कॉलेज सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि दो लड़कियाँ मेरी टूरिंग कार से कोटा गयी. रास्ते में ही एक लड़की से मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी. उसके बाद मैंने उसकी चुदाई कैसे की?
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम अमन है और आज आपके लिए एक मस्तकॉलेज गर्ल सेक्स कहानी लेकर आया हूँ.
मैं टूरिंग कार टैक्सी चलाता हूँ. मेरे पास मेरी खुद की कार है.
एक बार की बात है, मुझे एक फोन आया कि उनको एक कार और ड्राईवर की आवश्यकता है.
पूछने पर उन्होंने बताया कि उनको कॉलेज के काम से कोटा जाना है.
तो मैंने हां कर दी.
मैंने पूछा कब जाना है?
तो बताया गया कि कल जाना है.
मैंने पता पूछा, तो उन्होंने मुझे अपना पता बता दिया.
अगले दिन मैं उस पते पर गाड़ी लेकर पहुंच गया.
मैंने फोन लगा कर उन्हें बताया कि मैं आ गया हूँ.
उधर से ओके कहा गया और मैं रुक कर इंतजार करने लगा.
कुछ देर बाद मैंने देखा कि सामने से दो खूबसूरत लड़कियां आ रही थीं.
वे दोनों गाड़ी के करीब आईं और ‘गाड़ी यही है …’ की पूछ कर गाड़ी में अपना सामन रख कर बैठ गईं.
मैंने पूछा- किसी और को भी आना है?
तो जबाव मिला- नहीं, बस चलो.
मैंने गाड़ी स्टार्ट की और चल पड़ा.
अब हम सब अपने लक्ष्य की ओर चल पड़े. चूंकि सफर लंबा था, तो मैंने सोचा कि कुछ बातचीत की जाए.
मैंने उनको अपना नाम बताया और उनका नाम पूछा. तो मालूम हुआ कि एक का नाम पूजा और दूसरी का नाम रिया था. वो दोनों भी मुझसे बात करने लगीं.
उनसे बातचीत से पता चला कि दोनों सहेलियां हैं और अपनी पढ़ाई के बाद कॉलेज के किसी काम से कोटा जा रही थीं.
उन दोनों में पूजा बहुत सुन्दर थी. उसका फिगर बड़ा ही मस्त था. जबकि रिया थोड़ी पतली थी, पर उसका नाक नक्श भी कातिलाना था. पूजा बातचीत में काफी फ्रेंक थी.
पूजा और मेरे बीच बातचीत चलती रही और रिया अपनी किताब पढ़ने में मस्त थी.
जल्दी ही पूजा और मैं दोस्त बन गए थे, पर उसे देख कर मेरे मन में दोस्ती नहीं कुछ और ही आ रहा था.
लम्बे सफ़र के बाद हम सब कोटा पहुंच गए.
पहुंचते पहुंचते हमें शाम हो गई थी.
मैंने पूजा से पूछा- किधर चलना है?
तो उसने बोला- अभी तो हमारा कोई ठिकाना नहीं है. फिलहाल किसी होटल में ही रुकेंगे.
मैंने ओके कहा और हम सब एक होटल में पहुंच गए.
वैसे तो मैंने इससे पहले चार अन्य होटल में भी बात की थी मगर कहीं जगह खाली न होने के कारण इस होटल में आ गए थे. इस होटल में जगह खाली थी और ये मेरी किस्मत ही थी कि इस होटल में भी एक ही कमरा खाली मिला था.
उन दोनों को सफर की थकान हो गई थी, तो बिना किसी हील हुज्जत के वो कमरा ले लिया गया.
हम सभी ने होटल के रेस्टोरेंट में खाना खाया और कमरे में आ गए. कमरे में एक डबलबेड था. पूजा और रिया बेड पर लेट गईं और मैं नीचे कारपेट पर चादर बिछा कर लेट गया.
हम सभी को थकान काफी थी. वो दोनों जल्द ही सो गईं, पर मुझे पूजा का फिगर सोने नहीं दे रहा था.
मुझे दिमाग में कुछ कुछ होने लगा था.
उन दोनों के सो जाने के बाद मैंने उठ कर देखा कि पूजा का कुर्ता थोड़ा ऊपर को खिसक गया था और उसका गोरा पेट खुला दिख रहा था. बड़ा ही सेक्सी सीन था. उसके उठते बैठते मम्मे मुझे उत्तेजित करने लगे थे.
कुछ देर यूं ही देखने के बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने हिम्मत करके उसके पेट को छू लिया.
वो बहुत गहरी नींद में थी, तो उसने कोई हरकत नहीं हुई.
मैंने हिम्मत करके उसका कुर्ता और ऊपर कर दिया.
अन्दर उसने लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी. उसके चूचे ब्रा में समा नहीं रहे थे.
मैंने एक चूचे को दबाना शुरू कर दिया, जब उसकी तरफ से कोई हरकत नहीं हुई तो मेरी हिम्मत काफी बढ़ गई.
कोई दो मिनट तक मम्मों को सहलाने के बाद मेरा लंड फुदकने लगा, तो मैंने एक हाथ उसकी सलवार में डाल दिया और उसकी चूत को मसलने लगा.
मैं सोच रहा था कि या तो ये बेसुध है और या फिर बन रही है. अगर ये बन रही है और मैं इसको गर्म कर दूं, तो काम बन सकता है.
दोस्तो, मुझे मालूम था कि किसी लड़की को गर्म कर दो, तो वो बिना चुदे नहीं रह सकती.
मैं भी इसी सोच पर काम कर रहा था.
यही हुआ, वो बन रही थी और उसकी चुत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था.
मैंने चुत को गीली होते देखा, तो और भी तेजी से उसकी चुत में फिंगरिंग करना शुरू कर दिया.
जल्द ही पूजा मादक सिसकारियां लेने लगी.
अब मेरा एक हाथ उसकी चूत पर था और दूसरा हाथ उसके एक चूचे के निप्पल को मसल रहा था.
कुछ पल के ऐसा किया कि पूजा ने अपने जिस्म को हरकत दी और ऐसा दिखाया कि वो सोने का नाटक कर रही है.
मैंने ये देखा, तो बिंदास आगे बढ़ कर उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसकी सलवार को पैंटी समेत घुटनों तक खींच दिया.
आह मेरे सामने पूजा की एकदम गोरी चूत सामने आ गई थी.
मैं झुक कर उसकी चूत को सूंघने लगा. बड़ी ही मादक सुगंध आ रही थी.
मुझसे रहा न गया और मैंने पूजा की चूत को चाटना शुरू कर दिया.
जैसे ही उसकी चुत पर मेरी जीभ ने मजा लेना शुरू किया, पूजा कामुक सिसकारियां लेने लगी.
मेरा लंड अब पैंट फाड़ने पर उतार था.
उधर पूजा ने भी अपनी टांगें पूरी तरह से खोल दी थीं.
मैंने अपनी जीभ को नुकीला किया और चूत में अन्दर घुसा दी.
उसकी चुत का नमकीन स्वाद मुझे कामांध करने लगा और मैंने बिना किसी बात की परवाह किए, पूजा की चुत को चूसना चालू कर दिया. मैं 5 मिनट तक उसकी चुत चूसता रहा.
तभी पूजा ने अपनी आंखें खोल दीं और बोली- आह अब बस कर अमन … मत तड़पा … जल्दी से अपना लंड घुसा दे मेरी चूत में … आह.
मुझे तो मालूम ही था कि वो जाग रही है … पर फिर भी मैंने पूछा- तुम जाग रही थी?
पूजा- मैं तो कब से जाग रही थी … पर बोली नहीं, मैं बोलती तो मजा ख़राब हो जाता.
मैं हंस दिया और उसके दूध मसलने लगा.
मैंने पूछा- मैं तुमको पसंद आ गया?
वो बोली- जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा था, तब ही मेरा तुम पर दिल आ गया था. अब बातें मत करो, मेरी चूत तड़प रही है … जल्दी से अपना लंड चुत में डाल दो.
मैंने कहा- ओके, तुम नीचे आ जाओ, रिया उठ गई तो अपना मजा खराब हो जाएगा.
पूजा- उठ जाने दो साली को, ये भी चुद लेगी … तड़प तो उसकी चुत में भी बहुत है. पर कुतिया बताती नहीं है. मैंने इसे कई बार चुत में उंगली करते देखा है.
ये कह कर पूजा नीचे आ गई और चित्त होकर चुदने के पोज में हो गई.
मैंने उसके होंठों पर होंठ रख दिए और उसे चूसने लगा. हम दोनों ने एक दूसरे के पूरे कपड़े उतार दिए और नग्न अवस्था में कामवासना में जलने लगे.
मेरा 8 इंच का लंड उसकी चूत को रगड़ रहा था, मैं उसके मम्मों को चूस रहा था, निप्पलों को काट रहा था.
वो मेरे बालों में हाथ फिरा रही थी, होंठों को दांतों में दबाए गर्म सिसकारियां ले रही थी.
फिर हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए.
अब वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था.
हम दोनों का ये खेल काफी देर तक चला.
कुछ देर बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया तो मैं सारा रस पी गया.
पूजा की चुत का रस पीने के बाद मानो मुझे नशा सा हो गया था. मुझे उसकी चुत चाटना इतना अच्छा लग रहा था कि मैंने चुत चाटना बंद ही नहीं किया. इसका नतीजा ये निकला कि पूजा फिर से हॉट हो गई.
अब पूजा चिल्लाने लगी थी- आह बस करो … अब मुझसे सहा नहीं जाता, प्लीज़ मुझे चोद दो.
मैंने उसको डॉगी स्टाइल में खड़ा किया और पीछे से उसकी चूत पर अपना खड़ा लंड टिका दिया. एक दो बार चुत की फांकों में लंड का सुपारा घिसा तो पूजा गांड हिलाने लगी.
उसकी आवाज निकल रही थी साले अन्दर पेल मादरचोद … क्यों तड़फा रहा है.
उसके मुँह से गाली सुनकर मुझे और भी ज्यादा जोस आ गया और मैंने एक जोरदार धक्का दे दिया. लंड ने चुत की मां चोद दी थी.
लंड घुसा तो पूजा की चीख निकल गई. मगर अब तक मेरा आधा लंड उसकी चूत में जा चुका था.
वो छटपटाते हुए कह रही थी- आह मां मर गई … फट गई मेरी चुत साले जल्दी से बाहर निकाल लो … आह बहुत दर्द हो रहा है.
उसकी चिल्लपौं सुनकर मैं रूक गया और आगे हाथ बढ़ा कर पूजा के चूचे मसलने लगा उसे पीठ पर किस करने लगा.
कुछ देर बाद वो शांत हो गई.
मैंने लंड को आगे पीछे किया, तो अब उसका दर्द खत्म हो चला था.
मैंने उसे चूम कर पूछा- बेबी शुरू करूं?
वो बोली- हां मगर धीरे धीरे करना.
मैं चुदाई करने लगा. वो गांड हिलाने लगी और मस्त आवाजें निकालने लगी.
अब मैंने स्पीड बढ़ा दी और ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी.
उसका दर्द पूरी तरह से खत्म हो गया था और वो कॉलेज गर्ल सेक्स का मजा लेने लगी थी.
हम एक दूसरे बहुत तेजी में चुदाई का मजा लेने लगे थे. मैं तो उसकी चुत में इतना ज्यादा खो गया था कि मुझे कुछ होश ही नहीं था.
इधर हम दोनों चुदाई में मशगूल थे और हमें पता ही नहीं चला कि रिया जाग गई थी. वो हमारे सामने बेड पर बैठी हम दोनों को सेक्स करते हुए घूर रही थी.
तभी रिया बोली- ये क्या कर रही है तू पूजा … तुझे ये सब करते हुए शर्म नहीं आती. मैं तेरे घर वालों को अभी फोन करके सब बताती हूँ.
मैंने पूजा के कान में धीरे से कहा कि ये हमारा खेल बिगाड़ देगी, तेरी बदनामी भी करेगी. हम इसे अपने खेल में शामिल कर लेते हैं. तू इसे बातों में उलझा कर अपने नीचे ले ले. तू इसके ऊपर चढ़ कर इसे एक बार मस्त भर कर दे, बाकी मैं तो तेरे साथ हूँ ही … साली की चुत में लंड पेल कर इसे भी मजा दे दूंगा.
पूजा रिया से बोली- साली चुप कर … खुद तो चुदती नहीं है, मुझे भी चुदने नहीं दे रही है. तुझे चूत में उंगली करते मैंने बहुत बार देखा है.
रिया ये सुनकर चुप हो गई. बस मौका पाकर पूजा ने रिया को नीचे खींच लिया और उसके होंठों पर होंठ रख कर उसे चूमने लगी.
फिर उसके टॉप को ऊपर करके उसके चूचे दबाने लगी.
रिया छटपटा रही थी.
तो मैंने देखा कि मौका अच्छा है. मैंने रिया की जींस खींच कर उतार दी. उसकी पैंटी भी खिंच गई थी, जिसे मैंने पूरी तरह से उतार दी और उसकी चूत पर अपनी जीभ चलाने लगा.
धीरे धीरे रिया की छटपटाहट मादक सिसकारियों में बदल गई.
उसके मुँह से ‘हम्म … अहह ..’ जैसी आवाजें आ रही थीं.
पूजा भी खूब मजे लेकर रिया के चूचे चूस रही थी. रिया अब हमारे काबू में थी और वो मस्त हो चुकी थी.
मैंने पूजा से कहा- रिया को अब छोड़ दो अब यह खुद आकर चुदेगी, देखती चलो. बस तुम मेरा साथ दो.
पूजा ने रिया को छोड़ दिया.
मैं फिर से पूजा को चोदने लगा और मैंने रिया को नजरअंदाज कर दिया.
अब कॉलेज गर्ल रिया की सूरत पर सेक्स की तड़प साफ दिख रही थी. उसे हम दोनों ने गर्म करके छोड़ दिया था.
इतने में रिया ने उठ कर मुझे धक्का दे दिया. इस वजह से मेरा लंड पूजा की चूत में से बाहर आ गया.
मैंने उसको नीचे कर दिया और पूजा से कहा- पूजा इस साली के मुँह पर बैठ जा और इससे अपनी चूत चुसवा.
पूजा ने गांड हिलाते हुए हामी भर दी.
मैंने लंड को रिया की चूत पर रख कर धक्का दे दिया. पहले ही धक्के में मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया.
वो छटपटाने लगी.
मैं रुक गया और उसके चूचे चूसने लगा.
अब वो कुछ शांत हो गई और पूजा की चूत चाटने में लगी थी. रिया को इस दो तरफा खेल से मजा आ रहा था. तभी मैंने धक्कों की गति तेज कर दी.
कुछ ही देर की चुदाई में रिया झड़ चुकी थी और अब मैं भी झड़ने वाला था. मैं रिया की चूत के अन्दर ही झड़ गया.
फिर पूजा ने रिया की चूत चाट कर साफ कर दी और मेरा भी लंड चूस कर साफ कर दिया.
पूजा तो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे साली लॉलीपॉप चूस रही हो. पूजा की लंड चुसाई से मेरा लंड फिर से तनाव में आ गया.
अब मैं पूजा को उठाकर बेड पर ले गया.
रिया भी बेड पर आ गई और उसने पूजा से अपनी चूत चटवाना शुरू कर दी.
मैंने पूजा की चूत पर लंड लगाया और जोरदार धक्का दे मारा. मेरा लंड पूरा अन्दर चला गया. पूजा को लंड से चुदने में बड़ा मजा आ रहा था.
कुछ देर बाद हम दोनों ने चुदाई की पोजीशन बदल ली.
अब पूजा मेरे ऊपर आ गई थी और वो तेजी से चुद रही थी. उसकी हांफी बता रही थी कि वो जाने वाली है.
लंबी चुदायी के बाद जैसे ही वो झड़ी, मैं भी झड़ गया.
मैंने सारा माल रिया के मुँह में दे दिया … वो मजे से लंड चूसने लगी.
कॉलेज गर्ल सेक्स के बाद अब हम तीनों काफी थक गए थे. सो नंगे ही चिपक कर लेट गए. कुछ देर के आराम के बाद हम तीनों ने फिर से समागम किया. उस रात हम तीनों ने तीन बार चुदायी की.
अगले दिन रिया और पूजा ने अपने कॉलेज का काम खत्म किया और हम सब वापस आ गए.
हम तीनों को जब भी मौक़ा मिलता है, हम चुदायी कर लेते हैं.
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