अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार! मेरा नाम अंशु है. अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी
मुँह बोली साली को पटाकर चोदा
आपने पढ़ ही ली होगी.
आज की कहानी मेरे एक मित्र के जीवन की घटना है. कहानी के पात्र निम्नलिखित हैं.
सीमा जी- एक तलाकशुदा महिला, उम्र 40 साल.
पिंकी- सीमा की बेटी, उम्र 19 साल.
नितिन- माँ और बेटी दोनों का यार उम्र 32 साल.
नीता- पिंकी की सहेली, उम्र 19 साल.
पिंकी बार बार वाशबेसिन में उल्टियां किए जा थी. सीमा जी को लगा कि उनकी बेटी पिंकी कॉलेज से कुछ ऊटपटांग खा कर आई है, इसलिए उल्टियां कर रही है. उधर पिंकी और नितिन की फटी पड़ी थी, उनको पता था कि ये उन दोनों कि गलती का नतीजा है.
ज्यादा उल्टियां आने पर सीमा ने नितिन से कहा- इसे लेकर डॉक्टर के यहाँ जाना पड़ेगा.
नितिन बोला- मैं ले जाता हूँ, आप घर पर ही रहो. आपकी तबियत भी तो गड़बड़ है ना?
पिंकी और नितिन कार से डॉक्टर के यहाँ निकल पड़े. रास्ते में दोनों चुप थे, दोनों सोच में थे कि क्या बोलें और कैसे बोलें!
नितिन ने ही बोलना आरम्भ किया- तुमको पहले ही बोला था कि बिना कंडोम के मत चुदो, पर तुम नहीं मानी, अब तुम्हारी मम्मी को जवाब देना भारी पड़ेगा.
पिंकी बिलख-बिलख कर रोने लगी- मेरा ही कसूर है … मेरी ही चूत में आग लगी पड़ी थी … जो आप पर मर मिटी.
वो बिलखते हुए उस दिन को याद करने लगी जब उसकी मम्मी ने मुझसे पूछा था कि मेरे कर्मचारी नितिन को अपना ऊपर वाला कमरा किराए पर दे सकते हैं क्या? तब मैंने ही हाँ किया था, अब मेरी वो सहमति मेरे गले की फांस बन गई.
हुआ ऐसा था कि तलाक होने के पहले सीमा जी बैंक जाने लग गई थीं. सीमा जी तन्हाई मिटने के लिए बैंक जाया करती थीं … क्योंकि सीमा एक बहुत ही अमीर और मॉडर्न महिला हैं, बेहद खुले विचारों वाली और बेहद चुदक्कड़ मिजाज की हैं. बावजूद इसके वो बदनामी बिल्कुल पसंद नहीं करती हैं. इस निजी बैंक में वे फाउन्डर मेम्बर थीं.
एक दिन उनको नितिन मिला, जो कि उनके पापा के दोस्त का बेटा था. उसको काम की सख्त जरूरत थी. सीमा जी उसे काम दिलवा दिया और बाकी टाइम वे उसे अपना यार बना कर रखे हुए थी. उससे मस्त सेक्स भी करती थीं.
एक दिन सीमा जी ने कहा- मुझे इस तरह छिप कर मिलना अब अच्छा नहीं लगता, हमें शादी कर लेना चाहिए.
नितिन को कोई परेशानी नहीं थी. उसने तो तुरंत हाँ कर दी.
चूँकि सीमा जी उसके सारे खर्चे उठाती थीं, उसे खूब पैसे देती थीं और खूबसूरत सी चूत भी चोदने देती थीं. कौन मूर्ख होगा, जो ऐसे ऑफर को ठुकराएगा, पैसा भी मिल रहा था और चूत भी दमदार थी.
सीमा जी की बेटी भी समझदार थी, सो सीमा ने उसकी सहमति लेना उचित समझा. सीमा ने नितिन से कहा कि नितिन तुम पहले मेरी बेटी से परिचय कर लो. जब उसके दिल में तुम्हारे लिए जगह बन जाए, तब शादी के लिए उसकी सहमति लेना उचित रहेगा.
अब सीमा जी घर जाकर बेटी से बोलीं- मेरा एक कर्मचारी है. वो जिस घर में रहता है, उसका मकान मालिक घर खाली करवा रहा है, तो क्या हम उसे अपने घर का ऊपर वाला कमरा, जो खाली पड़ा है, दे दें?
थोड़ा मनाने पर पिंकी राजी हो गई.
दूसरे दिन नितिन सीमा जी के घर पर अपना सामान ले कर आ गया. तब पिंकी कॉलेज गई हुई थी. नितिन ने आव देखा न ताव, घर में घुसते ही सीमा, जो कि क़यामत की हद तक खूबसूरत थीं … उनको कस कर आलिंगन में भर लिया. सीमा भी चुदासी थीं, फटाफट नंगी हो गईं.
अभी 11 ही बजे थे, पिंकी 4 बजे आने वाली थी. दोनों के पास चुदाई का भरपूर आनन्द लेने के लिए 5 घंटे का समय था..
आज तो सीमा की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था. उनको निश्चिन्त होकर चुदने का मौका जो मिल रहा था. अब तक डर डर कर चुदती थीं, कभी किसी होटल में, तो कभी किसी होटल में.
सीमा जी 40 साल की उम्र में भी 25 साल की लगती थीं. उनका गोरा बदन, उन्नत और सुडौल उभार, एकदम सुर्ख गुलाबी होंठ, स्लिम ट्रिम बॉडी, इसको देख कर पूरे ऑफिस के एक एक मर्द का लंड खड़ा हो जाता. ऑफिस में सब मर्द केवल लंड मसल कर रह जाते थे. सबकी गांड जल कर रह जाती थी, फिर कसमसा कर रह जाते थे.
इधर नितिन है ही इतना हैण्डसम, हट्टा कट्टा, गोरा-नारा, सिक्स पैक एप्स, भरपूर जवानी कसा बदन और मासूम चेहरा. वास्तव में कोई भी लड़की उसे देख लेती थी, तो वो उसी पल नितिन की दीवानी हो जाती थी.
सीमा और नितिन का चुदाई का खेल चालू हो गया, सारे दरवाजे खिड़कियां बंद करके दोनों एक दूसरे से ऐसे चिपक गए, जैसे जन्म जन्म से प्यासे हों. दोनों के होंठ से होंठ ऐसे चिपकाए पड़े थे, जैसे कोई भूखा शेर अपने शिकार को एक बार में ही निगल लेना चाहता है. बस एक दूसरे के मुँह में मुँह डाल कर एक दूसरे की जीभ को चूसने का भरपूर प्रयास करने लगे. कभी सीमा नितिन की जीभ चूसने लगतीं, तो कभी नितिन सीमा के मुँह में अपनी जीभ डाल के उनकी जीभ चूसने लगता.
इस फोरप्ले से नितिन का लंड अकड़ने लगा और सीमा की चूत पानी पानी हो गई. फिर भी नितिन ने चोदने की जल्दबाजी नहीं मचाई.
नितिन सीमा के गोरे गोरे मम्मों के गुलाबी गुलाबी निप्पलों को मुँह में ले कर चुहलने लगा. सीमा की सब्र बांध टूट गया. अब वो चुदने के लिए तड़पने लगीं, पर नितिन ने उनको और तड़पाया, किस करना छोड़ कर सीधे अपना मुँह सीमा की सुर्ख गुलाबी और चिकनी चूत पर ले गया. चूत पर होंठों का स्पर्श पाते ही सीमा सिहर उठीं. वो ‘आ आ आहह आहह उहह..’ करने लगीं. साथ ही सीमा नितिन के मुँह पर अपनी चूत को रगड़ने लगीं, उसका सिर पकड़ कर अपनी चूत पर पूरी ताकत से दबाने लगीं.
नितिन भी चूत को खूब अन्दर तक जीभ डाल कर चाटने लगा. सीमा की चूत का पानी निकला, तो नितिन का पूरा चेहरा भीग गया. उसके चेहरे को सीमा ने चाट चाट कर साफ कर दिया.
अब सीमा नितिन का लंड चूसने लगीं. लंड को थोड़ा चूसने के बाद सीमा नितिन से बोलीं- प्लीज अंशु … अब लंड डाल दे यार. … प्लीज … जल्दी से डाल ना … आआह्हह … उम्म्म् फ़क मी हार्ड … आज मेरी गांड फाड़ दे, मेरी चूत का भोसड़ा बना डाल आज तो…
बस नितिन आ गया अपनी वाली औकात पे, उसने चूत पर अपना लंड सैट किया और एक ही बार में पूरा लंड घुसेड़ दिया.
सीमा इस अप्रत्याशित हमले से बेखबर थीं, इसलिए हड़बड़ा गईं. फिर वो संभलीं और गांड उठा उठा कर नितिन को ही नीचे से चोदने लगीं.
नितिन का लंड 20 मिनट तक सीमा की चूत की खुदाई करता रहा, सीमा के कुँए से तीन बार पानी निकलने के बाद ही नितिन के लंड ने पानी छोड़ा. नितिन ने सीमा की पूरी चूत को अपने वीर्य से लबालब भर दिया.
चुदाई के बाद दोनों वैसे ही चूत में लंड फंसाए हुए पड़े रहे.
थोड़ी देर में फिर से सीमा चुदासी हो गईं और अपनी गांड उचकाने लगीं. नितिन ने भी धकापेल चालू कर दिया. चूत में वीर्य भरा होने से फ़क फ़क की मादक आवाज आने लगी. वीर्य भी इधर उधर बहने लगा.
ये गेम दो बजे तक चलता रहा, दोनों थक कर बेहाल हो गए. फिर नितिन ऊपर अपने कमरे में चला गया.
इधर पिंकी भी लौट आई. उसने पूछा- मम्मी आपका कोई आने वाला था, वो नहीं आया क्या?
सीमा ने नितिन को आवाज लगाई, तो वो नीचे आ गया.
सीमा ने दोनों परिचय करवाया. नितिन ने पिंकी से हाथ मिलाया और पिंकी में ही खो गया क्योंकि वो भी थी बला कि खूबसूरत थी. आया तो था पापा बनने, पर इसे देख कर मन तो पापी बन गया. अब तो उसने इस पिंकी का खसम बन जाने का मूड बना लिया.
कुछ देर बाद सबने खाना खाया और सब अपने अपने रूम में चले गए.
दूसरे दिन पिंकी की सहेली नीता आई और उसने नितिन को छत पर अंडरवियर में कसरत करते देखा, तो उसे देखती ही रह गई. पिंकी ने उसे हिलाया तब होश में आई.
नीता- कौन है यार. … ये सेक्सी और हैंडसम बंदा?
पिंकी- मम्मी के बैंक में है, हम से वो बहुत बड़ा है. वो कोई हैंडसम बंदा नहीं है, कॉमन सा तो है.
नीता- तुझे मर्द की परख नहीं है.
पिंकी- चल, बड़ी आई मर्द की पारखी कहीं की, अपने काम से काम रख.
नीता- मैं तो मर मिटी इस हैंडसम बंदे पर.
एक दिन शाम को दोनों लैपटॉप पर पोर्न वीडियो देख रही थीं, तब नितिन पिंकी के कमरे में आने से पहले नॉक करने ही वाला था कि अचानक उसके दिमाग में कोई खुराफात सूझी और वो नॉक किए बिना ही घुस गया.
नितिन के आने से दोनों हड़ाबड़ा गईं. नीता तो भाग कर बाहर चली गई. नितिन पिंकी को एक किताब देते हुए बोला- ये लो अपनी किताब … बहुत अच्छी है.
हालांकि नितिन ने सब देख लिया था, पर वो जानबूझ कर अनजान बन रहा था.
पिंकी दिन भर उदास रही.
रात में मौका देख कर नितिन के कमरे में आई और हाथ जोड़ कर विनती करने लगी- जो आपने सुबह देखा, उसे मम्मी को मत बताना.
नितिन ने भोला बनते हुए कहा- मैंने कुछ नहीं देखा, तुम निश्चिन्त रहो, इस उम्र में सभी देखते हैं.
इतना सुनते ही पिंकी नितिन के गले से लटक सी गई. नितिन समझ गया कि अब तो लाइन साफ़ है.
इसके बाद से पिंकी का नितिन को देखने का नजरिया बदल गया. चार दिन में ही वो नितिन के बिस्तर पर थी और चुदाई की तैयारी कर रही थी. चूँकि वो पोर्न देखती थी, तो उसे अब लौड़े की जरूरत थी … जो उसे आसानी से बिना बदनाम हुए और बिना मेहनत किए घर पर ही मिल सकता था.
आज सीमा जी बैंक की जरूरी मीटिंग में शहर से बाहर गई थीं, तो पिंकी पूरी तरह से चुदने का मन बना कर आई थी. रूम में घुसते ही बोली- नितिन, प्लीज मुझे सेक्स की भूख है, इसे आप ही पूरा कर सकते हैं.
नितिन ने नखरे दिखाते हुए कहा कि यदि आपकी मम्मी को पता चलेगा, तो मेरी तो शामत आ जाएगी.
पिंकी- ऐसा कुछ नहीं होगा, तुम तो मुझे अपना बना लो.
नितिन के मन तो लड्डू फूट रहे थे, उसने कस कर पिंकी को जकड़ लिया और जोरदार किस के साथ खेल शुरू हो गया. पिंकी ने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और नितिन के भी निकाल दिए.
नितिन का लंड देख कर पिंकी खुश हो गई … क्योंकि पोर्न फिल्म में चुदाई देखती थी. उसने एक मोटा लंड देखा था. बस हुबहू वैसा ही गोरा, मोटा, लम्बा और मजबूत लंड अपने सामने देख कर सबसे पहले तो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह थोड़ा सा चूसा.
फिर बोली- पहले तो आप इसे मेरी चूत में डाल दो, फिर बाकी सब बाद में करेंगे. मुझे पोर्न देखदेख कर और अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ पढ़ कर सारा अनुभव हो गया है, आप फ़िक्र मत करो. प्लीज जल्दी से अन्दर डाल दो. अब देर न करो प्लीज़.
उसकी तड़प देख कर नितिन से रहा नहीं गया. उसने पिंकी पर दया करते हुए उसकी चूत पर लंड टिकाया और फिर किसी प्रकार का रहम किए बिना एक बार में ही आधा लंड अन्दर कर दिया. पिंकी बेचारी फड़ाफड़ा कर रह गई. उसकी चूत से खून की धार निकल गई. अब नितिन उसके छोटे छोटे पर कठोर मम्मों को चूसने लगा. उसके बेहद खूबसूरत गुलाबी होंठों का रसपान करने लगा.
नितिन चुदाई करते हुए सोचने लगा कि ये तो सीमा जी से भी ज्यादा सेक्सी माल निकली. इसकी चुदाई में जो मजा आ रहा था, वो सीमा जी की चुदाई में कहाँ से आएगा.
ऐसा करते करते चूत में लंड कब पूरा चला गया, न पिंकी को पता चला न नितिन को महसूस हुआ.
नितिन का लंड खड़ा होने के बाद कम से कम आधा घंटे के पहले वीर्य नहीं छोड़ता था, ये उसकी खासियत थी. इतनी देर में तो कोई भी औरत दो से तीन बार खलास हो ही जाती है.
बस ऐसे ही पहली बार चुद रही पिंकी भी तीन बार खलास हो गई. वो अब नितिन से विनती करने लगी- अब अपना लंड निकाल लो, अन्दर जलन मच रही है.
नितिन का भी काम होने वाला था. उसने लंड बाहर निकाल लिया, तो पिंकी ने उसके लंड को चूसना शुरू कर दिया. नितिन जैसे ही झड़ा, पिंकी उसका पूरा माल चूस चूस कर पी गई.
दूसरे दिन नीता से पिंकी ने बताया कि मैंने अपनी वर्जिनिटी समाप्त कर ली है.
नीता- वाउ यार … क्या बात है … कौन है वो खुशनसीब?
पिंकी- वो ही तेरा हैंडसम, सेक्सी मर्द.
नीता- साली कमीनी … डोरे मैंने डाले और खेत तूने चुग लिया … कुतिया मुझे भी एक बार स्वाद चखवा दे ना प्लीज!
पिंकी हंसने लगी.
नीता भी मचलने लगी कि कैसे पटेगा वो मुझसे?
पिंकी इठलाते हुए बोली- पता नहीं … फिर भी मैं उससे बात करके देखूँगी?
नीता- चल … अभी वो ऊपर है, चल अभी बात करते हैं.
नीता और पिंकी दोनों साथ में आ गईं और नितिन से अपने मन की बात बोल दी. क्योंकि उन दोनों को नितिन से चुदने में बदनामी का कोई डर नहीं था.
नितिन क्यों मना करता. उसने दोनों को एक साथ चोदने की बात कही. दोनों खुश हो गईं और तुरंत ही चुदाई भी चालू हो गई. इसके बाद जब भी मौका मिलता पिंकी और नीता दोनों एक साथ चुद लिया करती थीं. इस बात का पता कभी सीमा जी को नहीं चला.
कुछ दिन बाद नितिन का दिल भर गया, तो उसने सीमा जी से शादी ना करने का विचार रखा.
सीमा जी ने भी कोई नाराजगी जाहिर नहीं की और नितिन भी उनका घर छोड़ कर दूसरी जगह चला गया.
उसके बाद तो नितिन ने अनेकों लड़कियों और भाभियों की मस्त चुदाई का धमाल किया. उसने किसी को बदनाम नहीं होने दिया.
दोस्तो, मैंने इस चुदाई की कहानी को रोचक बनाने के लिए कुछ काल्पनिक नामों को भी जोड़ा है … आपको पसंद आई होगी. बाकी आप सभी के प्यार के इंतजार में आपका प्यारा अंशु.