मैं रज्जू, गुजरात राजकोट से हूँ. मेरी उम्र 32 साल है और अभी तक सिंगल हूँ. मैं एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में जॉब करता हूँ.
यह मेरी सिस्टर इन ला सेक्स कहानी 100% सच्ची है.
कहानी 8 साल पहले की है, जब मेरी उम्र 24 साल थी.
मेरे कज़िन के साथ मेरी बहुत बनती थी मतलब हम दोनों एक साथ ही रहते थे.
वह मुझसे उम्र में एक साल छोटा था.
उसी समय उसकी शादी तय हो गई और कुछ ही समय बाद उसकी अपनी मंगेतर के साथ छोटी छोटी बात पर झगड़ा होने लगा था.
वह हर बार मुझसे कहता था कि तू कुछ समझा इसे.
मैं समझता था कि यह उसका गुस्सा है कि मुझसे कह रहा है. मैं भला उसकी बीवी को क्या समझा सकता था.
उसके कई बार कहने पर मैंने उसकी बीवी को समझाने की कोशिश भी की लेकिन एक दायरे में रह कर क्योंकि मैं उसका जेठ लगता था.
फिर एक रात उसकी वाइफ का मेरे पास मैसेज आया.
सॉरी मैं उसकी वाइफ का नाम बताना तो भूल ही गया.
उसका नाम जीनी था.
ये नाम बदला हुआ है.
जीनी बहुत ही हॉट लड़की थी.
उसका फिगर तब 32-28-34 का था.
उसका मैसेज आया- हैलो रज्जू, कैसे हो?
मैं बोला- मस्त.
उसका ये मैसेज रात को कोई 12.30 बजे के करीब आया था.
फिर उसने सीधे ही बोला- एक बात बोलूँ?
मैं बोला- हां बोलो … इसमें भी कोई पूछने की बात है!
तब उसने बोला- रज्जू आई लाइक यू.
मैं उसके मुँह से ये सुनकर हक्का बक्का रह गया.
फिर एक पल बाद मैंने उसे लिखा- ये तुम क्या बोल रही हो? पता है तुम्हें तुम मेरे कज़िन की वाइफ हो!
वह बोली- मुझे कुछ नहीं पता … बस मैं तुम्हें पसंद करती हूँ.
मैं धीमे से बोला- मुझे सोचने का टाइम दो.
वैसे मैं उस टाइम बहुत सीधा था और मैंने कभी चुदाई नहीं की थी.
जीनी की बात मुझे एक हिसाब से ग़लत लग रही थी.
दूसरी तरफ यदि मैं नैतिकता को एक ओर फेंक दूँ, तो मुझे एक नयी चूत मिल रही थी.
उस सारी रात मुझे नींद नहीं आई; मैं जीनी के बारे में ही सोचता रहा.
फिर मैंने दूसरे दिन जीनी को हां बोल दिया.
अब हम दोनों के बीच बात होना शुरू हो गई.
कम से कम 6 महीने ऐसे ही बात करते हुए बीत गए.
इसी बीच उन दोनों की शादी हो गई.
शादी के 2 दिन बाद वह मुझसे बोली- रज्जू, एक काम है, घर पर आ सकते हो?
मैं बोला- क्या काम है?
वह बोली- बहुत ज़रूरी काम है.
मैं बोला- ओके … और मैं घर पर क्या बोलूँगा?
तो वह बोली- आज घर पर कोई नहीं है.
मैं बोला- ठीक है.
उस वक्त सुबह के 10 बजे थे.
मैं उसके घर पर पहुंच गया.
वाउ क्या लग रही थी वह … उसने एक वन पीस पहना हुआ था. उसकी लाल ब्रा साफ समझ आ रही थी.
उसके हाथों में शादी की मेहंदी अब भी लगी हुई थी.
मैं उसको देख कर ना जाने क्यों अपनी सुधबुध खो बैठा और दो मिनट तक उसे यूं ही देखता रहा.
उसके बाद जब जीनी ने चुटकी बजाई, तब मैं एकदम से होश में आया.
उसने कहा- नाश्ता करके आए हो या ऐसे ही?
मैं बोला- नहीं, ऐसे ही.
फिर उसने मेरे लिए बादाम वाला दूध बनाया और हम दोनों ने साथ में नाश्ता किया.
मैं बोला- क्या काम था … बोलो?
वह मेरे पास आ गई और मुझे प्यार से देखने लगी थी.
वह मुझसे एकदम से सट कर बैठ गई थी तो मेरे लंड में उफान आने लगा था.
मेरा लंड एकदम काला भुसंड है, जल्दी ही वह खड़ा हो गया था.
मैंने उससे पूछा- क्या मैं तुम्हें किस कर सकता हूँ?
उत्तर देने की बजाए उसने सामने से मुझे किस करना शुरू कर दिया.
मेरी लाइफ का ये पहला किस था.
मैं तो समझो जन्नत में था.
फिर मैं आहिस्ता आहिस्ता उसके मम्मों को दबाने लगा.
वाउ क्या दूध थे उसके … एकदम मक्खन. मुझे उस टाइम उसके दूध मसलने में बहुत अच्छा लग रहा था.
फिर मैं उसकी गांड पर हाथ ले गया, मैं उसकी गांड दबाने लगा.
धीरे धीरे उसको मैंने लिटा दिया और खुद उसके ऊपर चढ़ गया.
वह मेरे होंठों से होंठ लगाए मुझे चूमती जा रही थी.
हम दोनों एक दूसरे के मुँह में जीभ देने लगे थे और एक दूसरे की लार पीने लगे थे.
ये मेरे जीवन का पहला अवसर जरूर था मगर मुझे सब पता था कि सेक्स में क्या क्या किया जाता है क्योंकि मैं पॉर्न बहुत देखता था और साथ में अन्तर्वासना पर स्टोरी बहुत पढ़ता था.
मुझे कुछ भी दिक्कत नहीं थी.
मैंने उसका हाथ उठा कर अपने लंड के ऊपर रखा, वह एक बार को तो डर गई.
उसने हाथ हटा लिया.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वह बोली- तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा है!
मैं बोला- उसी में तो मज़ा आने वाला है.
वह हंस कर बोली- हां और इसी लिए तो तुम्हें यहां बुलाया है. तुम्हारे भाई की तो लुल्ली है. उसकी लुल्ली से मुझे कुछ असर ही नहीं हो रहा था.
मैं बोला- ओके जान … अब मैं हूँ ना … आज मैं तुम्हारी सारी गर्मी निकाल दूंगा.
वह मुझसे फिर से चूमाचाटी में लग गई.
मैंने उसका वन पीस निकाल दिया.
वाउ क्या चूचे थे … रेड ब्रा पैंटी में वह शोला थी. मेरा तो बुरा हाल हो गया था.
फिर मैं उसके एक दूध को ब्रा के ऊपर से ही चूस रहा था, तो वह मुझे बांहों में लेकर मुझे किस कर रही थी.
साथ ही वह बोल रही थी- आअहह रज्जू … मुझे आज चोद दो … आज मैं तुम्हारी वाइफ बनना चाहती हूँ … आअहह बेबी … जल्दी से चोद दो … तुम्हारा लंड देख कर मेरी चूत बहुत गीली हो गई है.
मैं बोला- जान थोड़ा प्यार से करेंगे ना!
मैंने उसकी ब्रा पैंटी दोनों को निकाल दिया.
वाउ क्या मस्त चूत थी. मैं अपनी लाइफ में रियल में पहली बार चूत देख रहा था … तो मैं कंट्रोल नहीं कर पाया.
मैंने डाइरेक्ट उसकी चूत में मुँह लगा दिया और चूसने लगा.
उतने में वह बोली- यार मेरा निकल जाएगा … आअहह कम ऑन रज्जू और तेज आअहह.
मैं भी हार मानने वाला कहां था. मैं उसकी चूत में जीभ पेल कर पूरी अन्दर तक चाट रहा था और उसके दाने को काट रहा था.
उतने में उसने ज़ोर ज़ोर से चिल्लाते हुए अपनी चूत पर मेरा सिर दबा दिया और बहुत सारा पानी छोड़ दिया.
मेरा पूरा मुँह गीला हो गया था.
कुछ देर बाद वह मेरे सीने के बालों से खेलने लगी.
मैंने कहा- अरे यार, मेरा लंड तो निकालो ना … कब से तड़प रहा है.
उसने झट से मेरा पैंट निकाला.
उसके बाद टी-शर्ट को निकाला और मेरी फ्रेंची को भी निकाल दिया.
फ्रेंची निकलते ही काला लंड उसके सामने था.
उसने बिना पलक झपकाए लंड हाथ में ले लिया और मसलने लगी.
मैं बोला- जान इसको मुँह में लो ना!
वह बोली- नहीं यार, आज नहीं … मुझे अच्छा नहीं लग रहा है.
फिर मैंने थोड़ा फोर्स किया तो मान गई क्योंकि मुझे लग रहा था कि ये मेरा लंड मुँह में लेकर चूसे तो मुझे और मज़ा आएगा.
उसने दो मिनट तक मेरा लंड चूसा और लंड मुँह से निकाल कर मुझे अपने ऊपर ले लिया.
मैंने उसको ऐसे सैट किया कि उसके पैर बेड के नीचे लटक गए और मैं पलंग से बाहर खड़ा हो गया.
लंड चूत पर रगड़ मारने लगा था.
वह भी वासना से मेरे लौड़े को देख रही थी.
मैंने पूछा- जान रेडी हो?
वह बोली- हां जानू … जल्दी से पेल दो.
मैंने झुक कर उसको किस करना शुरू किया और उसकी चूत पर लंड लगाते हुए रगड़ने लगा.
वह भी अपनी गांड को उठा कर लंड पर घिस रही थी.
मैं भी उसकी चूत पर लंड को थोड़ा थोड़ा घिस रहा था.
इस फोरप्ले में हमारा एक घंटा कैसे बीत गया था, हमें पता ही नहीं चला था.
फिर मैंने उसको किस करते हुए ही लंड के सुपारे को चूत की फांकों में रखा और एक शॉट लगा दिया.
वह एकदम से लौड़े के घुसने से चिल्लाने लगी.
उसकी आंखों में आंसू आने लगे, वह मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.
मैंने उसकी चिल्लपौं पर कुछ ध्यान नहीं दिया और दूसरा शॉट लगा दिया.
मुझे कुछ गीला सा महसूस हुआ, तो मैंने नीचे देखा.
उसकी चूत से खून आ रहा था.
चूंकि मैं खड़ा था तो मुझे साफ दिखाई दे रहा था.
एक पल को तो मैंने सोचा कि ये तो सीलपैक निकली … इसका मतलब मेरे भाई के पास लंड नाम की चीज है ही नहीं.
अब मैं उसकी चूत में लंड फंसाए हुए यूं ही पड़ा रहा.
वह रो रही थी.
मैंने कहा- जान अब तुम मेरी वाइफ बन गई हो … बधाई हो बेबी आई लव यू.
उसने भी रिप्लाइ दिया- आई लव यू टू बेबी … पर मुझे बहुत दर्द कर रहा है. तुम्हारा लंड है या हथौड़ा है … आह ये तुम्हारा लंड कितना बड़ा है!
मैंने बोला- ऐसा लंड तो हर कोई लेडी लेना चाहती है. तुम नसीब वाली हो कि तुम मेरे मोटे लंड से चुद रही हो.
ऐसे ही बातें करते करते मैंने धक्के देने चालू कर दिए.
कुछ मिनट की नॉन स्टॉप चुदाई के बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने कहा- खुल कर बोलो ना … मुझे खुल कर गाली देकर चोदने में मज़ा आता है.
वैसे मैं आप सबको बता दूँ कि मैं बहुत खुला हुआ हूँ. मुझे चोदते टाइम गाली बोलना, गांड पर थप्पड़ मारना … ये सब बहुत अच्छा लगता है.
उसको मैं धकापेल चोद रहा था. वह भी अब सहयोग दे रही थी.
वह वासना में बोल रही थी- आअहह … चोद दो इस चूत को अपने बड़े लंड से … आअहह … आज मैं औरत बन गई हूँ आअहह. मैं आज से तुम्हारी रांड हूँ … बेबी हूँ. जब भी बोलोगे, मैं नंगी हो जाऊंगी … आअहह क्या मस्त चोदते हो बेबी … आअहह स्लो यार बहुत बड़ा हे बच्चेदानी तक जा रहा है … आअहह.
मैं बस उसको पेले जा रहा था. मैं भी उससे कह रहा था- ले जीनी आज से तू मेरी रंडी … आअहह तेरी चूत का तो भोसड़ा कर दूंगा मेरी जीनी रंडी … आअहह ले मेरा काला मोटा लंड … तेरी बच्चेदानी तक जा रहा है … आअहह.
ऐसे ही बीस मिनट तक चोदकर मैंने उसको डॉगी बना दिया.
डॉगी बनते ही मैंने उसकी गांड पर थप्पड़ों की बरसात कर दी और उसकी गांड लाल हो गई.
वह बोल रही थी- आअहह बहुत दर्द कर रहा है … प्यार से मारो आअहह.
मैं भी कहां कुछ सुनने वाला था.
मैंने पीछे से उसकी चूत में लंड रख दिया और एक ही झटके में पेल दिया उसकी चूत में.
वैसे उसकी चूत अन्दर से बहुत लाल दिख रही थी, पूरी चूत सूज गई थी.
फिर भी वह बोल रही थी- आह और चोदो आहह!
मैंने पूरे बीस मिनट तक उसकी चुदाई की और हर पोज़ में चोदा.
मुझसे सिस्टर इन ला सेक्स का मजा लेकर चुदवाती रही.
फिर आख़िर में वह कह रही थी कि यार, मेरा तीन बार निकल गया है, अब बस करो. मेरी चूत में जलन हो रही है.
मैं बोला- जान बस एक मिनट और रुक जा … आआहह ले मेरा लंड आअहह साली क्या मस्त चूत है तेरी आह जी करता है कि चोदता ही रहूँ आअहह.
अब मैंने लंड की स्पीड बड़ा दी और 15-20 धक्के मारने के बाद मेरा पानी उसकी चूत में ही निकल गया.
मैंने उससे पूछा ही नहीं था कि रस किधर निकालूँ.
उसने भी मुझसे कुछ नहीं कहा कि अन्दर क्यों निकाला.
वह मेरी चुदाई से बहुत खुश थी.
इतनी देर तक चुदाई का कमाल देख कर वह बार बार मेरी ताकत को सराह रही थी.
चुदाई में मेरा स्टेमिना आज भी लगभग 30 मिनट का है. इससे वह बहुत खुश थी.
आप सबको सिस्टर इन ला सेक्स कहानी कैसी लगी, ज़रूर बताइएगा.
और क्या क्या भूल की है मैंने, वह भी ज़रूर बताइएगा क्योंकि मेरे पास आपको सुनाने के लिए ऐसी बहुत सी सेक्स कहानी हैं.