अन्तर्वासना के सभी चाहने वालों को नमस्कार! पता नहीं क्यों मुझे इंटरनेट पर अन्य दूसरी साईट पर प्रकाशित पोर्न हिंदी स्टोरी फर्जी सी लगती हैं.. पर मैं यहाँ अन्तर्वासना पर आप लोगों को अपने जीवन की सच्ची पोर्न स्टोरी बताने जा रहा हूँ।
मैं अभी एमबीए पास आउट हुआ हूँ। मेरे परिवार का कपड़ों का बहुत बड़ा बिजनेस है.. मैं शॉप में बैठता हूँ।
बात 2 साल पहले की है। जब मैंने एक आस्था नाम की लड़की को पटाया था। आस्था की उम्र तब 18 साल की थी। वो इतनी खूबसूरत है कि मैं बता नहीं सकता। मैंने जब पहली बार उसे देखा तो देखता ही रह गया.. उस वक्त वो पढ़ती थी।
मैंने उसका नाम पता वगैरह कहीं से हासिल किया। पर उसके पास मोबाइल नहीं था.. तो मेरा काम थोड़ा सा मुश्किल हो गया। लेकिन जो होता है अच्छे के लिए ही होता है।
मैं उसके स्कूल लगने से पहले और छुट्टी होने के बाद उसको देखने जाने लगा था। करीब 20-25 दिन तक ऐसा होता रहा। अब वो भी मुझे नोटिस करने लगी थी।
मैंने एक दिन हिम्मत करके उसको बोल ही दिया कि मैं तुमको पसंद करता हूँ।
उसने बोला- मैं सोच कर बताऊंगी।
मैंने कहा- ओके मैं कल छुट्टी में तुम्हारे उत्तर का वेट करूँगा।
वो कुछ न कहते हुए चली गई।
फिर अगले दिन उसके स्कूल की छुट्टी हुई.. मैं वहां पहले से ही पहुँच गया था। वो अपने घर साइकल से जा रही थी।
मैंने उसे रोका और उससे फिर पूछा- तुमने जवाब नहीं दिया?
उसने मुझे रोड के साइड में पीछे आने को कहा। कुछ दूर जाने के बाद वो रुक गई.. मैं भी वहां पहुँच गया।
वो बोली- मैं भी आपको पसंद करती हूँ.. बहुत दिनों से आप मुझे देखते हो.. मुझे पता है।
मेरे मन में पता नहीं उस टाइम कितनी ख़ुशी थी।
मैंने उसका नम्बर माँगा तो उसने बोला- मेरे पास मोबाइल नहीं है।
मैंने उसे अपना नम्बर दे दिया।
कुछ दिन तक हम दोनों कभी-कभी उसके पापा के मोबाइल से बात करते रहे।
फिर मैंने उससे पूछा- कब मिल रही हो?
उसने बोला- कुछ दिन में बताती हूँ।
मैंने ‘ठीक है बाय..’ बोल कर फोन रख दिया।
फिर अगले दिन उसका कॉल आया।
वो बोली- आज माँ-पापा घर पर नहीं हैं.. कहीं बाहर गए है और मेरा बड़ा भाई भी बाहर गया है। आप 11 बजे तक घर आ जाना।
मैं तो एकदम से खुश हो गया।
मैंने ‘ओके..’ बोल कर कॉल कट कर दिया।
फिर मैं उसके घर थोड़ा सा जानबूझ कर देरी से गया। मैं वहां 11.15 बजे पहुँच गया। डोर बेल बजाई.. तो उसने दरवाजा खोला।
वो नाइट सूट पहने हुए बहुत सेक्सी लग रही थी.. शायद वो नहा कर आई थी।
उसने मुझे अन्दर बुलाया। हम दोनों सोफे पर बैठ गए।
वो मुझसे पूछने लगी- कुछ खाओगे.. मैं बना देती हूँ?
मैंने बोला- नहीं अब तो बस तुझे खाना है।
वो शर्मा गई.. फिर ऐसी थोड़ी देर बात करने के बाद मैंने उससे कहा- बेडरूम कहाँ है?
वो मुझे बेडरूम में ले कर गई। मैंने उसे खींच कर बेड पर लिटा लिया और मैं भी उसके बाजू में आ गया। मैं उसे किस करने लगा.. वो कुछ नहीं बोली।
धीरे-धीरे मैं उसके गले में चूमता हुआ उसके पूरे शरीर में चूमने लगा। फिर मैं उसकी टी-शर्ट उतारने लगा.. तब भी वो कुछ नहीं बोली।
अब ये पक्का हो गया था कि वो चुत चुदाने के लिए राजी है। फिर मैंने धीरे से उसका लोवर भी उतार दिया।
वो सिर्फ़ ब्रा-पेंटी में रह गई थी… क्या मस्त माल लग रही थी।
मैंने उसके सारे जिस्म में किस करना चालू कर दिया। उसके लिए ये सब पहली बार था। मैं चुम्मी करता जा रहा था.. मेरा लंड भी खड़ा हो चुका था।
मैं उसकी ब्रा खोलने लगा.. तो वो मना करने लगी। फिर फोर्स करके मैंने उसके मम्मों को ओपन कर दिया.. अगले ही पल मैंने धीरे से उसकी पेंटी भी निकाल दी।
वो शर्मा रही थी.. फिर मैं उसके पैरों की तरफ होकर उसके ऊपर चढ़ गया। अब मैं अपना लंड उसके मुँह के पास ले गया। मैंने उसे लंड चूसने के लिए बोला.. तो वो थोड़ा सकपकाई.. फिर उसने मेरे लंड के सुपारे के ऊपर थोड़ा सा किस किया। शायद उसे लंड की महक अच्छी लगी। फिर वो लंड को मुँह में ले कर चूसने लगी।
मैं भी जोश में आ गया और उसकी चुत में हाथ फेरने लगा। उसकी चुत पर एक भी बाल नहीं थे। क्या मस्त फूली हुई गुलाबी-गुलाबी चुत थी।
मेरे चुत पर हाथ फेरने से वो सिसकारियाँ भरने लगी। मैंने उसकी चुत को चाटना चालू किया.. वो जीभ लगाने से ही झड़ चुकी थी। फिर मैं उसके ऊपर सीधा लेट कर लंड घुसेड़ने की तैयारी करने लगा।
उसकी चुत बहुत टाइट थी.. मेरा मूसल लंड अन्दर जा ही नहीं रहा था।
मैंने उससे तेल लाने को कहा.. वो गांड मटकाते हुए गई और रसोई से सरसों का तेल ले आई। मैंने तेल उसकी चुत पर लगा दिया और थोड़ा अपने लंड पर भी चुपड़ लिया।
अब मैंने लंड चुत के अन्दर ठेला तो एक ही बार में 2 इंच चला गया। वो दर्द से कराह उठी.. तो मैं रुक गया और उसे किस करने लगा। फिर किस करते-करते मैंने थोड़ा धक्का लगाना स्टार्ट किया।
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कुछ ही धक्कों में मेरा पूरा लंड उसकी चुत के अन्दर जा चुका था। अब उसे भी मजा आने लगा था।
मैंने उसकी 15 मिनट तक धुंआधार चुदाई की.. इतने में वो बार झड़ चुकी थी। वो बहुत खुश थी.. फिर मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चुत के बाहर गिरा दिया।
अब हम दोनों बाथरूम गए.. तो वो सूसू करने लगी.. उसी समय उसने देखा कि चुत से थोड़ा खून आने लगा। वो डर गई.. मैंने समझाया कि फर्स्ट टाइम सभी के साथ ऐसा होता है.. अब दोबारा नहीं होगा।
वो मान गई.. फिर उसने मुझे खाना खिलाया.. हम दोनों ने साथ में ही खाना खाया।
अब मैं दूसरी बार की चुदाई के लिए तैयार था.. पर उसे दर्द हो रहा था।
वो बोली- फिर कभी!
मैंने भी कहा- ठीक है रानी।
हम दोनों ने एक-दूसरे को हग किया और उसे किस करके मैं वापस अपने घर आ गया।
ये थी मेरी सच्ची पोर्न स्टोरी… इसके बाद उसे बहुत बार चोदा। अब मेरी नज़र उसकी गांड पर है.. जैसे ही गांड का उदघाटन करूँगा तो आप सब को अगली पोर्न हिंदी स्टोरी में बताऊंगा।
आपके मेल के इन्तजार में हूँ।
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