दोस्तो, क्या आप जानते हो कि जब किसी को सेक्स की प्यास लगी हो तो वह कैसी पागलों वाली हरकतें करता है?
खैर … मैंने तो अपनी चुदास के चलते एक कॉलेज स्टूडेंट को उसका पहला सेक्स एक्सपीरियंस करवाया और रोमांचक घटना का मजा लिया … वो भी एक सुपरमार्केट में!
यह इंडियन सेक्सी गर्ल नंगी चुदाई की कहानी पढ़ें … आपको भी मजा आएगा!
एक दिन मैं अपने घर में बेड पर टांगें चौड़ी किए नंगी लेटी हुई थी और अपनी चूत को वाइब्रेटर से मजा दे रही थी.
मेरे अंदर उस वक्त बहुत चुदास भर चुकी थी.
मन में हार्ड सेक्स के ख्याल आ रहे थे कि बस कोई जोर से चोद दे!
मेरी गुलाबी चूत कई बार झड़ चुकी थी और चूतरस के बार बार निकलने के कारण काफी चिपचिपी हो गई थी.
फिर जब मैं दोबारा से चूत में वाइब्रेटर देने लगी तो घर के दरवाजे की घंटी बज पड़ी.
मैं बहुत गर्म थी और इसी उत्तेजना में मैं नंगी ही दरवाजा खोलने चली गई.
जाहिर है कि मैंने दरवाजा पूरा नहीं खोला बल्कि बस हल्का सा झांक कर देखा कि बाहर खड़ा कौन है.
देखा तो मेरे कॉलेज की सहेली प्रियंका थी बाहर!
उसने बिना मेरा इंतजार किए दरवाजे को अंदर धकेल दिया.
प्रियंका अंदर घुसते हुए- सिम्मी … इतनी देर से क्या कर रही थी?
अगले ही पल … ओह्ह! डिअर!
मुझे नंगी देखने के बाद उसने जल्दी से अंदर आकर दरवाजा बंद कर दिया.
हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी और मेरे फ्लैट के सामने वाले अंकल ने मुझे नंगी खड़ी देख लिया था.
मैं खुश थी कि वो ऐसे टाइम पर बाहर निकला जब मैं अपने घर के दरवाजे पर नंगी खड़ी थी.
प्रियंका- ओह्ह … तो ये कर रही थी तू? मुझे ऐसा लग रहा है कि तेरा हस्बेंड अपनी मर्दानगी को बचाए रखने के लिए फिर से कहीं बाहर चला गया है.
मैं बोली- मैं जानती हैू और वो भी जानता है कि मुझे नॉर्मल होने के लिए बार बार चुदाई करवानी पड़ती है. खैर, तू बता … आज कैसे?
मैं उसे सोफे पर ले गई और उसकी गोद में बैठी हुई अपनी नंगी गांड को उसकी जांघों पर रगड़ने लगी.
उसने मेरी गीली चूत में उंगली करनी शुरू कर दी जिससे मेरी चुदास और ज्यादा बढ़ने लगी.
प्रियंका- मुझे तेरे घर के पास वाली सुपरमार्केट से कुछ सामान लेना है, इस वक्त वहां भीड़ भी कम होगी.
मैं- हां डर्टी गर्ल, सही कहा तुमने! तू भी मेरे साथ नंगी क्यों नहीं हो जाती?
इतना सुनकर उसने मेरी गांड पर थप्पड़ लगाया और मुझे अपने ऊपर से उठाकर धकेल दिया.
वो इस वक्त सेक्स के मूड में नहीं थी- नहीं सिम्मी, मैं आज शौपिंग के लिए आई थी और मेरे पास मस्ती मारने के लिए बिल्कुल भी टाइम नहीं है. तू जल्दी से कपड़े पहन और मेरे साथ सुपरमार्केट चल! मैं वादा करती हूं कि अगली बार पक्का तेरी चूत को रगड़ दूंगी.
मैं बोली- यार कपड़े पहनने में बहुत आलस आ रहा है. तू खुद ही आकर पहना दे.
मैंने उसे चिढ़ाते हुए कहा.
उसने कपड़े पहनने में मेरी मदद की और जल्द ही हम सुपरमार्केट पहुंच गई.
रास्ते में भी मैं हैंडसम मर्दों को इशारे देती हुई जा रही थी.
प्रियंका- रंडी की तरह बर्ताव करना बंद कर सिम्मी! मैं जानती हूं कि इनमें से कोई भी मर्द तेरी चूत मारने के लिए मर मिटेगा.
मैं- फक यू! हां कोई भी चोद देगा … लेकिन मैं उन्हें अपने तरीके से चोद दूंगी. काश मुझे सुपरमार्केट में भी शॉपिंग कॉरिडोर में ऐसा कोई हैंडसम मर्द मिल जाए!
हम सुपरमार्केट पहुंच गए.
प्रियंका शॉपिंग कार्ट लेकर उसे धकेलती हुई जा रही थी और मैं उसके पीछे पीछे चल रही थी.
मैं कॉरिडोर में यहां वहां देख रही थी लेकिन मेरी लाइन पकड़ने वाला कोई नहीं दिख रहा था.
मैंने आगे बढ़कर अपनी सनड्रेस उठा दी और अपनी गांड और चूत प्रियंका को दिखा दी.
मैं- मेरी चूत और गांड से खेल हनी … मैं इस वक्त बहुत ज्यादा गर्म हो रही हूं.
उसने मेरी गांड पर थप्पड़ लगाया और लाल चड्डी में मेरी गांड को किसी के देखने से पहले सनड्रेस को नीचे खींचने की कोशिश करने लगी.
प्रियंका- तू पागल हो गई है क्या? सीधी खड़ी हो जा! देख … वहां सीसीटीवी कैमरा भी लगा है.
मैं- भाड़ में जाए सीसीटीवी! मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि जो भी आदमी अब कैमरे में देख रहा होगा वो जोर से मुठ मार रहा होगा.
मैं जानती थी कि प्रियंका मेरी चुदास को शांत करने में मेरी कोई मदद नहीं करेगी. इसलिए मैं अपने साथ एनल प्लग लेकर आई थी.
मैंने इसे हैंडबैग से निकाला और अपनी गांड में घुसा लिया.
एनल प्लग ठंडा था और गांड में घुसते ही उसने मेरे पूरे बदन में झुरझुरी सी पैदा कर दी.
प्रियंका- सिम्मी … भगवाने के लिए ये सब बंद कर! तू घर पहुंचने तक सब्र नहीं रख सकती क्या? यहां सेफ नहीं है, कोई भी …
कहते हुए वो चुप हो गई.
मैंने देखा कि वो कॉरिडोर के आखिर में किसी को देख रही थी और उसके चेहरे पर हल्की सी घबराहट आ गई थी.
मैंने देखा कि दूसरी तरफ एक जवान लड़का खड़ा था और हमें देख रहा था.
मैंने उसे उंगली दिखाकर अपनी ओर आने का इशारा करते हुए चिढ़ाया.
उम्र में वो छोटा था मगर पूरे विश्वास के साथ हमारी ओर बढ़ने लगा.
वो एक कॉलेज स्टूडेंट था.
शरीर से पतला, हल्का फुल्का और हाइट में कम था.
उसको न के बराबर दाढ़ी आई हुई थी जो बस आनी शुरू ही हुई थी.
उसके चेहरे को देखकर पता लग रहा था कि वो नंगी लड़कियों को खूब देखता होगा.
मैं- क्या नाम है तुम्हारा? और तुमने क्या देखा?
वो बोला- राहुल नाम है. मैंने कुछ नहीं देखा, बस तुम्हारी मोटी और भारी गांड और उसके अंदर जाता हुआ प्लग. तुम इसे अपनी गांड में क्यों नहीं ले लेती, ये तुम्हें ज्यादा मजा देगा.
उसने अपनी ट्राउजर में तने हुए लंड को पकड़ कर दिखाते हुए कहा.
उसके लंड का उभार काफी बड़ा था और उसने मुझे आकर्षित कर लिया.
मैं उसको आजमा कर देखना चाहती थी.
मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और उसके सहारे उसको कॉरिडोर के दूसरी तरफ ले गई जहां पर ज्यादा सेफ लग रहा था.
प्रियंका मुझे उसे छोड़ने के लिए कहती रही.
लेकिन मैं पहले भी एक बुक स्टोर में चुदाई का खेल कर चुकी थी तो मुझमें आत्मविश्वास भरा हुआ था.
लंड पकड़े जाने पर राहुल थोड़ा असहज हो गया और घबराकर वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगा.
राहुल- अरे मुझे जाने दो, यू बिच! मेरी मम्मी मेरा इंतजार कर रही होगी. जाने दो मुझे!
मैं- रिलेक्स! हो सकता है कि तुम्हारी मम्मी भी एक्स्ट्रा डिस्काउंट पाने के लिए किसी का लंड चूस रही हो! मैं तो बस वही कर रही हूं जो तुमने मुझे करने के लिए कहा था. अब तुम्हारा कॉन्फिडेंस कहां गया?
राहुल- देखो … आई एम सॉरी! मैंने बस उस पल के ताव में आकर वो कह दिया था.
मैं- अब मैं इस पल के ताव में आकर ही ऐसा कर रही हूं. अब मुझे देखने दो कि तुम्हारा कितना लम्बा लंड लटक रहा है.
मैंने उसके ट्राउजर को खींच दिया और उसका जवान उफनता लौड़ा बाहर उछल पड़ा. मैंने देखा कि अंदर उसके लंड का दम घुट रहा था और वो खुले में आने के लिए तड़प रहा था. मैंने उसके लंड को हाथ में थाम लिया और उसकी मुठ मारने लगी.
प्रियंका दूर से देख रही थी लेकिन बार बार उसको छोड़ने के इशारे कर रही थी.
मैं- तुम मुठ नहीं मारते हो क्या? तुम्हारे लंड को देखकर लग रहा है कि इसे किसी की बहुत सख्त जरूरत थी. अब जरूरत के समय तुम्हारा कॉन्फिडेंस कहां चला जाता है?
राहुल घबराते हुए- आज पहली बार मैंने किसी औरत की गांड नंगी देखी थी मैम!
मैं- मैम से कुछ नहीं होगा डिअर राहुल … तुम्हें इससे ज्यादा इज्जत देनी होगी मुझे! तुम घुटनों पर आकर मेरी सनड्रेस में सिर डालकर मेरी चूत को थोड़ा चाट क्यों नहीं लेते?
चूत चाटने की बात सुनकर वो थोड़ा खुश हो गया लेकिन जल्द ही उसे अहसास हुआ कि इस जगह पर वो किसी मुसीबत में फंस सकता है.
फिर भी उसने जल्दी से मेरी सनड्रेस में मुंह दिया और चूत की फांकों को चाटते हुए उसमें अपनी पैनी नाक घुसेड़ने लगा.
उसने चूत को चाटना शुरू किया तो मैं जैसे स्वर्ग की सैर करने लगी.
उसके पैर कांप रहे थे लेकिन फिर भी वो मेरी चूत को चाटने में लगा हुआ था.
मैं- आराम से राहुल, वरना जल्द ही तुम्हें मेरी चूत का नमकीन रस पीना पड़ेगा. मेरी चूत चाटते हुए तुम्हारी टांगें तुम्हें परेशान तो नहीं कर रहीं?
राहुल- नहीं, मैं इस मौके को खोना नहीं चाहता मैम, आपकी चूत का स्वाद बहुत अच्छा है.
मैं- ठीक है, अब काफी हुआ. अब मेरे पीछे आओ और मेरी गांड के छेद को चाटो. इसे अच्छे जोश के साथ चाटना, वरना तुम किसी भी मुसीबत में पड़ सकते हो.
राहुल- जैसा आप कहो मैम!
वो मेरी बात अच्छे से मानते हुए पीछे की ओर आया और अपना सिर गांड की ओर घुसाकर चेहरा मेरी गांड पर रगड़ने लगा.
उसने मेरे चूतड़ों को फैलाया और एनल प्लग को धीरे से बाहर खींच लिया.
फिर उसने मेरी गांड में अपनी गीली जीभ अंदर दे दी और उसको भूखे की तरह चाटने लगा.
वो मेरी गोल गांड को आराम आराम से दबाते हुए जोश में चाट रहा था जिससे मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मैं- मेरी गांड की फांकों से मत खेलो, इसकी बजाय मेरी चूत को रगड़ो!
मेरी बात मानते हुए वो मेरी चूत और क्लिट पर उंगलियों से रगड़ने लगा.
अब उत्तेजना में मेरी टांगें कांपने लगीं.
मैं अपनी चूत के पानी को अब और रोक कर नहीं रख सकती थी.
कुछ ही पलों के बाद मेरी चूत से पानी निकल पड़ा.
अपनी कामुक सिसकारियों को दबाने के लिए मैंने अपने मुंह पर एकदम से हाथ रख लिया.
इस बीच मेरी फ्रेंड प्रियंका उस कॉरिडोर में बेचैनी से यहां वहां चक्कर काटती रही और देखती रही कि कोई हमारी तरफ न आ जाए.
राहुल अब अपनी मम्मी को भी भूल चुका था.
वो बस मेरी बात मानते हुए मुझे गर्म करने में लगा हुआ था.
अब मेरी चुदास ने मुझे एक अलग ही औरत बना दिया था.
मैंने उसके सिर को सनड्रेस से बाहर निकाल दिया और उसे मेरे सामने खड़ा कर दिया.
मैंने उसकी टांगों को पकड़ा और उसे उठाते हुए उसे उल्टा लटका दिया. उसकी कमर को थामकर रखते हुए मैंने उसके लंड को अपने दांतों से पकड़ लिया और नीचे से उसने मेरी सनड्रेस में मुंह घुसा लिया.
एक बार फिर से वो मेरी चूत को चाटने लगा.
मैंने उसके जवान गर्म लंड को मस्ती में चूसना शुरू कर दिया.
उसका लंड बहुत सख्त हो गया था और कुछ मिनट में ही उसने अपना सारा माल बिना किसी खबर के मेरे मुंह में निकाल दिया.
चूंकि वो एक असल औरत के सामने बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रहा था इसलिए उसका लंड फिर से जल्द ही खड़ा हो गया.
कुछ देर मैंने उसके लंड को चूसा और वो काफी सख्त हो गया.
फिर मैंने उसको फर्श पर उतार दिया और मेरी गांड चोदने के लिए कहा.
उसने अपने लंड की एक दो बार मुठ मारी और फिर मेरी गांड को चौड़ी करते हुए मेरे छेद तक लंड को पहुंचा दिया.
मैं आगे झुकी हुई थी तो राहुल का लंड मेरी गांड के छेद तक आसानी से पहुंच गया लेकिन अंदर नहीं घुस पाया.
फिर मैंने उससे कहा कि छेद को 2 उंगली डालकर थोड़ा फैला ले.
उसने ऐसा ही किया और फिर उसका लंड मेरी गांड में घुस गया.
चुदाई शुरू करने से पहले मैंने उसकी बॉडी को मेरी तरफ खींचकर कसकर पकड़ लिया.
उसका लंड मेरी गांड में फंस गया और उत्तेजना के कारण लंड में झटके लगने लगे.
मैं- सारा मजा नहीं दूंगी तुम्हें, ये तुम्हें सही से बर्ताव करना सिखाएगा?
राहुल को मैं सबक सिखाने वाली थी कि मैंने प्रियंका की आवाज सुनी.
वो मुझे वहां से हटने का इशारा कर रही थी क्योंकि कोई हमारी तरफ आ रहा था.
फिर देखा कि एक औरत इस तरफ आ रही थी जो किसी को आवाज देती हुई आ रही थी.
यह इसी लड़के की मम्मी है जिसका लंड मेरी गांड में फंसा हुआ है.
वो डर गया और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगा.
इस आपाधापी में उसका लंड बार बार मेरी गांड में आगे पीछे हो रहा था.
मैंने उसे कसकर पकड़ा हुआ था और तीन चार बार लंड के आगे पीछे होने पर उसका वीर्य फिर से मेरी गांड में निकल गया.
लड़का- आह्ह … मजा आ गया मैम!
मैं- अगर ये रुकावट बीच में न आती तो आज तुमने सेक्स एजुकेशन में डिग्री कर ली होती!
कहते हुए मैं हंस पड़ी.
मैं उससे दूर हटी और अपनी चड्डी को ठीक कर लिया.
उसने भी सभ्यता दिखाई और मेरे एनल प्लग को वापस से मेरी गांड के छेद में डाल दिया.
मजे मजे में वो भूल गया कि उसका मम्मी हमारी तरफ आ रही है.
उसकी मम्मी ने उसे मेरी गांड में वो एनल प्लग डालते हुए देख लिया.
मैं जल्दी से वहां से निकली और बाहर प्रियंका भी निकलने के लिए तैयार थी.
वहां से निकलते हुए हमें बस उस औरत की डांट सुनाई दे रही थी जो उस लड़के पर पड़ रही थी.
प्रियंका- उसकी मम्मी की नींद आज की रात से हराम होना शुरू हो जाएगी.
मैं- उसकी मम्मी को गर्व होगा कि उसके बेटे ने अपनी वर्जिनिटी एक ऐसी औरत के साथ तोड़ी है जो उसकी मम्मी से बिल्कुल अलग है.
तो दोस्तो, ये था सुपरमार्केट में मेरा सेक्स एडवेंचर!