प्रिय पाठको, मेरा नाम सोनल है, मैं एक हाउसवाइफ हूँ.
मैं बहुत ही सुंदर हूँ. मेरा रंग खुलता गेहुंआ है, हाइट 5.7 और फिगर एकदम किसी हीरोइन जैसा है.
आज मैं आपको बताने वाली हूँ कि कैसे मैंने एक गैर मर्द के साथ रात बिताई और मेरा वो अनुभव कैसा था.
मेरे पति राकेश एक बीमा कंपनी में मैनेजर हैं. हमारी शादी को करीब एक साल हो चुका था. हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं.
ये सेक्स फॉर मनी Xxx कहानी एक साल पहले की है, एक दिन राकेश जब शाम को घर आए तो वो बहुत खुश थे.
मैंने उनसे पूछा- क्या हुआ आज बहुत खुश हो!
तो वो बोले- हां, आज मैंने एक बड़ी डील की है. मार्च महीना चालू है और काम का बहुत प्रेशर है. मेरा एक भी टारगेट नहीं हुआ था लेकिन आज 50 लाख की पॉलिसी डन होने वाली है. इससे टारगेट भी पूरा हो जाएगा और कमीशन भी मोटा आएगा.
वो बहुत खुश थे.
मुझे उसमें ज़्यादा कुछ तो नहीं समझ आता था लेकिन वो खुश थे इसलिए मैं भी खुश थी.
रात को हम दोनों ने खाना खाया और सोने चले गए.
तभी राकेश के फोन पर उनके बॉस का कॉल आया.
राकेश को कल मीटिंग के लिए हेड ऑफिस जाना था इसलिए उन्होंने मुझे एक पता दिया और कहा- जानू, प्लीज़ तुम कल सुबह यहां चली जाना, ये एक बड़े डॉक्टर हैं … और कल जो मैंने बोला था ना 50 लाख की डील का … तो इनसे सिर्फ़ चैक लाना है. उन्होंने कल सुबह बुलाया है. मुझे बॉस ने एक जरूरी मीटिंग के लिए कह दिया है तो मैं नहीं जा पाऊंगा.
मैंने हां बोला और हम दोनों सो गए.
राकेश सुबह जल्दी चले गए.
मैं भी डॉक्टर के यहां से बीमा प्रीमियम का चेक लाने जाने के लिए तैयार होने लगी.
मैं जल्दी ही वहां पहुच गयी.
वहां बहुत भीड़ थी मतलब वो बहुत बड़े डॉक्टर थे.
उधर पेशेंट लोग बहुत थे.
मैंने थोड़ा वेट किया और बाद में मैं उनके केबिन में चली गयी.
मैं कहा- मुझे राकेश जी ने भेजा है और मैं उनकी वाइफ सोनल हूँ.
उस डॉक्टर का नाम हर्ष था.
वो करीब 40 की उम्र का रहा होगा. वो काफ़ी फिट बंदा था और दिखने में एकदम स्मार्ट.
उसको देख कर मुझे भी न जाने क्यों काफी अच्छा लगा.
वो मेरी तरफ देखते ही रह गया. वो मेरे पूरे शरीर को निहार रहा था.
मैंने लाल रंग की साड़ी पहनी थी और मैं उसको यूं अपनी तरफ देखती हुई कुछ समझने की कोशिश कर रही थी.
मैंने डॉक्टर से बोला- हैलो सर, क्या हुआ?
वो बोले- कुछ नहीं!
फिर हंसते हुए बोला- तुम तो बहुत सुंदर हो.
मैंने भी हंसते हुए कहा- थैंक्स.
उनकी नज़र मेरे पूरे जिस्म को मानो टटोल रही थी.
मुझे बड़ा ही अच्छा लग रहा था.
मैंने चैक के लिए पूछा, तो वो बोले- हां दे देंगे, जल्दी क्या है. आज मेरे कुछ काम बाकी हैं तो मैं जरा बिजी हूँ, तुम कल आ जाओ.
मैं हां में सर हिलाती हुई वहां से घर आ गयी.
मैंने राकेश को ये बताया तो वो नाराज़ हो गए क्योंकि ये बड़ी डील थी.
राकेश शाम को डॉक्टर के पास चले गए.
वो डॉक्टर के यहां से जैसे ही घर वापस आए तो काफ़ी परेशान दिख रहे थे.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
लेकिन राकेश ने कुछ नहीं कहा.
दूसरे दिन वो ऑफिस से घर आए तो शराब पीकर आए और रोने लगे.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
राकेश ने कहा- मेरा इस महीना कुछ भी नहीं हुआ और शायद कम्पनी से मुझे अगले महीने से निकाल दिया जाएगा.
मैंने उनको शांत किया और कहा- आप शांत हो जाओ … और वो डॉक्टर का क्या हुआ?
वो बोले- वो साला बहुत हरामी आदमी है. मैंने तुम्हें वहां भेज कर ग़लती की. उसे तुम बहुत पसंद आई हो और वो चैक देने के लिए तैयार है, लेकिन बदले में वो तुम्हारे साथ एक रात बिताना चाहता है.
मैं ये सुनकर एकदम शॉक हो गयी.
राकेश बहुत टेंशन में थे क्योंकि वही तो सब कमाते थे. हमारे फ्लैट का लोन भी चल रहा था. उनका जॉब भी चला गया तो सब कैसे होगा.
मैंने उसे शांत किया और कहा- ऐसे रोने से क्या होगा. कुछ तो करना पड़ेगा.
वो बोले- मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है.
और वो दिन ऐसे ही चला गया.
महीना खत्म होने को आया था और राकेश की कोई भी डील नहीं हो पाई थी.
उन पर ऑफिस से काफ़ी प्रेशर था. मुझसे देखा नहीं जा रहा था.
वो रोज रात शराब पी रहे थे. मुझे ये सब अच्छा नहीं लग रहा था.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था.
मैंने सोचा कि डॉक्टर के साथ सेक्स कर लूंगी तो मेरा क्या घिस जाएगा.
फिर उस डॉक्टर की मुस्कान मेरे अन्दर एक अजीब सी बेचैनी पैदा करने लगी.
सारा कुछ सोच कर मैंने डॉक्टर से चुदने का मन बना लिया.
उसी दिन मैंने रात को राकेश को बांहों में भर लिया और कहा कि आप टेंशन मत लो. अगर आप चाहते हो, तो मैं उस डॉक्टर के साथ रात बिताने के लिए तैयार हूँ.
राकेश मेरी तरफ देखते ही रह गए.
वो बोले- मैं ऐसा कभी नहीं करना चाहता सोनल! पर अभी मुझे और कोई रास्ता भी नहीं दिख रहा है. मैं तुमसे कह भी नहीं पा रहा था.
मैंने कहा- अरे आप इतना मत सोचा करो. मैं आपके लिए सब कुछ कर सकती हूँ. आप हां बोल दो उस कमीने को.
दूसरे दिन सुबह राकेश डॉक्टर के पास गए.
दोपहर में उनका कॉल आया और बोले कि वो डॉक्टर आज रात घर आने वाला है. तुम दोपहर में आराम कर लेना क्योंकि रात में तुम्हें जागना है.
मुझे डर भी लग रहा था और एग्ज़ाइट्मेंट भी थी कि पहली बार एक गैर से चुदने में क्या होगा और कैसे होगा.
राकेश शाम जल्दी घर आ गए.
शाम 6 बजे थे.
तभी एक लड़की घर आई और बोली- मुझे डॉक्टर साहब ने आपकी तैयारी करने के लिए भेजा है.
मैंने सोचा कि मेरी कैसी तैयारी?
फिर मैं उसे अपने बेडरूम में ले गयी.
उसने कहा कि वो डॉक्टर के यहां नर्स है और ब्यूटी पार्लर का भी काम करती है.
उसने मेरे हाथ पैर के … और चूत के बाल निकाल कर मुझे एकदम चिकना कर दिया. चेहरा भी एकदम साफ़ कर दिया. बाल खुले छोड़ दिए.
वो जब ये सब कर रही थी तो मेरी चूत से पानी टपकने लगा था.
मेरी गीली चूत देख कर उस नर्स ने मुझसे कहा- अरे मेम आप तो अभी से गर्म हो गई हैं. रात तक का इन्तजार तो कर लीजिए.
मैं झेम्प गई.
फिर हमने खाना खाया.
करीब दस बजने वाले थे.
उसने कहा- डॉक्टर सर अभी आते ही होंगे.
उसने बैग से कुछ निकाला और बोली कि इसे पहन लो.
मैंने देखा तो उस पैकेट पर लिखा था कि बेबीडॉल हनीमून वेयर.
उसे मैंने पहन लिया.
वो लाल रंग की नाइटी थी, वो ऊपर से पूरी खुली थी और उसमें से मेरे आधे से ज़्यादा दूध दिख रहे थे.
नीचे भी वो मेरी कमर के थोड़ी सी नीचे थी.
साथ में एक छोटी ब्रा भी थी, वो भी उसने मेरी चूचियों के ऊपर पहना दी, जिससे मेरे मम्मे ऊपर उठ गए और दोनों मम्मे एकदम पास आ गए.
उसने थोड़ा मेकअप और किया. मुझे नेल पालिश लगाई, लिपस्टिक वगैरह लगा कर मुझे चुदने के लिए रेडी कर दिया.
मैंने आईने में देखा तो मैं एकदम हेरोइन जैसी काफ़ी खूबसूरत और सेक्सी लग रही थी.
वो बोली- अब मैं चलती हूँ. आप घबराना नहीं मेम. डॉक्टर सर बहुत अच्छे हैं. उन्हें ऐसे सेक्सी लुक बहुत पसंद हैं, इसलिए उन्होंने ये सब करने के लिए मुझसे कहा था. वो बड़े प्यार से सब करेंगे, मुझे भी वो भी बहुत बार प्यार से चोद चुके हैं. उनके साथ बहुत मज़ा आता है.
ये कह कर वो चली गई.
नर्स ने खुद के चुदने की बात कह कर मुझे और भी ज्यादा उत्तेजित कर दिया था.
मैं बाहर आ गई.
राकेश ने मुझे देखा तो वो बोला- अरे वाह, तुम बहुत सुंदर दिख रही हो. साला वो डॉक्टर आज अच्छे मज़े लेने वाला है.
मैं मुस्कुराने लगी.
दस मिनट में ही दरवाजे की घंटी बजी.
मैं बेडरूम में ही थी.
राकेश ने दरवाजा खोला.
वो आ गया.
आते ही उसने एक शराब की बॉटल राकेश को दी और बोला- लो एंजाय करो.
राकेश ने कुछ नहीं बोला और वो डॉक्टर को बेडरूम में ले आए.
डॉक्टर मुझे देख कर एकदम से बोला- वाह क्या आइटम दिख रही हो … आज तो बहुत मज़ा आएगा.
राकेश ने उससे कहा- सर, प्लीज़ इसे ज़्यादा तकलीफ़ मत देना … मैं जा रहा हूँ, आप एंजाय करो.
डॉक्टर बोला- अरे तुम टेंशन मत लो … तुम्हारी बीवी तो मेरी बीवी जैसी ही है. तुम्हें कोई टेंशन हो तो मैं दरवाजा खुला ही रख देता हूँ. तुम चाहो तो हमें सब करते हुए देख सकते हो.
राकेश कुछ नहीं बोले और वो चले गए.
डॉक्टर ने सच में दरवाज़ा खुला रखा था.
जबकि मैं नहीं चाहती थी कि राकेश ये सब देखें.
खैर … मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि कैसे भी मेरी चुदाई होने ही वाली थी.
डॉक्टर ने अपनी शर्ट उतारी और मेरे पास आकर बैठ गया.
वो बोला- ऐसा लगता है कि जन्नत से कोई हूर आज नीचे आई है. क्या नाम है तुम्हारा?
मैं बोली- सोनल.
वो बोला- वाह बहुत अच्छा नाम है. तुम मेरी सोना हो.
उसने मुझे नीचे लिटा दिया और मुझे होंठों पर किस करने लगा और ऊपर से ही मेरी चूचियां दबाने लगा.
तभी मैंने देखा कि राकेश भी शराब लेकर कमरे में आ गए और वहीं चेयर पर बैठ गए.
मुझे उनके सामने ये सब करने में शर्म आ रही थी.
डॉक्टर ने मेरे बदन से बेबीडॉल ड्रेस को निकाल दिया और मैं ब्रा और पैंटी में रह गई थी.
उसने ब्रा के ऊपर से ही ज़ोर ज़ोर से मेरी चूचियां दबाना शुरू किया.
मुझे थोड़ा दर्द हुआ तो मैंने कहा- थोड़ा धीरे.
राकेश भी बोला- सर थोड़ा धीरे करो ना!
फिर डॉक्टर ने मेरी ब्रा उतार दी और वो अपने एक हाथ से मेरे दूध ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा. दूसरे दूध को मुँह में लेकर चूस रहा था.
‘वाह क्या मस्त चूचियां हैं तुम्हारी.’
कई मिनट तक वो वही सब करता रहा, मेरी चूत में चीटियां रेंगने लगी थीं.
फिर उसने मेरी पैंटी उतार दी और एक उंगली मेरी चूत के अन्दर डाल दी.
मैं हल्की सी आह कर उठी.
वो अपनी उंगली को मेरी चूत में अन्दर बाहर करने लगा.
“वाह क्या मस्त माल हो तुम … एकदम टाइट छूट है तुम्हारी. आज तो बहुत मज़ा आने वाला है.”
उसने उंगली चूत से बाहर निकाली तो वो पूरी गीली हो चुकी थी.
वो हंसते हुए बोला- देख राकेश तेरी बीवी की चूत कैसे पानी छोड़ रही है. तू टेंशन मत ले, आज ये भी बहुत मज़ा लेने वाली है.
मेरा शर्म से बुरा हाल था.
राकेश ने भी कुछ नहीं कहा.
फिर डॉक्टर ने मेरी टांगें फैला दीं और मेरी चूत पर अपना मुँह रख कर चूत चाटने लगा.
वो जीभ अन्दर तक डालने लगे. मुझे बहुत मस्त लग रहा था और गुदगुदी भी हो रही थी.
मैं- आह सर धीरे कीजिए!
मगर वो अपनी धुन में मेरी चूत चाटता रहा.
फिर चूत चाट कर मन भरने के बाद उसने कहा- चलो, अब तुम मेरे कपड़े उतारो.
मैंने उसकी पैंट निकाली.
अंडरवियर में उसका तना हुआ लंड एकदम बड़ा सा दिख रहा था.
मैंने उसकी अंडरवियर निकाली, तो उसका लंड एकदम खड़ा था और एकदम तना हुआ व मोटा.
मैं तो उसका लौड़ा देख कर दंग रह गयी और सोचने लगी कि पता नहीं अब क्या होगा.
वो लंड को मेरे मुँह के पास लाया और इशारा किया.
मैं समझ गयी कि मुझे उसका लंड चूसना है.
मैंने भी मुँह में लंड लेकर चूसना शुरू कर दिया.
कुछ मिनट तक लंड चूसने के बाद वो बोला- चलो, अभी कंट्रोल नहीं हो रहा. अब तुम्हारी चूत का मज़ा लेना है.
उसने मुझे नीचे लिटा दिया और टांगें फैला कर मेरे ऊपर चढ़ गया.
लंड का टोपा मेरी चूत की फांकों में रख दिया और बोला- सोना रेडी हो न!
मैं कुछ नहीं बोली और उसके बाद ही उसने एक धक्का दे दिया.
मैं एकदम से चिल्लाई- आई … मर गई.
वो रुक गया और मेरे गाल चूमते हुए बोला- सोना डार्लिंग, कुछ नहीं होगा, थोड़ा सा सह लेना.
मैंने थोड़ा ऊपर उठ कर देखा तो डॉक्टर का आधा लंड मेरी चूत में था.
एक मिनट तक उसने मेरे दूध चूसे और बदन सहलाया.
मेरे शान्त होते ही उसने फिर से एक धक्का लगा दिया.
मुझे और ज़्यादा दर्द हुआ.
मैं समझ गयी कि अब पूरा लंड अन्दर चला गया है. मैं ‘आंह आई आई दर्द हो रहा है …’ कर रही थी.
डॉक्टर थोड़ा रुक गया और मैं शांत हो गयी.
वो धीरे धीरे लंड को अन्दर बाहर करने लगा.
मेरा दर्द भी अब काफ़ी कम हो चुका था.
वो अब धीरे धीरे स्पीड बढ़ा रहा था.
मुझे भी अब अच्छा लगने लगा था.
पांच मिनट में ही उसने मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया और अपने आप ही मैं मादक सिसकारियां लेने लगी.
मेरी ‘आह आह …’ की आवाज़ से बेडरूम गूंजने लगा.
मेरी टाइट चूत भी काफ़ी पानी छोड़ रही थी.
जैसे ही लंड अन्दर जा रहा था तो स्लॉप स्लॉप स्लॉप फच फच की आवाज़ आ रही थी.
राकेश चुपचाप शराब पीते पीते ये सब देख रहे थे.
पता नहीं वो क्या सोच रहे होंगे.
डॉक्टर की स्पीड बढ़ती ही जा रही थी.
मेरी सिसकारियां सुनकर शायद उसे और जोश आ रहा था.
जैसे जैसे डॉक्टर की स्पीड बढ़ रही थी, मेरी आ आ की आवाज़ बढ़ रही थी और मुझे काफ़ी मज़ा आने लगा था.
करीब 20 मिनट तक उसने ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से चोदा.
मैं भी अब थक गयी थी और डॉक्टर भी अब आहें भरने लगा था.
मैं समझ गयी कि वो अब पानी छोड़ने वाला है.
अगले ही पल मुझे अपनी चूत में उसका गर्म पानी छूटता सा महसूस हुआ.
वाह क्या आनन्द था वो!
फिर वो डॉक्टर झड़ कर मेरे ऊपर ही लेट गया और उसने मुझे कसके पकड़ लिया.
एक मिनट बाद वो बोला- सोना रानी, तुम बहुत अच्छी हो, ऐसा मज़ा आज पहली बार आया है.
मैंने देखा तो मेरी चूत से उसके लंड का पानी बाहर निकल रहा था और बेड पर गिर रहा था.
कुछ देर तक हम दोनों वैसे ही पड़े रहे.
फिर डॉक्टर ने फिर से मुझे लंड चूसने को कहा.
मैंने लंड चूस कर खड़ा कर दिया.
इस बार उसने मुझे घोड़ी बनाया और फिर से मेरी जोरदार चुदाई चालू हो गयी.
पूरी रात में डॉक्टर ने मेरी 5 बार अलग अलग पोज़ में घमासान चुदाई की.
मुझे भी उसके लौड़े से चुदने में बहुत मज़ा आया.
सुबह तक मैं बहुत थक गयी थी. छह बज गए थे. डॉक्टर का भी मन अब भर चुका था.
डॉक्टर मुझसे बोला- रानी मज़ा आया ना?
मैंने शर्माते हुए हां में सर हिलाया.
उसने अपने कपड़े पहने और अपनी जेब से चैक निकाल कर राकेश को दिया और बोला- सच में तुम्हें मस्त बीवी मिली है. पहली बार ऐसा मज़ा आया है.
राकेश कुछ नहीं बोले.
डॉक्टर ने मुझसे कहा- हमारे हॉस्पिटल में नर्स की जरूरत है. तुम चाहो तो ज्वाइन कर सकती हो.
मैं कुछ नहीं बोली.
वो चला गया.
मैं राकेश से नज़र नहीं मिला पा रही थी क्योंकि मुझे पता था कि मैं भी मदहोश होकर एक गैर मर्द से चुदवा रही रही.
फिर मैंने राकेश को अपनी बांहों में लेकर रोना शुरू कर दिया और बोली- प्लीज़ मुझे माफ़ कर देना, मैं ये सब उसे मज़ा देने के लिए कर रही थी ताकि उससे हमें चैक मिल जाए.
राकेश भी मुझे कसके पकड़ कर बोले- हां ठीक है जानू … थैंक्यू.
फिर कई दिनों बाद मैंने डॉक्टर के यहां हॉस्पिटल ज्वाइन कर लिया क्योंकि हर महीना राकेश कि जॉब में कुछ ना कुछ प्राब्लम होती ही रहती थी.
मुझे भी डॉक्टर का लंड पसंद आ गया था.
अब तो डॉक्टर मेरा दीवाना हो चुका था.
हफ्ते में एक बार वो मेरे घर आकर ही मुझे रात भर चोदता है. मुझे भी उसके लंड से चुदवाने में बहुत मज़ा आता है.
साथ ही डॉक्टर मुझे बहुत ज़्यादा सैलरी, गिफ्ट्स वगैरह सब देता रहता है.
राकेश को भी इस सेक्स फॉर मनी से कोई प्राब्लम नहीं है क्योंकि मैं इतनी Xxx मनी कमाने लगी हूँ कि हमारी सारी जरूरतें पूरी होने लगी थीं.
अगले महीने अमेरिका से डॉक्टर साहब के गेस्ट आने वाले हैं और उसने उन सबका ख्याल मुझे ही रखने को बोला है.
डॉक्टर ने उन्हें मेरे बारे में बताया है और वो सब भी मेरा मजा लेना चाहते हैं.