हैल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप? मेरी इस नॉटी सेक्स कहानी में आप सबका स्वागत है.
मेरा नाम विपुल कुमार है. मैं उत्तर प्रदेश के एक शहर में रहता हूँ. मेरी उम्र 24 साल है और मैंने ग्रेजुएशन पूरी कर ली है. अभी मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूँ।
गोपनीयता के चलते मैं शहर का नाम नहीं लिखूंगा. और फिर यार, शहर से क्या मतलब … बस कहानी आप लोगों तक पहुँचनी चाहिए।
बहुत समय के बाद मैं फिर से एक कहानी लेकर आया हूँ इसके बहुत से कारण है पहला कारण कि मैं काफी व्यस्त हो गया था दूसरा कारण कि आप लोगों ने मेल करके कोई फीडबैक नहीं दिया. और तीसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि जो मेरी पुरानी वाली जीमेल आईडी थी उसमें कुछ समस्या आ गयी थी जिससे वो खुली नहीं और मुझे निराश होकर दूसरी जीमेल आईडी बनानी पड़ी.
खैर जो भी हुआ उसके लिए माफ़ी चाहता हूँ।
आज जो मैं ये कहानी लिख रहा हूँ यह कोई कहानी नहीं बल्कि छोटी-छोटी घटनाएं हैं जो मेरे और भाभी के बीच घटित हुईं हैं.
मैं आपको पहले ही यह बता दूं कि इसमें कोई चुदाई की घटना नहीं है. अगर आपको पसंद नहीं हो तो आप ना पढ़ें और अपना समय खराब ना करें.
लेकिन जो देवर भाभी की कहानी पसंद करते हैं या भाभियों से प्यार करते हैं वो इस कहानी को पढ़ सकते हैं. अगर इस कहानी में कोई गलती हो जाये तो मुझे माफ़ कर देना.
तो चलिए शुरू करते हैं।
दोस्तो, मैंने भाभी की सुहागरात की चुदाई लाइव देखी थी. फिर उसके बाद भी मैंने देखने की कोशिश की लेकिन फिर ऐसा कुछ ख़ास नहीं हुआ. पर भैया तो रोज रात को चुदाई करते थे आखिर उनकों चूत का लाइसेंस(शादी) जो मिल गया था.
एक दिन मैं फिर से कमरे के पास गया तो देखने का तो कोई जुगाड़ नहीं था. लेकिन खिड़की के पास चुदाई की आवाज़ सुनाई दे रही थी क्योंकि भैया का डबल बैड खिड़की के पास लगा था।
मैं वहां रूक गया और ध्यान से कान लगाकर सुनने लगा.
अन्दर से कुछ इस तरह की आवाज़ आ रही थी ‘सी … सी … उममह … धीरे करो … सीईई … उईई … फक मी … आहह … आआह … प्लीज चोदो’
मैं सुन रहा था.
लेकिन शायद उस दिन मेरी किस्मत ही खराब थी और तभी अचानक मेरा मोबाइल बज उठा … मेरे एक दोस्त का फोन आ गया था.
मैंने तुरंत उसकी काल को काट दिया और वहां से अपने कमरे में भाग गया. मेरी तो हालत ही खराब हो गयी थी कि पता नहीं अब क्या होगा.
अगले दिन जब मैं सोकर उठा और अपने कमरे से बाहर निकला तो सब सामान्य था. भैया ऑफिस जा चुके थे और भाभी रसोई में चाय बना रही थी।
भाभी ने मुझे तिरछी नजर से देखा और कहा- उठ गए देवर जी … चाय नाश्ता तैयार है, दे दूँ?
मैंने कहा- भाभी मैंने अभी ब्रश नहीं किया है. मैं ब्रश करने और नहाने जा रहा हूँ.
भाभी ने कहा- ठीक है, नहा लीजिये.
और फिर मैं नहाने के लिए चला गया।
जब मैं नहा कर वापस आया तो भाभी ने मुझे नाश्ता दिया और मेरे पास में आकर बैठ गयीं.
सामने टीवी चल रहा था।
भाभी मुझसे कहने लगी- देवर जी, क्या आप रात को बहुत देर से सोते हैं?
तो मैंने कहा- नहीं भाभी, मैं तो जल्दी सो जाता हूँ.
भाभी बोली- कल रात तो आप जाग रहे थे? मैंने अपने कमरे के पास आपके मोबाइल की रिंगटोन सुनी थी.
अब मेरी कल वाली चोरी पकड़ी गई. मैंने कहा- हाँ भाभी, वो मुझे कल नींद नहीं आ रही थी तो मैं टहल रहा था.
फिर भाभी ने पूछा- रात आपने कुछ सुना तो नहीं?
तो मैंने कहा- भाभी, आवाजें तो आ रही थी लेकिन कुछ समझ में नहीं आ रहा था मुझे!
भाभी ने शर्माते हुए सिर झुका लिया और कहने लगी- देवर जी, आप बहुत शरारती हो.
वे समझ गयीं कि चुदाई की आवाजें देवर जी ने सुन ली हैं।
दोस्तो, आप लोगों को मैं अपनी भाभी जी के बारे में बताना ही भूल गया. उनका नाम दीपिका है लेकिन सब लोग प्यार से दीपा कहते हैं. और भैया दीपा डार्लिंग बोलते हैं।
भाभी जी एक गाँव से हैं लेकिन देखकर कोई नहीं कह सकता है कि भाभी गाँव से होंगी. उनके आगे शहर की लड़की भी फेल है।
उनकी उम्र 26 साल है. यानि भाभी जी मुझसे दो साल बड़ी हैं. भाभी की लम्बाई लगभग साढ़े पांच फ़ीट है और रंग दूध की तरह सफेद है. भाभी के बाल उनकी कमर तक लम्बे हैं जो उनकी खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं।
वे हमारे घर की आदर्श बहू, भैया की आदर्श पत्नी और मेरे लिए प्यारी भाभी जी हैं।
भाभी ने एम. ए. तक की पढाई कि हुई है. जब भाभी एम ए के अन्तिम वर्ष में थी, तभी भाभी की शादी हो गयी थी. वो उस समय 23 साल की थी।
भाभी ने बताया कि जब उनकी शादी हुई थी तो उस समय उनकी ब्रा का नम्बर 30 था. शादी के कुछ महीने बाद 32 हो गया था लेकिन इस समय 2020 में भाभी की ब्रा का साइज 34 सी है जो भैया ने स्तन चूस कर और दबा कर इतना कर दिया है.
भैया को भाभी के गोरे-गोरे बदन पर काली ब्रा बहुत अच्छी लगती है इसलिए भाभी जी काले रंग की ब्रा ज्यादातर पहनती हैं।
दोस्तो, आजकल तो जमाना ऐसा है कि लड़कियों के स्तन पर कम उम्र में ही ब्रा आ जाती है. नहीं तो पहले शादी होने तक लड़कियाँ समीज पहनती थी.
भाभी बता रही थी कि उन्होंने बी.ए (प्रथम वर्ष) में ब्रा पहनना शुरू किया था।
मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती है, वो कक्षा नौ में पढ़ती है और उसकी ब्रा का साइज 32 सी है जबकि उसकी ये उम्र समीज पहनने की है बहुत मोटे स्तन हैं उसके।
दोस्तो, हमारे यहां बन्दर आ जाते हैं और खाने पीने की चीजें या कपड़े इत्यादि ले जाते हैं.
शुरू में भाभी को पता नहीं था, एक बार बन्दर भाभी की ब्रा ले गया और पड़ोस की छत पर बैठ गया. तब मैं घर पर ही था.
भाभी ने मुझे आवाज़ लगायी- देवर जी!
वे मुझे प्यार से देवर जी ही बोलती हैं.
मैंने कहा- हाँ भाभी?
तो भाभी बोली- छत पर आइये, बन्दर कपड़ा ले गया है.
जब मैं छत पर गया तो बन्दर ब्रा को फाड़ रहा था.
मुझे ये देखकर हंसी आ गयी, मैंने कहा- भाभी, लगता है बन्दर को आपकी ब्रा पसंद आ गयी है.
तो भाभी भी हंसने लगीं.
फिर मैंने बन्दर को रोटी डालकर भगाया और ब्रा उठा कर लाया. हालाँकि बन्दर ने ब्रा स्तन वाली जगह से फाड़ दी थी.
मैंने भाभी से कहा- भाभी ये ब्रा तो बन्दर ने फाड़ दी. इस पर 32 सी लिखा है. अब आपको नई ब्रा लेनी पड़ेगी.
तो भाभी शरमा गयी और मुस्कुराने लगी.
उस दिन से भाभी मुझसे खुलने लगी।
अब मैं आपको थोड़ा भैया के बारे में बता दूं. भैया की हाइट लगभग 6 फुट है और कसरती शरीर है क्योंकि भैया पहले रोज जिम जाते थे. लेकिन अब जॉब से टाइम ना मिलने की वज़ह से नहीं जाते हैं. लेकिन घर में ही थोड़ी देर कसरत जरूर करते हैं, मैं भी जिम जाता हूँ और कसरत करता हूँ।
भैया का लिंग साढ़े छ: इंच लम्बा और ढाई इन्च मोटा है. ये बात खुद भाभी बता रही थी।
और दोस्तो, जो मेरा चूत फाड़ने का औज़ार है वह छ: इंच लम्बा और सवा दो इंच पाइप के जितना मोटा है. शायद आपको झूठ लगे लेकिन ये मैंने खुद नाप कर लिखा है. इसमें कोई झूठ बात नहीं है. आप भी अपना लिंग इतना लम्बा और मोटा कर सकते हो मैं आपको तरीका भी बता दूंगा।
दोस्तो, मैंने और भैया ने अपना लंड इतना लम्बा और मोटा कैसे किया ये भी आपको बता देता हूँ.
लगभग तीन चार साल पहले कि बात है भैया ने घी लिया और अन्दर कमरे में जाकर घी अपने लंड पर लगा कर मालिश करने लगे. मैं दूसरे कमरे में लेटा हुआ था और देख रहा था. शायद भैया मुझे नहीं देख पाये थे क्योंकि भैया का ध्यान तो मालिश करने में था।
भैया को देखकर ही मैंने अपने लंड की मालिश करना शुरू कर दिया. मैं रोज रात को सोने से पहले दस पन्द्रह मिनट तक देसी घी से अपने लंड की मालिश करता हूँ.
और भैया के लंड की मालिश भाभी करती हैं. पहले भैया खुद ही करते थे.
भाभी कहतीं हैं- देवर जी, आप भी शादी कर लीजिये तो आपकी मालिश भी वो कर दिया करेगी।
हमारे यहाँ घी भाभी के गाँव से आता है जो बिल्कुल असली होता है।
दोस्तो, आप आधा या एक चम्मच देसी घी ले लीजिये. और अगर सर्दियाँ है तो उसे हल्का सा गर्म कर लीजिये. फिर धीरे-धीरे हल्के हाथों से अपने लंड की मालिश कीजिए.
मालिश ऊपर से नीचे की तरफ करनी है मतलब लंड की जड़ से सुपारे की तरफ!
अगर आप रोज अपने लंड की मालिश करते हैं तो आपको खुद ही फर्क दिखना शुरू हो जायेगा और आपका लिंग लम्बा मोटा हो जायेगा, लेकिन मालिश करते समय एक बात का ध्यान रखना है कि आपका वीर्य निकले नहीं, अगर आपको लगे कि वीर्य निकलने वाला है तो तुरंत रूक जाइये।
एक बार गर्मियों का समय था मैं अपने कमरे में कसरत कर रहा था. मैं अंडरवियर और बनियान में था. मैं जॉकी का फ्रेंची अंडरवियर पहनता हूँ तो उसमें लिंग अलग ही पता चल जाता है जो लोग पहनते हैं, वो समझ गये होंगे.
तभी भाभी जी आ गयी. भाभी ने देखकर अपना मुँह घुमा लिया और शरमाती हुई कमरे से बाहर चलीं गयी.
उस समय मेरे लिंग में तनाव भी था क्योंकि तब सुबह का समय था और सुबह सुबह लिंग में कितना तनाव हो जाता है, ये आप लोग जानते हीं है।
लेकिन अब तो भाभी काफी घुलमिल गयीं हैं. अगर देखती हैं तो बोल देती हैं कि अच्छा देवर जी बॉडी बन रही है.
और फिर भैया भी फ्रेंची में ही कसरत करते हैं। मैं और भैया हम दोनों ही गर्मियों में घर पर अंडरवियर बनियान में रहते हैं. मैं रात को फ्रेंची में ही सोता हूँ.
जब भैया अंडरवियर बनियान में सोते हैं तो भाभी को ब्रा पैंटी में कर देते हैं और चुदाई के बाद भैया नंगे ही चिपक कर सो जाते हैं। पत्नि के साथ चिपक कर सोना उन्हें बहुत अच्छा लगता है खासकर ठंड में!
सर्दियों में तो भैया भाभी को अपने मायके भी जाने नहीं देते हैं, बोलते हैं कि जितना मायके जाना है गर्मियों में चली जाना!
बात भी सही है अगर आपकी शादी हो चुकी हैं फिर भी आपको लंड हाथ से हिलाना पड़े तो फिर शादी का क्या फायदा, ठंड में चूत लेने का मज़ा ही कुछ और होता है।
भाभी जी कहती हैं कि आप दोनों भाई में कोई अंतर नहीं है अगर मेरी शादी आपसे हो जाती तो भी कोई बात नहीं थी.
मेरी भाभी मुझे बहुत प्यार करती हैं. वो चुदाई वाला प्यार नहीं … बल्कि देवर भाभी वाला स्नेह प्रेम!
हाँ वो अलग बात है कि अब भाभी की झिझक और शर्म कम हो गयी है. चुदाई का गलत विचार ना तो मेरे मन में है और ना ही भाभी के मन में! वे हर विषय पर खुल कर बात कर लेती हैं, और मैं भी भाभी को बहुत आदर सम्मान देता हूँ.
वो मेरी सबसे प्यारी भाभी जी हैं।
कहानी का अगला भाग: दिलदार भाभी सबको मिले-2