नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम विशाल भारद्वाज है. मेरी उम्र 20 साल है, मैं अभी पढ़ाई कर रहा हूँ। मैंने अन्तर्वासना की प्रकाशित सारी चोदन कहानियां पढ़ी हैं। आज मैं अपने जीवन की पहली आपबीती लिख रहा हूँ। अगर कुछ कमी रह जाए तो माफ करना और मेल करके बताना जरूर. यह बिल्कुल सच्ची कहानी है। मैं आशा करता हूँ कि यह स्टोरी आपको बहुत पसंद आएगी. यह स्टोरी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की है.
मेरी गर्लफ्रेंड का नाम नेहा है और वो हाइट में थोड़ी छोटी है, मगर उसका फिगर कमाल है, उसका साईज़ 36-28-38 है, मुझे उसके बड़े-बड़े और सॉफ्ट बूब्स सबसे ज्यादा पसंद हैं। वो भी मेरी ही तरह दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई कर रही है, लेकिन हमारा कॉलेज अलग-अलग है।
हम दोनों की बात एक दोस्त के ज़रिए हुई थी। फिर धीरे-धीरे हमारी बातें बढ़ती गयीं और हम दोनों दिन-रात एक-दूसरे से फोन पर चैट करने लगे।
अब हमारे बीच एक अच्छा रिलेशन बन गया था. मैं उसे अपनी हरकतों से बहुत हँसाता और बहुत मज़ाक करता था। अब हमें कई बार बात करते-करते रात से दिन हो जाता था और हम पूरी रात सोते नहीं थे।
मैं पहले तो उसे बस अपनी एक अच्छी दोस्त समझता था, मगर शायद किस्मत कुछ और ही चाहती थी। फिर एक दिन हम नॉर्मल चैट कर रहे थे और इससे पहले हमारे बीच कोई सेक्सी बात नहीं हुई थी.
लेकिन उस दिन मज़ाक-मज़ाक में बात थोड़ी आगे बढ़ गयी। उस दिन ये हुआ कि मैं कभी-कभी बहुत ज्यादा मज़ाक करता था और लोगों का इतना मज़ाक बनाता था कि उन्हें रोना आ जाए और इस बात पर हम बात कर रहे थे, जो कुछ ऐसी थी.
नेहा- यार, तुम इतने कमीने कैसे हो? लोगों को क्या क्या बोल देते हो?
मैं- ये कमीनापन नहीं है, ये तो बस मस्ती है!
नेहा- ये कमीनापन ही है, फालतू में लोगों को बदनाम करना, किसी को कुछ भी बोल देना वगैरह वगैरह, अगर मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड होती तो तुम्हें बताती!
मैं- कुछ नहीं बता पाती, तुम जैसे बहुत से लोग आए और गये।
नेहा- ऐसा तुम्हें लगता है, लेकिन मुझे यकीन है कि मैं तुम्हें सुधार देती।
मैं- तुम्हें पता है अगर मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड होता तो क्या करता?
नेहा- नहीं, क्या करते?
मैं- छोड़ो, जाने दो।
नेहा- नहीं बोलो।
मैं- छोड़ो, तुम बुरा मान जाओगी!
नेहा- नहीं मानूँगी, तुम बोलो?
मैं- मैं तुम्हें पहले अपने घर बुलाता जब घर पर कोई नहीं होता. उसके बाद प्यार से तुम्हारे होठों पर किस करता, तुम्हें कस-कर अपनी बाहों में पकड़ लेता और फिर एक और मस्त किस करता। फिर तुम्हारे कान पर किस और बाइट करता और उसके बाद तुम्हारी गर्दन पर और फिर एक हाथ से तुम्हारे!
नेहा- बस.. बस.. बस.. कंट्रोल, तुम तो भावनाओं में बह ही गये।
मैं- हाँ, मैंने कहा था न तुम्हें बुरा लग जाएगा.
नेहा- नहीं मुझे बुरा नहीं लगा, लेकिन बस थोड़ा अजीब लग रहा है.
उसके बाद हमने इस बात को छोड़ दिया और दूसरी बात करने लगे, लेकिन अब हमारे बीच थोड़ी-थोड़ी एडल्ट और सेक्सी बातें होने लगी थीं और हम एक-दूसरे को एडल्ट जोक्स भी भेजने लगे थे। फिर कुछ दिन के बाद फिर हम फोन पर चैट करते हुए बात कर रहे थे, जो कुछ ऐसी थी-
मैं- तुमने ड्रिंक की है कभी?
नेहा- ना कभी नहीं, तुमने?
मैं- हाँ, मैंने तो बहुत बार की है.
नेहा- एक बार ट्राई तो मुझे भी करनी है, लेकिन पीऊँगी कैसे?
मैं- अगर तुम कहो तो मैं तुम्हें पिला सकता हूँ, मेरा मतलब मैं खरीद कर ले आऊंगा और हम दोनों एक साथ बैठकर पी लेंगे।
नेहा- कहाँ पर?
मैं- जहाँ तुम्हारी मर्ज़ी हो, किसी पार्क में चल लेंगे।
नेहा- नहीं, पार्क नहीं… अच्छा नहीं लगेगा, किसी ने देख लिया तो?
मैं- अरे कोल्ड ड्रिंक की बोतल में मिक्स कर लेंगे, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा, उन्हें तो यही लगेगा कि हम कोल्ड ड्रिंक पी रहे हैं।
नेहा- फिर भी … पार्क नहीं यार.
मैं- अच्छा, तो जब मेरा घर खाली होगा तो मैं तुम्हें अपने घर बुला लूँगा, तुम्हें चलेगा?
नेहा- तुम्हें कोई प्रोब्लम नहीं है, तो मुझे भी कोई प्रोब्लम नहीं है.
मैं- मुझे तो नहीं है!
नेहा- ओके, ठीक है जब तुम बुलाओगे, तो मैं आ जाऊंगी.
मैं- ओके.
फिर अगली बार हम ऐसे ही नॉर्मल बात कर रहे थे और पॉर्न पर बात आ गई, तो मैंने उससे पूछा कि तुमने पॉर्न देखी है तो उसने कहा कि हाँ।
मैं- कहाँ? कैसे?
नेहा- दोस्त के घर पर उसके मोबाईल में देखी है, उसे उसके बॉयफ्रेंड ने दी थी।
मैं- कितनी बार देखी है?
नेहा- बस 2 बार देखी है।
मैं- तुम्हें कैसी लगी थी?
नेहा- जैसी सबको लगती है।
मैं- मतलब अच्छी लगी?
नेहा- हाँ, तुमने तो देखी ही होगी?
मैं- हाँ, तुम्हें तो पता ही है लड़के देखते ही रहते हैं।
नेहा- हाँ.. .हाँ बहुत अच्छे से पता है, वैसे तुम मुझे ड्रिंक के लिए बुलाने वाले थे न, उसका क्या हुआ?
मैं- हाँ यार, इस बार रविवार को मेरा घर खाली है, क्योंकि मेरे मम्मी-पापा भाई के रिश्ते की बात करने के लिए किसी रिश्तेदार के पास जा रहे हैं, तो अगर तुम कहो तो उस दिन आ सकती हो, बोलो?
नेहा- किस टाईम?
मैं- वो लोग सुबह के समय में लगभग 9-10 बजे तक जाएंगे और शाम को 5-6 बजे तक वापस आएंगे, तो तुम 11 बजे तक आ जाना और उनके आने से पहले चली जाना।
नेहा- उम्म्म्म… ठीक है!
मैं- पियोगी क्या?
नेहा- वोड्का, वो मुझे सबसे पहले ट्राई करनी है।
मैं- ओके, मैं ले आऊंगा.
उसके बाद शनिवार की रात को मैं शराब की दुकान से वोड्का लेकर आया और घर आकर स्टोर रूम में एक कोने में छिपा दी। फिर अगली सुबह जब मम्मी पापा चले गए, तो मैंने उसे कॉल करके पक्का किया कि वो आ सकती है क्या?
जब उसने हाँ की तो मैंने सारी तैयारी कर ली। फिर मैंने वोड्का स्टोर रूम से निकाली और मार्केट से डिस्पोज़ल गिलास और नमकीन व कोल्ड ड्रिंक लेकर आया और उसका इंतजार करने लगा।
फिर जब वो मेरे घर आई तो मैं उसे सीधा अपने रूम में ले गया और बैठाया। मैं सारी चीज़ें लेकर आया और टेबल पर रख दी और वो बैठे-बैठे बस देख रही थी। फिर मैंने उसके लिए और अपने लिए एक ड्रिंक बनाई, पहले तो हम दोनों थोड़े नर्वस थे लेकिन कुछ ड्रिंक्स के बाद हम दोनों ठीक हो गए और नॉर्मल बात करने लगे।
फिर बातों-बातों में मैंने उससे ऐसे ही मज़ाक में पूछ लिया कि पॉर्न देखोगी?
नेहा- तुम्हारे पास है क्या?
मैं- लड़कों के पास तो हमेशा ही होती है।
नेहा थोड़ी देर सोचने के बाद- उम्म्म.. ओके, चलो देखते हैं।
अब ये सुनते ही मैंने अपने पी.सी. में जो गाने चल रहे थे, उन्हें बंद किया और अपना पॉर्न मूवी का फोल्डर खोलकर उसमें से सेक्सी मूवी लगा दी। अब हम दोनों बैठकर पॉर्न मूवी देख रहे थे, मैं उससे थोड़ी सी दूर कुर्सी पर बैठ था और वो बेड पर बैठी थी। अब मेरा लंड पूरा खड़ा था। फिर थोड़ी देर बाद मैं भी उठकर बेड पर उसके बगल में जाकर बैठ गया। उसने पीछे घूमकर मुझे देखा, लेकिन मैं कुछ बोला नहीं और वो वापस पॉर्न देखने लगी।
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने थोड़ी हिम्मत करके उसके सर को पकड़ा और अपनी तरफ करके उसके लिप पर किस किया तो उसने कुछ नहीं बोला लेकिन उसने रिप्लाई में वापस किस भी नहीं किया। फिर भी मैं उसे किस करता रहा।
थोड़ी देर के बाद उसने अपने होंठ हल्के से खोले, तो मैंने उसमें तुरंत अपने लिप्स डाल दिए और उसके होठों को चूसने लगा। फिर धीरे-धीरे वो भी मुझे किस करने लगी और फिर थोड़ी देर के बाद हमने मस्त किस किया, फिर मैंने उसके मुँह में अपनी जीभ डालकर उसके पूरे मुँह को चूसा और साथ ही साथ अपने हाथ धीरे-धीरे उसके बूब्स पर ले गया और धीरे-धीरे उसके बूब्स दबाने लगा।
फिर मैंने उसके टॉप में हाथ डालकर उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स पकड़ लिए। उसके बूब्स काफ़ी सॉफ्ट और बड़े-बड़े थे। अब मैं उन्हें हल्का-हल्का मसल रहा था और उसके गर्दन पर किस किए जा रहा था। फिर मैंने उसका टॉप हल्का सा ऊपर किया और उसे उतारने को कहा. लेकिन उसने अपना हाथ हल्का सा आगे कर लिया लेकिन उसने मुझे उतारने से मना भी नहीं किया था।
मैंने सोचा कि अब ज्यादा जल्दी करना अच्छा नहीं होगा, नहीं तो बात बिगड़ सकती है, इसलिए मैं उसे वापस होठों पर किस करने लगा। फिर मैंने धीरे-धीरे उसका टॉप ऊपर किया और जब उसके बूब्स तक टॉप आ गया, तो फिर मैं धीरे से अपने मुँह को नीचे लेकर आया और उसके बूब्स पर से ब्रा को हटाकर उसके बूब्स चूसने लगा और साथ ही किस करने लगा।
अब मैंने उसके निप्पल छोड़कर पूरे चूचों को किस किया। फिर धीरे से मैं अपने मुँह को उसके निप्पल के पास ले गया और उन्हें अपनी जीभ से टच किया और फिर उसके बाद धीरे से प्यार से चूसा और इसी तरह मैंने दूसरे निप्पल पर भी किया।
फिर मैं धीरे-धीरे ज्यादा तेज़-तेज़ चूसने लगा।
उसके बाद मैं उसके दोनों बूब्स को एक दूसरे के बिल्कुल पास लेकर आया ताकि दोनों निप्पल बिल्कुल एक दूसरे के अगल-बगल में आ जाएँ और फिर दोनों निप्पल को एक साथ मुँह में डालकर चूसने करने लगा। फिर एक हाथ उसकी जीन्स में डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा और साथ-साथ अपने दूसरे हाथ से उसके बूब्स मसल रहा था और किस भी कर रहा था।
फिर मैंने उसे जीन्स उतारने के लिए कहा तो उसने धीरे से मना किया। फिर मैंने ऐसे बर्ताव किया जैसे मैंने कुछ सुना ही ना हो, मैं खुद ही उसकी जीन्स उतारने लगा। फिर उसने अपने हल्के हाथों से मुझे हटाना चाहा मगर मैंने उसकी जीन्स के बटन खोल दिए और इससे पहले वो कुछ कर पाती, उसकी जीन्स से उसकी चूत बाहर आ चुकी थी। फिर मैंने जीन्स और उसकी पैंटी दोनों एक साथ नीचे कर दी थी और उसके बाद उसकी चूत में अपनी उंगलियां डाल दीं और उसकी चूत में उंगली करने लगा और साथ में दूसरे हाथ से उसकी चूत को मसल रहा था।
अब उसे बहुत मज़े आ रहे थे और अब उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि वो मुझे रोकना चाहती है, लेकिन रोक नहीं पा रही है, शायद उसका खुद पर ही कंट्रोल नहीं था। फिर मैंने नेहा को बिना कुछ बोले उसकी जीन्स और अंडरवियर दोनों पूरी नीचे कर दी, अब बस ये दोनों चीजें उसके पैरों में नीचे ही थीं, लेकिन वह ऊपर से पूरी ही नंगी हो चुकी थी। अब उसका ऊपर का सारा हिस्सा आज़ाद था और अब उसकी चूत से मेरी उंगलियां खेल रही थीं।
कभी-कभी मैं तेज़-तेज़ उंगली करता और फिर अचानक से धीरे हो जाता। फिर अचानक से उंगली निकालकर उसके लिप्स पर किस करने लगता। फिर अचानक से वापस उंगलियां उसकी चूत में चली जाती और दूसरे हाथ से उसकी चूत सहलाता रहता। थोड़ी देर के बाद मैं अपना मुँह उसकी चूत पर ले गया और उसकी चूत को चाटने लगा। फिर मैंने धीरे से अपनी उंगलियां उसकी चूत में डाली और अपने दूसरे हाथ से उसकी चूत के ऊपर के दाने को मसाज करने लगा और अपनी जीभ से उसकी चूत के लिप्स को चाटने लगा।
अब वो ये तीनों चीजे एक साथ सहन नहीं कर पा रही थी और फिर उसने मेरा सिर अपनी टांगों के बीच में ज़ोर से दबा लिया। ये देखकर मैं और ज़ोर-ज़ोर से और तेज़-तेज़ ये तीनों चीज़ें करने लगा। फिर थोड़ी देर के बाद मैं खड़ा हुआ और अपनी जीन्स उतारकर अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत पर लगाकर धीरे-धीरे अंदर डालने लगा। अब मैं धीरे-धीरे से उसकी चूत में अपना लंड डाल रहा था, लेकिन फिर भी उसे दर्द हो रहा था।
यह देखकर मैं उसकी बॉडी पर जगह-जगह किस करने लगा था ताकि वो थोड़ी रिलेक्स हो जाए और फिर धीरे-धीरे अपना पूरा लंड डालने के बाद मैं उसे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा। अब उसे ज्यादा दर्द नहीं हो रहा था, इसलिए अब मैंने अपने धक्के तेज़ कर दिए और उसके लिप्स पर किस भी करने लगा।
फिर कुछ देर के बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया और अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स पकड़ कर उसकी चूत पीछे की तरफ से मारने लगा। अब उसके सॉफ्ट-सॉफ्ट बूब्स और टाइट चूत की वजह से में ज्यादा देर तक नहीं टिक सकता था। अब जब मुझे लगा कि में झड़ने वाला हूँ, तो मैंने उसे उल्टा करके उसके ऊपर दोनों साइड टाँगे करके अपने घुटनों पर खड़ा हो गया और फिर मैंने उसके बूब्स पर अपना वीर्य झाड़ दिया।
झड़ने के थोड़ी देर के बाद मैंने नेहा को एक कपड़ा लाकर दिया और फिर उसने अपने बूब्स को साफ किया। फिर हमने वापस ऐसे ही बैठकर अपनी ड्रिंक ख़त्म की और उसके बाद हमने दोबारा सेक्स किया। फिर दूसरे राउंड के थोड़ी देर के बाद हमने अपने कपड़े पहने। फिर मैंने सारे डिस्पोज़ल गिलास, वोड्का की बोतल, सब एक पॉलिथीन में डाली और उसे लेकर लॉक लगाकर हम दोनों बाहर आ गये। फिर वो सब सामान मैंने पब्लिक डस्टबिन में डाला और उसके बाद मैंने मेडिकल की शॉप पर जाकर आई-पिल की गोली ली और नेहा को लेकर दी। उसने आई-पिल खाई और उसके बाद वो अपने घर चली गयी।
यह थी दोस्तो मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड नेहा की चुदाई की कहानी। आप सबको मेरी यह कहानी कैसी लगी आप मुझे मेरी मेल आई-डी पर बता सकते हैं।
धन्यवाद.
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