प्यारे दोस्तो, ये मेरी पहली स्टोरी है, मेरा नाम संजय है. उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को पसंद आयेगी, अभी तक मैंने जितनी स्टोरी पढ़ी हैं उनमें से कुछ ज्यादा ही झूठी लगी, क्योंकि कोई भी लड़की किसी का लंड जल्दी से मुँह में नहीं लेती है, अगर ले भी लेती है तो उसमें से जो वीर्य गिरता है उसे कोई चाटता नहीं है.
छोड़िये इन बातों को, मैं अपनी स्टोरी की शुरुआत करता हूँ, ये स्टोरी करीब दो साल पहले की है. एक दिन अचानक मेरे कोलेज के दोस्त का फोन आया. चूँकि कोलेज मे हम अच्छे दोस्त थे, कोलेज खत्म होने के बाद हमारा सम्पर्क सिर्फ़ फोन पर रहा, उसने कहा कि उसकी शादी फ़िक्स हो गई है और इसी महीने की 29 तारीख को है, इसलिये हमें 3-4 दिन पहले ही वहाँ आना होगा क्योंकि शादी में काम कुछ ज्यादा ही होता है, अच्छी दोस्ती के चलते मैं उसे न कहा न सका, मैंने अपने ओफ़िस से 5-7 दिनो की छुट्टी ले ली.
फ़िर मैं 26 तारीख को सुबह उसके घर पहुँचा. जब मैंने बेल बजायी तो कुछ देर बाद उसकी छोटी बहन ने दरवाजा खोला, वो मुझे जानती थी लेकिन जब मैंने उसे देखा तो देखता रह गया क्योंकि जब मैंने उसे देखा था तो कुछ बच्ची की तरह लगती थी, लेकिन अब उसे देख कर मैं हक्का बक्का रह गया जब मैंने उससे पूछा कि रिंकी तुम?
उसका नाम रिंकी था…
वो बोली- हाँ, पहचान लिये क्या?
मैंने कहा कि तुम कितनी बड़ी हो गयी हो, फ़िर उसने कहा सारी बातें यहीं करेंगे कि घर में भी आयेंगे. फ़िर हम घर में आ गये
फ़िर मैंने अपने दोस्त राजीव के बारे में पूछा तो वो बोली बस बाज़ार गये हैं आते ही होंगे. क्योंकि उनके घर में राजीव, रिंकी और उनकी माँ ही रहती थी. फ़िर उसने कहा कि ठीक है अब आप फ़्रेश हो जाईये मैं आप के लिये नाश्ता बना देती हूँ.
फ़िर मैं बाथरूम में चला गया लेकिन मेरे आंखों में रिंकी का फ़ीगर घूम रहा था उसके बूब्स का साइज़ 34 उसकी फ़ीगर देख कर मेरा मन उसे चोदने का करने लगा, लेकिन दोस्त की बहन थी इसलिये मन को मार कर बाथरूम में मुठ मार कर रह गया!
फ़िर थोड़ी देर में उसका भाई भी आ गया, फ़िर हमने साथ में नाशता किया और फ़िर जो काम था उनकी तैयारी में लग गये, इसी बीच में मेरा हाथ 2-3 बार रिंकी को टच हुआ तो मैंने सोरी कह दिया तो उसने कहा कि इसमें सोरी कि क्या बात है, लेकिन मुझे ऐसा लगा कि फूल की फंखुड़ी का स्पर्श हुआ, मेरा मन बिचलित होने लगा. फ़िर मैंने जानबूझकर 1-2 बार उसके बूबस को टच किया तो उसने इग्नोर कर दिया. लेकिन मेरा मन तो उसे चोदने को कर रहा था
फ़िर शादी के एक दिन पहले जब राजीव को मेंहदी लग रही थी तब मैं वहीं था, मैंने देखा कि रिंकी वहाँ नहीं है मैं फ़िर उसके कमरे की तरफ़ गया तो वो कपड़े बदल रही थी और दरवाजा खुला हुआ था. वो ब्रा पहन रही थी मैं दरवाजे पर ही रुक कर देखने लगा वो काली ब्रा थी. उसका बदन देख कर मेरा लंड जिसकी लम्बाई करीब 8 इंच और 3 मोटा था एकदम खड़ा हो गया, जब वो ड्रेस पहनकर आने लगी तो मुझे देख कर बोली कि आप कब आये मैंने झूठ बोल दिया की बस अभी अभी आया हूँ.
लेकिन मुझे ऐसा लगा कि उसने शीशे में मुझे देख लिया था. फ़िर वो मुस्कराते हुए चली गयी, फ़िर मैंने हिम्मत कर सोचा कि अब इसे मैं चोदकर ही रहुंगा, और फ़िर मैं भी राजीव के पास चला गया वहीं रिंकी के बगल में जाकर बैठ गया और उसके हाथों सहलाने लगा. पहले तो उसने हाथ हटा लिया लेकिन फ़िर थोड़ी देर बाद शायद उसे भी अच्छा लगने लगा.
फ़िर धीरे धीरे रात होने लगी, सब सोने जा रहे थे लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी इसलिये मैंने रिंकी से रुकने को कहा तो वह मान गयी. फ़िर हम बात करने लगे हँसी मज़ाक में मैंने उसके गालों को छुआ तो इतने कोमल थे कि बता नहीं सकता.
अचानक उसने कहा कि एक बात पूचूं आप सच बतायेंगे?
मैंने कहा- पूछो?
उसने कहा- आप सुबह जब मेरे कमरे में आये थे तब मैंने आप को देख लिया था तो आप ने मुझसे झूठ क्यो कहा, एक बार तो मैं शोक में आ गया फ़िर कहा उस वक्त तुम जिस हाल में थी कि मैं बता नहीं सकता था इसलिये मैंने झूठ कहा, फ़िर मैंने कहा कि तुम बहुत ही खूबसूरत हो तो वो शरमा गयी
फ़िर मैंने हिम्मत कर उसके होंठों को छुआ तो वह कांप गयी, वो बोली- क्या कर हैं?
फ़िर मैंने कहा- कुछ नहीं बस यूंही तुम्हारे होंठों किस करने का मन कर रहा है!
वो कुछ नहीं बोली मैं समझ गया कि काम बन रहा है, मैंने फ़िर उसे किस किया, उसके होंठों में इतना रस था कि मैं उसे चूसता रहा, फ़िर उसने अपने से अलग करते हुए कहा कि कोई आ जायेगा, लेकिन मेरा मन तो उसे चोदने को कर रहा था. लेकिन एक बात अच्छी थी कि मेरा रूम उसके रूम से सट कर था. फ़िर मैंने कहा कि रात में रूम का दरवाजा खोलकर रखना और वो मान गयी
फ़िर मैन जब रात करीब 1 बजे उसके रूम में गया तो वो नाइट ड्रेस पहन रखी थी उसमें तो और सेक्सी लग रही थी, मैंने अन्दर जाकर रूम को लोक कर दिया और जाते ही उसको किस करने लगा और उसे लेकर बेड पर गिरा दिया और उसकी ड्रेस खोलने लगा तो वो बोली- ये कर रहे हैं?
मैंने उससे कहा कि जरा रुको न अभी बताता हूँ…
लेकिन वो सब जानती थी आज उसकी चुदाई होने वाली है, साली जितनी भोली दिखती है उतनी सयानी है. लड़कियाँसब जानती हैं पता नहीं लड़कों को क्या समझती हैं, जब मैंने उसकी नाइटी उतारी तो उसके बूब्स पर काली ब्रा चमक रही थी, मैं ऊपर से उसके बूब्स को दबाने लगा तो उसने कहा कि दर्द हो रहा है. जब मैंने उसकी ब्रा उतारी तो उसके बूब्स इतने स्वीट लग रहे थे कि मन कर रहा था कि खा जाऊं
और फ़िर धीरे धीरे उसके बूब्स को सहलाने लगा एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था तो दूसरे हाथ से उसकी चूत, उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे, फ़िर मैंने उसकी पैंटी भी उतार दी, अब वो बिल्कुल नंगी थी लेकिन इस बीच वो झड़ चुकी थी, उसकी चूत से हल्का हल्का पानी निकल रहा था, फ़िर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिये और जब मेरा लंड बाहर आया जो कि पैंट में खड़ा छटपटा रहा था बाहर आते ही एकदम लाल हो चुका था.
मेरे लंड को देख कर रिंकी ने आँख बंद कर ली, अब हम दोनो बिल्कुल नंगे थे और अब मैं उसके होंठों को चौड़ा कर उसकी चूत को चूस रहा था उसकी चूत एकदम टाइट थी जो कि बिल्कुल कुंवारी थी
जब मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में डाली तो उसके मुँह से आआअ… हाआअ माआआ… निकल गया मैं समझ गया कि माल ताज़ा है सम्भाल कर खाना होगा, फ़िर मैंने उसे जोश में लाने लगा मैंने उसको अपना लंड दिया कि मुँह में ले लेकिन नहीं ले रही थी, लेकिन जब मैंने जबरदस्ती की तो उसने किस किया और निकाल दिया, मैंने ज्यादा जोर नहीं दिया कहीं काम बिगड़ न जाये, फ़िर वो गर्म हो रही थी फ़िर मैंने उससे कहा कि ओयल या क्रीम है तो लाना. तब वो ओयल ले आई. थोड़ा सा तेल मैंने अपने लंड पे लगाया और उसके चूत में लगाया
फ़िर मैंने अपने लंड का सुपाड़ा उसकी चूत के मुँह में रखा तो वह उठ बैठी और बोली प्लीज़ दर्द होने लगा फ़िर मैंने कहा कि कोई बात नहीं अभी दर्द कम हो जाता है फ़िर मैं उसे किस करने लगा और उसी बीच में अपना लंड से उसके चूत में धक्का मारा तो वो चीख पड़ी मा…मा… मर गयीईई… लेकिन उसकी चीख मेरे होंठों से दबी रही लेकिन मेरा लंड अभी 2 इंच ही घुसा था.
फ़िर मैं उसकी चूची को सहलाने लगा और उसके होंठों को किस करता रहा जब उसका दर्द कम हुआ तो अपने लंड को अन्दर बाहर करने लगा अब रिंकी भी मेरा साथ देने लगी उसी में मैंने एक और झटका मारा तो वो दर्द से कँहर उठी और मर गयीईई रे मार डालल्लला रे ईईबोलने लगी और मैं उसी तरह पड़ा रहा और फ़िर उसके होंठों को चूसता रहा!
थोड़ी देर बाद रिंकी ने कहा की मुझे नहीं पता था कि तुम्हारा लंड इतना बड़ा है मैं तो एकदम मर गयी बहुत दर्द हो रहा है!
मैंने कहा कि मेरी रानी अभी तो दर्द हो रहा है कुछ देर में तो तुम्हे मुझसे ज्यादा मज़ा आयेगा और मैं अपने लंड को अन्दर बाहर करने लगा और रिंकी भी जोश में आ कर अपनी कमर तो उठाने लगी उसे भी मज़ा आने लगा और वो जोर जोर से अपनी कमर उठाने लगी.
मैं समझ गया कि अब इसे जवानी का मज़ा आ रहा है और वो बोली मेरे राजा अब तुम अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दो मैं तैयार हूं और मैंने एक जोर का झटका मारा कि वो दर्द के मारे चीख उठी और मैं उसे यूं ही चोदता रहा.
मैंने देखा कि उसकी चूत से ब्लड निकल रहा है मैं जानता था कि इसकी ये पहली चुदाई है इसलिये होना ही था और मैं उसे चोदता रहा इसी बीच वो 2-3 बार झड़ चुकी थी और उसकी चूत एकदम गीली हो चुकी थी जिससे कि मेरा लंड आराम से अन्दर बाहर हो रहा था और अब उसका दर्द भी कम हो गया था और हम दोनो जवानी का असली मज़ा ले रहे थे.
थोड़ी देर में मैं भी झड़ने वाला था इतने में वो बोली और जोर से चोदो मेरे राजा अब मैं झड़ने वाली हूँ और मैं जोर जोर से धक्के मारने लगा और वो झड़ गयी और थोड़ी देर में मैं भी झड़ गया मेरी इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं अपना लंड निकाल कर बाहर झड़ जाऊं और मैं उसके ऊपर उसके होंठों को चूसते हुए उसके चूत में झड़ गया और इस तरह मैंने उसे उस रात दो बार चोदा और फ़िर दूसरे दिन की कहानी अगली बार में!