डियर फ्रेंड मेरा नाम सूमी है, मैं बहूत ही बोल्ड और फिर सेक्सी हू, मुझे सेक्सी बात करना बहूत अच्छा लगता है, आज मैं आपसे अपनी एक स्टोरी बताने जा रही हू, तो देर किस बात का मैं अब सीधा स्टोरी पे आती हू. मेरे घर मे 5 लोग है मैं मम्मी पापा और मेरे दो भाई मेरे पापा की उमर 45 के करीब होगी और मेरी मम्मी जो मेरी इस स्टोरी की हेरोयिन आप कह सकते है उनका उम्र 38 है. लेकिन उमर के हिसाब से वो ल्गती नहीं है की उनकी उम्र 38 होगी आज व वो 23-24 साल की नाज़ुक सी भाभी लगती ह उनका फिगर 34d 28 38 है.
वो बड़ी गोरी और सुन्दर है क्यों की मैंने नोटिस किया जब वो घर से बाहर निकलती है तो रास्ते में लोग उन्हें देखते है, और अपने लंड को सहलाते है, मैं ये सब देख के बहुत ही एन्जॉय करती हु, और मेरी मम्मी भी इन सबको देख के बड़ी ही इतराती है,
मेरी माँ क बारे मे आपलोग जानते ही ह की वो बोहोट ही सेक्सी ह और मोस्ट इंपॉर्टेंट उनका गांड है जो किसी व ल्डके को पगल कर देता ह..वो मॉडर्न जमाने की होने क कारण हील्स व पहनती ह जिससे उनका गांड और बड़ी चौड़ी और निकली हुयी है इसवजह से उन्हें देखने के लिए लोग पागल होते है, और सब की तम्मना होती होगी की काश मैं इस औरत को चोद पाता ऐसी है मेरी मम्मी.
एक दिन मैं और मम्मी दोनों मामा जी के यहाँ जाने बाले थे, रास्ता करीब ३ घंटे का था तो हम दोनों ने सोचा की कार से ही चल पड़ते है तो मैं कार को ड्राइव करने के लिए तैयार हो गयी, रास्ता करीब तीन घंटे का था, माँ उस दिन गजब की साडी और सेक्सी ब्लाउज पहनी थी, हम लोग घर से चल दिया करीब एक घंटे बाद माँ बोली की बेटी कही माल या तो होटल देख के गाडी रोक देना मुझे पेशाब लगा है, पर दूर दूर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था इसवजह से माँ ने फैसला किया की कही झड़ी की आड़ में ही कर लेती हु, माँ सारी उठा के टाय्लेट करने लगी बैठ कर फिर मेने देखा की माँ अपनी चुत सहला र्ही थी.मुझे पता चल गया था की माँ को चुदाई का मन कर रहा है .फिर हनलोग कार मे आए और वाहा से निकल गये…फिर हमलोग मामा क घर मे ही जाके रुके..मामा लोग ने हमलोग का रिसीव किया मेने देखा की वाहा मामा जी के घर में पूजा हो रहा था इसवजह से बहुत साए लोग आये हुए थे.
माँ व अटेन्षन दे र्ही थी उनलोगो को..थोड़ी देर मे पूजा स्टार्ट हुआ और हमलोग पूजा मे बैठ गये…करीब 20मिंट बाद मेने देखा की माँ जहा पूजा हो र्ही थी वाहा नहीं थी..मे उठी और मामा से पुछि की माँ कहा ह तो मामा बोली की वो मामी क साथ गयी है थोड़े देर में आ जाएगी…तो मे फिर सीट पे बैठ गयी फिर मैंने 10मिंट बाद देखा फिर व वो वाहा न्ही थी और आई न्ही थी मुझे कुछ अजीब ल्गा…फिर मेने पीछे देखा की मामी आ गयी थी पर माँ नहीं आई थी मैं उठी और मामी से पूछी की माँ कहा है तो वो बोली की उनका कोई पुराना दोस्त मिल गया है वो उसी से बात कर रही है, मैंने पूछा कहा है तो मामी बोली सामने गार्डन में है तो मैं माँ को ढूढ़ने चली गयी
मे खोजने लगी पर वह गार्डन में माँ दिखाई नहीं दे रही थी मुझे अब बहुत अजीब लगने लगा था, और मे बहुत घबरा गयी थी .फिर मे थोड़ा और भी आगे गयी तो जो देखा मेरी आँख खुली की खुली रह गयी…वो आयेक आदमी था करीब 30-32साल का वो माँ को पेड़ से चिपका के माँ की साडी को कमर से ऊपर उठा दिया था और माँ की चुत को ज़मीन पे बैठ क माँ की चुत चाट रहा था और माँ उसका बाल पकड़ क अपनी चुत पे धकेल रही थी..वो आदमी माँ की चुत को जीभ से चाट रहा था और अपनी आँख बाद कर के छूट को चटवा रही थी.
फिर 10मिंट क बाद माँ झड़ गयी शायद फिर और वो आदमी उठा और काला और मोटा लंड अपनी पेंट से बाहर निकाला मे देखी की उसका लंड बहुत बड़ा करीब 8-9इंच लंबा था और 3इंच मोटा..माँ उसकी लंड को पकड़ क चूसने लगी वो लंड को आइस क्रीम की तरह चूस रही थी फिर माँ बोली की कोई आ जाएगा बाद मे करेंगे, फिर भी वो आदमी नहीं मान रहा था मुझे कुछ सुनाई नही दे रहा था क्यूकी लाउडस्पिकर बज़ रहा था सिर्फ़ एक्सप्रेशन से पता चल रहा था…फिर वो आदमी माँ को खड़ा किया और साडी को ऊपर उठाया फिर माँ को पेड़ से चिपकाया और दोनो टॅंगो को फैला के माँ क चुत मे लंड घुसने लगा …मे देखी की माँ दर्द से आँखे में आँशु आ रहे थे और वो मजे भी ले रही थी वो मेरी माँ को जोर जोर से अपने लंड को उनके चूत में दाल रहा था इतने में वो आदमी झड़ गया अपना सारा वीर्य माँ के छूट में ही डाल दिया था माँ तुरंत अपनी साडी निचे की और पूजा में आ गयी. और वो बैठ गयी.
करीब दो घंटे में पूजा खतम हो गया सबलोग प्रसाद लिए, फिर माँ मेरे पास आई और हम दोनों पलंग पे लेट गए, क्यों की काफी थक चुके थे, तो माँ बोली बीटा क्या तुम आज मेरे साथ ही सोओगी तो मैंने कहा हां मैं आपके साथ ही सोउंगी.
फिर मामा ने हमलोगो को खाना खाने के लिए बुलाया, हम लोग खाना खाए और आराम करने लगे, तभी माँ मेरे लिए कुछ पिने के लिए ले के आई मैं पि गयी, फिर मेरी नींद लग गयी मुझे पता ही नहीं चला, जब मेरी नींद खुली तो देखा की माँ के ऊपर कोई आदमी लेटा हुआ है और माँ बिलकुल नंगी लेटी हुयी थी, वो आदमी मेरी माँ के पैर को फैला कर चोद रहा था वो जोर जोर से झटके मार रहा था वो काफी स्पीड में चोद रहा था वो आदमी कह रहा था सुधा चीखो मत पूजा उठ जाएगी क्यों की माँ हरेक झटके पे आआह्ह्ह्ह्ह आआअह्ह्ह्ह आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर रही थी, माँ बोली तुम चोदते जाओ पूजा नहीं उठेगी मैं उसे कोल्ड ड्रिंक में नींद की गोली दे दी थी, पर मैं जाग गयी थी और मेरी रंडी माँ के कारनामे देख रही थी थोड़ा सा आँख खोलकर, जिस कमरे में सोयी थी वह पे दो पलंग था एक पे मैं और एक पे चुदाई की लीला चल रही रही थी.
माँ की चूचियों को दबा रहा था और हाय हाय हाय कर के धक्का दे रहा था माँ भी अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही है, जब मैं ये सब देखि तो मेरे भी चुत में पानी आने लगा और मेरी भी धड़कन तेज होने लगी, पर मैं कुछ भी नहीं कर सकती मुझे माँ को चुदते देख बहुत अच्छा लग रहा था, फिर वो आदमी अपना लंड माँ के चुत से निकाल के माँ के गांड पे लगाया और घुसाने लगा, माँ बोली दर्द हो रहा है, निकालो प्लीज निकालो, वो आदमी फिर अपना लंड माँ के चुत से निकाला और फिर अपना लंड में थूक लगा के फिर से कोशिश कीया और एक झटके में ही माँ के गांड में पूरा लंड डाल दिया. माँ चीख उठी हाय मर गयी मैं, मुझे थोड़ा डर लगने लगा.
फिर माँ धीरे धीरे कर को वो भी गांड मरवाने लगी, अब वो मजे ले रही थी कह रही थी और डाल और डाल. वो आदमी माँ के कंधे को पकड़ के गांड मारे जा रहा आखिर वो झड़ गया सारा माल माँ के पीठ पे डाल दिया, ऐसा लग रहा था की कोई कोलगेट से बर्ष कर के थूक दिया हो, फिर माँ वही पड़े कपडे से पोची, दोनों निढाल होक एक दूसरे को पकड़ के सो गए, पर वो आदमी फिर १० मिनट बाद उठा और चला गया.
सुबह मैंने माँ को नंगड़ाते हुए देखा तो मैंने पूछा माँ क्या हुआ, तो मेरी माँ बोली कुछ भी नहीं मोच आ गया है, मैं तो सब बात समझ गई मोच नहीं बल्कि गांड फट गयी है, मैं मुस्कुरा दी, आपको ये कहानी कैसी लगी जाऊर रेट करें और शेयर भी करें अपने दोस्तों में.