ये उस वक्त की बात है जब मैं 19 साल का होने वाला था. मेरे घर में मैं और मेरे मम्मी पापा ही थे क्योंकि मैं उनका एकलौता बेटा हूं. मेरे मम्मी और पापा दोनों ही जॉब करते थे. मैं पढ़ाई कर रहा था. उस वक्त पापा का ट्रांसफर दूसरी जगह हो गया था. अब घर में केवल मैं और मम्मी ही रह गये थे. मेरी मॉम बहुत ही खूबसूरत है. उन्होंने शुरू से ही अपने आप को बहुत मेंटेन करके रखा हुआ था. मेरी मां को सब आदमी देखा करते थे. उनको देखकर लगता था कि जैसे वो मॉम को देखकर उनको चोदने की सोच रहे हों. मुझे पूरा यकीन था कि बहुत से लोग मेरी मॉम के बारे में सोचकर मुठ भी मारते होंगे.
जब मेरे पापा हमारे साथ रहते थे तो मॉम खुश रहा करती थी. आप समझ ही गये होंगे कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं. पापा मेरी मॉम की चुदाई किया करते थे इसलिए मॉम खुश रहती थी.
चूंकि अब पापा का तबादला हो गया तो मॉम अकेली रह गयी थी. कुछ दिन के बाद वो काफी उदास सी रहने लगी. वो सुबह अपने ऑफिस निकल जाती थी और शाम को आती थी. मॉम ज्यादा बात भी नहीं करती थी. वो कुछ देर टीवी देखती और फिर सो जाती थी. ऐसे ही दिन कट रहे थे.
फिर मेरी गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गयीं. अब मैं घर पर ही रहने लगा था. एक दिन की बात है कि मॉम अपने ऑफिस के लिए जा रही थी. उस दिन मॉम ने पीले रंग की साड़ी पहनी हुई थी जो बहुत ही खूबसूरत थी. उसमें मॉम बहुत हॉट लग रही थी. मॉम ने बैकलेस ब्लाउज पहना हुआ था. उसमें वो और भी ज्यादा सेक्सी लग रही थी.
उनके ब्लाउज में उनकी चूचियां पूरी उठी हुई थीं. एक तरफ से मॉम की चूचियों का ऊपरी भाग भी हल्का हल्का बाहर दिख रहा था. उनकी गोरी गोरी चूचियों को देखकर तो मेरा मन भी मचलने लगा था.
मैं मन ही मन सोचने लगा कि आज तो मम्मी को देखकर न जाने कितने ही लंड खड़े हो जायेंगे. आज तो कई लौड़ों का पानी निकलने वाला है. मेरी मॉम आज बहुत ही सेक्सी चोदू माल लग रही है. मॉम के जाने के बाद मैं भी घर में अकेला था. उनको देखने के बाद मेरे लंड में भी हलचल हो रही थी. मैंने उनके जाने के बाद अंदर से घर के दरवाजे को बंद कर लिया और फिर टीवी पर पोर्न फिल्म देखने लगा.
उसमें कई सारी पोर्न क्लिप थी और एक में मां-बेटे की चुदाई भी थी. मैंने उसको देखकर मुठ मारी और अपनी मॉम की चुदाई ख्यालों में ही कर दी. उस दिन मुझे बहुत मजा आया.
मैंने अपने लंड का पानी निकाला और फिर मैं सो गया. उसके बाद मैं उठा और फिर मैंने सारा रूम ठीक किया. फिर मैंने खाना खाया और टाइम पास करता रहा. अब शाम को मॉम वापस आ गयी. हम दोनों ने शाम का खाना खाया और फिर सोने की तैयारी करने लगे. मॉम ने अपना गाउन पहन लिया. उसके बाद वो टीवी देखने लगी.
मैंने पूछा- मॉम आपका दिन कैसा रहा?
मॉम बोली- अच्छा था.
मुझे भी ये जानकर खुशी हुई कि मॉम का मन अब लगने लगा है.
फिर एक दो दिन से मैंने नोट करने लगा कि मॉम अब काफी खुश रहने लगी है. वो पहले की तरह उदास नहीं रहती है. उसके बाद मम्मी ने एक हफ्ते की छुट्टी ले ली. मैंने सोचा कि मॉम मेरे साथ टाइम बिताना चाहती हैं इसलिए उन्होंने लम्बी छुट्टी ले ली है.
मगर वजह कुछ और ही थी.
उस दिन मॉम ने कहा कि आज शाम को मेहमान आने वाले हैं इसलिए मैं आज कुछ स्पेशल बनाऊंगी. मॉम ने डिनर बनाया और फिर अपने रूम को खुशबू से महका दिया. फिर रात के 8 बजे के करीब हमारे घर की बेल बजी और मॉम ने जाकर दरवाजा खोला. फिर मैंने देखा कि एक अंकल दरवाजे पर खड़े हुए थे. मॉम ने उनको गले से लगाया और फिर उनको अंदर ले आई.
मैंने एक तरफ जाकर मॉम से पूछा कि ये कौन हैं तो मॉम ने बताया कि वो उनके बॉस हैं. फिर मैंने अंकल को नमस्ते किया और फिर हम लोगों ने साथ में ही डिनर किया.
बॉस के लिए मॉम ने पनीर और चाप बनाये थे. साथ में हलवा और कुछ मिठाई भी बनायी थी. इतना अच्छा डिनर मैं बहुत दिनों के बाद कर रहा था. मुझे लग रहा था कि जरूर आज कुछ खास बात है.
खाना खाते हुए मैंने देखा कि मॉम और वो अंकल दोनों एक दूसरे को देखकर हल्का हल्का मुस्करा रहे थे. मैं कुछ समझ नहीं पाया. मॉम ने नाइटी पहनी हुई थी और मेरी नजर मॉम के बूब्स पर ही जा रही थी. उसके बाद हमने खाना खत्म किया और फिर हम लोग गेस्ट रूम में जाकर टीवी देखने लगे. मॉम और उनके बॉस अपने ऑफिस के बारे में बातें करते रहे.
मुझे थोड़ी देर के बाद नींद आने लगी. मैं उठकर अपने रूम में आ गया. मगर मेरी नींद के साथ ये समस्या थी कि मैं एक बार अगर कच्ची नींद से उठ जाऊं तो फिर मुझे इतनी जल्दी दोबारा से नींद नहीं आती थी. मैं रूम में आकर लेटा रहा लेकिन नींद नहीं आ रही थी. काफी देर तक कोशिश करने के बाद भी नींद नहीं आई तो मैंने सोचा कि मैं मॉम के रूम में चला जाता हूं.
गेस्ट रूम से अभी भी टीवी की आवाज आ रही थी. मैंने सोचा कि ये अंकल अभी तक टीवी देख रहे हैं. मैं मॉम के रूम में गया लेकिन वहां पर दरवाजा बंद था. मैंने सोचा कि मॉम अभी भी अपने बॉस के साथ ही बैठी होगी. मैं गेस्ट रूम की ओर जाने लगा. दरवाजा हल्का ढाल दिया गया था. इससे पहले कि मैं रूम का दरवाजा खोलता मेरी नजर अंदर के नजारे पर चली गयी.
मॉम अपनी नाइटी उतार कर नंगी लेटी हुई थी. उनकी नंगी चूचियों को वो अंकल अपने हाथों से दबा रहे और चूस रहे थे. मैं तो देखकर दंग रह गया. अंकल ने भी अपने कपड़े उतारे हुए थे और वो केवल अंडरवियर में थे. वो मॉम के ऊपर लेटकर उनकी चूचियों को जोर जोर से दबाते हुए पी रहे थे. मॉम के मुंह से आह्ह आह्ह की आवाजें निकल रही थीं जो ज्यादा साफ नहीं सुनाई दे रही थीं क्योंकि टीवी की आवाज भी साथ में आ रही थी.
मैं वहीं पर बाहर खड़ा होकर देखने लगा. मैं एक तरफ छिप गया था कि किसी को दिखाई न दूं. फिर बॉस ने मॉम को किस करना शुरू कर दिया. वो पहले तो काफी देर तक लिप किस करते रहे और फिर वो मॉम को पूरी बॉडी पर किस करने लगे. दस मिनट तक वो किस करते रहे और मैं अपने लंड को वहीं पर खड़ा होकर सहलाता रहा. मुझे मॉम को इस तरह से देखकर बहुत मजा आ रहा था. पहली बार मैंने मॉम को नंगी देखा था.
चूंकि वो अंकल मेरी मॉम के ऊपर नंगे लेटे हुए थे तो मैं मॉम की चूत नहीं देख पा रहा था. उसके बाद मॉम ने अंकल का अंडरवियर नीचे खींच दिया और अंकल अपने लंड को हाथ में लेकर मॉम की चूत पर फिराने लगे. उन अंकल का लंड 7 इंच के लगभग लम्बा था और एकदम से काला लंड था. उनके लंड का सुपारा बहुत मोटा था.
मॉम बोली- ये क्या है?
बॉस बोले- तुम्हारी चूत को चोदने की मशीन है ये!
बॉस ने अब मॉम को अपनी ओर खींच लिया और उसकी चूत में हाथ को रगड़ने लगे. वो दूसरे हाथ से मॉम की गांड को सहला रहे थे. मॉम अंकल की गांड को सहलाते हुए एक हाथ से उनके लंड को सहला रही थी.
फिर अंकल ने मॉम को नीचे झुका लिया लंड चूसने का इशारा किया. मॉम ने अपने बॉस के लंड को मुंह में ले लिया और चूसने लगी. फिर अंकल ने उनको 69 में कर लिया.
अब मुझे मॉम की चूत साफ दिखाई दे रही थी. उनकी चूत पर काले घने झांट थे. अंकल मेरी मॉम की चूत को छेड़ते हुए उनके झांटों से खेलने लगे. मॉम उनके लंड को चूसने में लगी हुई.
फिर अंकल उसकी चूत में उंगली करने लगे. अब मॉम भी अपनी चूत को अंकल की ओर धकेलने लगी. फिर उनके बॉस ने मॉम की चूत को चाटना शुरू कर दिया और वो दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह चूसने लगे. ये देखकर मेरा वीर्य छूटने को हो गया क्योंकि मैं भी इतनी देर से अपने लंड को निकाल कर हिला रहा था. अब मैंने मुठ मारना बंद कर दिया. मैं अभी और मजा लेना चाहता था.
बॉस से मॉम की चुदाई मैं पूरी देखना चाहता था. काफी देर तक वो दोनों के दूसरे के लंड और चूत को चूसते रहे. मॉम की प्यास बढ़ती जा रही थी. मॉम अपने बॉस के लंड को लॉलीपोप की तरह चूस रही थी. अब अंकल उठ गये. उन्होंने मॉम को बेड के किनारे पर लेटा दिया. अब मम्मी का आधा शरीर बेड पर था और आधा नीचे लटक गया था.
बॉस ने उनकी टांग को उठाया और मॉम की चूत पर लंड को रगड़ने लगे. मॉम सिसकारने लगी. वो अंकल बार बार मॉम की चूत पर अपने लंड का सुपारा हल्का सा अंदर करते और फिर दोबारा से बाहर निकाल लेते. इस तरह से मॉम पूरी चुदासी हो गयी और बोली- बस … अब चोद दो सर … आह्ह … प्लीज … चोदो.
अंकल ने मॉम की चूत पर लंड रखा और एकदम से अंदर धकेल दिया.
मम्मी चिल्ला उठी और बोली- निकालो … आह्ह .. जल्दी निकालो … मर गयी … आह्ह … फट गयी है चूत … प्लीज निकालो.
मगर अंकल ने मॉम की बात नहीं सुनी. वो लंड को निकालने की बजाय मॉम को ही बेड पर दबाने लगे और धीरे धीरे अपना पूरा लंड उनकी चूत में उतार दिया.
मॉम रोने लगी लेकिन अंकल ने लंड को घुसाना जारी रखा.
अब वो मॉम के ऊपर लेटकर उनकी चूचियों को पीने लगे.
मॉम छटपटा रही थी. कुछ देर तक मॉम तड़पती रही और फिर शांत होने लगी.
अब बॉस ने मॉम की चुदाई शुरू कर दी.
अपनी काली सी गांड को हिलाते हुए वो मॉम की चूत में धक्के देने लगे.
अंकल के धक्के के साथ मॉम का पूरा बदन हिल रहा था. वो अपनी चूत में बॉस के लंड को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. बॉस भी अपने लंड को पूरा उनकी चूत में जड़ तक घुसा देते थे. अब धीरे धीरे बॉस उनको चोदने की रफ्तार तेज कर दी. अब मॉम भी उनका साथ देने लगी थी. बॉस ने एक बार फिर से मॉम को अपनी ओर खींचा क्योंकि वो उनके धक्कों से आगे खिसकती जा रही थी. मॉम की टांग को अपने हाथ में उठाकर वो जोर जोर से चूत में लंड को पेलने लगे.
अब मॉम के मुंह से आह्ह … आह्ह … फक … आह्ह … चोदो … आह्ह …. कमॉन सर … आह्ह … फक मी हार्ड (जोर से चोदो) … ओह्ह सर … आह्ह … ओह्ह की आवाजें आ रही थीं.
मैं हैरान था कि मॉम कितनी मस्ती से अपने बॉस से चुदवा रही है. अब मॉम पूरा मजा लेकर अंकल के लंड को ले रही थी. देखते ही देखते मॉम की चूत से पानी जैसा लिक्विड निकलने लगा. उसकी चूत से काफी सारा पानी निकला और फिर वो शांत पड़ गयी.
अभी भी बॉस का लंड मॉम की चूत में ऐसे ही अंदर बाहर हो रहा था. फिर अंकल ने अपने लंड को मॉम की चूत से निकाल लिया. उन्होंने अब मॉम को घोड़ी बनने के लिए कहा. मॉम उठी और बेड पर ऊपर जाकर घोड़ी बन गयी.
अंकल भी बेड पर चढ़ गये और पीछे से मॉम की चुदाई शुरू कर दी. अब मॉम एक बार फिर से जोर जोर से चीखने लगी. अंकल मॉम की चुदाई जोर जोर से कर रहे थे और मॉम के मुंह से आह्ह … आह्ह … की तेज तेज चीखें निकल रही थी.
मुझे मॉम की चूत में जाता हुआ लंड साफ साफ दिखाई दे रहा था और मुझे ये देखकर बहुत मजा आ रहा था. मैं भी मॉम की चुदाई करना चाह रहा था. मैं सोचने लगा कि काश मैं अंकल की जगह होता और मॉम की चुदाई कर रहा होता.
फिर अंकल ने जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया. मैंने देखा कि एक बार फिर से मॉम की चूत ने पानी छोड़ दिया. अब मॉम अपने बॉस को हटने के लिए कहने लगी.
बॉस बोले- अभी नहीं मेरी जान, अभी तो तेरी गांड की चुदाई भी करनी है.
मॉम ने कहा- नहीं, वहां पीछे मत करना.
बॉस बोले- अगर वहां नहीं करूंगा तो चुदाई पूरी नहीं होगी. तेरी गांड बहुत मस्त और सेक्सी है. उसकी चुदाई तो मुझे करनी ही है.
इतना बोलकर अंकल ने पास में रखा लोशन उठाया और अपने लंड पर लगाने लगे. फिर अंकल ने मॉम की गांड पर भी वो लोशन लगाया. फिर वो गांड पर लंड को घिसाने लगे. मॉम उनको गांड चोदने के लिए मना कर रही थी लेकिन वो लगातार गांड में लंड के धक्के लगाने की कोशिश कर रहे थे और मॉम की गांड को खोलना चाह रहे थे. फिर काफी बार हल्के धक्के लगाने के बाद अब बॉस ने उनकी गांड को हाथों से पकड़ लिया. अब एक बार फिर से अंकल ने अपने लंड के मोटे सुपारे पर क्रीम लगाई और फिर अपना लंड मॉम की गांड के छोटे से छेद पर सटा दिया.
धीरे धीरे करके वो लंड को उनकी गांड में घुसाने लगे. जब भी उनका टोपा हल्का सा मॉम की गांड में घुसता तो मॉम जोर से उचक जाती. फिर अंकल ने एक जोर का धक्का दिया और उनका टोपा मॉम की गांड में घुस गया. मॉम चीखने चिल्लाने लगी लेकिन अंकल ने लंड घुसाना जारी रखा. अंकल ने एक और धक्का दिया और उनका लंड आधा मॉम की गांड में जा घुसा.
अब मॉम छटपटाने लगी लेकिन अंकल उनको पकड़े रहे. फिर से अंकल ने एक धक्का मारा और पूरा लंड मॉम की गांड में घुसा दिया. मॉम आगे की ओर भागने लगी लेकिन अंकल ने फिर से उनको पकड़ कर अपनी ओर कर लिया.
इस सब के बीच में मॉम की गांड से लंड निकल गया. अंकल ने फिर से गांड पर लंड लगाया और एक धक्का मारकर आधा लंड घुसा दिया. जब तक मॉम संभल पाती अंकल ने दूसरा धक्का मारा और फिर से पूरा लंड मॉम की गांड में घुसा दिया. अब बॉस अंकल ने बिना देर किये मॉम की गांड चुदाई शुरू कर दी. वो जोर जोर से लंड को पेलते हुए मॉम की गांड में धक्के लगाने लगे.
मॉम चीखती चिल्लाती रही लेकिन अंकल नहीं रुक रहे थे.
कुछ देर की चुदाई के बाद मॉम शांत हो गयी और आराम से चुदवाने लगी. अब उनको अपनी गांड चुदवाने में मजा आने लगा और वो सिसकारने लगी. उनके मुंह से अब आह्ह … ओह्ह … आईई … आह्ह … करके चुदाई की कामुक सिसकारियां निकल रही थीं.
अंकल भी पूरे जोश में मम्मी की गांड को चोदने में लगे हुए थे. अब मम्मी खुद ही अंकल के लंड पर गांड को पटक रही थी. अंकल का लंड मॉम की गांड में पूरा का पूरा अंदर बाहर हो रहा था. रूम में पट पट की तेज आवाजें आ रही थी और मैं भी पूरे जोश में अपने लंड को हाथ में लेकर आगे पीछे कर रहा था.
सामने का नजारा इतना कामुक हो गया था कि अब मैं रुक नहीं सकता था. इतने में ही मेरे लंड ने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी और मैं वहीं पर झड़ गया. मैंने लंड का सारा माल नीचे फर्श पर गिरा दिया. अब तक अंकल की स्पीड भी तेज हो गयी थी. उनके धक्कों से मॉम की चूचियां तेजी से आगे पीछे हो रही थीं. चुदते हुए मॉम की हालत खराब हो गयी थी. वो बहुत थकी थकी सी लग रही थी.
देखते देखते ही वो अंकल उनके ऊपर लेट गये और उनके धक्के लगने बंद हो गये. उन्होंने अपना माल मॉम की गांड में गिरा दिया था. फिर वो दोनों बेहाल होकर पड़े रहे. दो मिनट के बाद अंकल उठे और एक तरफ लेट गये. उनका लंड सिकुड़ गया था.
अब मॉम को भी होश आया और वो भी सीधी होकर लेट गयी.
मॉम बोली- सर, आपने तो मेरी गांड और चूत के छेद को फाड़कर रख दिया.
बॉस बोले- यही तो चाहिए था तुम्हें, बहुत मजा दिया है तुमने. मैं तुमसे बहुत खुश हूं.
फिर मॉम ने भी उनको छाती पर किस कर लिया और वो दोनों एक दूसरे को चूमने लगे.
फिर मैं वहां से चला आया.
कुछ देर के बाद मैंने ध्यान दिया कि वो दोनों बातें करते हुए बाहर निकल रहे थे. फिर वो अंकल चले गये और मॉम दरवाजे को बंद करके अपने रूम में चली गयी. इस तरह से मैंने मम्मी की चुदाई देखी. मॉम ने हमारे घर में अपने बॉस से चुदाई करवाई.