नमस्ते दोस्तों! मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 26 साल है.
यह बात एक साल पुरानी है, एक दिन मम्मी ने मुझे चाची को लिवाने भेजा, घर में कोई काम था.
मैं अपने चाचा के घर गया, घर में चाची थी, उनके दो बच्चे स्कूल गए थे.
मैंने चाची को बताया तो चाची तैयार होने चली गई, मैं बैठ कर टीवी देखने लगा.
चाची ने बाथरूम से मुझे आवाज़ लगाई कि उनके कपड़े बेड पर ही रह गए हैं, जो मैं उन्हें पकड़ा दूँ!
मैं वो कपड़े चाची को पकड़ा दिए. वापिस आया तो देखा कि चाची की पेंटी वहीं पर गिर गई थी. मैं पेंटी हाथ में लेकर देख रहा था, तभी..
पहले मैं आपको अपनी चाची के बारे में बता दूँ, दो बच्चों की माँ होने के बाद भी वो बहुत सेक्सी लगती थी, उसकी तनाकृति 36-32-38 थी। चाची के चूतड़ तो बड़े ही मस्त लगते थे और उनकी 36″ की चूची क्या लगती थी.
अब आगे:
मैंने चाची को जल्दी चलने के लिए आवाज़ लगाई, चाची पांच मिनट बाद बाथरूम से निकली तो मैं उन्हें देखता ही रह गया, क्या सेक्सी लग रही थी, गीली होने के कारण उनके बदन से कपड़े चिपक गए थे, चाची किसी परी से कम नहीं लग रही थी. ब्लाऊज चूचियों पर चिपक गया था और गोलाई साफ़ नज़र आ रही थी. गांड से साड़ी चिपक गई थी.
यह सब देखते चाची ने मुझे देख लिया था और मेरे हाथ में उनकी पेंटी को देख कर वो मुस्कुरा रही थी.
मैं अब भी चाची को देख रहा था.
चाची अनजान बनते हुए कुछ ढूंढ रही थी.
मैंने कहा- क्या आप इसे ढूंढ रही हो?
चाची ने एक झटके से मेरे हाथ से पेंटी लेकर बाथरूम में जा कर पहन ली. मगर वो अब भी मुस्कुरा ही रही थी.
अब मेरा लंड कड़क हो चुका था, चाची ने यह भी देख लिया था.
इसी बीच मैंने बहाने से चाची की गांड को छू लिया था, पर चाची ने कुछ नहीं कहा मेरी हिम्मत बढ़ गई.
चाची गीले कपड़े सुखाने छत पर जाने लगी तो मैं भी उनके साथ चल दिया और उनकी मदद करने लगा, बीच बीच में मैं चाची की गांड, चूची को छू रहा था. चाची कुछ नहीं बोल रही थी, उन्हें भी मजा आ रहा था..
जैसे ही सीढ़ी में चाची और मैं पहुंचे, मैंने चाची को पीछे से कमर में हाथ डालकर अपनी ओर खींच लिया. अब मेरा लंड चाची की गांड की दरार को टच कर रहा था, मगर वो कुछ नहीं बोल रही थी बस खड़ी थी.
अब मैंने अपने लंड को गांड की दरार में थोड़ा और दबा दिया, अपने हाथ को उनकी कमर में डाल कर अपनी ओर दबा दिया, चाची के मुख से ‘अहह…’ निकल गई.
अब मैं उनके पेट पर हाथ घुमा रहा था, चाची की साँसें तेज हो रही थी, इसी बीच उनके कान, गर्दन पर गर्म सांस छोड़ते हुए चाटे रहा था, ब्लाउज के ऊपर से भी चाची की चूची को दबा रहा था, वो पागल हुए जा रही थी और मेरे लंड पर अपना हाथ घुमा रही थी.
तभी मैं चाची का ब्लाउज खोल कर एक के बाद एक दोनों चूची को चूस रहा था, और वो हम्म आह्ह उम्म्ह… अहह… हय… याह… ऊम्म ऊम्म कर रही थी, अपने हाथ से मेरे सर को चूची पर दबा रही थी, बोले जा रही थी- आज इनका पूरा दूध पी जा!
पेट से होता हुआ मैं नाभि को चाटता हुआ नीचे जा रहा था… वो हम्म ओह्ह आअह्ह्ह्ह किये जा रही थी.
अब मैं उनकी साड़ी और पेटीकोट दोनों को ऊपर उठा कर उनकी चिकनी जांघों को चाट रहा था.
मैंने दोनों जांघों को खोल कर अलग कर दिया तो चाची की चूत अब मेरे सामने पेंटी में बंद थी.
वहीं सीढ़ी में ही मैंने चाची की पेंटी निकाली और उनकी चूत में मुंह लगा दिया, उनकी चूत से पानी निकल रहा था, वो शायद एक बार झड़ चुकी थी, मैं सब पी गया।
मैंने दो उंगलियाँ चाची की चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा।
उन्हें मजा आने लगा, उन्होंने भी मेरा लंड पकड़ के मुँह में भर लिया और सटासट चूसने लगी… वो बोली- जान अब और न तड़पा! मुझे मेरी प्यास बुझा…
मैं तो तैयार था, चाची ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुहाने पर रखा और कहा- धक्का मार!
मैंने धक्का मारा तो लंड अंदर घुस गया और चाची दर्द से पागल हो गई, बोली- निकाल! बाहर कर!
पर अब मैं कहाँ मानने वाला था, मैंने चाची को कमर से पकड़ कर जोर से एक और धक्का मारा और मेरा लंड चाची की चूत की गहराई में उतर गया.
चाची की चुदाई की यह हिंदी चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
चाची दर्द से रोने लगी और मैं धक्के लगाने लगा। थोड़ी देर में चाची को भी मजा आने लगा, चाची के मुँह से आवाज निकलने लगी थी- चोद… और जोर से… आह… आह… मेरे राजा… मुझे जन्नत की सैर करा… और अंदर तक घुसा… आह…सी…सी… आह… राजा… मैं गई… सी… थाम ले… मुझे… आह…
मैं समझ गया कि चाची झड़ने वाली है तो मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी… 10-12 धक्कों के बाद हम दोनों चाची भतीजे एक साथ ही झड़े, मैंने अपनी सारी गर्मी चाची की चूत में भर दी.
फिर हम दोनों शांत हो गये और नीचे आकर लेट गये.
कुछ देर लेटने के बाद चाची ने एक कपड़े से मेरा लंड साफ़ किया और अपनी चूत की भी सफाई की।
हम दोनों फिर से एक दूसरे को किस करने लगे, फिर अपने अपने कपड़े पहन लिए।
आपको मेरी चाची की चुदाई की यह सच्ची घटना कैसी लगी, मुझे जरूर बताना!
[email protected]