर्ड काने के बाद भारी मन से मैं चला गया और वापस अपने पीजी आ गया और आंटी को कॉल किआ.
आंटी – हेलो हाँ बोलो किरण.
मैं – आप कहाँ है आंटी?
आंटी – में तो कहीं बहार आयी हूँ किसी काम से ५ – ६ दिन में वापस आउंगी मतलब थर्सडे रात तक क्यों क्या हुआ?
मैं – कुछ नहीं वो में आपके घर गया था पर वहां कोई नहीं था.
आंटी – हाँ क्यूंकि में और रिया तो बहार हैं. श्रेया अपनी कुछ फ्रेंड्स के साथ घूमने गयी है और सान्या स्कूल ट्रिप पर गयी है और अंकल ऑफिस में होंगे.
मैं – (मैंने सोचा बेचारी को पता भी नहीं की अंकल क्या कर रहे हैं पर मैंने उन्हें कुछ बताया नहीं क्यूंकि मुझे लगा जब वो आएँगी तो सबुत दिखा के ही सब बताऊंगा) अच्छा चलो कोई नहीं फिर में थर्सडे को ही आप से मिलता हूँ.
अब मैंने डिसाइड किया की आंटी के आने तक में अंकल पे नज़र रख कर सब सबुत कलेक्ट करूँगा. लेकिन शाम को मैंने सेक्रेटरी और अंकल की हॉट चूत और गांड चुदाई देख के चार बार मुठ मारी.