नमस्कार दोस्तों, अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी वो बरसात की हसीन शाम को आपने जो प्यार दिया उसके लिए धन्यवाद! मुझे अनेकों पाठकों के मेल आये, अनेक स्त्री पुरुष पाठकों को मेरी सेक्स स्टोरी अच्छी लगी. उनके मेल पढ़ कर मैं बहुत ही उत्साहित हुआ. साथ ही मुझे अपनी बात को खुल कर अन्तर्वासना पर रखने का हौसला मिला. इसके लिए मैं सभी पाठकों का और अन्तर्वासना का भी हृदय से आभारी हूँ.
अनेक लोगों को मेरी आगे की कहानी की प्रतीक्षा थी और कुछ पायल से मिलना भी चाहते थे. उन सभी से मैं क्षमाप्रार्थी हूँ. एक मोहतरमा ने तो 4-5 बार मेल करके आगे की कहानी के बारे में पूछा. उनके समेत आप सभी का पुनः आभारी हूँ और दिल से पुनः क्षमाप्रार्थी हूँ कि मुझे आगे की स्टोरी भेजने लिए थोड़ा समय लगा.
उस बरसात की शाम में मैं और मेरे दो दोस्तों ने पायल को मना कर, बहला फुसला कर उसको खूब चोदा था और उसकी हालत खराब कर दी थी. उसके जाने के बाद मैं पायल को और उसके बदन को बहुत ही ज्यादा मिस कर रहा था. जबकि उसने मुझे शाम को आने का वादा भी किया था.
ये सब जानने के लिए नए पाठक मेरी पहले प्रकाशित कहानी ‘वो बरसात की हसीन शाम. को जरूर पढ़ें.
मैं इन्तजार करता रहा लेकिन ना ही पायल आयी. और ना ही उसका फोन आया. इस बात से मैं बहुत बेचैन था. मैं उस दिन काम पर भी नहीं गया. पूरा दिन ऐसे ही चला गया और शाम होने को आ गई, मैं बेचैन था.
तंग आकर मैंने बॉटली खोली और सोच रहा था कि फिर से दोस्तों की महफ़िल जमाऊं … लेकिन कल का आलम याद करके मैंने वो विचार छोड़ दिया.
पायल की सोच में डूबते हुए एक पैग खाली कर लिया और तभी अचानक डोर बेल बजी.
दरवाजा खोला तो क्या बताऊं दोस्तो … सामने मेरी हसीन परी पायल खड़ी थी.
मैं तो बस उसे देखता ही रह गया.
आज वो ब्लू जींस और एकदम टाईट व्हाईट शॉर्ट टॉप पहन कर आयी थी, जिसमें वो गजब दिख रही थी. उसका टॉप इतना झीना था कि उसके मम्मे ही नहीं, उसके नुकीले निप्पल्स भी दिख रहे थे.
पायल इतरा के बोली- जीजू, अन्दर नहीं बुलाओगे?
मैं उसे देखता ही रह गया था … जिसके बारे में सोच रहा था, उसे सामने देख कर ही मैं सब भूल गया था. मैंने हंस के उसे अन्दर ले लिया और दरवाजा बंद कर दिया.
मेरी बॉटल देख के पायल बोली- क्या जीजू आज भी? लेकिन चलो अच्छी बात है, आपके वो कमीने, गुंडे दोस्त तो नहीं है आज.
मैं शरमा कर बोला- पायल कल बहुत हो गया ना तेरे साथ.. तुझपे रशीद तो जानवर जैसा टूट पड़ा था.
पायल बोली- जीजू, मैं आपकी इज्जत करती हूँ और आपको पसंद भी, इसीलिए मैं कुछ नहीं बोली, लेकिन ये नहीं चलेगा, मैं सिर्फ आपके लिए हूँ.
मैं उसकी बात सुनी, तो मन में हिलोर उठी कि नेकी और पूछ पूछ.
उसकी ये बात सुन कर मैं दंग रह गया और झट से उसे खींच कर गले से लगा लिया.
ये देख के पायल बोली- अरे जीजू थोड़ा तो सब्र करो, मैं आप ही के लिए तो आयी हूं, लेकिन कल जैसा मत करो, मैं आपके प्यार की प्यासी हूँ.
ये सुनते ही मैंने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और उसे चूमा, फिर उसके बालों में हाथ डाल के कमर पर आ गया. मैं बोला- कल के लिए सॉरी पायल, लेकिन तुम्हें देख कर कोई भी ऐसा ही करेगा. आई लव यू जान. मैं कल रात से तेरे लिए बेचैन हूँ.
पायल ने मुस्कुराते हुए मेरा चेहरा पकड़ते हुए कहा- हां जीजू मैं भी आप ही की हूँ.. मुझे प्यार करो, मुझे वो सब दे दो, जो सोहेल मुझसे छीनता है. मैं प्यार की प्यासी हूँ, ना कि बदन की नुमाईश कराने वालों की.
यह कहते हुए उसने अपने मुलायम होंठों की पंखुड़ियां मेरे होंठों पे फैला दीं.
हमारे होंठ जैसे ही एक हुए, मैंने उसे कसना और पीठ पर से हाथ फिराना शुरू कर दिया. वहां होंठ चूसते हुए ही नीचे धकेल कर सोफे पे बिठाया और उसे नीचे लाके पायल के होंठ का रसपान शुरू किया. मैंने अपने होंठ पूरे उसके मुँह में अन्दर तक डाल के उसकी जुबान को टटोलना शुरू किया. तो वो भी अपने होंठों से मेरे होंठों पे पकड़ बनाने लगी.
मैंने उसकी मुलायम जुबान को मेरी जुबान से चाटना शुरू किया और उसकी जुबान मेरे मुँह में लेके मजे से चूसना शुरू किया. हाथों से ऊपर से उसके मम्मों को मसलना, उसकी चूचियों को दबाना शुरू किया. वो भी मदहोशी से मेरे होंठ को, जुबान को चूसे जा रही थी. पायल अपना होश खोती जा रही थी. मैंने किस करते हुए ही उसके टॉप के अन्दर हाथ डाल कर उसके मम्मों को सहलाना शुरू किया और झटके से उसका टॉप खोल दिया. उसकी गोरी चिकनी बांहें, उसकी क्लीवेज और सफेद फूलवाली हॉट ब्रा मेरे सामने थी.
मैं किस करते हुए उसके होंठों को चूसने लगा, उसके गालों को काटने लगा. पायल ने भी मस्त होते हुए मेरी शर्ट को निकाल के सीने के बालों को खींचना शुरू कर दिया. मैं उसे किस करते करते उसकी गरदन पे आ गया. उसकी गोरे चिट्टे मुलायम गले को मैं किस करते हुए काटने लगा. वो मेरे बाल खींचने लगी. मैं उसके बाल पीछे करके उसे गरमागरम किस करने लगा; कान को काटने लगा. वो भी मुझे किस करते हुए मेरे कानों में जुबान डाल के फिराने लगी और मैं एकदम से भड़क उठा, मुझे गुदगुदी होने लगी.
मैंने उसे वैसे ही अपनी गोद में उठा लिया. उसने अपने पैरों से मेरी कमर को जकड़ लिया. मैं उसे उठाकर बेडरूम में ले गया और बेड पर ले जाकर पटक दिया. उसके छाती को किस करने लगा, ब्रा के ऊपर से उसके रसीले मम्मों को बाईट करने लगा. आटे की तरह उसके मम्मों को मसलने लगा. वहां से उसकी बांहों पे चूमते हुए आया और उसके कंधे पे आ गया. मैंने किसी ड्रेकुला की तरह उसे काटना शुरू कर दिया. उसके दोनों हाथों को ऊपर उठाया और उसके हाथ ऊपर कस के पकड़ लिए. उसके कंधे जितने सुंदर थे, उतने ही उसके अंडरआर्म्स भी सेक्सी थे. बिल्कुल गाल जैसे नाजुक गोरे और मुलायम.
बहुत ही कम औरतों की बगलें ऐसी साफ सुथरी और सेक्सी होती हैं. पायल की बगलों में पसीने की बदबू नहीं, बल्कि परफ्यूम की सुंगध थी. मुझे रहा नहीं गया, मैंने उसके अंडरआर्म्स को किस करने लगा, पागलों के जैसे उधर काटने लगा. उसकी बगलों को चाटने लगा. साथ ही कंधे को भी काटने लगा.
मेरी इस कामुक हरकत से वो कुछ ज्यादा ही मचलने लगी. मैं उसकी दोनों बगलों को किस करते करते उसके मम्मों पर आ गया. मम्मे मेरे वीक पॉईंट हैं. मैंने उसके मम्मों के ऊपर की ब्रा को निकाल फेंका.. और जोर जोर से मम्मों को चूसने लगा. उसके मम्मे इतने बड़े थे कि मेरे मुँह में समा ही नहीं रहे थे. मैं उसके निपल्स को काटने लगा. पायल मादक सिसकारियां लेने लगी.
काफी देर तक मम्मों का नाश्ता करके वहाँ से नीचे उसकी नाभि पर आ गया. उसकी नाभि भी उसके जैसे ही सुंदर थी, एकदम गहरी. मैं पायल की सुन्दर नाभि के अन्दर तक जुबान डालकर उसे तड़पाने लगा और एकदम से उसकी नाभि के उभरी हुई चमड़ी को दांत में पकड़ के जोर से काट दिया.
वो दर्द से चिल्लायी, मगर मैंने उसे छोड़ा ही नहीं. उसने छटपटा कर मुझे दूर धकेला और अगले ही पल वो मुझ पर चढ़ गयी.
पायल बोली- जीजू अब आप कुछ नहीं करेंगे, मैं ही सब कुछ करूँगी. देखना आज मैं आपके साथ जबरदस्ती करूँगी, आप कुछ नहीं कर सकोगे.
वो मेरी छाती को पागलों के जैसे किस करने लगी. मैंने उसका सिर मेरे सीने पर दबा के रखा, फिर जैसे हम मर्द स्तनों को चूसते हैं, वैसे ही वो मेरे सीने को चूसने और काटने लगी, मेरे निप्पल्स को दांतों से काटने लगी. घुंडियों को होंठों में पकड़ कर चूसने लगी, उन पर अपनी जुबान फिरा कर गुदगुदी करने लगी.
यारो क्या बताऊं … मैं तो उसका ये हुनर देख कर दंग रह गया. मैं मस्ती से सातवें आसमान पर उड़ने लगा. जैसे मैंने उसके अंडरआर्म्स को चाटा था, वैसे ही वो मेरे कंधों को काटने, चाटने लगी. वो जब मेरे अंडरआर्म्स के बालों को खींचने लगी, दांत में पकड़ के खींचने लगी. बाईट करने लगी. पायल अपनी जुबान से मेरी बगलों के बालों को चाटते हुए गुदगुदी करने लगी.
माशाल्लाह क्या बताऊं … ये एकदम अलग ही फीलिंग थी, आप भी जरूर ट्राय कीजियेगा. अपनी बीवी या अपनी गर्लफ्रेंड से अपनी बगलों की झांटों को चाटने का बोलिए.
उसने मेरे हाथों को दूर धकेल के ऊपर बांध दिए और मुझे बिल्कुल चुप रहने के लिए बोल कर मुझपे टूट पड़ी. वो मेरे पूरे सीने को एक मदमस्त लौंडिया की तरह चाटने लगी. मेरे बदन को चूसते, चाटते हुए वो नीचे आ गयी. अब पायल ने अपने मुँह को मेरी नाभि पर लगा दिया और मेरी नाभि के उभरे हुए भाग को अपने दांतीं से पकड़ कर कसके काट लिया.
मैं चीखा तो वो हंसने लगी. फिर अगले ही पल वो पुनः मेरी नाभि के अन्दर तक जुबान डाल कर कुछ टटोलने सी लगी. फिर अगले ही पल एकदम बिजली की सी फुर्ती से मेरी साली पायल ने मेरी पैन्ट के ऊपर से मेरे तने हुए हथियार को भी जोर से काट दिया.
मैं हड़ाबड़ाते हुए चिल्ला दिया, तो बोली- जीजू आपके इस लंड ने मुझे बहुत दर्द दिया है, मुझे सताया है, आज तो इसे मैं रुलाऊँगी.
वो फिर से पैन्ट के ऊपर से ही मेरे लंड को भर भर के काटने लगी.
दो मिनट यूं ही मजा देने के बाद उसने मेरी पैन्ट निकाल कर फेंक दी.
मेरा सामान तना हुआ था, उसे देख कर पायल हंसने लगी और बोली- जीजू आपका ये बेशर्म घोड़ा हमेशा ऐसा ही खड़ा रहता है क्या.. कितनी हत्यायें कर चुका है ये.. बताओ न?
मैं गरमा गया था उसके दूध पर अपना सीना दबाते हुए बोला- साली आज बहुत ही तेवर दिखा रही है … जरा हाथ तो छोड़ … फिर दिखाता हूँ.
वो मुझे चिढ़ाते हुए मेरे लंड को सहलाने लगी, उसे आगे पीछे करने लगी. लंड की टोपी को पीछे करके उसने अपना मुँह लंड पर लगाया और मेरे सुपारे में दांत चुभोने लगी.
मैं मीठे दर्द से तड़प रहा था. वो हंस रही थी, मुझे चिढ़ा रही थी.
पायल- जीजू कल आपने मेरे साथ क्यों ऐसा किया. वो रशीद का सामान कितना गंदा और बड़ा था, मैं तो हमेशा से ही आपके लिए रेडी थी. मैं सिर्फ आपकी और आपके लंड की प्यासी हूं.
मैं बोला- पायल तूने मुझे भी पागल बना दिया है, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा.. तेरे पति के नसीब पर मैं जलता हूँ, साला वो हरामी तुझे रोज कुत्तों की तरह चोदता होगा. तू जन्नत है यार … तुझे कितना भी खांऊ, जी भरता नहीं यार.
उसने हंस के आँख मारी और मेरा लंड मुँह में ले लिया. लंड को पायल लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी. लंड की पूरी स्किन को पीछे खींच के दांतों से हल्के से काटने लगी. मैं दर्द से तड़पने लगा.
फिर पायल घूम कर अपनी कमर मेरे मुँह के ऊपर ले के आयी. खुद ही अपनी पैन्टी उतार कर अपनी चूत को मेरे मुँह पे सैट कर दिया.
अब हम दोनों 69 में हो गए थे. उसकी गोरी चिकनी चुत मेरे होंठों के सामने थी, बिल्कुल मलाई जैसी नरम गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं था. मैं चूत सामने देख कर एकदम से पागल हो गया और जैसे ही उसकी चूत नीचे आयी, मैं चाटने, चूसने लगा.
वो नीचे मेरा लंड मुँह में लेकर मजे से अन्दर बाहर कर रही थी, हल्के हल्के काट रही थी. मैं उसकी रसीली चुत चाट रहा था, पूरी चुत गीली थी.. मेरा मुँह पानी से भर गया था. जैसे ही वो मेरे लंड को काटती, मैं उसकी यौनमणि को दांतों में पकड़ लेता और होंठों से काटता. वो दर्द सह नहीं पाती, तो चिल्ला देती, गिड़गिड़ाती जा रही थी. साथ ही जोर जोर से लंड को चूसने लगती थी. इससे मुझे और मजा आ रहा था.
ऐसे में कुछ ही मिनट में वो झड़ गयी. मेरा मुँह फिर से उसकी चूत के पानी से भर गया.
उधर मेरा लंड भी झड़ने को आया था, मैंने उसे बताया लेकिन वो नहीं रुकी. बल्कि उसने और जोर जोर से लंड चूसना शुरू कर दिया. कुछ ही देर में मैं उसके मुँह में ही झड़ गया. उसने बिना मुँह खोले सब पानी निगल लिया. लेकिन लंड से अपने मुँह की पकड़ नहीं छोड़ी.
पायल मेरा पूरा पानी निगल कर लंड को चाटते हुए बोली- जीजू, बहुत ही टेस्टी रस है, क्या ये स्कॉच का टेस्ट है?
मैं बोला- साली कमीनी अब नीचे भी अन्दर डालने दे … कितना गरम कर दिया है.
वो हंस कर बोली- जीजू जल्दी क्या है.. गिन गिन के बदला लूँगी.
वो फिर से मेरा लंड चूसने लगी और कुछ ही पलों में फिर से मेरा लंड तन गया. चुदाई के लिए लंड तैयार हो गया. तो पायल ने अपने मम्मों पर मेरे लंड को घिसना शुरू कर दिया. वो मेरे लंड की नोक को अपने चूचुकों में टच करने लगी. लंड को दोनों मम्मों के बीच की घाटी में रख कर आगे पीछे करने लगी.
यारो … वो जो कर रही थी, क्या बताऊं मैं हर पल मर रहा था.
फिर अचानक से पायल ने मेरे ऊपर आकर अपनी चुत को लंड पे सैट कर दिया और बोली- जीजू मुझे भी रहा नहीं जा रहा … चलो चुदाई शुरू करो.
ये देख कर मैं चिल्लाया- साली रांड में कब से तेरी चूत के लिए तरस रहा था.. तू अब दे रही है, लेकिन ऐसा करके तू मेरा हथियार तोड़ देगी.
पायल- जीजू देखो तो.
बस इतना बोल कर वो कुर्सी के जैसे बैठते हुए मेरे लंड पर चढ़ गयी और मेरे गोद में ही बैठ कर हल्के हल्के से लंड को अपनी चूत के अन्दर लेने लगी.
उसने अब तक मेरे हाथ नहीं खोले थे, लेकिन जैसे ही लंड चुत के छेद पर पहुंचा, मैंने नीचे से जोर का झटका लगा दिया. मेरा लंड झट से चूत के अन्दर जाकर सैट हो गया.
पायल एकदम से लंड घुसने से दर्द से चिल्ला पड़ी- ओ हरामी … साले जीजू दुखता है ना … क्या कर रहे हो यार.. आहिस्ता से डालो ना.. इतनी तेज पेलोगे तो मुँह से बाहर आ जायेगा.
मैंने कहा था न कि आज मैं आपका रेप करूँगी.. आप नहीं.. प्लीज.
मैं जरा रुका, तो वो ऊपर से नीचे करने लगी. मैं सुर ताल मिलाते हुए नीचे से झटके देने लगा, एक रिदम सा बन गया था. मैं दो चार झटकों के बाद एक जोर का झटका दे देता. पायल जोर से चिल्लाती और ऊपर को उठ जाती थी.
अब हम दोनों ने जोर से चुदाई शुरू दी. उसने मुझे जकड़ लिया था और मेरे कंधों पे हाथ रख दिए थे. मैं जैसे ही झटके देता, वो नाखून मेरे सीने में कंधों पर पीठ में घुसा देती थी.
कुछ ही देर में पायल पूरी तरह से थक चुकी थी. मैंने अंतिम झटके दिए, तो वो जोर जोर से चिल्लाने लगी- ओह जीजू.. माय डार्लिंग.. फक मी हार्ड.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… ओह फक आह.. आंह.. उई अंम्.. माँ धीरे चोदो न.. आह दुखता है ना.
रूम में उसकी कामवासना से भरी सिसकारियां गूंजने लगी थीं. उसकी मादक आवाजों से मैं और पागल होने लगा था.
कुछ ही देर बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए. वो मुझपे ही ढेर हो गयी, उसने मेरे बंधे हुए हाथ खोल दिए. हम दोनों ने लम्बा किस किया और नंगे बदन ही लिपट कर सो गए.
दोस्तो और सहेलियो … कैसी लगी मेरी और पायल की ये और एक चुदाई की कहानी.. मैं आपके मेल के इंतजार में हूँ.
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अगली बार फिर नयी कहानी के साथ मिलने का वादा करता हूं, पायल और मेरी कहानी भी पढ़ना चाहते होंगे, तो भी जरूर बताइयेगा. आगे भी रोमांटिक कहानी भी भेजूंगा. धन्यवाद. आपके कमेंट्स की प्रतीक्षा में आपका राहुल.