नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जय है. आज मैं आप सबको चुदाई की एक नई कहानी सुनाने जा रहा हूँ. मेरे द्वारा पूर्व में लिखी सत्य घटना पर आधारित सेक्स कहानी
पतिव्रता बीवी की चुदाई गैर मर्द से करवाने की तमन्ना
को सभी लोगों ने सराहा.
उस कहानी के बाद मेरे द्वारा लिखी कहानी
मैंने अपनी पतिव्रता बीवी को जवान लड़के से चुदवाया
को भी लोगों ने पसंद किया और मेल भी आए.
अब मैं उससे आगे की कहानी लिख रहा हूँ.
पहले की भांति यह सेक्स कहानी भी मेरे और मेरी पतिव्रता सुंदर बीवी संजना के जीवन पर ही आधारित है, जिसे पढ़कर आप सभी मेरी बीवी के एक नए पहलू से अवगत होंगे. आपसे अनुरोध है कि अगर आपने पहले के भाग नहीं पढ़े हैं, तो जरूर पढ़ें.
सेक्स कहानी लिखने से पहले मैं, हमारे बारे में फिर से आप लोगों को परिचित करवा देता हूँ. इससे आपको पात्रों की कल्पना करने में आसानी होगी.
मेरी उम्र 31 वर्ष की है, मेरी लंबाई 5 फुट दस इंच है तथा वजन 78 किलोग्राम है. मैं देखने में एकदम गोरा तथा स्मार्ट हूँ. मेरा लंड भी मजबूत है. ये सवा छह इंच लंबा है.
मेरी बीवी का नाम संजना है, जिसे मैं प्यार से संजू बोलता हूँ. उसकी उम्र 23 वर्ष हो गई है. उसकी हाईट सवा पांच फुट है. उसका रंग बिल्कुल मिल्की व्हाईट है. हमारी शादी को अब तीन वर्ष हो गए हैं. संजू का साईज अब 34सी-28-36 का है तथा वजन 57 किलो हो गया है. वो देखने में एकदम मस्त लगती है, खासकर जब वो हंसती है तो कयामत ढहाती है.
संजू की गांड, उसके शरीर की अपेक्षा काफी बड़ी और उभरी हुई है. यहां तक कि उसका पिछवाड़ा मेरे पिछवाड़े से भी बड़ा है. उसकी गांड पीछे की ओर काफी उठी हुई है. जब वो चलती है, तो उसकी गांड जोर-जोर से हिलती है. उसकी जांघें काफी मांसल हैं. चूचियां भी एकदम सुडौल और तनी हुई हैं. मेरे मजबूत हाथों से चूचियों को मसलने से वो काफी भरी-भरी हो गई हैं.
पिछली सेक्स कहानी में आपने पढ़ा था कि मैंने कैसे अपनी बीवी को एक दूध वाले कमसिन लड़के रोहित से चुदवाया था. उस चुदाई के बाद संजू पूरी तरह से थक चुकी थी. चुदने के बाद संजू उसी नग्न अवस्था में लेटी रही. रोहित अपने कपड़े पहन चुका था.
उसने हम दोनों की तरफ देखा और बोला- भैया, मैं आप लोगों को ये उपकार जिंदगी भर नहीं भूलूंगा.
मैंने उसे देखा और थोड़ा कड़क आवाज में कहा- देखो ये मेरी एक फैंटेसी थी जिसे मैंने पूरा किया. आज के बाद से कभी ऐसा दोबारा करने की सोचना भी नहीं.
वो ये सुन कर थोड़ा सहम गया, उसे इस बात की उम्मीद नहीं थी. वो दोबारा संजू की तरफ देखने लगा.
संजना बोली- मैंने तो सिर्फ अपनी पति की खातिर ये कर लिया है, इसलिए मुझे भी किसी गैर से करवाने का कोई शौक नहीं है. आईंदा ऐसी कभी उम्मीद भी नहीं रखना.
वो थोड़ा मायूस होते हुए बोला- ठीक है भाभी.
रोहित वहां से चला गया.
ये घटना घटित हुए लगभग 2-3 माह हो गया था. हम लोगों को जिंदगी पूर्ववत ही चल रही थी. रोहित प्रतिदिन दूध देने आता और चला जाता, कभी भी उसकी हिम्मत नहीं हुई कि वो संजू से कुछ कहे.
एक रविवार के दिन मैंने संजू को बोला- चलो आज कोई मूवी देख कर आते हैं.
वो तुरंत राजी हो गई और बोली- कितने बजे?
मैंने बोला- शाम के पांच बजे से है.
वो बोली- ठीक है.
मैंने बोला- आज साड़ी पहनना, उससे तुम काफी सेक्सी और सुंदर लगती हो.
संजू अपनी तारीफ़ सुन कर खुश हो गई और बोली- ठीक है बाबा.
उसने मेरे गालों पर एक चुंबन जड़ दिया. न जाने क्यों उस वक्त मेरा शरीर झनझना गया और मैं उसे बांहों में लेकर लिप टू लिप किस करने लगा.
वो एक मिनट के किस के बाद मुझे अलग करते हुए बोली- भूल गए? तीन दिन से मैं एम.सी. पीरीयड में हूँ. इसलिए अब छोड़िये.
मैंने मायूसी से उसे देखा.
तो वो बोली- बस आज भर और वेट कर लीजिए, कल से तो बल्ले बल्ले.
मैंने कहा- ओके.
यह कहकर हम दोनों अलग हो गए. हम लोग इस दौरान अधिकतर सेक्स नहीं करते हैं.
उसी दिन करीब चार बजे शाम को संजना मूवी के लिए तैयार हो गई और बोली- चलिए.
मैंने संजना को देखा, तो देखते रह गया. आज वो बहुत-बहुत ही सुंदर एवं सेक्सी लग रही थी. उसने एक नीले रंग की पतली शिफोन की साड़ी पहनी थी और डिजाईनर ब्लाउज, जिसमें से संजू की अत्यधिक गोरी पीठ साफ़ दिख रही थी.
उसके बाल खुले हुए थे, गले में मेरे द्वारा तोहफा में दिया गया सोने को हार एवं बड़ा वाला मंगलसूत्र डाले हुए थी. कान में सोने के झुमके और हाथ में दो-दो एक्सपेन्सिव कड़े पहने हुए थी. नाक में सानिया मिर्जा जैसी सोने की नथुनी और होंठों पर लाल लिपस्टिक लगाए थी.
उसने पैरों में घुंघरू वाली पायलें पहनी थीं. कुल मिलाकर आज वो काफी संजी संवरी थी. उसका ब्लाउज आगे से भी काफी सेक्सी था, जिससे उसका क्लीवेज दिख रहा था. संजू का भरी हुई सुडौल चूचियां उसमें चार चांद लगा रही थीं.
मैंने उसे नजर भर के देखा और बोला- क्या बात है … लगता है आज तुम किसी का मर्डर करवाओगी.
अपनी तारीफ़ सुनकर वो खुश होकर बोली- धत् …
मैं बोला- सच में ऐसी सुंदरता और सेक्सी बदन देखकर तो सबकी लार टपकने लगेगी.
वो शरमा गई.
मैं बोला- फिल्म में अभी एक घंटा बाकी है … हम लोग कुछ मिनट बाद निकलेंगे.
वो बोली- पता है … परंतु क्या आप भी ना … आपकी इतनी सुंदर बीवी है, फिर भी आप मेरा कभी फोटो नहीं लेते हैं.
मैं समझ गया कि ये फोटो खिंचवाने के लिए इतनी संजी संवरी है. यहां मैं बता दूँ कि संजना को फोटो खिंचवाने का बडा़ शौक है.
मैंने अभी मुश्किल से 4-5 फोटो ही खींचे थे कि मेरे मोबाईल पर मेरे आफिस से बॉस का फोन आ गया. मैंने हैलो कहा और उधर की बातें सुनकर बोला- ठीक है सर अभी आता हूँ.
मैंने फोन काट दिया.
संजना बोली- क्या हुआ?
मैं बोला- अरे बॉस का कॉल था, वो बाहर मेन रोड पर हैं, बुला रहे हैं. कुछ डॉक्यूमेंट देना है उनको … वो 7 दिन के लिए बाहर जा रहे हैं.
संजू ने कुछ नहीं कहा.
मैं बॉस से मिला, तो वो बोले- देखिये, मैं 7 दिन के लिए बाहर जा रहा हूँ … आपको रविवार के दिन परेशान किया. मुझे कुछ रिपोर्ट चाहिए … आपका घर नजदीक था, सोचा आपसे ही तैयार करवा लूं … क्योंकि रिपोर्ट तैयार करने वाले सहायक का फोन नहीं लग रहा है.
मैंने बोला- कितनी देर का काम है सर?
वो बोले- थोड़ा लंबा है … दो तीन घंटे का काम है.
मैंने मौके की नजाकत को समझते हुए हां कर दिया और संजना को फोन किया और यार प्लीज बुरा मत मानना, ऑफिस में 3 घंटे का काम है, प्लीज … मूवी कल चलेंगे.
संजू पहले थोड़ा गुस्साई, फिर मान गई. मैं और बॉस जैसे ही आफिस जाने के लिए गाड़ी स्टार्ट करने लगे कि वो रिपोर्ट वाला सहायक उधर से ही गुजर रहा था. बॉस ने उसे रोक कर कार्यालय चलने के लिए बोलकर मुझे छोड़ दिया. मैंने चैन की सांस ली और जल्दी से फ्लैट जाने लगा कि चलो आज मूवी देख लेंगे, संजू खुश जाएगी.
ये सोचकर मैं जैसे ही फ्लैट पहुंचा, तो देखता हूँ कि दूध वाला रोहित भी अभी तुरंत दूध लेकर आया था. कमरे का दरवाजा खुला रहने के वजह से तथा मेरी बाईक बाहर नहीं देखकर सीधे मेरे कमरे में घुस गया था. उसने अन्दर से गेट बंद कर दिया था.
मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ. मैंने आगे की घटना जानने के लिए आपनी बाईक को बाहर ही खड़ा किया और चुपके से अन्दर आ गया. मैं खिड़की से कान लगाकर अन्दर की बातें सुनने लगा.
मेरी बीवी संजू ने जैसे ही रोहित को देखा तो चौंक कर बोली- अरे तुम अन्दर क्यों आ गए … रोज तो बाहर से ही आवाज लगाते थे.
रोहित बोला- भाभी दरवाजा खुला था इसलिए आ गया.
फिर इससे आगे कुछ संजू बोलती, उससे पहले ही रोहित बोला- भाभी आप कितनी सुंदर लग रही हो. मैंने जिंदगी में आज तक आपसे सुंदर लड़की नहीं देखी है.
मैंने आव देखा ना ताव … खिड़की का पर्दा हल्का सा साईड कर अन्दर झांक कर देखने लगा, तो देखा संजना अभी भी वैसी ही संजी-संवरी तैयार थी.
रोहित फिर से बोला- भाभी आप वाकयी में हूर की परी हो, इस शहर में आपसे सुंदर कोई नहीं होगी … ये मेरा दावा है.
औरत को तो तारीफ सुनना वैसे ही पसंद होता है. संजना मन ही मन खुश हुई और थोड़ा मुस्कुराई, परंतु फिर बोली- वो सब तो ठीक है … पर तुम अन्दर क्यों आए … अब दूध दे चुके हो, अब तुम बाहर जाओ.
रोहित बोला- भाभी अब मैं ये नौकरी छोड़ रहा हूँ … मुझे बाहर के शहर में एक मोटरसाइकिल की दुकान में काम मिल गया है. आज मेरा लास्ट दिन है, सो सोचा आपसे मिल लूं.
संजू बोली- अच्छाआआ … जा रहे हो, अच्छा है ना कि इससे अच्छी जगह जा रहे हो.
वो बोला- हां भाभी आपकी बहुत याद आएगी.
संजू बोली- हम्म … ठीक है, अब जाओ.
वो जाने के लिए पलटा, फिर रुक गया और संजू की तरफ देख कर बोला- भाभी एक बात बोलूं … आप प्लीज बुरा मत मानना … प्लीज आज एक बार फिर!
इतना सुनना था कि संजू गुस्सा हो गई और बोली कि तुमको हम लोगों ने उसी दिन समझाया था ना … अपनी औकात में रहो समझे … मैं कोई ऐसी वैसी औरत नहीं हूँ … भागो यहां से.
रोहित गिड़गिड़ाने लगा और बोला- भाभी इसके बाद मैं कभी भी इस शहर नहीं आऊंगा … वैसे भी मेरा घर भी दूसरे गांव में है. प्लीज भाभी, मान जाओ ना.
पर संजू डांट कर बोली- यहां से भागते हो या नहीं!
रोहित संजू के पैरों पर गिर गया और उसके दोनों पैरों को पकड़ कर गिड़गिड़ाने लगा. पर संजू नहीं मान रही थी और डांटे जा रही थी.
रोहित था कि संजू के पैरों को छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था. रोहित अब संजू की साड़ी को थोड़ा ऊपर उठा कर उसी अवस्था में उसके घुटने के नीचे के पैरों को बेतहाशा चाटने लगा.
संजू को इससे गुदगुदी हुई और वो बोली- छोड़ो मुझे … बेहूदे लड़के … मुझे गुदगुदी हो रही है.
परंतु रोहित अब संजू की साड़ी और पेटीकोट में अपना मुँह घुसाकर उसकी जांघों तक घुस कर चाटने लगा.
संजू को इससे और भी गुदगुदी हुई. उसकी हंसी निकली और बोली- छोड़ो रोहित … ये गलत है.
एकाएक रोहित रोने लगा और संजू के सामने बोलने लगा- भाभी, आपका ये रूप देखकर अगर मैंने सेक्स नहीं किया, तो मैं जिन्दा नहीं रह पाऊंगा.
रोहित का लंड पूरा खड़ा पैन्ट में दिख रहा था. संजू थोड़ा नार्मल होकर बोली- देखो बाबू ये गलत है, मैं किसी की बीवी हूँ, ये नहीं हो सकता है.
रोहित अब और जोर से रोने लगा, जिसे देख कर संजू का मन भावुक हो गया. वो उसके आंसू पौंछने लगी. संजू इससे आगे कुछ बोलती, उससे पहले ही रोहित ने एकाएक संजू के रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए और संजू को वो बेतहाशा चूमने लगा.
मेरी हूर की परी संजी-संवरी बीवी को रोहित चूमे जा रहा था. एकाएक चूमते-चूमते रोहित ने संजना की डिजाइनर साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और ब्लाउज के ऊपर से ही संजू की सुडौल एवं गदराई चूचियों पर हाथ फेरने लगा. वो मम्मों पर हाथ फेरते समय रह रहकर संजू के निप्पल की घुंडियों को भी ब्लाउज के ऊपर से ही घुमा देता.
लगभग दो मिनट की इस क्रीड़ा से संजू भी थोड़ा-थोड़ा गरम होने लगी थी. उसकी दोनों आंखें बंद ही गई थीं. वो अपने मम्मों की मस्ती में अपने होंठों को चबाने लगी थी.
इधर रोहित संजना के होंठों को छोड़कर कभी संजू के गर्दन, कभी कान तो कभी गर्दन के नीचे क्लीवेज पर भी बेतहाशा चूमे जा रहा था और दोनों हाथों से ब्लाउज के ऊपर से ही कभी चूचियों को मसल रहा था, तो कभी खड़े हो चुके दोनों निप्पलों को उमेठ कर मींज रहा था.
पहले के राहित और अब के रोहित में अंतर दिख रहा था. उसे देख कर लग रहा था कि जैसे कोई चुदक्कड़ आदमी सेक्स कर रहा हो. इस सब काम-क्रीड़ा से संजू भी गर्म हो गई थी, वो लंबी लंबी सांसें छोड़ रही थी. आखिर वो भी तो एक जवान कामुक औरत थी. लग रहा था, जैसे वो ये भी भूल गई थी कि उसका अभी एमसी समय चल रहा है.
मेरी इस रोमांच भरी सेक्स कहानी के लिए आपकी मेल का स्वागत है.
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सेक्स कहानी का अगला भाग: जवान लड़के से अपनी बीवी को चुदाया-2