यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
→ अमेरिका में साली के दोनों छेदों में लंड दिया-1
हाई फ्रेंड्स, मैं आपकी अंजलि अपनी कहानी को जारी रखने के लिए फिर से हाजिर हूँ.
सबसे पहले तो मैं आप सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहूंगी कि आप लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया, मेरी पिछली सेक्स कहानी
पति के दोस्तों के साथ मनायी सुहागरात
को पसंद किया और आप सबने मुझे बहुत सारे मेल किए.
मैं आप लोगों को मेरे बारे में फिर से एक बार बता दूँ कि मेरे परिवार में सिर्फ मैं और मेरे पति रोहण हैं. रोहण मुझे खूब चुदाई का मजा देते हैं. अभी मेरी उम्र 37 साल है लेकिन कोई भी मुझे देख कर यह नहीं कह सकता कि मेरी उम्र 37 साल है. मेरा फिगर भी बहुत ज्यादा सेक्सी है … जो कि 36-28-38 का है.
मैं घर में ज्यादातर नंगी ही रहती हूँ. घर से बाहर मैं मिडी, स्कर्ट, जीन्स, टॉप्स और खुले बीच पर बिकनी आदि पहनना पसंद करती हूँ. मेरी चूचियां एकदम टाइट हैं और एकदम गोलमटोल हैं. मैं हमेशा डीप क्लीवेज के कपड़े ही पहनती हूँ, जिसमें से मेरे मम्मों की पूरी दरार दिखाई देती है और बूब्स भी लगभग आधे से ज्यादा दिखाई देते हैं. मेरी गांड का साइज भी बहुत बड़ा है, जिसको देख कर लड़के अपने लंड को सहलाने लगते हैं.
अब तक मैं बहुत लोगों से चुदाई करवा चुकी हूँ और मुझे और मेरी कामवासना को बहुत ही कम लोगों ने संतुष्ट किया है.
मेरी ये सेक्स कहानी लगभग एक महीने पहले की है. दरअसल हुआ यह कि रोहण ने मुझे बताया कि वो एक महीने बाद 15 दिन के लिए अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने जा रहे हैं. मैं उनके साथ नहीं जा रही थी. वो सिर्फ लड़के लड़के बस जा रहे थे. मैंने सोचा क्यों ना मैं भी कहीं घूमने चली जाऊं.
मैंने रोहण को बोल दिया कि आप अपने दोस्तों के साथ घूमने जाओ और मैं अपने फ्रेंड्स के साथ जा रही हूँ.
मैंने रोहण को यह नहीं बताया कि मैं किसके साथ जा रही हूँ.
मेरी बात पर रोहण ने कहा- ठीक है तुम भी जा सकती हो, मुझे कोई परेशानी नहीं है.
रोहण की तरफ से हरी झंडी मिलते ही मैंने अपने एक कॉलब्वॉय सुहास से बात की और उसको कैलीफोर्निया चलने के लिए कहा, जिसके लिए वो राजी हो गया.
मैंने जैसा कि पहले ही सोच लिया था कि मैं अपने इस कॉलब्वॉय सुहास को बुला कर उसके साथ एक हनीमून पर निकल जाऊंगी … वो सब सच होने लगा था.
सुहास के बारे में मैं आपको कुछ बता देती हूँ. आप लोगों को मेरी पुरानी कहानी
पति के बिना घर में एक रात
याद होगी कि जिसमें मैंने पति के बिना घर में एक रात गुजारी थी उसमें आप लोगों ने पढ़ा था कि मैंने एक कॉल ब्वॉय को घर पर बुला कर पूरी रात उससे अपनी चुत चुदाई का मजा लिया था. मुझे वो कॉल ब्वॉय बहुत पसंद आया था. उसके लंड का साइज और उसकी शरीर की मजबूती भी बहुत अच्छी थी.
सुहास की उम्र 23-24 साल की एक मस्त जवान लड़के की है. सुहास बहुत ही हैंडसम है.
जब मैंने उसे फोन पर सब कुछ बताया, तो उसने कहा- ठीक है मैम मैं आपके साथ हनीमून पर चलने के लिए रेडी हूँ, पर उसके ज्यादा पैसे लगेंगे.
मैंने कहा- पैसों की कोई परेशानी नहीं है, तुम आ जाओ.
हम दोनों के पास पासपोर्ट तो पहले से ही थे, बस वीजा का इंतजाम करना था, जोकि एक एजेंट के माध्यम से बड़ी मुश्किल से जुगाड़ करके हो ही गया. आजकल अमेरिका का वीजा बड़ी मुश्किल से मिलने लगा था … इस वजह से थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन हो गया.
तयशुदा दिन आ गया और उसी दिन शाम को रोहण अपने दोस्तों के साथ निकल गए. मैं घर पर अकेले ही रह गयी. रोहण के जाने के बाद मैं बहुत ही खुश थी क्योंकि मेरे प्लान को अंजाम देने का वक्त आ गया था.
रोहण के निकलते ही मैंने सुहास को फोन करके बोला कि तुम अपना सामान और अपना पासपोर्ट लेकर मेरे घर आ जाओ. आज रात को तुम मुझे चुदाई का मजा दो … और फिर हम कल हनीमून पर कैलीफोर्निया चलेंगे.
सुहास ने कहा- ठीक है, मैं आ जाता हूँ.
मैंने जल्दी से जाकर अपनी पैकिंग कर ली और इस बार मैंने एक साड़ी भी रखी थी.
पैकिंग के बाद मैंने बाथरूम में जाकर शॉवर लिया और एक रेड कलर की ब्रा पैंटी पहन ली, जो कि बहुत ही छोटी थी. उसमें से मेरी चूचियां साफ नज़र आ रही थीं. रेशमी टाईट पैंटी में से मेरी चुत की दरार नज़र आ रही थी. उसके ऊपर मैंने एक बेबीडॉल नाइटी डाल ली थी, जोकि सिर्फ मेरी चुत तक ही आ रही थी.
ये बेबीडॉल नाइटी एकदम से झीनी थी, जिसमें से अन्दर से मेरी ब्रा पैंटी साफ दिखाई दे रही थी. मैंने ब्लैक कलर की हील वाली सेंडल भी पहन ली. हील पहनने के बाद मेरी गांड और भी बाहर आ गयी. अब मैं एकदम पोर्नस्टार की तरह लग रही थी.
इसके बाद मैंने अपना मेकअप किया और मैं पूरी तरह रंडी सी बन कर रेडी हो गयी थी.
कुछ देर बाद मेरे दरवाजे की घंटी बजी, तो मैं जल्दी से नीचे गयी. मुझे पता था कि ये सुहास ही होगा. मैं पूरी तरह अन्दर से नंगी दिख रही थी, पर मुझे कोई शर्म नहीं आ रही थी … क्योंकि मुझे पता था कि इस टाइम सुहास के अलावा कोई नहीं होगा.
मैंने गेट खोला और सुहास मुझे देखता ही रह गया. मैं एक मादक अंगड़ाई लेते हुए उसे अन्दर बुलाया. मैंने सुहास को एक हग किया और एक किस दी. मेरे चहरे पर एक मुस्कान थी.
फिर क्या था सुहास ने मुझे अपनी बांहों में उठा लिया. ज़ब उसने मुझे गोद में उठाया, तो मेरी नाइटी ऊपर उठ गयी और मेरी पैंटी उसकी नज़रों के सामने आ गयी.
अब मैं उसकी गोद में थी. उसने अपना एक हाथ मेरी पैंटी के अन्दर डाल दिया. उसके मजबूत हाथ का स्पर्श पाते भी मैं तो वहीं सहम गयी. तभी उसका दूसरा मेरे मम्मों को दबाने लगा.
फिर सुहास मुझे ऊपर ले जाने लगा. हम लोग रूम में आ गए. सुहास ने मुझे हौले से बेड पर लेटा दिया और वो भी बेड पर आ गया. उसके लेटते ही मैं उठ कर सुहास के ऊपर बैठ गयी और उसे किस करने लगी. हमारी चूमाचाटी शुरू हो गयी थी. मैं सुहास के होंठों को चूसे जा रही थी और वो भी मुझे चूसे जा रहा था. सुहास का एक हाथ मेरी गांड को दबा रहा था. हमारी दोनों की लार एक दूसरे के मुँह में आ जा रही थी.
हमारी ये किस लगभग 20 मिनट चली. उसके बाद सुहास ने मुझे बेड पर चित्त कर दिया और हमारा फोरप्ले शुरू हो गया. सुहास मुझे इधर उधर किस कर रहा था और मैं ‘आह आह आह सुहास..’ की आवाजें निकाल रही थी.
हमारा ये फोरप्ले 30-40 मिनट तक चला. उसके बाद मैंने सुहास की शर्ट के बटन खोलना शुरू किए और उसकी शर्ट उतार दी. अब मैं सुहास के सीने को किस करने लगी, चूमने चाटने लगी. सुहास भी बहुत मजे ले रहा था. मेरा एक हाथ उसके बालों को सहला रहा था और मेरा दूसरा हाथ सुहास के लंड को सहला रहा था.
फिर कुछ देर बाद सुहास ने मुझे बेड पर उल्टा कर दिया और मेरी ब्रा का हुक खोल दिया. मेरे चूचे एकदम से उछलने लगे. सुहास मेरे मम्मों को जोर जोर से दबा रहा था और चूस भी रहा था.
मैं ‘आह सुहास आह आह … रुको तो..’ की आवाजें निकाल रही थी, पर सुहास रुक नहीं रहा था. वो मेरे मम्मों को और जोर जोर से दबा रहा था.
कुछ देर बाद मेरे निप्पल एकदम लाल और टाइट हो गए. सुहास उन्हें चूसने लगा और मजे लेने लगा. मुझे भी बहुत मजा आ रहा था. मैं एकदम गर्म हो चुकी थी. फिर मैंने सुहास को मेरे ऊपर से हटाया और बेड पर अपने नीचे लेटा दिया. मैं सुहास की टांगों के बीच में आ गयी और सुहास की पैंट का हुक भी खोल कर उसकी पैंट उतार दी.
अब सुहास सिर्फ मेरे सामने एकदम छोटी सी लाल रंग की फ्रेंची में था. सुहास का लंड बाहर आने को तड़प रहा था. मैंने सुहास के लंड पर अपना हाथ रखा और फिर उसकी फ्रेंची के ऊपर से ही सुहास के लंड को किस किया. सुहास का लंड और जोर जोर से उछलने लगा.
एक मिनट बाद मैंने उसकी फ्रेंची को निकाल दिया. वो मेरे सामने अब बिल्कुल नंगा था. उसका खड़ा लंड देख कर मेरे मुँह में पानी आने लगा था. उसका लंड बहुत ही साफ और चिकना था.
मैंने सुहास के लंड को अपने हाथ में ले लिया और उसके लंड के ऊपर की खाल हटा कर उसके टोपे को मेरे लाल रस भरे होंठों से एक किस किया. उसका लंड एकदम से गीला हो चुका था. मैंने सुहास के लंड के सुपारे को चूसना शुरू कर दिया. अगले ही कुछ पलों में मैंने सुहास का पूरा लंड अपने मुँह में अन्दर तक ले लिया और उसे जोर जोर से चूसने लगी.
सुहास भी मेरा साथ दे रहा था. मैं सुहास के लंड को मुँह में लेकर उसके साथ खेलने लगी, वो भी मेरे बालों को पकड़ कर अपने लंड से मेरे मुँह में धक्के मारने लगा. मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.
लगभग 20 मिनट सुहास के लंड की चुसाई करने के बाद सुहास ने मुझे बेड पर पलट दिया और एकदम झटके में मेरी पैंटी खींच कर उतार दी.
अब मैं भी सुहास के सामने बिल्कुल नंगी हो गई थी. सुहास मुझे सीधा करके मेरी दोनों टांगें खोल कर बीच में आ गया. बीच में आते ही सुहास ने अपने होंठ से मेरी चुत पर किस किया, तो मैं एकदम सहम गयी. फिर सुहास ने अपनी जीभ मेरी चुत में डाल कर चुत चूसना शुरू कर दिया.
मैं- आह सुहास … यू आर सो गुड … आह उफ्फ … आह सुहास आह … मजा आ रहा है.
वो मेरी मादक कराहें सुनकर और जोर जोर से मेरी चुत को चूसे जा रहा था. मेरी चुत अब पानी छोड़ने लगी थी.
लगभग 20 मिनट तक चुत चूसने के बाद मैं झड़ गयी और उसने मेरा सारा पानी पी लिया. मैंने फिर सुहास के लंड को अपने मुँह में लिया और उसकी चुसाई शुरू कर दी … क्योंकि मुझे उसके लंड का स्वाद बहुत ही अच्छा लग रहा था.
कुछ देर लंड चूसने के बाद सुहास ने मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरी दोनों टांगें खोल दीं और वो खुद मेरी दोनों टांगों के बीच में आ गया. अपने लंड को उसने मेरी चुत पर रखा और एक ही धक्के में अपने लंड का टोपा अन्दर डाल दिया.
उसके मोटे सुपारे से मेरी चुत में थोड़ा दर्द हुआ, जिससे मेरी चीख निकल गयी. उसने दूसरे धक्के में अपना पूरा लंड मेरी चुत में डाल दिया. मेरी चुत बहुत टाइट थी और उसका लंड बहुत मोटा था.
उसका 9 इंच का लंड चुत के अन्दर जाते ही मेरी मुँह से आवाजें निकलना शुरू हो गईं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… सुहास मार डाला … कितना मोटा है … आह सुहास … धीरे!
सुहास ने धक्के मारना शुरू कर दिए. वो मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था.
मैं- आह सुहास बेबी आह सुहास … यू आर फकिंग गुड …
उसने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. वो भी मुझे पूरी ताकत से तेज तेज चोद रहा था. मैं रूम में जोर जोर से चीख रही थी.
मेरी कामुक चीखें सुनकर मानो सुहास पर चुदाई का भूत सवार हो गया था. वो बिना रुके मुझे तेज तेज धक्के लगाए जा रहा था. उसका पूरा लंड मेरी चुत में अन्दर बाहर ही रहा था. उसके लंड की रगड़ से मेरा भी दर्द कम हो गया था और मैं भी उसका साथ दे कर मजे लेने लगी थी. वो मुझे बहुत मस्त चोद रहा था.
अब मैं भी उसके लंड के साथ खूब मजे ले ले कर चिल्ला रही थी- आह सुहास चोदो मुझे … आह सुहास चोदो … सुहास और तेज चोदो … आह सुहास मेरी प्यास बुझा दो.
ये सुनकर वो भी जोश में आकर मुझे चोदे जा रहा था.
सुहास ने मुझे लगभग 30-35 मिनट बिना रुके चोदा. मैं अब तक दो बार झड़ चुकी थी. उसके बाद सुहास झड़ने वाला ही था कि उसने अपना लंड निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिया. वो मेरे मुँह को चोदने लगा. उसने मेरे बाल पकड़ रखे थे, वो मुझे रंडियों की तरह चोद रहा था.
कुछ देर बाद सुहास झड़ने लगा था … उसने अपना पानी मेरे मुँह में ही भर दिया. मेरा पूरा मुँह उसके पानी से भर गया … मैं भी उसके पानी को पी गयी. उसके लंड का रस बहुत ही नमकीन था.
झड़ जाने के बाद सुहास बेड पर लेट गया और मैं उसके लंड के पास आ गयी. मैंने उसका लंड फिर से मुँह में ले लिया और चूसने लगी. मैं बहुत मजे से उसका लंड चूस रही थी और वो भी बहुत मजे ले रहा था.
कोई आधा घंटे लंड चूसने के बाद उसने मुझे लिटा दिया और मेरी चुत के पास आ गया. उसने मेरी चुत में अपनी जीभ डाल कर चुत चूसने लगा.
मैं- आह आह सुहास आह … कितनी प्यारी तरह से चुत चूसते हो … आह्ह आह्ह आह्ह!
कुछ देर चुत चूसने के बाद वो बेड पर लेट गया और फिर मैं उसके लंड पर जाकर बैठ गयी. उसका पूरा खड़ा लंड मेरी चुत में समा गया और मेरी आह निकल गयी. लंड सैट करने के बाद मैं उसके लंड पर उछलने लगी. मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसके लंड से चुदने लगी.
“अहहा सुहास आह आह … सुहास!” मैं उसके लंड पर और जोर जोर से उछलने लगी.
लगभग 40-45 मिनट बाद हम दोनों एक साथ ही झड़ गए. फिर मैं वैसे ही उसके लंड को अन्दर लेकर लेट गयी.
कुछ देर बाद उसका लंड फिर खड़ा हो गया. उसने अब मुझे घोड़ी बनाया और अपना मोटा लंड मेरी गांड के अन्दर डाल दिया. मुझे उम्मीद ही नहीं थी कि ये मेरी गांड में लंड पेल देगा. एकदम से गांड में लंड घुसने से मेरी चीख निकल गयी. चूंकि मुझे गांड मराने की आदत थी इसलिए कुछ ही देर में मेरी गांड ने उसके लंड को झेल लिया … मगर दर्द अब भी हो रहा था.
मैं इस वक्त गांड में लंड लेने के मूड में नहीं थी. मगर वो मुझे धकाधक चोदने लगा. मैं उसके रोकने लगी, पर वो नहीं रुका … वो ताबड़तोड़ लंड पेले जा रहा था. उसकी स्पीड इतनी तेज थी कि मेरी गांड से खून भी निकलना शुरू हो गया.
कुछ देर के दर्द के बाद मुझे भी मजा आने लगा था और मैं अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी थी. मेरी गांड में सुहास का लंड सटासट चल रहा था और उसकी एक उंगली मेरी चुत को कुरेद रहा था.
कुछ देर बाद हम दोनों झड़ गए. उस रात सुहास ने मुझे दो बार और चोदा. आखिरी बार उसने मेरी चुत में ही अपना रस छोड़ दिया था. उसका लंड अभी भी मेरी चुत में था. मैं उसके ऊपर लेटी हुई थी. कुछ देर तक यूं ही लेटे रहने के बाद मैंने अपनी चुत में से सुहास का लंड बाहर निकाल दिया और मैं उसके ऊपर से उतर गई. हम दोनों नंगे लेट गए.
कुछ पल आराम करने के बाद मैं बाथरूम में नहाने जाने लगी, पर सुहास ने मुझे पकड़ लिया.
मैंने उसकी तरफ देखा तो उसने कहा- अंजलि बेबी … प्लीज़ अभी मत जाओ … नहाने थोड़ी देर में चली जाना.
मैंने सुहास की बात मान ली और फिर से सुहास के ऊपर लेट गयी. मैंने उसका लंड अपने हाथ में लिया. उसका लंड कड़क होने लगा था. मैंने उसके लंड को अपनी चुत में डाल लिया और यूं ही लंड को महसूस करने लगी.
थोड़ी देर यूं ही लंड लिए हुए आराम करने के बाद सुहास मुझे अपनी बांहों में उठा कर ही बाथरूम में ले गया. उसका लंड अभी भी मेरी चुत में ही था.
वो और मैं बाथटब में जाकर लेट गए. चूंकि लंड गर्म होने लगा था और मुझे भी सनसनी होने लगी थी, इसलिए सुहास का मूड बनने लगा. वो मेरे मम्मों को दबाने लगा. मैंने भी उसे नहीं रोका.
कुछ देर बाद सुहास ने मुझे गोद में उठाया और वापिस बेडरूम में ले गया. हम दोनों एकदम गीले थे. हमारी बॉडी पर साबुन का झाग लगा हुआ था. उसने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी चुत में अपना लंड डाल कर चोदना शुरू कर दिया. वो मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था.
मैंने आह भरना शुरू कर दिया- अहह आह सुहास डार्लिंग.
कुछ देर बाद सुहास और मैं फिर से झड़ गए और हम दोनों बेड पर ही नंगे सो गए.
सुबह जब मैं उठी, तो मैं सुहास के ऊपर ही लेटी हुई थी. सुहास का लंड मेरी चुत में ही था. मैंने उसे अपने हाथ से पकड़ा और बाहर निकाला. फिर मैं बाथरूम में फ्रेश होने चली गयी. जब मैं बाथरूम से बाहर आयी, तो सुहास भी उठ गया था.
मैं अभी बिल्कुल नंगी थी. सुहास मुझे देख रहा था और मुस्कुरा रहा था. मैं भी उसे देख कर मुस्कुरा रही थी.
फिर मैं सुहास की ओर बढ़ने लगी. मैं सुहास की गोद में जाकर बैठ गयी. सुहास भी इस वक़्त नंगा था. मैंने सुहास को एकदम गुडमॉर्निंग किस दिया और उसने भी मुझे चूमा.
मैंने सुहास से कहा- चलो हम फ्रेश हो जाते हैं … आज शाम की हमारी कैलीफोर्निया की फ्लाइट है.
सुहास ने कहा- ठीक है बेबी.
बस फिर क्या था. सुहास मुझे गोद मैं उठा कर बाथरूम में ले गया. हम दोनों ने बाथटब में बैठ कर शॉवर लिया. उसके बाद सुहास और मैं बाथरूम से बाहर आ गए. सुहास भी रेडी होने लग गया और मैं भी.
मैंने अल्मारी से एक पिंक कलर की ब्रा पैंटी निकाली और सुहास से कहा- सुहास, मुझे ब्रा पहना दो.
सुहास ने कहा- ओके बेबी.
सुहास बेड पर बैठ गया और मुझे अपने ऊपर बैठा लिया. सुहास ने मेरे मम्मों पर ब्रा रखी और पीछे से हुक लॉक करने की कोशिश की, पर वो बहुत टाइट ब्रा थी … इसलिए उससे हो ही नहीं रहा था.
उसने बड़ी मुश्किल से ब्रा का हुक लगा दिया. उसके बाद मैंने अपनी पैंटी पहनी और एक जीन्स पैंट पहन लिया.
मैंने कपड़े पहनने के बाद थोड़ा सा मेकअप किया और रेडी ही गई. फिर सुहास भी रेडी हो गया.
हम लोगों कुछ देर बाद अपना सामान लेकर निकल गए. पहले हमने होटल में लंच किया, उसके बाद हम लोग एयरपोर्ट आ गए.
शाम के 5 बज चुके थे. समय पर हम लोगों ने फ्लाइट ली. लगभग 17 घंटे की फ्लाइट के बाद हम लोग अगली सुबह दस बजे कैलिफ़ोर्निया पहुंच गए.
आपको आगे की सेक्स कहानी के लिए मेरे अगले भाग का इन्तजार करना होगा. अगले भाग में मैं आपको सुहास के साथ मेरी चुदाई की कहानी का आगे का मजा लिखूँगी. तब तक के लिए आप सभी अपने लंड चुत सहलाइए या चुदाई का मजा लीजिएगा.
बाय बाय … आपकी अपनी अंजलि शर्मा. मुझे मेल जरूर करें कि आपको मेरी ये सेक्स कहानी कैसी लग रही है.
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कहानी जारी है.