नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम मनोज है. मेरी उम्र 25 साल, बरेली में रहता हूँ। मैंने अन्तर्वासना की कहानियाँ बहुत पढ़ी, मैंने आज तक कई लड़कियों को चोद कर मजा दिया है.
अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ. यह बात आज से 3 साल पहले की है, मैं अपनी दीदी के घर पर गया हुआ था।
वहाँ दीदी, जीजा, उनकी मम्मी, दो भाई और चार ननद जिनमें से तीन की शादी हो गई है, बस एक रह गई थी. असली नाम नहीं बताऊँगा तो चलो उसका नाम मधु रख लेते हैं।
दीदी की ननद मधु उस समय 25 साल की थी, पर अभी तक उन की शादी नहीं हुई थी. बहुत ही सुंदर चेहरा, लगभग गोरा रंग, अच्छे शरीर की थी.
उस दिन से पहले मैंने उनके बारे में कभी गलत नहीं सोचा था.
ठण्ड के दिनों में खाना भी जल्दी बन जाता है. दस बजे के करीब हम सब लोग खाना खाकर सोने चले गये. लेटने के कुछ देर बाद में सो गया.
करीब 1 घंटे के बाद सभी लोगों के सोने के बाद मधु मेरे पास आई और मेरे कान में कहा- सो रहे हो क्या?
मैंने कहा- नहीं, अभी नहीं सोया हूं.
वो मेरे पास आकर लेट गई और मुझसे कहने लगी- तुम किरण से क्यों बात करते हो? किरण उनके चाचा की बेटी है.
मैंने उनसे कहा- मैं नहीं करता.
वो बोली- मुझसे झूठ मत बोलो, मुझे सब पता है तुम्हारे और किरण के बारे में!
मैंने फिर उनको बता दिया- हां, मैं किरण से बात करता हूँ.
वो बोली- उससे बात मत किया करो, वो ठीक लड़की नहीं है.
उसके बाद उन्होंने कुछ ऐसा बताया जिस को सुन कर मैं चौंक गया, बोली- उसमें क्या है जो मुझ में नहीं?
मैंने कहा- इस बात का क्या मतलब है?
वो बोली- मैं तुम्हें पसंद करती हूं जबसे तुम्हें देखा है… पर मुझे पसन्द नहीं कि तुम किरण से बात करो!
फिर मधु बोली- यहाँ कोई आ जायेगा, चलो मेरे कमरे में… वहां बात करते हैं..
मैंने देखा कि कोई जग तो नहीं रहा है. फिर मैं उनके कमरे में चला गया और उन साथ उनके बिस्तर पर मैं लेट गया.
लेटने के साथ ही वो मुझसे चिपक गई और मुझे किस करने लगी. मैंने भी देर न करते हुए उनके बूब्स में हाथ डाल दिया. उनके बूब्स बहुत टाईट थे, दबाते वक्त बहुत मजा आ रहा था जिससे उनको और सेक्स चढ़ने लगा.
एक बात और… मैं रात को सिर्फ निक्कर ओर बनियान में सोता हूं. उन्होंने मेरे अन्डरवियर में हाथ डाल दिया, मेरे लण्ड को पकड़ लिया.
उस समय लण्ड मेरा सोया हुआ था पर जैसे ही उनका हाथ लगा, मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया.
वो कहने लगी- अभी तो कितना छोटा था… अब देखो कैसे तन के खड़ा हो गया है.
फिर मैंने उनके सारे कपड़े सलवार और कमीज उतार दिये, वो अब सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी, फिर मैंने वो भी उतार दी और उनके नंगे शरीर को धीरे धीरे किस करने लगा. जैसे ही मैं उनकी चूत के पास पहुंचा, उन्होंने मेरा सिर अपनी चूत में दबा लिया, फिर वो बोली- अब नहीं रहा जाता… उम्म्ह… अहह… हय… याह… जल्दी से चोद कर मेरी चूत की प्यास बुझा दो, बहुत दिनों से यह प्यासी है!
देर न करते हुए मैंने उनकी यह इच्छा भी पूरी कर दी और अपना लंड उनकी चूत के छेद पर रख दिया और एक ही धक्के में मेरा आधा लंड उनकी चूत में था.
उनको बहुत दर्द हो रहा था, वो बोली- इसको बाहर निकालो, बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने उनकी एक न सुनी और पूरा लण्ड उनकी चूत में उतार दिया.
जैसे ही लण्ड पूरा अन्दर गया, उन्होंने मेरी पीठ पर अपने नाखून गड़ा दिए और बोली- मुझे मार ही दोगे क्या?
मैंने कहा- नहीं.
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उसके 5 मिनट के बाद उनका दर्द जब कम हुआ तो उनकी कमर अपने आप चलने लगी और मधु बोली- अब चोद.. चोद ना!
उसके बाद मैंने उनके शरीर पर कई जगह काटा जिससे उनको और सेक्स चढ़ने लगा, वो और जोर जोर से अपनी कमर चला कर सेक्स करने लगी, बोली- चोद दो… बुझा दो आज मेरी चूत को चोद कर इसकी प्यास… बहुत सालों से यह प्यासी है.
वो 25 साल की उम्र हो जाने के बाद पहली बार सेक्स का मजा ले रही थी.
हमारी चुदाई काफी लम्बी चली उस दौरान वो झड़ भी गई और उनके बाद मैं भी झड़ गया. इस प्रकार मैंने दीदी की ननद को चोद के चुदाई का पहला सुख दिया!
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