नमस्ते दोस्तों! आज की कहानी आपको फुल मस्ती देने वाली है. यह कहानी मेरी अपनी कहानी है.
कहानी को शुरू करने से पहले मैं आपको अपने बारे में कुछ बताना चाहूंगा. मेरा नाम आदित्य है और मैं एक निजी संस्था में काम करता हूँ.
मेरा साथ हुई इस घटना में जिस लड़की का जिक्र मैं करने जा रहा हूं वह मेरे साथ ही मेरी ही कम्पनी में काम करती थी. उसका नाम अदिति था. वह मेरे ही डिपार्टमेंट में काम करती थी. हम दोनों में धीरे-धीरे दोस्ती हो गई लेकिन कुछ दिन के बाद उसने वह जॉब छोड़ दी और वह दूसरे शहर में चली गयी. मगर दूसरे शहर में जाने के बाद भी उसका संपर्क मुझसे बना रहा.
फिर एक दिन अचानक उसका फोन आया कि वह मेरे ही शहर में एक दिन के लिए किसी काम से आ रही है.
वैसे तो मेरी और उसकी दोस्ती काफी अच्छी थी लेकिन मैं मन ही मन में उसको चाहने लगा था. वह मुझे काफी पसंद थी लेकिन उससे दिल की बात कहने की कभी मेरी हिम्मत नहीं हुई.
अब जब अदिति फिर से मेरे शहर आने वाली थी तो मैंने सोचा कि उसको इस बार अपने मन की बात बता दूंगा. अब तो हमारे शहर भी अलग हो गये हैं. अगर कुछ गड़बड़ हुई तो कोई परेशानी भी नहीं होगी.
मैं जिस फ्लैट में रहता था उसमें मेरे बड़े भाई-साहब और छोटी बहन भी रहती थी. वह रूम हमने अभी नया ही लिया था. मैंने सोचा कि अदिति को अपने रूम पर ही बुला लेता हूँ. अदिति भी मेरी बात मान गई क्योंकि उसको एक दिन के लिए ही आना था. वह भी सोच रही थी कि कहीं और ठहरने से बेहतर है कि वो मेरे पास ही ठहर लेगी.
मेरे बड़े भाई साहब सुबह काम पर चले जाते थे और बहन उस समय हमारे पुराने घर में गई हुई थी. जिस दिन अदिति को आना था उस दिन मेरे भैया सुबह ही काम से निकल गये थे और मैं घर पर अकेला था. मैंने अदिति को फोन किया और उससे पूछा कि वो कौन सी ट्रेन से आ रही है. उससे बात करने के बाद मैंने सब कुछ प्लान कर लिया. उसकी गाड़ी के समय पर मैं उसे स्टेशन पर लेने के लिए पहुंच गया.
हम घर वापस आ गये और मेरे फ्लैट पर ताला देख कर अदिति पूछ बैठी कि बाकी सब लोग कहां गये हुये हैं. मैंने उसको कह दिया कि शायद बाहर गये होंगे और शाम तक आ जायेंगे. मैं अदिति को सच नहीं बताना चाहता था क्योंकि हो सकता था कि वो फिर मेरे साथ रुकने के लिए मना कर देती इसलिए मैंने उसको पूरा सच नहीं बताया.
अंदर जाकर हमने कुछ देर आराम किया और यहां-वहां की बातें की. फिर मैंने पास ही एक रेस्तरां से खाना ऑर्डर कर दिया. अदिति सफर करके आई थी और शायद उसे भी भूख लगी होगी. कुछ ही देर में खाना आ गया और हम खाना खाने लगे.
फिर अपने प्लान के मुताबिक मैंने टीवी ऑन कर लिया. टीवी पर एक पुरानी सी मूवी चल रही थी. मगर मेरा प्लान कुछ और ही था. मैंने पहले से ही एक ब्लू फिल्म की सीडी तैयार करके रखी हुई थी. जब कुछ देर तक मूवी देखने के बाद मुझे बोरियत होने लगी तो मैंने अदिति से कहा कि इस मूवी को देख कर तो नींद आ रही है.
मैं तुम्हारे लिए फ्रिज से कोल्ड ड्रिंक लेकर आता हूं तब तक तुम सीडी प्लेयर को ऑन कर दो. हम कोई अच्छी सी मूवी देखेंगे.
अदिति बोली- ठीक है.
इतना कहने के बाद मैं उठ कर किचन में चला गया. किचन से हॉल का सब कुछ दिखाई देता था. मैं किचन में एक तरफ होकर छिप गया. मैं देखना चाहता था कि मूवी चलने के बाद अदिति का क्या रिएक्शन होता है. जब उसने सीडी प्लेयर ऑन किया तो एकदम से ब्लू फिल्म चल पड़ी. नंगी फिल्म को स्क्रीन पर देखने के बाद अदिति हड़बड़ा सी गई और उठ कर टीवी बंद करने के लिए चली.
इतने में ही मैं पीछे से आकर बोल पड़ा- अरे, तुम ये क्या देख रही हो?
अदिति बोली- वो … ये … सीडी पहले से ही लगी हुई थी. मैंने तो बस सीडी प्लेयर ऑन किया था.
टीवी की आवाज़ काफी तेज थी और ब्लू फिल्म में एक पॉर्न स्टार लड़की की चुदाई की आह-आह … हॉल में गूंजने लगी. मेरा लंड तो पहले से ही अदिति के साथ सेक्स करने के ख्याल से खड़ा था. जब ब्लू फिल्म की कामुक सिसकारियां सुनीं तो मेरा लंड और ज्यादा टाइट होकर फड़कने लगा और मेरी पैंट में ही अलग से तना हुआ दिखाई देने लगा.
मैंने कोल्ड ड्रिंक का गिलास अदिति की तरफ बढ़ाया तो उसने शर्माते हुए गिलास पकड़ लिया. उसकी नजर झुकी हुई थी और नीचे ही नीचे उसने मेरे तने हुए लंड को भी देख लिया था.
मूवी को चलते हुए पांच मिनट बीत चुके थे. मैं भी जान-बूझकर अदिति को गर्म करने के लिए अभी टीवी बंद करने में ज्यादा से ज्यादा देरी कर रहा था. मैंने थोड़ी सी कोल़्ड ड्रिंक अपनी पैंट पर गिरा ली और गिलास को नीचे टेबल पर रख कर पैंट को अपने हाथ से साफ करने लगा. अदिति वहीं खड़ी होकर मुझे देख रही थी. मेरा हाथ मेरे लंड को सहलाते हुए कोल्ड ड्रिंक को पैंट पर से पौंछ रहा था.
मैं भी जान-बूझकर अपने लंड पर हाथ चला रहा था. इसी सब में मैंने पांच मिनट और निकाल दिये और अब टीवी स्क्रीन पर जबरदस्त चुदाई का सीन चल रहा था.
मैंने जाकर सीडी प्लेयर को बंद कर दिया. मैं जब वापस सोफे की तरफ आ रहा था तो अदिति मेरे लंड की तरफ देख रही थी लेकिन वो नजर नहीं उठा रही थी.
हम साथ में बैठ कर कोल्ड ड्रिंक पीने लगे. मैंने फिर अचानक से अदिति का हाथ पकड़ लिया. वो सहम सी गई और मेरी तरफ हैरत भरी नजर से देखने लगी.
मैंने ज्यादा देर ने करते हुए उससे कहा- मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं अदिति. मैं तुमको बहुत पहले से ही पसंद करता था और तुमसे प्यार करने लगा था. लेकिन मेरी कभी कहने की हिम्मत नहीं हुई.
वो मेरी बात को चुपचाप सुन रही थी और कुछ भी जवाब नहीं दे रही थी.
मैंने कहा- अगर तुम भी मेरे बारे में कुछ ऐसा सोचती हो तो मैं खुद को बहुत लकी मानूंगा. मैंने तुम्हारे जैसी खूबसूरत लड़की आज से पहले कभी नहीं देखी.
वो मेरी बात सुनकर शरमा गई और धीरे से मुस्कराने लगी.
मैंने फट से गिलास नीचे रखा और उसके करीब होते हुए उसके कंधे को सहलाते हुए बोला- मैं सच में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ अदिति.
कहकर मैंने उसके गाल को चूम लिया. उसने कोई विरोध नहीं किया. मैंने उसके मुंह को अपनी तरफ घुमाया और उसके होंठों को चूसने लगा. उसके मुंह से कोल्ड ड्रिंक का स्वाद आ रहा था जिससे उसकी किस और मीठी लग रही थी.
कुछ ही देर में वो भी मेरे होंठों को चूसने लगा. मेरे हाथ उसके चूचों पर चले गये और उनको दबाने लगे. वो मेरी कमर को सहलाने लगी. मैं उसके चूचों को जोर से दबाने लगा और वो भी मुझे जोर से किस करने लगी.
फिर मैंने उसकी शर्ट को उतरवा दिया और उसकी काली ब्रा में उसका गोरा चिकना बदन देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया. मैंने तुरंत उसकी ब्रा को खोलना शुरू कर दिया और उसके चूचों को आजाद करके उनको मुंह में भर लिया. वो सिसयाने लगी. स्स्स … आह्ह … करने लगी.
उसके चूचों को मुंह में लेकर में चूसने लगा और उसके निप्पलों को पीने लगा. फिर मैंने उसको वहीं सोफे पर लेटा दिया और उसकी पैंट को खोलने लगा. उसकी पैंट को खींच कर मैंने नीचे कर दिया. उसकी गोरी-गोरी जांघों पर उसने लाल रंग की पैंटी पहनी हुई थी. मैंने उसके पेट को चूमा और उसके चूचों को दबाते हुए उसकी पैंटी के ऊपर ही उसकी चूत को किस करने लगा. वो गर्म होकर तेजी के साथ आहें भरने लगी.
कुछ देर तक उसके चूचों को चूसने के बाद मैंने उसकी पैंटी को निकलवा दिया और उसको नंगी कर दिया. उसकी चूत नंगी हो गई और मैंने उसकी चूत में उंगली डाल दी. वो चिहुंक सी गई. उसकी चूत हल्की सी गीली हो गई थी. उसकी चूत में मैं उंगली चलाने लगा और एक हाथ ऊपर की तरफ उसके चूचे को भी दबाता रहा. वो तड़प उठी और उठ कर मेरी पैंट को खोलने लगी.
जब तक उसने मेरी पैंट उतारी तब तक मैंने अपनी शर्ट भी निकाल दी. अब मैं और वो दोनों पूरे के पूरे नंगे हो गये थे. मैं उसके सामने नंगा खड़ा था और वो मेरे तने हुए लंड को देख रही थी.
मैंने पूछा- क्या देख रही हो?
वो बोली- मैंने आज तक किसी मर्द को इस तरह से पूरा का पूरा नंगा नहीं देखा.
मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया और वो उसको पकड़ कर सहलाते हुए दबा कर देखने लगी. फिर मैं भी अपने काबू से बाहर हो गया. मैंने उसको गोद में उठाया और बेडरूम में ले गया. अंदर ले जाकर मैंने अदिति को बेड पर गिरा दिया और उस पर टूट पड़ा. उसकी चूत में जीभ डाल कर उसकी चूत को चूसने और काटने लगा. वो मचलने लगी.
फिर मैंने उसके होंठों को चूसते हुए अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया. मैंने बिना देर किये उसकी चूत में लंड को धकेल दिया. लंड उसकी चिकनी चूत में उतरने लगा. मैंने हल्का सा अपनी कमर को झटका दिया और आधा लंड उसकी चूत में उतर गया. उम्म्ह… अहह… हय… याह… पहली बार किसी लड़की की चूत में मेरा लंड गया था.
मजा आ गया मुझे तो.
फिर मैंने उसके दोनों चूचों को हाथ में पकड़ा और उसके ऊपर लेटता चला गया. उसके चूचों को दबाते हुए मैं उसके होंठों को चूसने लगा और नीचे की तरफ मेरा लंड उसकी चूत में उतरने लगा. पूरा का पूरा लंड मैंने उसकी टाइट चूत में उतार दिया.
उसे पहले तो काफी दर्द महसूस हुआ लेकिन मैंने उसके चूचों से अच्छी तरह से दबाना जारी रखा. फिर उसने खुद ही अपनी टांगों को फैला कर मेरा लंड अपनी चूत में अच्छी तरह से एडजस्ट कर लिया. मैंने नीचे झांक कर देखा तो मेरे लंड की साइड से हल्का सा खून निकल कर नीचे गिर गया था. उसकी चूत शायद अभी तक कुंवारी थी.
मैंने धीरे-धीरे अपनी कमर को हिलाना शुरू किया और उसकी चूत में धक्के देने लगा. उसको दर्द होने लगा और मैंने अपनी स्पीड को थोड़ा कंट्रोल किया. उसकी चूत का संकुचन मुझे अपने लंड पर महसूस हो रहा था. जब उसकी चूत सिकुड़ती थी तो मैं रुक जाता था. जब वो फिर से फैलती तो मैं दोबारा से हल्का सा धक्का लगा देता. इस तरह से मैंने धीरे-धीरे करके उसकी चूत को आराम से अच्छी तरह फैला दिया.
फिर मैंने उसकी चुदाई शुरू की. उसकी चूत में लंड तेजी से अंदर-बाहर होने लगा. उसकी चूत को चोदते हुए बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था मुझे. पहली बार किसी लड़की की चूत मिली थी और वो भी इतनी टाइट और बिल्कुल कुंवारी.
जब मैं झड़ने को होता तो मैं रुक जाता था क्योंकि मैं उसकी चूत की चुदाई के आनंद को ज्यादा देर तक भोगना चाहता था. इस तरह से रुक-रुक कर मैंने पहली बार में पंद्रह मिनट तक उसकी चूत चुदाई की और फिर जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने उसकी चूत में ही अपना माल छोड़ दिया. वह भी झड़ चुकी थी.
उसके बाद वह उठ कर बाथरूम में चली गई. मैं भी उसके पीछे चला गया. उसकी चूत को साफ करवाने के बाद मैंने नहाते हुए ही बाथरूम में उसकी गांड भी मार ली.
फिर हम दोनों बाहर आ गये. उसकी चूत दुख रही थी. मैंने उसको राहत देने के लिए उसकी चूत पर तेल की मसाज की. मसाज करते हुए मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मैंने अपने लंड पर भी तेल लगाया और फिर से उसकी चूत को चोदने लगा.
वह भी अब आह्ह-आह्ह … करते हुए पूरी मस्ती में चुदने लगी. मैंने बीस मिनट तक उसकी चूत की चुदाई की. फिर उसके होंठों को चूसते हुए तीसरी बार उसकी चूत में अपना माल गिराया. इस तरह से मैंने अदिति को शाम तक तीन बार चोदा.
अब मैं थक गया था और वह भी वापस जाने के लिए कहने लगी. फिर हम दोनों तैयार हो गये और मैं उसको स्टेशन पर छोड़ कर वापस घर आ कर सो गया.
उस दिन मैंने अदिति की चूत मार कर उसको चोदने का सपना पूरा कर लिया. अब भी हमारी बात होती रहती है. लेकिन अभी तक हमको दोबारा मिलने का मौका नहीं मिला है. मैं जल्दी ही उसके शहर जाकर उसकी चूत चुदाई करके आऊंगा.
दोस्तो, आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी. आप कमेंट करके जरूर बताना.