नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम सचिन है. मैं औरंगाबाद महाराष्ट्र से आपके सामने हाजिर हूँ. मैं बिजनेस करता हूँ और अभी 32 साल का हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है. दिखने में मैं काफी अच्छा हूँ, मीडियम बॉडी है.
आज मैं आपको मेरी और मेरी मौसी सास के साथ वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स कहानी बता रहा हूँ.
ये मेरी पहली सच्ची सेक्स कहानी है.
अब मैं आपको अपनी मौसी सास यानि सास की बहन के बारे में बता देता हूँ.
उसका नाम अर्चना है. मैं उसे सासू बाई कहता हूँ. वो 28 साल की है और उनकी हाईट 5 फुट 3 इंच है.
अर्चना अभी अविवाहित है, वो दिखने में कंगना रनौत की तरह एक हॉट हीरोइन दिखती है.
उसका फिगर 32-28-34 का है और बहुत ही ज्यादा गोरी है.
कोई भी उसे देखेगा तो उसका लंड खड़ा हो जाएगा.
मेरी शादी को आठ साल हो गए हैं.
मैंने अर्चना को मेरी शादी में पहली बार देखा था. मुझे वो देखते ही बहुत पसंद आई थी.
उसने शादी में घाघरा पहना हुआ था. उस ड्रेस में वो बला की खूबसूरत लग रही थी.
शादी में मेरी उसे कोई बात नहीं हो पाई थी.
फिर जब मेरी बीवी मायके से दूसरी बार वापस आई तो हमारे फोन में जो फोटो थे, उन्हें हम दोनों पति पत्नी देखने लगे.
अर्चना का फोटो देखते ही मैंने पूछा कि ये कौन है?
तो मेरी बीवी ने बताया कि ये मेरी छोटी मौसी है.
यानि कि उसकी मॉम की मौसी की बेटी. मेरी बीवी ने उनके घर रह कर पढ़ाई की थी तो अर्चना और मेरे बीवी की अच्छी बनती थी.
शादी में भी अर्चना पहले से ही आ गई थी.
अर्चना मुझसे छोटी होते हुए भी मेरी सास का दर्जा रखती थी. ये सब देर से बच्चे पैदा होने के कारण हो गया था.
दोस्तो शादी के तीन महीने तक ऐसा ही चलता रहा.
मैंने बहुत कोशिश की मगर ना तो मुझे उसका फोन नम्बर मिला और न ही मुलाकात हो पाई.
कुछ दिन बाद अर्चना यानि कि मेरी मौसी सास ने एक व्हाट्सैप ग्रुप बनाया और उसने मेरा नंबर मेरी बीवी से ले लिया.
उस वक्त हम मियां बीवी साथ में ही थे तो मेरी बीवी ने मुझसे पूछा और अर्चना को मेरा नंबर दे दिया.
मौसी सास ने मुझे ग्रुप में एड कर लिया और एड करते ही उसने ‘वेलकम जमाई राजा …’ बोला.
मैंने भी जवाब में उसे ‘थैंक्स सासू बाई …’ बोल दिया. यहां से हमारी बातें होना शुरू हुईं.
फिर रोज गुड मॉर्निंग, गुड नाइट और सामान्य बातें होने लगीं.
उसकी एजुकेशन के बारे में मालूम हुआ तो पता चला कि वो एक टीचर थी.
चूंकि मैं बात करने में और फ्लर्ट करने बहुत अच्छा हूँ, तो जल्द ही मैं और सासू बाई आपस में दोस्त बन गए थे.
एक दिन मैंने उससे उसके ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पूछा, तो उसने ‘नहीं …’ बोला.
मुझे यकीन नहीं हुआ तो मैंने पूछा कि तुम इतनी ब्यूटीफुल हो तो किसी ने अब तक तुम्हें प्रपोज़ क्यों नहीं किया?
इस पर उसने बोला कि उसके डैड से लोग डरते हैं. वो बहुत कड़क स्वाभाव के व्यक्ति हैं.
अब मैं उससे कुछ और बात करने लगा और फ्लर्टी बात करने लगा.
बीच बीच में मैं उसकी तारीफ भी करने लगा था.
इस तरह से हम दोनों के बीच अब रोजाना घंटों चैटिंग, कॉलिंग और वीडियो कॉल पर बात होने लगी.
जैसे ही मेरी अर्चना से वीडियो कॉल पर बात होने लगी, तो मैंने उसे नजदीक से देखा और उसके साथ ज्यादा फ्लर्टिंग करना शुरू कर दी.
इससे मेरी सासूबाई और भी मेरी तरफ आकर्षित होने लगी. अब वो मुझसे किसी भी वक़्त बात करने को रेडी रहने लगी थी.
दोस्तो इसी के बीच मार्च खत्म हुआ और उस दिन पहली अप्रैल का दिन आया.
मेरे दिमाग में पहले से ही स्कीम बन गई थी कि इस दिन का फायदा उठाया जाए.
मैंने सोचा कि आज अर्चना को प्रपोज़ कर देता हूँ. मान गयी तो अच्छा … नहीं तो अप्रैल फूल का फार्मूला फिट हो जाएगा.
मैंने उसे फोन पर प्रपोज़ कर दिया.
उसे अच्छा नहीं लगा तो उसने कहा- मुझे आपसे अब कोई बात नहीं करनी है.
मैं समझ गया कि मामला अभी गड़बड़ है इसलिए मैंने प्लान के मुताबिक अप्रैल फूल बोल दिया.
वो भी हंस दी और हमारे बीच फिर से सामान्य बातें होने लगीं.
फिर कुछ दिन ऐसे ही चला लेकिन अब मैं उसे बेबी, जानू, पिल्लू, लव यू, जैसे शब्द बोलने लगा था … और उसे भी ये सब शब्द अच्छे लगने लगे थे.
लगभग एक महीने के बाद मैंने फिर से प्रपोज किया.
मगर उसने स्वीकार नहीं किया. पर इस बार वो गुस्सा नहीं हुई.
मुझे समझ आ गया कि बात बनने वाली है.
फिर एक दिन मैं उसे बोल नहीं पाया … या यूं समझो कि मैं जानबूझ कर उससे दिन भर नहीं बोला.
उसने शाम 6 बजे मुझे व्हाट्सैप मैसेज किया.
मैंने देखा और उसे फोन लगा दिया.
मैं उससे बात करने लगा लेकिन वो बहुत गुस्सा थी क्योंकि मैंने दिन भर में उससे एक बार भी बात नहीं की थी.
फिर मैंने उसे सारी बात बता दी कि बात क्यों नहीं हो पाई थी. वो मान गई और खुश होकर बातें करने लगी.
हम दोनों ने काफी देर तक जनरल बातें की और सो गए.
उसी रात को 12 बजे उसका व्हाट्सैप पर मैसेज आया- आई थिंक आई एम इन लव … आई एम हेल्पलैस.
मैंने एक उस मैसेज को बजे देखा और देखते ही समझ में आ गया कि मेरा काम हो गया.
सुबह मैंने जानबूझ कर उससे पूछा- कौन है वो लकी ब्वॉय?
उसने हंसने वाली इमोजी भेज कर जवाब दिया कि वो तुम ही हो.
मैंने उसकी इस बात ख़ुशी जाहिर की और हम दोनों ने प्यार भरी बातें की.
इस तरह से हमारे बीच प्यार होना शुरू हो गया.
बस फिर क्या था, रोज वीडियो कॉल पर बातें होने लगीं.
घंटों तक बातें होने लगीं, तो मैंने उसे उकसाना शुरू कर दिया और अब उसने भी अपनी सेक्सी बॉडी दिखाना शुरू कर दी.
उसने बहुत बार मुझे अपने नंगे बूब्स भी दिखाए, अपनी झांट रहित चूत भी दिखाई.
फिर तो चकरी घूमना शुरू हो गई, तो उसने अपने नहाने के समय पर वीडियो कॉल करना शुरू कर दिया.
हम दोनों एक दूसरे के लंड चूत देख चुके थे और चुदाई की बातें होने लगी थीं.
वो खुद मुझसे चुदने को मचलने लगी थी, लेकिन मिलने का कोई मौका नहीं मिल रहा था.
फाइनली वो वक़्त आ ही गया, जब हमारा मिलन होना तय हो गया था.
उसे जालना सिटी में कुछ काम था तो वो अकेले आ गई.
मैं उससे मिलने वहां चला गया.
ये हमारी फेस टू फेस पहली मुलाकात थी.
वो आ गई, हम दोनों साथ में घूमे लेकिन रोमांस करने का मौका नहीं मिल रहा था.
हम दोनों एक सुनसान जगह पर गए और किस, हग करना शुरू कर दिया. हम दोनों ने लिपलॉक किस भी किया.
उसने बताया कि ये उसकी लाइफ का पहला किस था.
उसे अब तक क़िस या सेक्स किस तरह से होता है, इस विषय में कुछ भी मालूम नहीं था, न ही कभी उसकी सहेलियों में सेक्स को लेकर कोई बात हुई थी.
यानि मेरी 28 साल की मौसी सास अर्चना अभी तक बिल्कुल कुंवारी सीलपैक माल थी.
अर्चना के रूप में मुझे एक मस्त अनटच्ड माल मिल गया था और मुझे अनछुई चूत चोदना बहुत पसंद भी है.
उसके बाद मैं उसे बस स्टैंड छोड़ने आया.
कोरोना की वजह से वहां पर कोई आदमी था ही नहीं … बसें लगभग खाली चल रही थीं.
उसकी बस को आने में अभी टाइम था तो हम दोनों ने वहीं पर एक दुकान के खोखे की आड़ में फिर से रोमांस करना शुरू कर दिया.
मैं उसकी चूत में अपनी उंगली डाल कर आगे पीछे करने लगा तो वो सीत्कारने लगी- आंह बेबी प्लीज़ … पिल्लू … जानू आंह … लव यू … आंह किस मी!
मैं उसे चूमता रहा, उसके दूध मसलता रहा और चूत में उंगलियां चलाता रहा.
इस तरह हम दोनों ने बहुत देर तक रोमांस किया और बस आने पर मैंने उसको बस में बिठा दिया.
बाद में हमारी फोन पर रोज बातें होने लगीं.
कुछ दिन बाद उसकी मॉम बीमार हो गईं और उनको अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
मैं उसके घर गया.
वो खुद भी अपनी मॉम के साथ हॉस्पिटल में रुकी थी तो पहले दो दिन कुछ नहीं हुआ.
बाद में मैंने उसके पापा की कार में उसे बुलाकर उसके साथ खूब रोमांस किया.
अब तो दोनों की हालत बहुत खराब थी, हम दोनों सेक्स करना चाह रहे थे पर मौका नहीं मिल रहा था.
ऊपर वाले को भी हम दो प्रेमियों पर दया आ गई और वो हमें मिलाने के लिए कोशिश करने लगा.
इसी बीच अर्चना की शादी तय हो गई.
उसको वो लड़का (होने वाला पति) पसंद नहीं था.
अर्चना की सगाई होने की तारीख तय हो गयी तो उसने मुझे और मेरी बीवी को एक दिन पहले बुलाया.
मैं और मेरी बीवी कार से चले गए.
उधर जाने के बाद हम सब मिले और खाना आदि खाया.
उसे सुबह से ही मेहंदी लगने लगी.
उसे मेहंदी लग रही थी, उसी समय में उससे व्हाट्सैप पर बात कर रहा था.
मैंने उससे रात को मिलने को कहा तो वो मना करने लगी.
लेकिन मैं नहीं माना.
दोपहर तक उसे मेहंदी लग चुकी थी.
रात 12 बजे वो मेरे रूम में आई और उसने मुझे जगाया.
आज मेरा सपना … सॉरी हमारा सपना पूरा होने को था.
अर्चना ने कमरे को लॉक कर दिया और मैंने उसे अपनी बांहों में भर लिया.
हम दोनों ने खूब किस किया. मैं उसके होंठों को कभी कभी अपने दांतों से दबा कर मसल देता, तो वो हल्की सी आह करके और गर्म हो जाती.
अर्चना के बूब्स छोटे ही थे, मगर मुझे बहुत पसंद थे. किसी भी कच्ची कली के दूध छोटे ही होते हैं.
मैं अर्चना के चीकुओं को खूब चूस रहा था और उसके चना बराबर निप्पलों ओ अपने दांतों से पकड़ कर काट भी देता था.
वो सिसक जाती- आंह बेबी … बी स्लो … सक मी … सक माय बूब्स प्लीज़ … आंह और चूसो … खा लो पूरे … ओह बहुत तड़पा रहे हैं, तुम्हारे लिए ही हैं मेरी जान … आंह खा लो जान …
अर्चना मचल रही थी और मैंने उसके पूरे बदन पर किस किया, लव बाईट किए.
उसे बहुत मज़ा आ रहा था. वो मुझे कसके पकड़े थी और मेरे लंड को अपने हाथ से हिला रही थी.
मैंने भी लगभग आधे घण्टे तक उसको बहुत गर्म किया.
हमें पता ही नहीं चला कि हमने अपने कपड़े कब निकाल दिए. हम दोनों रोमांस में पूरी तरह से डूब गए थे.
फिर जब मैंने उसकी चूत देखी तो मैं देखता ही रह गया क्योंकि उसकी गुलाबी चूत एकदम मासूम और अनछुई थी.
मैं तुरंत उसकी चूत पर टूट पड़ा और अपनी जीभ को उसकी चिकनी चूत में डाल कर आगे-पीछे, ऊपर नीचे करने लगा.
उसको अभी तक किसी ने टच नहीं किया था तो वो 5 मिनट में ही अकड़ने लगी और मेरे मुँह पर अपनी चूत दबाने लगी.
उसने अपनी चूत का पानी छोड़ दिया.
मैंने उसकी चूत को पूरी तरह से चाट कर साफ़ कर दिया.
इसके बाद मैंने उसे अपना लंड दिखाया.
मेरे लंड पर मेहंदी लगी थी.
अगले दिन अर्चना की एंगेजमेंट थी तो मेरी बीवी ने मेरे लंड पर मेहंदी लगाई थी.
अर्चना मेरे लंड को अपने मुँह में लेने के लिए न बोल रही थी लेकिन मेरे बोलने पर उसने लंड मुँह में ले लिया और आगे पीछे करने लगी.
मुझे इतना ज्यादा मजा आ रहा था कि मैं बता नहीं सकता.
बस आप लोग इस सुख को किसी लड़की के मुँह में लंड देकर ही महसूस कर सकते हैं.
हम दोनों को इस तरह से प्यार करते हुए काफी समय हो गया था.
मैंने अपनी जीभ से और उंगलियों से उसकी चूत का तीन बार पानी निकाल दिया था.
अब उससे रहा नहीं जा रहा था.
मैंने उससे लेटने को कहा और उसकी कमर के नीचे एक तकिया लगा दिया. इससे उसकी कुंवारी चूत मेरे सामने उभर कर आ गई.
मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और उसे किस करने लगा.
वो लंड चूत में लेने के लिए अपनी गांड उठाने लगी थी तो थोड़ी देर बाद मैंने एक हल्का सा धक्का दे दिया.
मेरा लंड अन्दर नहीं जा रहा था और उसे दर्द भी होने लगा था क्योंकि वो वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स करने वाली थी.
मैंने पास रखी कोल्ड क्रीम ली और उसकी चूत में अपनी उंगलियों से खूब सारी क्रीम लगा दी, कुछ अपने लंड पर भी लगा ली.
फिर से सेक्स पोजीशन में आकर मैंने उसकी चूत की फांकों में लंड का सुपारा लगाया और एक धक्का दे दिया.
इस बार मेरा लंड दो इंच अन्दर चला गया और उसे दर्द होने लगा.
वो तड़फने लगी तो मैं जरा रुक गया और उसको सहलाने लगा.
थोड़ी देर में वो सामान्य हुई तो मैंने फिर से एक धक्का दे दिया और इस बार मेरा आधा लंड उसकी चूत में जा घुसा.
वो रोने लगी क्योंकि उसकी सील टूट चुकी थी.
कुछ देर तक मैं फिर रुका.
उसका दर्द कम हो गया तो मैंने फिर से धक्का लगा दिया.
अब पूरा लंड चूत के अन्दर जाकर फंस गया था.
वो अभी भी दर्द से कराह रही थी. मैं पूरा लंड अन्दर पेल कर कुछ देर उसे किस करता रहा और बूब्स दबाता रहा.
फिर जब वो नॉर्मल हुई और अपनी कमर हिलाने लगी तो मैं फिर से धक्के देने लगा.
कुछ ही धक्कों के बाद वो भी पूरा मज़ा लेने लगी थी.
वो अब बहुत आवाजें कर रही थी और चिल्लाने लगी थी- आंह चोदो … आंह फाड़ दी … मेरे राजा … आंह बेबी फास्ट चोदो मुझे मजा आ रहा है.
मैं भी सुपरफास्ट ट्रेन की तरह उसकी चूत फाड़ने में लग गया.
कुछ देर चोदने के बाद मैंने उसे डॉगी स्टाइल में चोदा … वो मस्त हो गई थी और मेरे लंड को मस्ती से अपनी चूत में अन्दर लेने लगी थी.
मैंने उसे लगभग हर पोजीशन में चोदा और आधा घंटा लगातार चोदने के बाद मेरा पानी निकलने वाला हो गया था.
मैंने उससे पूछा- रस कहां निकालूं?
उसने कहा- ये मेरी पहली चुदाई है. मुझे स्पर्म फील करना है इसलिए रस अन्दर ही छोड़ दो प्लीज़.
मैं उसकी चूत में पिल पड़ा और इसी बीच उसका फिर से रस निकल गया था. मैं भी अपने लंड का रस उसकी चूत में छोड़ कर उसी के ऊपर ढेर हो गया.
उसने बाद में बताया कि मैं कितनी बार झड़ी हूँ.
इस तरह हम दोनों ने उस रात मस्त चुदाई की.
लेकिन बाद में मेरी बीवी के आने की आहट हुई तो वो उसी कमरे में बनी सीढ़ियों से ऊपर बने अपने रूम में चली गयी.
अब उसकी शादी हो गई और वो शादी के बाद अपनी ससुराल चली गई.
मैंने इस तरह से अपनी मौसी सास को पेला था. अगर आपको मेरी वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स कहानी अच्छी लगी हो तो मुझे मेल ज़रूर करें.