दोस्तो, मेरा नाम प्रियांश है. मेरी आयु 19 साल है और मेरे लंड का साइज बड़ा है.
मेरे जीवन की ये सच्ची Xxx चुदाई की कहानी है.
यह हॉट इंडियन भाभी सेक्स कहानी मेरे पड़ोसन की और मेरी है.
भाभी का नाम सलोनी है और उनकी आयु 29 साल की है.
उनका फिगर 34-30-38 का है, एकदम उठी हुई गांड है और गोरा बदन दूध जैसा है.
भाभी और मेरे बीच सेक्स कुछ ही दिन पहले हुआ था.
सलोनी भाभी की शादी को 2 साल हुए थे. वो मेरे घर आती रहती थीं.
मैं भी भाभी के घर आता जाता रहता था, पर मैंने कभी सलोनी भाभी के साथ संभोग करने की बात नहीं सोची थी.
एक दिन की बात है, मैं सलोनी भाभी के घर गया था, मम्मी ने मुझे उनके घर सब्ज़ी देने भेजा था.
मैंने देखा कि भाभी दर्पण में देख कर तैयार हो रही थीं.
उनका ध्यान ही नहीं था कि मैं कब घर में आया.
मैं गेट पर खड़े होकर भाभी को देख रहा था.
भाभी ने नीले रंग की साड़ी पहनी थी पर उनका पल्लू उनके मम्मों पर नहीं था.
उनका बदन पीछे से पूरा दिख रहा था.
उनको इस हालत में देख कर मेरा लंड उठ गया.
मेरे मन में कामुक विचार आने लगे और तभी से मैं उनको चोदने की चाह रखने लगा था.
कुछ पल बाद मैंने बाहर को आकर भाभी को आवाज दी तो भाभी अपने आपको ठीक करती हुई बाहर आईं.
मैंने भाभी को बताया- मम्मी ने ये सब्जी भेजी है.
सलोनी भाभी बोलीं- तुम कब आए? तुम्हारे आने की आहट ही नहीं मिली.
मैं बोला- बस अभी ही आया हूँ.
भाभी हल्के से मुस्करा दीं.
मैंने भाभी से कहा- आज आप बहुत सुंदर लग रही हो भाभी.
वो हंस कर बोलीं- चल हट झूठे.
भाभी हंसने लगीं और उन्होंने मेरे हाथ से सब्जी ले ली.
फिर मैं अपने घर आ गया.
उसके बाद मैंने रात को भाभी के बारे में सोच सोच कर मुठ मारी और मन पक्का कर लिया कि भाभी को पेलना ही है.
अब मैं भाभी के घर जाने के बहाने देखने लगा.
मैं भाभी से बहुत हंसी मजाक करता था.
फिर एक दिन भाभी मेरे घर आईं, तब मैं अकेला था.
घर का गेट खुला था और मैं भाभी के बारे में सोच कर मुठ मार रहा था.
भाभी ने ये सब देख लिया.
उन्होंने मुझे आवाज लगाई- प्रियांश, मम्मी कहां हैं?
मैंने लंड अन्दर करते हुए कहा- भाभी, मम्मी मार्केट गई हैं. आप रुकिए मैं आता हूँ.
भाभी बोलीं- नहीं मैं जा रही हूँ, तुम अपना काम करो.
फिर वो चली गईं.
थोड़ी देर बाद मम्मी आईं तो मैंने बताया कि सलोनी भाभी आई थीं और आपके बारे में पूछ रही थीं.
इतने में भाभी दोबारा आ गईं और बोलीं- मेरे पति घर पर नहीं हैं और सास ससुर जी भी नहीं हैं. मैं अकेले नहीं सो सकती, मुझे डर लगता है. क्या आप प्रियांश को मेरे यहां सोने के लिए भेज दोगी?
मम्मी बोलीं- हां, ये सोने आ जाएगा.
मैंने भी लपक कर कहा- हां, मैं आ जाऊंगा भाभी.
मैं सलोनी भाभी की बात सुन कर बहुत खुश हुआ कि आज रात मौक़ा मिला तो भाभी की चूत जरूर चोद दूँगा.
रात को खाना खाकर उठा और भाभी के घर जाने के लिए रेडी होने लगा.
मैं उनके घर गया.
सलोनी भाभी- आओ, मैं तुम्हारा ही इन्तजार कर रही थी.
मैं अन्दर आ गया.
भाभी बोलीं- आओ प्रियांश बैठो, तुम खाना खाओगे न!
मैंने कहा- नहीं भाभी, मैं खाना खाकर आया हूँ.
भाभी- अच्छा तो मैं कॉफ़ी बना कर लाती हूं.
मैंने कहा- हां भाभी, कॉफ़ी पी लूंगा.
कुछ ही देर में भाभी कॉफ़ी बना लाईं और हम दोनों ने कॉफी पी और बातें करते रहे.
उसके बाद मैं भाभी की तरफ देखने लगा.
मैं एक तरह से ये देख रहा था कि मुझे किधर सोना है.
भाभी समझ गईं.
वो बोलीं- चलो रूम में चलते हैं.
हम दोनों कमरे में आ गए.
मैंने पूछा- भाभी मुझे कहां सोना है?
सलोनी भाभी बोलीं- यहीं बेड पर.
तो मैंने पूछा- फिर आप कहां सोओगी?
वो बोलीं- मैं भी बेड पर ही सोऊंगी.
मैं ये सुन कर बहुत खुश हुआ और हम दोनों बातें करने लगे.
इतने भाभी ने पूछ लिया- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है क्या?
मैंने बोला- नहीं भाभी, पहले थी मगर अब नहीं है. मेरा उससे झगड़ा हो गया.
भाभी- अरे किस बात पर झगड़ा हो गया?
मैंने बता दिया.
अब मैंने भाभी से कहा- भाभी मैं एक बात कहना चाहता हूँ. आप नाराज नहीं होओ, तो कहूँ?
भाभी ने हां कहा.
मैंने कहा- आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो.
भाभी मेरी आंखें नचा कर बोलीं- अरे वाह … अब ये भी बताओ कि तुम्हें मुझमें क्या अच्छा लगता है?
मैंने कहा- आप पूरी की पूरी ही अच्छी लगती हो. पर सबसे अच्छा आपका फिगर लगता है.
भाभी ने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी, वे बोलीं- और तुम्हें मेरे फिगर में क्या सबसे अच्छा लगता है?
मैंने कुछ कहा तो नहीं मगर मैं उनके मम्मों की तरफ देखने लगा.
वो मेरी बात समझ गईं और शर्मा गईं.
फिर भाभी बोलीं- चलो अब सो जाओ.
मैं भी हां करके लेट गया. मैं सोने का नाटक करता रहा.
फिर मेरी नींद लग गई और मैं सो गया.
रात को एक बजे मेरी नींद खुली तो भाभी मेरे बिल्कुल पास ही सोई थीं.
मैंने सोचा कि आज ये मौका नहीं जाने देना है.
मैं सलोनी भाभी की तरफ सरक आया और उनके मम्मों को धीरे धीरे दबाने लगा.
उनकी तरफ से कुछ भी हरकत नहीं हो रही थी तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई.
मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा तो सलोनी भाभी धीमे से बोलीं- किस सही से करो न!
अचानक से भाभी के मुँह से ये बात सुन कर मैं खुशी से पागल हो गया.
उसके बाद सलोनी भाभी मेरी तरफ घूम गई और बोलीं- मैं जब तुम्हारे घर आई थीं, तब मैंने तुम्हें मेरा नाम लेते हुए मुठ मारते हुए देख लिया था.
मैं बोला- हां भाभी, मैं आपके बारे में सोच कर ही मुठ मार रहा था.
भाभी कुछ नहीं बोलीं.
उसके बाद मैं उनके होंठों को किस करने लगा.
वो मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
कुछ देर के बाद मैंने उनके गोरे गोरे गाल पर किस कर दिया और आगे बढ़ चला.
भाभी की गर्दन पर किस करता रहा. उन्हें उत्तेजित करता रहा.
उनके कपड़ों के ऊपर से ही उनके मम्मों को सहलाने लगा.
सलोनी भाभी कुछ देर बाद पूरी तरह से गर्म हो चुकी थीं.
मैंने उनके साड़ी के पल्लू को बदन से हटाया और उनके पेट पर किस करने लगा, उनकी नाभि को चूमने लगा.
इससे भाभी मदहोश होने लगीं और कामुक सिसकारियां लेने लगीं- आह आह … मजा आ रहा है प्रियांश … करता रह!
भाभी की ये आवाज सुन कर मैं पागल हो रहा था.
सलोनी भाभी कह रही थीं- अब मत तड़पाओ राजा.
मैं उनके ब्लाउज को खोलने लगा.
मैंने पूरे इत्मीनान से धीरे धीरे भाभी का ब्लाउज खोला और उनकी ब्रा के ऊपर से ही उनके मम्मे दबाने लगा.
कुछ देर के बाद मैंने भाभी के दूधिया जिस्म पर कसी हुई उनकी काले रंग की ब्रा उतार दी.
आंह … भाभी के बड़े बड़े दूध मेरे सामने नंगे हो थे.
उनके मम्मों पर ब्राउन कलर के निप्पल देख कर मैं बौरा गया.
भाभी के गोरे गोरे मम्मे मेरे सामने आ गए थे.
मैंने भाभी की आंखों में देखा तो भाभी वासना के नशे में थीं. मैंने मुँह बढ़ाकर एक निप्पल अपने होंठों में दबा लिया.
भाभी एकदम से सिहर उठीं और मुझे अपने चूचे पिलाने लगीं.
मैंने भाभी के दोनों मम्मों को उनको खूब दबाया और पिया.
भाभी चुदास से भरी मादक आवाज निकाल रही थीं- आह आह आह … प्रियांश अब मत तड़पाओ.
अब मैंने भाभी के पेटीकोट में सिर घुसा दिया और उनकी काली पैंटी उतार दी.
भाभी की पैंटी पूरी गीली हो चुकी थी. भाभी की चूत मेरे सामने खुल गई थी. उनकी चूत एकदम साफ़ थी.
ऐसा लग रहा था कि भाभी ने आज ही अपनी चूत की सफाई की है.
मैंने उनकी तरफ देखा तो वो मुस्कुरा दीं.
भाभी ने कहा- मुझे भी आज तुमसे चुदाई करवाने का मन था. तुम मुझे खुश तो कर दोगे न?
मैंने कहा- भाभी, आज आपको मुझसे निराशा नहीं होगी.
अब मैं उनकी चूत चाट रहा था और वो मादक सिसकारी निकाल रही थीं.
कुछ देर तक चूत चाटने के बाद सलोनी भाभी मेरे ऊपर आ गईं और मुझे किस करने लगीं.
उन्होंने मेरी शर्ट को उतारा और मेरे बदन पर किस करने लगीं.
फिर उन्होंने मेरे लोअर को उतारा और अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे लंड को सहला दिया.
मेरा लंड अपनी औकात में आ गया था.
भाभी को मेरे बड़े और मोटे लंड का अहसास लगातार गर्म कर रहा था.
उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने मेरी चड्डी उतारी और मेरे लंड को देख कर बोलीं- तुम्हारे भैया का इतना बड़ा और मोटा नहीं है. आज तो तुम मेरी चूत फाड़ ही दोगे.
मैं हंस दिया.
फिर भाभी मेरे लंड को लॉलीपॉप के जैसे चूसने लगीं.
दस मिनट तक लंड चूसने के बाद मैंने कहा- भाभी, मेरा पानी मुँह में ही पियोगी क्या?
वो बोलीं- हां, मेरे मुँह में ही रस निकाल दो.
मैं मस्त हो गया और भाभी के मुँह में ही लंड पेलने लगा.
कुछ ही देर मैं झड़ गया और भाभी ने मेरे लंड का रस पी लिया.
अब हम दोनों ने एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में मेरा लंड फिर से उठ गया.
मेरा खड़ा लंड देख कर सलोनी भाभी बोलीं- अब मुझे और मत तरसाओ … जल्दी से इसको मेरी चूत में डाल दो.
मैंने सलोनी भाभी की गांड के नीचे तकिया लगाया और उनकी चूत पर लंड सैट करके जोर से अन्दर पेल दिया.
भाभी जोर से कराह उठीं- आह आह आह … मर गई मैं … हाय मेरी चूत फाड़ दी.
मैंने वापस से एक और तगड़ा झटका लगा दिया. मेरा आधा लंड चूत के अन्दर चला गया.
भाभी जब तक मुझे रोकतीं, तब तक मैंने एक और झटका लगा दिया. भाभी और जोर से ‘आह आह उह्ह्ह …’ करने लगीं और बोलीं- साले तूने मेरी चूत फाड़ दी.
मैं हंसने लगा और रुक गया.
कुछ देर बाद भाभी का दर्द खत्म हो गया.
भाभी बोलीं- अब चोद ना … रुक क्यों गया. अपनी भाभी को जोर जोर से चोद दे आंह.
मैं चालू हो गया और उनको चोदता रहा.
हॉट इंडियन भाभी और मैं कामवासना में इतने लीन हो गए थे कि कुछ होश ही था.
पूरे कमरे में हमारी चुदाई से ‘फट फट फट … की आवाज आ रही थी और भाभी निरंतर ‘आह आह उह्ह्ह उह्ह …’ की आवाज निकाल रही थीं.
करीब आधा घंटा तक मैं भाभी को पेलता रहा और भाभी की चूत में ही झड़ गया.
मेरे साथ भाभी भी झड़ गईं.
चुदाई के बाद भाभी बोलीं- तेरे भैया मुझे कभी इतना मजा नहीं दे पाए जितना तूने मुझे आज दिया.
फिर हम दोनों बिना कपड़ों के ही सो गए.
सुबह उठ कर मैं अपने घर चला गया.
इसके बाद भाभी और मैंने बार बार चुदाई का मजा लिया.
मैं अभी भी भाभी की चूत चुदाई का मजा लेता रहता हूँ.