नमस्ते दोस्तों! मेरा नाम कृष्णा है.. मैं उ.प्र. के फ़िरोज़बाद का रहने वाला हूँ।
यह हॉट सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी चाची की बेटी के बीच की है। मेरी उम्र 27 साल की है। मेरा लंड 6 इंच का है।
मैं अपनी चाची के घर पर ही रहता हूँ। मेरी कज़िन की उम्र अभी 18 साल है। उसका नाम गौरी है। मैंने कभी गौरी को गलत नजर से नहीं देखा था। जबसे अन्तर्वासना की चुदाई की कहानी पढ़ी हैं तभी से मुझे हर लड़की को चोदने का मन करता है।
वैसे तो वो मुझसे छोटी है.. पर अभी से उसके चूचे संतरे से भी बड़े हो गए हैं। उन्हें देखकर उसे चोदने का मन करता था। मैंने चुदाई से पहले भी किसी ना किसी बहाने से उसके चूचे खूब दबाए हैं।
है तो वो छोटी सी चुत वाली पर मैं उसकी इस छोटी सी चुत का दीवाना था। मुझे हर हाल में उसकी चुत लेनी थी क्योंकि उसकी बॉडी से लगता था कि ये है तो छोटी.. पर मेरा लंड पक्का झेल लेगी।
हमारे घर में दो मंज़िल हैं, ऊपर वाली मंज़िल पर कोई नहीं रहता है, सब नीचे ही रहते हैं। पर ऊपर सब कुछ रहने लायक एकदम कंप्लीट है। ऊपर ही एक कमरे में हमारा कंप्यूटर सिस्टम भी रखा है।
एक दिन मेरी चाची, जो स्कूल टीचर हैं.. अपने स्कूल गई थीं और हमारे स्कूल की समर वेकेशन्स चालू हो गई थीं।
मैं भी एक स्कूल टीचर हूँ। हमारे चाचा जी ने भी एक स्कूल बनवाया हुआ है.. तो वो वहाँ चले जाते थे। उनका बेटा खेलने चला गया। घर पर सिर्फ़ मैं और गौरी थे।
उस दिन वो ऊपर वाले बाथरूम में नहाने चली गई। यह मुझे पता नहीं था और मुझे कंप्यूटर पर कुछ काम करना था तो मैं भी ऊपर आ गया। जब मैं ऊपर पहुँचा तो देखा कि बाथरूम का दरवाज़ा खुला था और गौरी बिल्कुल नंगी नहा रही थी। उसकी पीठ मेरी तरफ थी।
मैंने मोबाइल निकाला और छुपकर उसकी गांड की थोड़ी सी वीडियो बना ली। फिर वो मुड़ी तो मैंने उसकी चुत और चूचियों की भी वीडियो बना ली। वो फिर मुड़ गई और मैं दरवाजे के पीछे से निकल आया।
मैंने वीडियो बना ली थी। मैं कंप्यूटर पर काम करने लगा।
अब जैसे ही उसने मुझे देखा वो डर गई और एकदम से उसने दरवाजा बंद कर लिया।
वहां से बाथरूम का दरवाजा दिखता था तो मेरा काम में मन नहीं लग रहा था। बार-बार वही सीन आँखों के सामने आने लगा। मैंने सोचा कि उसे दोबारा देखूँ।
उस वक्त घर पर कोई था भी नहीं.. तो मैंने सोचा कि इसके साथ आज कुछ ना कुछ करूँगा ज़रूर। ये सोचकर मैं फिर से गया और मैंने बाथरूम का दरवाजा खोल दिया। वो अभी भी नंगी थी.. मेरे दरवाजा खोलते ही वो डर गई।
मैं उसके पास खड़ा हो गया। मैं मौके का फ़ायदा उठाना चाहता था इसलिए मैंने उससे कहा- तू नंगी क्यों नहा रही है?
तो बोली- गर्मी लग रही थी।
मैंने गुस्से से उसे डांटते हुए कहा- तेरी मम्मी से कहूँगा कि तू नंगी होकर दरवाजा खोलकर नहा रही थी.. तेरी मम्मी को वीडियो भी दिखाऊंगा।
वो इतना नहीं समझी कि मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि मैं उल्टा फंस जाता, पर वो नादान थी और मैंने इसका फ़ायदा उठाया।
वो रोने लगी तो मैंने कहा- एक शर्त पर नहीं कहूँगा।
तो उसने पूछा- क्या?
मैंने कहा- मुझे भी अपने साथ नहाने दे।
वो चुप रह गई तो मैंने कहा- ठीक है मैं मम्मी से कह ही देता हूँ।
वो डर गई और बोली- आ जाओ नहा लो।
वो अपनी पैंटी और समीज़ पहनने लगी।
मैंने कहा- ऐसे ही रह..
मैंने कपड़े उसके हाथ से छीन लिए।
फिर मैंने अपने कपड़े उतारे पर अंडरवियर नहीं उतारा। पर उसमें से मेरा खड़ा लंड साफ दिख रहा था।
मैंने उससे बोला- मेरी पीठ पर साबुन लगा।
उसने लगाना शुरू कर दिया।
फिर मैंने बोला- ला अब मैं तेरे को लगाता हूँ।
मैंने उसकी पीठ से होते हुए चुचियों पे साबुन लगाया। साबुन लगाते टाइम उसकी चूचियां खूब दबाईं। फिर मैंने उसे लेटने को कहा और उसकी टाँगों को फैला कर उसकी चुत पर साबुन लगाया।
वो फिर डरने लगी.. मैंने उसे कहा- डर मत… तुझे मजा आएगा.
और उसकी चुत पर साबुन मलता रहा।
फिर मैंने पानी से चुत को साफ किया और फिर मैंने अपना अंडरवियर निकाल दिया। फिर मैंने अपना मुँह उसकी चुत पर लगा कर चाटने लगा।
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वो ‘सीयी… उम्म्ह… अहह… हय… याह… सीईइ..’ करने लगी, वो बहुत खुश थी, उसे मजा आ रहा था… तो मैं और ज़ोर से चाटने लगा और फिर थोड़ी थोड़ी उंगली भी की। मुझे मज़ा आ रहा था। फिर मैंने उसे किस किया और उसके होंठों को खूब चूसा.. खूब चूचियाँ चूसीं।
इसके बाद मैंने अपना लंड उसके सामने कर दिया और हिलाते हुए कहा- ऐसे करो।
वो करने लगी और मुझे मज़ा आने लगा। फिर मैंने उससे कहा- इसको मुँह में ले कर चूस!
वो मना करने लगी लेकिन जोर देने पर लंड चूसने लगी। वो अब भी थोड़ा-थोड़ा डर रही थी। फिर मैंने उसे तौलिया से पौंछा और उसे कंप्यूटर वाले कमरे में ले गया। वहां एक टेबल थी, उस पर उसे लिटा दिया। वहां पर तेल की शीशी भी रखी थी। मैंने उसमें से कुछ तेल अपने लंड पर लगाया और कुछ उसकी चुत पर मल दिया। उसने मजे से अपने पैर फैला दिए तो मैंने अपने लंड को चुत के मुँह पर रख कर हल्का सा धक्का से दिया।
लंड थोड़ा सा घुसा ही था कि वो चिल्लाने लगी। फिर मैंने उसे होंठों पर किस किया और एक और धक्का दिया। अब मेरा लंड आधा घुस गया.. वो छटपटाने लगी। उसकी चुत से खून निकलने लगा और उसने मेरी पीठ में नाख़ून गड़ा दिए, पर मैं तब भी नहीं माना और झटके देने लगा।
इसी दौरान मेरा लंड आधे से ज़्यादा थोड़ा और घुस गया और वो ज़ोर से रोने लगी। पर मैं नहीं रुका और झटके पर झटके मारते हुए पूरा लंड उसकी छोटी सी चुत में पेल दिया।
थोड़ी देर बाद में मैं उसकी चुत में ही झड़ गया। फिर मैंने लंड निकाल कर खून साफ किया और उसे साफ करके कपड़े पहनाए।
मैं उसे गोदी में उठाकर नीचे ले गया.. क्योंकि वो चल नहीं पा रही थी। फिर मैंने उसे बिस्किट दिए और टीवी चला कर उसे समझाया कि किसी को बताना नहीं है.. अगर कोई पूछे कि लंगड़ा क्यों रही है तो कह देना कि बाथरूम में गिर गई थी.. पैर में चोट है।
उसने वैसे ही किया।
इस बात को 2 महीने हो गए हैं और मैंने उसे एक बार और कंडोम लगा कर चोद लिया है। उसे इस बार बहुत मज़ा आया।
अब जब भी टाइम मिलता है, मैं उसकी चूचियां दबा कर किस कर लेता हूँ और अपना लंड पकड़वा लेता हूँ।
अब जब भी मौका मिलेगा मैं उसकी चुत जरूर मारूंगा.. क्योंकि अब वो भी मजा लेती है।
आपको मेरी बहन की चुदाई की हॉट सेक्स स्टोरी कैसी लगी?
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