दोस्तो, कैसे हैं आप सब! मैं ठीक हूं … और उम्मीद है कि आप सब भी ठीक ही होंगे.
मेरा नाम विक्रांत वर्मा है और मैं मथुरा का रहने वाला हूं.
मेरी हॉट इंडियन भाभी न्यूड स्टोरी का मजा लें.
एक दिन गर्मी की छुट्टी में मैं घूमने के लिए अपने भैया भाभी के घर दिल्ली चला गया.
पर उनके घर में मेरी उम्र का कोई नहीं था. इसलिए मैं वहां रहने नहीं, बस उन लोगों से मिलने गया था.
वहां घर पर भैया भाभी और उनका बेटा, तीनों थे.
भाभी ने मेरा वहां अच्छे से स्वागत किया.
भैया कुछ देर बाद काम पर चले गए.
मैंने भैया का शाम तक इंतजार किया लेकिन जब वो नहीं आए तो मैंने घर वापस जाने का फैसला किया.
भाभी ने मुझे रुकने को बोला, उन्होंने कहा- तुम्हारे भैया का इस वक्त ज्यादा काम रहता है इसलिए वह अभी नहीं आ पाए. तुम कुछ देर और रुक जाओ. वो रात को आ जाएंगे, तुम कल चले जाना.
फिर भाभी की बात रखने के लिए मैं उनके घर रुक गया.
उस समय तक तो सब ठीक चल रहा था.
तभी भैया का फोन आया कि वो रात को घर नहीं आ पाएंगे.
फिर रात को कुछ गलत हो गया.
रात को हम सबने डिनर किया और मेरे सोने के लिए भाभी ने कूलर के सामने सिंगल बेड लगा दिया.
वो स्वयं अपने बेटे के साथ बिस्तर पर सोने का करने लगीं.
तभी उनका बेटा फट से उठा और मेरे लिए लगे बेड पर जाकर लेट गया.
वो अपनी मां से बोला कि इस बेड पर मैं सोऊंगा और आप चाचू के साथ उस बिस्तर पर सो जाना.
उसकी बात सुनकर मुझे एक सुनहरा मौका मिल गया … आज मुझे अपनी मस्त माल जैसी भाभी को चोदने का ख्याल आने लगा.
मैंने खाना खाने के बाद भैया का पजामा और उनका टी-शर्ट पहन लिया.
मुझे सोते समय नंगे होकर सोने की आदत है तो मैंने अपना अंडरवियर निकाल दिया था.
मैं आकर बिस्तर पर लेट गया और कुछ देर बाद भाभी मेरे और अपने बेटे के लिए दो गिलास दूध लेकर आ गईं.
हम दोनों ने दूध पिया और उसका बेटा सो गया.
मैं भाभी के ख्यालों में खोया हुआ था कि तभी भाभी किचन का काम समेटकर आईं और मेरे बगल में सो गईं.
वो मेरी दूसरी ओर करवट लेकर लेट गई थीं.
जब बगल में जवान भाभी सोई हो, तो नींद कैसे आएगी.
भाभी के गहरी नींद में सोते ही मैंने अपना हाथ भाभी की कमर पर रख दिया.
जब भाभी की तरफ से कुछ हलचल नहीं हुई तो मैंने अपना हाथ फिराना शुरू कर दिया.
मैंने भाभी के शरीर की सिहरन को महसूस किया, तो ऐसा लगा कि वह जाग रही हैं.
मैंने अपना हाथ उनके शरीर से हटाया और सर को खुजाने का बहाने करने लगा.
जब भाभी ने कुछ भी हरकत नहीं की, तो मैंने अपना हाथ बड़े आराम से उनकी टी-शर्ट के अन्दर डाल दिया.
वो अब भी कुछ नहीं बोलीं तो मैं अपने हाथ को बिंदास उनके मम्मों की तरफ ले गया.
भाभी ने ब्रा पहन रखी थी, इस वजह से ब्रा के ऊपर से ही मैंने उनके मम्मों को एक बार सहलाया और हाथ को वापस निकाल लिया.
कुछ देर मैंने भाभी की तरफ ध्यान दिया कि देखें इनका क्या रवैया रहता है.
उनकी तरफ से कुछ भी नहीं हुआ तो मेरी हिम्मत बढ़ गई.
अब मैंने सलवार के ऊपर से उनकी फुद्दी पर हाथ रखकर महसूस किया तो समझ आया कि भाभी ने भी चड्डी नहीं पहनी थी.
ये महसूस करते ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ गई और मेरे हाथों में एक अलग ही ताकत आ गई.
अपनी एक उंगली को मैंने सलवार के साथ ही फुद्दी के अन्दर डाला तो ऐसा लगा कि भाभी की चूत गर्म और गीली हो गई थी, मतलब भाभी जान कर भी अनजान बन रही थीं.
मैंने हाथ उठाकर उनकी सलवार के अन्दर डालने की कोशिश की लेकिन सलवार का नाड़ा बहुत टाइट था तो मैंने आराम से नाड़ा ढीला करने की कोशिश की.
पर जब नाड़ा नहीं खुला तो कुछ तक यूं ही सलवार के ऊपर से भाभी की फुद्दी के मजे लिए और उठ कर सलवार के ऊपर से ही उनकी फुद्दी को किस भी किया.
फिर मैंने दोबारा से नाड़ा खोलने की कोशिश की.
तभी भाभी ने अनजाने में ही सही, मगर अपने पेट को कुछ अन्दर को कस लिया, जिससे नाड़ा खोलने में आसानी हो गई और एक झटके में नाड़ा खुल गया.
मैंने भाभी की सलवार को खोलकर नीचे कर दिया और अपने हाथ को सीधा अन्दर फुद्दी पर रख दिया.
यह सब करने में मुझे बहुत मजा आ रहा था, मुझे पता था कि भाभी भी मजे ले रही थीं.
वे सोने का नाटक कर रही थीं.
मेरे ऐसे करने पर उन्होंने अपने दोनों हाथों से बिस्तर की चादर को खींच कर पकड़ लिया.
मैंने अपने दोनों हाथों से उनकी फुद्दी को जोर-जोर से मसलना चालू कर दिया.
अब मुझे कोई डर नहीं लग रहा था.
क्योंकि मुझे पता था कि इस स्थिति में कोई भी लड़की सेक्स के लिए मना नहीं करेगी.
मेरा साहस और बढ़ गया था. मैंने भाभी की चूत के दाने को अंगूठे से मसलते हुए अपनी मिडिल फिंगर को चूत में डाल दिया.
वो जरा सिहरीं और कसमसाने लगीं.
उसी वक्त मैंने उनकी चूत पर अपना मुँह रख दिया.
उनके मुँह से आह निकल गई.
मैंने भाभी की फुद्दी के होंठों को खोला और अपनी जीभ को चूत के अन्दर डाल दिया.
तभी अचानक भाभी ने अपनी टांगें खोल कर मोड़ दीं और मेरे सर को पकड़ कर अपनी फुद्दी में दबा लिया.
मैं समझ गया कि भाभी को चूत चुसवाने में मजा आने लगा है.
पूरी तन्मयता से मैं भाभी की चूत चाटने का मजा लेने लगा.
मेरी एक उंगली अभी भी भाभी की चूत का दाना मसल रही थी.
कुछ ही पलों में भाभी ने एक तेज आह के साथ अपनी चूत का पानी छोड़ दिया.
मैं एकदम से हैरान हो गया कि इतनी जल्दी चूत ने पानी छोड़ दिया.
लेकिन मुझे खुशी भी थी कि भाभी को मजा आ गया है.
चूत झड़ने के बाद मैंने भाभी की चूत चटाई का अपना काम जारी रखा और भाभी की फुद्दी से निकले रस को अच्छे से चाटना शुरू कर दिया.
बड़ा ही गाढ़ा और नमकीन रस चाटने से मुझे नशा सा होने लगा था और भाभी की कसमसाहट लगातार बढ़ रही थी.
हालांकि वो निढाल हो गई थीं लेकिन मेरे लगातार चूत चाटने से वो धीरे धीरे फिर से गर्माने लगी थीं.
कुछ ही में भाभी के मुँह से ‘आह्ह अह … ओह …’ की आवाजें निकलने लगीं.
अब तो वो बिंदास होकर जोर जोर की आवाज कर रही थीं.
अपने इस मजे में हम दोनों भूल गए थे कि बगल के बेड पर उनका बेटा सोया है.
मैंने भाभी की चूत को अच्छे से चाटा और बाद में उनके चेहरे के पास अपना चेहरा ले गया.
मैं भाभी की आंखों में देखने लगा.
वे मुझे देखकर स्माइल करने लगीं.
मैंने उन्हें किस करना शुरू कर दिया.
वो भी मेरे मुँह में जीभ डालकर अपनी चूत से निकले रस का स्वाद लेने लगीं.
हमारी ऐसे ही दस मिनट तक फ्रेंच किसिंग चलती रही.
उन्हें बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी मजा आ रहा था.
अब मैंने भाभी की टी-शर्ट को भी उतार कर फेंक दिया और साथ ही मैंने अपनी भी टी-शर्ट को उतार दिया.
भाभी उठ कर बैठ गईं और मैं अपने घुटने मोड़ कर बैठ गया.
उन्होंने मेरे पजामे को नीचे किया तो मेरा लौड़ा आजाद हो गया और भाभी ने फट से अपने हाथ में लेकर मेरे लंड को थोड़ा हिलाया.
मैंने इशारा किया तो भाभी ने लौड़े को किस करते हुए उसे मुँह में ले लिया.
लंड चूसते हुए भाभी ने कहा- क्या जादू है तेरे लौड़े में … मैंने आज तक अपने पति का लंड अपने मुँह में नहीं लिया था.
मैंने कहा- ये मेरा नसीब है कि आपको मेरा लंड पसंद आ गया.
भाभी ने कहा- हां मुझे बहुत दिन से तुम्हारे भैया ने चोदा ही नहीं है.
अब भाभी ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरा पजामा उतार कर मुझे नंगा कर दिया.
फिर मेरे पेट पर बैठकर भाभी ने अपनी ब्रा का हुक खोला और किसी देसी पोर्न स्टार के जैसे ब्रा को निकाल कर दूर फेंक दिया.
अब भाभी नीचे को झुकी और अपने मम्मों से मेरा मुँह दबा दिया.
वो मेरे मुँह पर अपने मम्मों को रगड़ कर आह आह की आवाज करने लगीं.
मैंने अपने दोनों हाथ भाभी की कमर में डाले और उनके एक मम्मे को अपने मुँह को लेकर बड़े प्यार से चूसने लगा और निप्पल को पकड़ कर खींचने लगा.
इससे भाभी को मजा आने लगा और वो मुझसे अपने दोनों मम्मों को बारी बारी से चुसवाने का मजा लेने लगीं.
कुछ देर ऐसे ही मजा लेने के बाद मैंने उन्हें बेड पर लिटा दिया और मैं उनके ऊपर चढ़ गया.
मैं भाभी के हाथों को अपने हाथ से दबाकर उन्हें किस करने लगा.
भाभी बहुत खुश हो गई थीं.
मैंने नीचे आकर उनकी फुद्दी पर हल्का सा किस किया और अपना लंड उनकी चूत में घुसाने लगा.
लेकिन मुझे उनकी चूत नीचे को होने से चुदाई में कुछ असहज सा महसूस होने लगा.
फिर मैंने दो तकियों को न्यूड भाभी की कमर के नीचे रखे, इससे भाभी की चूत ऊपर को उठ गई थी.
अब मैं अपने लंड को चूत के गहराई में घुसाने लगा.
मेरा मोटा लंड चूत में जाने से मना कर रहा था.
भाभी की चूत बड़ी कसी हुई थी जबकि उनकी चूत से एक बच्चा भी पैदा हो गया था.
बाद में भाभी ने बताया था कि बच्चा ऑपरेशन से होने के कारण चूत अभी भी कसी हुई थी.
फिर मैंने पूछा- कुछ चिकनाई लगानी पड़ेगी.
तो भाभी बोलीं- हां किचन में फ्रिज में मक्खन रखा है.
मैंने कहा- हां भाभी आपकी गर्म चूत में ठंडा मक्खन लगाने से मजा भी आएगा.
भाभी हंस दीं.
मैं ऐसे ही नंगा उठ कर किचन में गया और फ्रिज से मक्खन की कटोरी लेकर आ गया और भाभी की चूत में लगा कर उसे मलने लगा.
भाभी की चूत की गर्मी इतनी थी कि मक्खन पिघल कर उसकी चूत में लग गया.
अब चूत चमकने लगी थी.
चूत से मक्खन की महक भी आने लगी थी.
थोड़ा मक्खन अपने लंड के सुपारे पर लगाया और लंड को भाभी की फुद्दी पर टिका दिया.
ये देख कर भाभी ने अपने पैर खोल कर चूत का मुँह लंड के लिए खोल दिया.
मैंने हल्का सा धक्का दिया तो सुपारा अन्दर चला गया.
उनकी हल्की सी आह निकली.
मैंने समझ लिया कि मेरा लंड मोटा है और भाभी के मुँह से पक्का चीख निकलेगी. मैंने अपने होंठों को भाभी के होंठों से लगा दिया और जोर से धक्का दे दिया.
मेरा पूरा लंड भाभी की मक्खन लगी चिकनी चूत में रपटता हुआ समा गया.
इससे भाभी को बहुत तकलीफ हुई और उनकी चीख निकलने को हुई मगर मेरे मुँह में दब कर रह गई.
हॉट इंडियन भाभी की आंखें फटी की फटी रह गईं.
उनको दर्द हो रहा था, फिर भी वो मुझे सहन कर रही थीं.
मैंने उनकी आंखों में देख कर मुँह से मुँह दबाए हुए ही ‘हूँ ..’ का इशारा किया कि रुकूँ या छोड़ता रहूँ.
भाभी ने हाथ से मेरी पीठ सहलाते हुए चुदाई जारी रखने को कहा.
मैं लंड को आगे पीछे … आगे पीछे करने लगा.
मेरी चुदाई से होने वाले दर्द को भाभी अपनी आगे आने वाली खुशी के लिए सहन कर रही थीं.
कुछ देर बाद भाभी को चुदाई में मजा आने लगा और वो कमर उछाल उछाल कर मेरा साथ देने लगीं.
मैंने उनके मुँह से मुँह हटा दिया और धकापेल चुदाई में लग गया.
मुझको चुदाई करते करते अभी कुछ मिनट ही हुए थे कि भाभी की चूत का पानी निकल गया और उनकी फुद्दी बहने लगी.
उन्होंने मुझे कसके जकड़ लिया.
फिर थोड़ी देर बाद भाभी मेरा फिर से साथ देने लगीं और अपनी गांड उछाल उछाल कर मुझे उत्तेजित करने लगीं.
अब उन्होंने मुझे नीचे लिटाया और खुद मेरे ऊपर आकर उछलने लगीं. उनकी गांड के साथ ही उनके बड़े बड़े दूध भी मस्ती से उछलने लगे थे.
सीन देख कर मुझे बड़ा मजा आ रहा था.
मैं उनके मम्मों को पकड़ कर नीचे से गांड उठाते हुए चूत चुदाई का मजा लेने लगा था.
करीब 10 मिनट बाद ‘आह … आह …’ की तेज आवाज के साथ भाभी फिर से झड़ गईं.
अब तक भाभी तीन बार झड़ चुकी थीं.
फिर मैंने आसन बदला.
उन्हें बेड के किनारे लाकर मैं खुद फर्श पर खड़ा हो गया और भाभी की एक टांग उठा कर उनकी चूत के निशाने पर लंड रख दिया.
मैंने लंड अन्दर सरकाया और जोर जोर से धक्का देने लगा.
अचानक से मुझमें एकदम से जोश सा आ गया और भाभी भी चीखने लगीं ‘आह … आह … और जोर से करो …’
कुछ मिनट की पलंगतोड़ चुदाई के बाद मेरा माल छूटने को होने लगा था तो मैंने पूछा- भाभी माल कहां निकालूं?
वो कुछ नहीं बोलीं.
मैंने लंड चूत से निकाला और पीछे हट गया.
मैं बिस्तर पर सामने मुँह करके बैठ गया.
भाभी ने लंड को अपने मुँह में ले लिया और मैं अन्दर बाहर करने लगा.
एक मिनट के बाद मैंने उनके सिर को पकड़ा और जोर जोर से मुँह चोदने लगा.
मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था.
तभी मेरे गर्म वीर्य की पिचकारी सीधे भाभी के गले में जाकर लगी.
भाभी पूरा माल पी गईं और मैं बेसुध होकर वैसे ही नंगा बेड पर लेट गया.
भाभी भी मेरे ऊपर आ गईं और उन्होंने मुझे गले से लगा लिया.
हम दोनों ऐसे ही सो गए
मुझे समय का कोई ख्याल ही नहीं रह गया था.
भाभी ने मुझे उठाया तो सुबह के 4:30 बजे थे. भाभी ने अपने कपड़े पहने और मुझे पहनाए.
मुझे कपड़े पहनाते समय भाभी ने मेरे लिप्स और लंड पर किस करके लंड को साफ कर दिया.
वो किचन में जाकर मेरे लिए एक गिलास गर्म काजू बादाम वाला दूध लेकर आईं और मुझे पिलाया.
फिर 10 बजे मुझे भैया ने उठाया तो मैं थोड़ा डर गया.
मैंने हाथ मुँह धोए और देखा तो भाभी अपने बेटे को तैयार करके स्कूल भेज रही थीं.
तब मैंने भैया के साथ नाश्ता किया और भैया कहीं चले गए.
उनके जाने के बाद मैंने भाभी को देखा तो भाभी ने दरवाजे बंद किए और मेरे पास आकर मेरे लंड को सहलाने लगीं.
हम दोनों ने जल्दी वाला सेक्स किया और मैं नहाने घुस गया.
भाभी भी मेरे साथ बाथरूम में आ गईं.
मैंने अपनी हॉट इंडियन भाभी न्यूड ही रगड़ कर नहलाया और बाहर आ गए.
बाद में भैया आ गए तो उनके साथ खाना आदि खाकर मैं अपने घर के लिए निकल गया.
दोस्तो, आपको मेरी हॉट इंडियन भाभी न्यूड स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ कमेंट्स कीजिएगा.