मेरे दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार! मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ मुझे स्टोरी पढ़ने का बड़ा शौक है। मैं मुम्बई का रहने वाला हूं।
मेरा नाम अनुज सिंह है, मेरी उम्र 19 साल है। मेरा लंड 6 इंच का हैं।
मैंने अपनी गर्लफ्रैंड को चोदा है। औऱ एक फोरेनर को भी चोदा है गोआ में जब मैं पिछले साल वहाँ गया था.
और मैं इंस्टाग्राम से ही पटा कर एक लड़की को अपने घर लाया था, उस टाइम उसका बॉयफ्रेंड था। फिर भी मैंने उसे सेट किया, घर लाया और चोदा. उसके चुचे बहुत मस्त और बड़े बड़े थे.
उन्नीस की उम्र में ही मुझे मज़ा लेना था, वो मिल गया. अभी भी कभी कभार बात हो जाती है और वीडियो कॉल पर हम सेक्स चैट करके एक दूसरे को संतुष्टि देते हैं। लेकिन वो सब बाद में बताऊँगा।
मुझे सभी तरह की महिला पसंद है जैसे कि विधवा, असंतुष्ट, 40-50 उम्र की महिला, कम उम्र की लड़की जैसे कि 18 से 50 तक की लड़की मुझे पसंद है।
ये तो रही मेरी बात … अब आते है असली मुद्दे पर … कि कैसे मैंने एक अनजान भाभी को उसके पति के सामने चोदा।
एक दिन मैं बहुत सेक्स के मूड में था और मुझे कोई भाभी या मैरिड लड़की को करने का मन था। तो मैंने सोचा क्यों न इंस्टाग्राम पर फेक आईडी बना के चोदा जाए। फिर मैंने एक आईडी कॉल बॉय के नाम से बना ली।
मैंने काफी एकाउंट्स को फॉलो किया जो लड़कियों और भाभी के थे। कुछ देर तक मुझे कुछ नहीं मिला तो मैं लोग आउट करके अपना काम करने चला गया।
कुछ टाइम बाद मैंने एकाउंट ओपन किया और देखा एक लड़के का फॉलो रिक्वेस्ट आया है। मैंने एक्सेप्ट कर लिया।
डीपी में मैने अपने लंड का फ़ोटो लगा रखा था। उसका मैसज आया- डीपी में क्या तुम्हारा लंड है?
मैं- हाँ मेरा है।
वो बोला- 2,3 फ़ोटो भेजो।
मैं-क्यों?
वो-भाभी को दिखाना है। अगर वो पसंद कर लेगी तो तू उसे चोद सकता है।
मैं मन में सोचने लगा कहीं ये चूतिया तो नहीं बना रहा? मैं बोला- भाभी की फ़ोटो दिखाओ?
वो बोला- देखो भाई, भाभी एकदम सेट है। डरो मत … भाभी को नया लंड चाहिए। उनको तुम्हरा लंड पसंद आया।
मैं बोला- ठीक है। कब और कहाँ मिलना होगा?
उसने बोला- अपना नम्बर दे दो, मैं कॉल करके बता दूँगा।
मैंने उसे अपना नंबर दे दिया और फिर सो गया।
शाम को उठा और चेक किया फ़ोन मेसेज आया था उसका- तुम्हारे पास वाले डी मार्ट के पास आया हूँ, चाहो तो मिल लो।
मैंने मैसज किया उसे- आ रहा हूँ।
फिर 5 मिनट में मैं उसके बताये जगह पर पहुँच गया।
वो- मैं तुमसे इसलिये मिल रहा हूँ ताकि तुम्हारा डर नहीं रहे वहां आने के लिए! और हां भाभी एकदम कड़क माल है, मैं चोदता हूँ उसे … लेकिन उसे एक बार नया लंड चाहिए। उसे तुम्हारा पसंद आया।
उससे दो तीन बार मैंने पूछा- कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगा न?
उसने बोला- कोई दिक्कत नहीं होगी।
मैं- ठीक है।
वो- तो तुम कल 12 बजे घाटकोपर आ जाना। आकर मुझे कॉल करना, मैं लेने आ जाऊँगा।
मैं- ठीक है।
यह कहकर मैं वहाँ से निकल गया और घर आकर कल का इंतज़ार करने लगा।
अगले दिन सुबह मैं 7 बजे उठा तैयार होकर मैं कॉलेज निकल गया और 10 बजे वहाँ से छूटने के बाद दोस्तों से बोल दिया कि जरूरी काम है, मुझे जाना है घाटकोपर।
यह बोल के मैं वहां से बस पकड़ के स्टेशन पर आ गया और ट्रेन पकड़ के घाटकोपर के लिए निकल गया।
करीब 45 मिनट में मैं वहाँ पहुँच गया और उसे कॉल किया।
वो बोला- आता हूँ।
वो मुझे तरसा तरसा के पौने दो घंटे बाद आया।
वो- सॉरी वो काम था, वही करने में देर हो गई, चलो अब चलते हैं।
मैं उसके पीछे पीछे चल दिया।
उसने टैक्सी ली, उसमें हम बैठे और उसके चॉल में पहुँचे।
उसने बोला- भाई पहले हम पियेंगे, फिर भाभी के पास ऊपर जायेंगे, भाभी ऊपर है।
मैं- यार वो सब ठीक है लेकिन मैं ज्यादा नहीं पियूँगा क्योंकि मैं पीता नहीं हूँ।
वो- ठीक है।
उसने तुबोर्ग और कारलसबुर्ग मंगा लिया और चना ले लिया।
मैंने कैसे भी करके आधा बोतल खत्म किया।
वो बोला- अरे पी ले पूरा!
कैसे भी करके मैंने कुछ उसमें से गिरा दिया क्योंकि मैं नहीं पीता … मजबूरी थी इसलिये पीना पड़ा।
ये सब होते होते मैं बार बार बोल रहा था- चलो भाभी के पास … वहीं पियेंगे.
वो बार बार मना कर दे रहा था।
जब पूरी बोत्तल खाली हो गई तो वो बोला- तू रुक यहीं, मैं एक बार ऊपर देख के आता हूँ।
कुछ देर बाद नीचे आया चिप्स का पैकेट लेकर … बोला- ये खत्म करते हैं, फिर चलते हैं।
फिर हमने वो खत्म किया और मेरा मन वही लगा था कि कब भाभी चोदने मिलेगी।
हम ऊपर गए, मैं भाभी से मिला, हाय हेलो हुआ।
भाई लोगो … मैंने भाभी को ऊपर से नीचे तक देखा … एकदम कड़क माल थी रांड साली … बड़े बड़े चुचे, गांड, चेहरा खूबसूरत सा!
पास मैं कुर्सी रखी थी, मैं वहां बैठ गया।
रूम में टीवी चालू था पंखा चल रहा था।
फिर वो लड़का बोला- भाई, भाभी को पहले तुम्हारा लंड देखना है, दिखाओ।
मैं- ठीक है।
मैंने पोर्न लगा दिया और खड़ा किया खुद का लंड।
फिर भाभी पास आई, बोली- लंड तो अच्छा है. चोद पायेगा ना अच्छे से?
मैं बोला- आजमा लो।
फिर मैं बोला- भाई आप भी तो चोदने वाले हो न?
वो बोला- आज तू कर ले, मैं तो कभी भी कर सकता हूँ।
मैं- ठीक है।
वो बोला- 2 मिनट रुक, भाभी से अकेले में बात करनी है।
और वो भाभी को साइड में ले गया और उनके बात करने के ढंग से लग रहा था कि ये जैसे इसकी बीवी हो।
वो सब होने के बाद भाभी आयी और मुझे किस करने लगी और मेरा लंड पकड़ के हिलाने लगी।
मैं- भाभी, मुँह में लोना।
भाभी- ठीक है।
और भाभी क्या मस्त चूस रही थी आवाज आ रही थी उनके चूसने पर गप गप की आवाज आ रही थी.
मेरे मुँह से आह आह निकल रहा था- आह चूसो भाभी … आह चूसो इसे! बहुत परेशान करता है ये लंड।
भाभी- चिंता न कर, आज इसे ठीक करती हूँ मैं!
और मुँह में लेकर चूसने लगी।
मैंने भाभी की ब्रा तेज़ी से निकालने के चक्कर में फ़ाड़ ही दी. वो कुछ बोली नहीं, बस चूसे जा रही थी और मैं आंनद ले रहा था उनके लाजवाब तरीके से चुसकने का। वो मेरा गोटा भी मुँह में ले रही थी और ज्यादा से ज्यादा थूक लगा के गीला करके चूस रही थी जिससे मज़ा डबल हो रहा था।
फिर हम दोनों 69 पोजीशन में आ गए और मैं उनकी चूत चाट रहा था। भाभी की चूत का स्वाद मस्त था, मुझे चूसने में मज़ा आ रहा था क्योंकि उन्होंने चूत के बाल शेव किये थे जिसके कारण वो और भी खूबसूरत लग रही थी और महक रही थी।
मैं तो अपनी जीभ पूरी घुसा दे रहा था दो उंगली के साथ … जिससे भाभी चिहुँक उठती थी और बोलती- हरामी बहुत नटखट है, तू अपनी रांड को ऐसे सताता है।
मैं- मज़ा इसी में है मेरी रांड।
और मैं वैसे ही करने लगा.
करीब 15 मिनट मैंने और भाभी ने फोरप्ले किया जिसमें भाभी खुश होकर बोली- सच यार, ये फॉरप्ले करके तूने मुझे आज असली मज़ा दिया है। ऐसा मैंने आज तक नहीं किया। इसी से औरत ज्यादा खुश होती हैं। तेरी बीवी तुझे बहुत प्यार देगी। लकी है तू!
मैं- थैंक यू मेरी जान।
भाभी आवाज़ निकाल रही थी- आह आह … मज़ा आ गया … क्या चूसते हो यार, चूसते रहो। छोड़ना मत, मैं जल्दी आ जाऊँगी।
कुछ देर चूसने के बाद भाभी मेरे मुँह में ही झड़ गयी और 2 मिनट बाद मैं उनके मुँह में!
और हम दोनो एक दूसरे का पानी पी गए।
थोड़ा रुक कर भाभी फिर से मेरा लंड चूसने लगी और उसे खड़ा कर दिया।
दो मिनट चूसने के बाद बोली- आ जा मेरे चोदू राजा और तेरे मोटे लंड से चोद दे मुझे।
मैंने भाभी की लाल चड्डी को पूरा निकाल दिया।
फिर भाभी डॉग स्टाइल में आ गयी और मैं उनके ऊपर आकर कंडोम लगा के उनकी चूत में थूक के लंड धीरे से डाला, फिर तेज़ी से पूरा डाल दिया और भाभी की चीख़ निकल गई।
भाभी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… आराम से डाल यार … मैं कहीं भागी नहीं जा रही।
फिर भी मैंने धक्कों को तेज रखा।
भाभी- आह चोद दे … आह मज़ा आ गया नया लंड लेके! तेरे लंड में दम तो है मेरे राजा। आह आह उईम माँ आह!
मैं- हाँ ले मेरी रांड … मादरचोद ले चुद मेरे हबशी लंड से … मरा अपनी चूत … साली प्यासी रांड भोसड़ी की!
भाभी- हां चोद दे इस रांड को … बहुत परेशान रहती है ये … बहुत लंड ले चुकी है, फ़िर भी चुदने को तरसती रहती है। आह चोद दे भोसड़ी के इस छम्मक छल्लो को … बहुत आग उगलती है हरामज़ादी। साली को ग्यारहवी से लंड दिला रही हूँ, फिर भी चैन नहीं।
और यह सुन के हम दोनों हँसने लगे।
और वो लड़का हम दोनों को देख के अपना लंड हिला रहा था। मैं उसे देख के थैंक यू बोला क्योंकि उसने भाभी की चूत दिलाई इतनी मस्त।
वो इशारे में ही थंब का निशान दिखाते हुए बोला- लगे रहो! और चोद रंडी को! जोर लगा के रगड़ दे इसके चूत को। अगले दिन चलने लायक न रहे ये।
मैं भाभी की टांग उठा के चोदने लगा। कुछ देर उसी पोजीशन में चोदने के बाद भाभी मेरा लंड बाहर निकाल कर चुसने लगी। कुछ देर चुसने के बाद जैसे ही लंड पर बैठी एक धक्के के बाद आवाज़ आयी और बोली- कंडोम फट गया।
और मैंने देखा कि वाकई में कंडोम फट गया है।
उस लड़के ने हमें दूसरा कंडोम निकाल के दिया, फिर उसे चेंज किया, दूसरा लगाया और भाभी मेरे ऊपर आ गयी।
भाभी- इस पोजीशन में तेरा जल्दी निकल जायेगा तो धक्के थोड़े आराम से लगा और लंड पूरा अंदर तक जाने दे।
मैंने वैसा ही किया जैसा भाभी ने कहा।
उस पोजीशन में मैंने भाभी को कुछ मिनट चोदा और बोला- अब मेरा आने वाला है.
और भाभी पोर्न मूवी जैसे नीचे बैठ गयी, मैंने अपना माल भाभी के मुँह में गिरा दिया और भाभी उसे पूरा पी गयी।
भाभी- आह तेरा माल मस्त है, पीकर के मज़ा आ गया।
उसके बाद हम दोनों साथ में नहाये।
और वहाँ एक बार और मैंने भाभी को चोदा। मैंने उनकी गांड भी मारी शैम्पू लगा के उनकी गांड में! उसके बाद उन्हें तकलीफ हुई चलने में तो मैं उन्हें सहारा देकर बेड तक ले गया और कपड़े पहने.
अब मुझे देर हो रही थी तो मैं तैयार होकर वहाँ से अपने घर को निकल गया।
बहुत मज़ा आया दोस्तो … बहुत अच्छा सफर रहा ये चुदाई का भाभी के साथ।
घर आके रात को जब मैंने आईडी ओपन किया और उससे बात की और पूछा कि भाभी को कैसा लगा.
तो उसने बताया कि भाभी को बहुत अच्छा लगा, वो तुझसे बहुत खुश हुई, दो दिन बाद तुझे फिर से बुलाया है।
मैं दो दिन बाद फिर गया और भाभी को चोद के आया और मेरे एक दोस्त को भी भाभी का मज़ा दिलाया।
एक दिन मैंने उस आदमी से पूछ ही लिया- तू उसका पति है ना?
उसने बताया- हाँ।
और बोला- मुझे बहुत अच्छा लगता है कि मेरी बीवी किसी और से चुदे. उसे भी नए नए लंड से चुदना पसंद है।
और उसके बाद उसने हम दोनों को ब्लॉक मार दिया। उन्हें हर बार नये नये लोगों से करना पसंद है इसलिये।
तो दोस्तो, ऐसे ही कभी कभी किस्मत चमक जाती हैं और चूत मिल जाती है।
मज़े तो बहुत लिए इतनी कम उम्र में ही लेकिन मन नहीं भरता। और लंड लेके निकल पड़ता हूँ चूत की तलाश में, जहां मिल जाये, जो मिल जाये, वही सही। इस लंड को बस चूत चाहिए वो चाहे जैसे भी हो। तो मैं ऐसे ही मज़े करते रहता हूं।
बस यहीं पर इज़ाज़त लेता हूं आप सबसे … टाइम मिला तो बताऊँगा कि कैसे मैंने अपनी फ्रेंड को फ़्रेंडज़ विद बेनिफिट के रूप में चोदा अपने घर पर।
तो दोस्तो, यह थी मेरी रियल स्टोरी जो मेरे साथ हुई जिसे मैंने आप सब के सामने पेश किया।
मुझे मेल करके जरूर बताएं कि आप सब को मेरी यह स्टोरी कैसे लगी।
[email protected]
आपका चोदू दोस्त अनुज सिंह
धन्यवाद!