इंडियन गे सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपने एक दोस्त की चौड़ी छाती, उस पर घने बाल, मजबूत कंधे देख उसे पसंद करने लगा. एक दिन मैं उसके घर गया तो …
सभी सेक्स प्रेमियों को नमस्कार. मैं आपका अपना लव एंजल अपनी इंडियन गे बॉयज सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ.
यह कहानी आज से चार साल पुरानी है.
मैं उस समय बारहवीं में पढ़ता था. मैं उन्नीस साल का था. मेरी हाइट पांच फुट दस इंच है.
मेरा एक दोस्त था रॉनी. वो मेरे से तीन साल बड़ा था. दो साल एक ही क्लास में फेल होने की वजह से मेरे साथ पढ़ रहा था.
वो एक छह फीट का मर्द था. चौड़ी छाती और उस पर घने बाल थे. उसके मजबूत कंधे और सबसे भयानक उसका आठ इंच का मोटा लंड था.
शुरुआत में मेरी रॉनी से दोस्ती हुई. तो हमारी धीरे धीरे बातें आगे बढ़ना शुरू हुईं.
मुझे भी वो पसंद था, उसके जैसा मर्द देखकर कोई भी उसका दीवाना हो सकता था.
क्लास की सारी लड़कियां उस पर फिदा थीं. वो मुझसे काफ़ी बातें करता था. हम दोनों काफी अच्छे दोस्त बन गए थे.
धीरे धीरे समय निकला, तो हम दोनों एक दूसरे को काफ़ी पसंद करने लगे थे. वो मुझे काफ़ी हेल्प करता था.
एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया और रात में रुकने को बोला.
उस दिन उसके घर पर कोई नहीं था.
मैं भी जाने को तैयार हो गया. मैंने घर पर बोल दिया कि मेरे फ्रेंड का बर्थडे है, देर हो जाएगी, तो मैं रात को घर नहीं आऊंगा. उसी के घर रुक जाऊंगा.
घर से मुझे स्वीकृति मिल गई और मैं अपने मर्द दोस्त के के घर चला गया.
मैं उसके घर छह बजे आया.
बाहर आकर मैंने बेल बजाई तो उसने दरवाजा खोला.
मैं उसे देखता ही रह गया … क्या मर्दाना जिस्म था उसका. इस समय उसने एक टाईट लोवर और बनियान पहनी हुई थी.
वो इतना हॉट लग रहा था कि मैं तो उसे देखता ही रह गया. दो ही मिनट मैंने अपने इस मर्द दोस्त से गांड मराने के सारे सपने देख लिए.
मैं सोचने लगा था कि आज रात को क्या क्या हो सकता है. मैं अपने सपनों में खोया हुआ था.
तभी उसने मेरे हाथ पकड़ा और बोला- अन्दर तो आ जा.
मैंने उसके सीने से अपनी नजरें हटाईं और उसके हाथ की मजबूती को महसूस करता हुआ अन्दर आ गया.
वहां उसका एक और फ्रेंड बैठा था.
उसे देखते ही मेरे सारे सपने चूर चूर हो गए. मैं उदास हो गया.
रॉनी मेरे लिए पानी लेकर आया. मैंने पानी लेने के लिए हाथ आगे बढ़ाया.
इस बार उसके हाथ से एक अलग अंदाज में मेरा हाथ टच हुआ, तो मेरे दिल में एक अजीब सी धक धक हुई.
फिर मैंने उसे देखते हुए पानी पी लिया.
इसके बाद कुछ देर तक हम तीनों ने टीवी देखा, वीडियो गेम खेले.
इन सब में रात के नौ बज गए.
तभी अचानक से उसके फ्रेंड को उसके घर से कॉल आ गया और वो चला गया.
मेरे तो जैसे मन की हो गयी उसके जाने से!
उसके जाने के बाद रॉनी मेरे पास आया और बोला- चलो यह गया तो सही. मुझे लग रहा था इसके मन में जाने का है ही नहीं.
ये कह कर रॉनी हंसने लगा.
उसकी हंसी में एक रहस्य था, जो मुझे अन्दर तक गुदगुदा गया था.
मैं भी रॉनी के साथ हंस दिया.
फिर रॉनी ने बोला- चलो खाना ऑर्डर कर लेते हैं, फिर जब तक खाना आएगा, तब तक कुछ बात करेंगे.
हम दोनों ने ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर दिया.
अब वो मेरे पास आया, उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोला- मैं कब से इस दिन का वेट कर रहा था.
मैं उसकी चाहत सुनकर बिल्कुल शांत हो गया मेरे मन में उसको पाने की बेचैनी बढ़ गई थी.
तब भी मैं खुद को शांत करने में लगा था.
वो मेरे और करीब आया और किस करने के लिए आगे बढ़ा.
तो मैं पीछे को हो गया.
वो रुक गया और बोला- अनुज आई लव यू.
मैं बिल्कुल चुप था. फिर उसने मेरे गाल पर किस कर दी.
मुझे भी अच्छा लगा. मैं भी यही चाहता था.
उसने मुझे कमर से पकड़ा और अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिए.
तभी बेल बजी तो हम एक दूसरे से अलग हो गए.
वो दरवाजा खोलने गया.
मेरा दिल बहुत तेज धड़क रहा था.
दो मिनट बाद वो खाना लेकर आया और बोला- चलो, पहले खाना खा लेते हैं.
मैंने हामी भर दी और हम दोनों खाना खाने बैठ गए.
उसने फ्रिज से दो बियर के कैन निकाले और एक मुझे पकड़ा दिया.
मैंने बियर का कैप खोला और चियर्स बोल कर हम दोनों बियर की चुसकियाँ लेते हुए खाना खाने लगे.
इस समय मेरे दिमाग़ में वही सब मतलब इंडियन गे बॉयज सेक्स चल रहा था. खाना खत्म हुआ तो वो रसोई में बर्तन रखने चला गया.
एक मिनट बाद वापस आकर रॉनी मेरे पास बैठ गया.
हम दोनों को बियर की मस्ती बड़ी सुहानी लग रही थी. उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोला- आई लव यू अनुज.
वो मुझे फिर से किस करने लगा.
इस बार मैंने कुछ नहीं बोला तो वो धीरे धीरे आगे बढ़ने लगा.
पांच मिनट तक चूमाचाटी करने के बाद वो मुझे वासना से देखने लगा.
मैंने देखा कि उसका लंड फूल गया था.
उसका लंड देख कर मेरे मन में भी हसरतों का ज्वार बढ़ने लगा.
उसने मुझे कमर से पकड़ा और बेडरूम में ले गया.
कमरे में लाकर रॉनी मुझे बेहताशा किस करने लगा.
अब मैं भी उसका साथ दे रहा था.
रॉनी मेरे कपड़े खोलने लगा.
पहले उसने मेरी शर्ट के तन खोले और मेरे मम्मों को चूमा.
उसके गर्म होंठ अपने निप्पल पर पाकर मेरी गांड में खुजली बढ़ गई.
मैंने उसे अपने दूसरे निप्पल को चूसने के लिए इशारा किया.
तो उसने मेरे दूसरे निप्पल को चूसा और पहले वाले निप्पल को अपनी दो उंगलियों से दबा कर मींजा.
मैं आह करके सीत्कार करने लगा.
फिर रॉनी ने मेरी बेल्ट खोली और पैंट के बटन खोल कर जिप नीचे कर दी.
मैं अपनी पैंट उतारने लगा.
इस बीच उसने अपनी भी बनियान और लोअर उतार दिया.
अब हम दोनों सिर्फ अपने कच्छों में थे.
रॉनी ने मेरा चिकना बदन देखा, तो वो एकदम से गर्म हो गया.
वो मुझे बुरी तरह से चूमने चाटने लगा और मैं भी उससे चिपक कर मजा लेने लगा.
हमारे मुँह से ‘आह आह ..’ की मादक सिसकारियां निकलने लगी थीं.
वो किस करने के साथ साथ मेरे दूध भी मसल रहा था, जिससे मुझे भी मज़ा आ रहा था.
मैं ‘आह उम्मह आह उम्मह ..’ की आवाजें निकाल रहा था.
उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया. उसका हब्शी लंड छूकर मैं डर गया.
रॉनी का लंड आठ इंच लंबा और साढ़े तीन इंच मोटा था.
मेरा गला सूख गया और आंखों में भय दिखने लगा.
वो मेरा डर समझ गया और बोला- डर मत यार, सब कुछ प्यार से होगा.
उसकी बात सुनकर मुझे हिम्मत बंधी और रॉनी मुझे फिर से चूमने चाटने में लग गया.
मैं भी उसके मूसल लंड का डर भूल कर मज़े लेने लगा.
कुछ देर बाद उसने अपना और मेरा कच्छा उतार दिया. उसका लंड मदमस्त अजगर के जैसे हिल रहा था.
उसने अपना लंड सहलाया और मेरे मुँह के पास अपना लंड लाकर बोला- अपनी चीज को चूस ले मेरी जान.
मैंने अपना मुँह खोल दिया और रॉनी के लंड को मुँह से चूसते हुए अन्दर बाहर करने लगा.
उसका लंड मुझे बड़ा मजा दे रहा था.
मैं अपने हाथ से उसके मोटे लंड को सहलाते हुए मस्ती से चूसने लगा था.
मेरे लंड चूसे जाने पूरे कमरे में ‘सपर सपर ..’ की आवाजें होने लगी थीं और रॉनी की सीत्कारें निकलनी शुरू हो गई थीं.
रॉनी- आह उम्म्मह आह जान और जोर से चूस … आआह क्या मस्त चूसता है आह मजा आ गया.
वो तेज तेज लंड को को मेरे मुँह में गले तक पेल कर अन्दर बाहर करने लगा.
उसकी तेजी से मेरी आंखों से आंसू आने लगे.
कुछ मिनट बाद वो उठा और मुझे उल्टा होने को बोला.
मैं झट से औंधा हो गया और उससे बोला- रॉनी तेरा बहुत बड़ा है जरा आराम से करना.
रॉनी ने झुक कर मुझे किस किया और बोला- जान, तू चिंता मत कर … सब आराम से होगा.
उसने तेल की शीशी उठाई और अपने लंड पर तेल लगाने लगा.
अपना पूरा लंड उसने एकदम चिकना कर लिया था. मैं उसके लंड को ही देख रहा था.
अपने लंड को चिकना करने के बाद रॉनी में मेरी गांड पर भी तेल की शीशी उलट दी और उंगली से मेरी गांड के अन्दर तक तेल मल दिया.
उसकी उंगली से मुझे अपनी गांड को ढीला करवाने में बड़ा मजा आ रहा था.
फिर उसने अपनी दो उंगलियां अन्दर डाल दीं तो मुझे और भी ज्यादा मजा आने लगा.
इसके बाद तीन उंगलियों से मेरी गांड खोदी तो मुझे हल्का सा मीठा दर्द हुआ लेकिन कुछ ही पलों में मेरी गांड उसकी तीन उंगलियों से मजा लेने लगी.
अब मेरी गांड काफी फ़ैल गई थी. रॉनी ने गांड का छेद खुला हुआ देखा, तो उसने अपना लंड मेरी गांड पर सैट कर दिया और जोर लगा दिया.
तेल की अधिकता के कारण पहली बार में रॉनी का लंड गांड से फिसल गया.
उसने दोबारा अपने लंड को हाथ से पकड़ कर गांड के छेद में सैट किया और एक तेज झटका दे मारा. उसके लंड का टोपा मेरी गांड के अन्दर चला गया.
मुझे ऐसा लगा जैसे उसने तेज धार वाली गर्म तलवार मेरी गांड में घुसेड़ दी हो.
मैं एकदम दर्द के मारे उछल पड़ा और जोर से चीखा- उई मम्मी रे .. उईई फट गई .. आह मर गया आह .. बाहर निकालो.
पर उसने मेरे कंधे पकड़ लिए और अगले ही पल दूसरा झटका दे मारा. इस बार उसका आधा लंड मेरी गांड के अन्दर था, मैं दर्द से रोने लगा.
मैं- आह रॉनी प्लीज़ निकाल लो … बहुत दर्द हो रहा मुझे.
इस बार वो रुक गया और मुझसे बोलने लगा- अबे सब ठीक हो जाएगा जान .. पहली बार में सबको दर्द होता है.
मैं सुबकता रहा- नहीं प्लीज़ निकाल लो इसे.
पर वो नहीं माना. कुछ देर बाद मेरा दर्द कम हो गया तो मैं थोड़ा शांत हो गया.
मुझे शांत हुआ देख कर रॉनी ने अपना लंड हल्के से पीछे लिया.
मुझे लगा कि ये बाहर निकाल रहा है.
मगर उसने अगले ही पल एक और जोरदार झटका दे मारा.
इस बार मैंने गांड ढीली की हुई थी, मुझे उम्मीद ही नहीं थी कि ये अन्दर पेल देगा.
उसका पूरा लंड मेरी गांड की जड़ तक घुस गया था.
मेरी फिर से जोर की चीख निकल गई ‘ओम्म्म्म मम्मी रे मर गया आ आई .. मेरी फट गई आह ..’
रॉनी फिर से वैसे ही लंड पेले रुका रहा.
फिर थोड़ी देर बाद मेरा दर्द कम हुआ तो मैं शांत हो गया.
अब उसने अन्दर बाहर करना चालू कर दिया और मुझे दर्द होने लगा.
मेरे मुँह से ‘आआआहह आहह उईई ..’ करने लगा.
कुछ समय बाद मुझे भी अच्छा लगने लगा.
अब मैं भी मज़े लेने लगा.
मेरे मुँह से ‘आह रॉनी … उई अब अच्छा लग रहा है … आह उम्म्म … आआहह.’ की आवाजें आने लगीं.
अब रॉनी ने भी तेजी पकड़ ली थी और वो मेरे दूध दबाते हुए मेरी गांड मारने में लग गया.
पूरे कमरे में उसके लंड गांड में अन्दर बाहर होने से ‘फच पच पक्कच ..’ की मधुर आवाजें आने लगीं.
थोड़ी देर बाद उसके झटके और तेज हो गए. उसका लंड खल में मूसल जैसा चलने लगा था. मेरी जान निकलने लगी और सीत्कार करने लगा.
रॉनी भी मादक सिसकारियां लेने लगा- आहह अहह मज़ा आ गया जान आअहह … बस मेरा होने वाला है.
फिर दस बारह झटकों के बाद उसने अपना पानी मेरी गांड के अन्दर ही छोड़ दिया और ऐसे ही मेरे ऊपर लेट गया.
मुझे भी अपनी गांड की जलन में उसका गर्म पानी किसी औषधि से कम नहीं लग रहा था.
मेरी गांड में मानो बढ़िया सिकाई सी होने लगी थी.
थोड़ी देर बाद वो मेरे ऊपर से उठ कर बाथरूम चला गया.
उसके लंड निकालते ही मैं धीरे धीरे खड़ा हुआ, तो मुझे एकदम से चक्कर आ गए और मैं बेड पर लेट गया.
कुछ देर बाद रॉनी बाथरूम से वापस आया. तो मैंने दोबारा से उठने की कोशिश की. उसने मेरी हालत देखी तो मुझे सहारा दिया.
मैंने बेड पर देखा तो खून था, मैं खून देख कर डर गया.
तो वो बोला- जान पहली बार में यह सब नॉर्मल सी बात है.
उसने मुझे किस किया, फिर गोद में उठा कर बाथरूम लेकर गया.
बाथरूम में उसने मेरी गांड धोई और मुझे साफ़ किया.
फिर कमरे में मुझे बेड पर लिटा दिया.
वो भी मेरे साथ चिपक कर लेट गया और मेरे लंड को सहलाते हुए मुझे चूमने लगा.
उसने बोला- तू आज से मेरी जान है.
मैं मुस्करा दिया.
कुछ देर बाद उसने एक बियर मुझे और पिलाई और एक खुद ने भी भी.
दुबारा से मेरा मन उसके लंड को चूसने का होने लगा तो मैंने उसका लंड चूसा और उसने मेरी गांड मारी.
इस बार दर्द न के बराबर हुआ था.
उस रात उसने मेरी तीन बार गांड मारी.
अगले दिन मैं अपने घर चला गया.
अब उसका जब भी मन होता है, तब वो मेरी गांड मार लेता है. मैं उसकी बीवी बन गई थी.
आपको ये इंडियन गे बॉयज सेक्स स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करें. मैं दुबारा जल्दी ही एक नई सेक्स कहानी के साथ वापस आऊंगा.
धन्यवाद
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