सभी अन्तर्वासना प्रेमियों को नमस्कार! मेरा नाम खुशवन्त सिंह (बदला हुआ नाम) है। मेरी उम्र इस वक़्त 46 साल की है। मेरी पत्नी प्रीतम कौर की उम्र 45 साल की है। मगर पिछले 5 साल से वो बहुत बीमार है। बीमार भी इतनी के पिछले दो साल से वो बेड पर ही है। बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी मेरी प्रीतम, पता नही किसकी नज़र लगी, एक बार जो बीमार पड़ी तो फिर बीमारी उसे दबाती ही गई, निचोड़ती ही गई।
अब बीवी इतनी बीमार हो तो उसे मैं सेक्स के लिए कैसे कहूँ, समझती वो भी है। इस लिए कभी कभी मैं उसको नंगी करके उसके सामने हाथ से अपनी मुट्ठ मार कर अपना पानी गिरा देता हूँ। कभी कभी वो ही हिम्मत करके मेरा लंड चूस लेती है। मगर ये सब दो चार महीने में एक आध बार ही होता है। बाकी समय तो मैं सिर्फ मुट्ठ मार कर ही अपना काम चलाता हूँ। या फिर किसी न किसी ऐसी चीज़ में लंड घुसेड़ कर जिससे मैं चोदने का सुख भोग सकूँ! और ये सब कुछ मैं अपनी पत्नी के सामने ही करता हूँ।
वो भी कहती है कि अगर वो ठीक होती तो मुझे कभी हाथ से नहीं करने देती। और जब तक वो भली चंगी थी, उसने कभी मुझे मेरे लंड को हाथ लगाने भी नहीं दिया। वैसे तो वो हमेशा मुझे सेक्स देती थी, मगर जब उसको महीना आया होता था, तो मुझे यह छूट थी कि मैं उसकी चूत के अलावा और किस छेद में उसे चोद सकता हूँ। तो मैं फिर अपनी मर्ज़ी से उसकी गांड या उसके मुँह को, चोदता और अंदर ही अपना पानी गिराता।
गांड में गिराता तो ठीक था, पर जब उसके मुँह में अपना माल गिराता, तो वो पी जाती। इतनी अच्छी पत्नी, और अभी भी मैं जब भी सेक्स करने को आतुर होता हूँ तो उसके बदन पर से कपड़े हटा कर, उस आधी मर चुकी औरत पर ही अपनी गर्मी निकालता हूँ, उसके बदन पर अपना गरम वीर्य गिरा कर ही मुझे संतुष्टि मिलती है। उसके नहाने धोने, टट्टी पेशाब हर चीज़ का जिम्मा मेरा ही है।
कभी कभी मेरी पत्नी भी कहती कि उसका भी मन कर रहा है तो मैं कभी उसकी चूत में उंगली करके या उसकी चूत चाट कर उसका भी काम कर देता, मगर अपनी बीमारी की वजह से वो इतनी कमजोर हो चुकी थी कि उसका मज़ा कम आता और तकलीफ ज़्यादा होती, तो मैं रुक जाता।
अक्सर मैं उसे अपने मोबाइल पर व्हाट्सप ग्रुप में आई बहुत सी सेक्सी वीडियोज़ दिखाता, उसके साथ गंदी गंदी बातें करता, उसके सामने नंगा हो कर नाचता. बेशक वो बीमार थी, मगर थी तो औरत; तो मैं उसी के साथ अपनी सब इच्छाएँ पूरी करने की कोशिश करता।
बाहर किसी गश्ती धंधेवाली रण्डी कालगर्ल से सेक्स करने का मेरा कोई शौक नहीं था, और मैं खुद ऐसा नहीं था कि कोई और औरत मुझसे पट जाए। रिश्तेदारी में पड़ोस में, दफ्तर में बाज़ार में हर जगह मुझे हर मादा में सिर्फ उसकी चूत ही दिखती। हर लड़की, हर औरत के मैं सिर्फ मम्मे, गांड और फुद्दी के बारे में ही सोचता। मुझे किसी भी औरत में सिर्फ उसके गुप्तांग ही नज़र आते, उसकी उम्र, रंग रूप कद काठी से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था।
अपनी बेटी की सभी सहेलियों, अपनी सब रिश्तेदार औरतों, सब के बारे में सोच कर मैं मुट्ठ मारता हूँ। मगर मेरी सेक्स की भूख शांत नहीं होती है। मुझे हर वक़्त सिर्फ और सिर्फ सेक्स के बारे में ही सोचना और बात करना पसंद है। मैं अक्सर अपने लैपटाप पर, मोबाइल में पॉर्न साइट्स और सेक्सी कहानियाँ पढ़ना पसंद करता हूँ। मैं बहुत से व्हाट्सप ग्रुप्स में था, तो मुझे तो ना जाने कहाँ कहाँ से रोज़ ही कितनी ही सेक्सी वीडियोज़ आ जाती। कुछ मैं ऑफिस में देख लेता, कुछ घर में आकर।
मैं जिस ऑफिस में काम करता हूँ, वो हमारा हैड क्वार्टर है, और हमारे दफ़तर की शाखाएँ सारे प्रदेश भर में फैली हैं। और इस वजह से हमारे ऑफिस के व्हाट्सप ग्रुप में कहाँ कहाँ से और कितने लोग जुड़े थे, मुझे कुछ पता नहीं। इसलिए जैसे ही कोई वीडियो आती, जिसके पास भी आती वो झट से आगे फॉरवर्ड कर देता। ऐसे ही हम लोग नई नई विडियोज़ देख कर खुश होते थे।
घर में मेरे और पत्नी के अलावा हमारी एक 20 साल की बेटी ख़ुशबू भी है, देखने में बड़ी ही सीधी, शरीफ। कभी उसका किसी लड़के के साथ कोई चक्कर नहीं रहा। रंग थोड़ा सांवला है, कद की छोटी है, बदन की भारी है। मगर कुल मिला कर देखने में अच्छी लगती है।
वो अपनी पढ़ाई में बहुत होशियार है, अभी फाइनल ईयर में है। अब मैं तो सेक्स का भूखा हूँ ही, तो सच कहता हूँ, कभी कभी अपनी बेटी पर भी दिल आ जाता है। जब कभी वो घर में ही निकर पहन कर घूमती है, या बिना ब्रा के टी शर्ट पहन कर घूमती है, तो उसकी मांसल जांघें देख कर, टीशर्ट में से झाँकते उसके निप्पल देख कर बहुत मन मचलता है। अब तक अपनी बेटी को सोच कर भी मैंने बहुत बार मुट्ठ मारी है।
कभी कभी दिल करता है कि अगर ये मान जाए, तो सच में इसकी भी तसल्ली करवा दूँ। जितना इसकी माँ को नहीं चोदा, उतना इसको चोदूँ, मगर हमारा समाज ऐसा है कि मैं ये काम नहीं कर सकता। यह बात अलग है के मैं कभी कभी बाथरूम में टंगे उसके अंडरगार्मेंट्स को छूकर, सूंघकर, चाटकर, अपने लंड पर घिसा कर और फिर मुट्ठ मार कर अपने दिल की प्यास बुझा लेता हूँ।
वैसे ऐसा काम मैं तब भी अक्सर करता हूँ, जब भी किसी रिश्तेदार के घर जाता हूँ। अगर मुझे उस रिश्तेदार की किसी भी महिला या लड़की का कोई भी कपड़ा बाथरूम में टंगा मिल जाए तो मैं उसे ही चूम चाट कर, अपने दिल की भड़ास निकाल लेता हूँ।
मैंने अपनी बहुत सी रिश्तेदार औरतों और लड़कियों को मैंने सोते में छूकर देखा है। किसी के मम्मे, किसी की गांड तो किसी की जांघें। पर साली मेरे पास पटी कोई भी नहीं, जो मेरी उजड़ी हुई रातों को फिर से गुलज़ार कर दे।
कुछ दिन पहले मेरे एक व्हाट्सप ग्रुप में कुछ वीडियोज़ आई। यह कोई और बाहर का ग्रुप था। मैंने लंच टाइम में सभी वीडियोज़ देखी। उनमें से दो वीडियोज़ ऐसी थी, जिन्होंने एक बार मुझे झझकोर कर रख दिया। मैं दोनों वीडियोज़ को पूरा नहीं देख पाया।
जैसे ही पहली वीडियो को चालू किया, मैं हैरान रह गया। मेरा ही घर था, और मेरी प्यारी बेटी खुशबू अपने बेडरूम में खड़ी अपने कपड़े बदल रही थी। जैसे ही उसने अपनी टी शर्ट उतारी, तो मैंने तभी वो वीडियो बंद कर दी।
दूसरी खोली, उसमें भी खुशबू का कमरा था। मगर मैं बिना और आगे देखे वो वीडियो भी बंद कर दी।
मेरा तो दिल बैठने लगा; मेरी बेटी यह क्या कर रही है। मैं तो उसे बहुत शरीफ लड़की समझता था, वो अपनी ऐसी वीडियो क्यों बनाएगी, और फिर नेट पर भी डालेगी। हो सकता हो उसने अपने किसी बॉयफ्रेंड के लिए ये वीडियो बनाई हो और उस कमीने ने ये वीडियो नेट पे डाल दी हो।
मैंने सोचा मुझे अपनी बेटी से बात करनी चाहिए। कहीं कल को उसका बॉयफ्रेंड उसे ब्लैकमेल करने लगा तो क्या करेगी मेरी बच्ची।
मगर मैं उससे बात करूँ भी तो कैसे। अपनी बेटी से कहूँ कि मैंने उसकी नंगी विडियो देखी है।
उस रात मैं सो न सका, बहुत परेशान रहा।
अगले दिन छुट्टी थी तो मैं सुबह उठा, पहले प्रीतम की सेवा की, उसे नहला धुला कर कपड़े बदल कर, पाउडर वगैरह लगा कर तैयार करके बेड पे लेटाया। फिर खुद भी नहा धोकर नाश्ता बनाया, और प्रीतम के साथ बैठ कर खाया।
10 बजे खुशबू यह कह कर चली गई कि वो अपनी एक सहेली के घर जा रही है। मैं बाहर ड्राइंगरूम में आकर बैठ गया और अखबार पढ़ने लगा। तभी मुझे अचानक याद आया, वो मोबाइल में विडियो।
मैं उठा और उठ कर खुशबू के कमरे में गया। कमरे में अभी भी उसके परफ्यूम की खुशबू आ रही थी। मैंने सोचा, यही सही समय है और सही जगह है, जहां मैं ये वीडियो देख सकता हूँ। मैं खुशबू के बेड पर ठीक उस जगह लेटा जहां मोबाइल रख कर उसने विडियो बनाई थी। अब बेड पर उतनी जगह नहीं थी कि विडियो किसी और ने बनाई होती, मतलब ये के खुशबू ने खुद अपनी नंगी विडियो बनाई थी।
तो विडियो शुरू करने से पहले मैंने खुशबू की अलमारी से उसकी ब्रा और चड्डियाँ निकाली। फिर अपने सारे कपड़े उतार कर मैं बिल्कुल नंगा हो गया। और बेड पर लेट कर मैंने उसका ब्रा अपनी छाती पर रखा और उसकी एक चड्डी अपने लंड पर और दूसरी चड्डी अपने मुँह पर रखी। चड्डी से आने वाले औरत के पेशाब या स्राव की गंध मुझे बहुत पसंद है।
हालांकि खुशबू की चड्डी साफ थी, मगर फिर उसके नीचे से उड़ा हुआ रंग बता रहा था कि यहाँ उसकी चूत लगती होगी, और इसी वजह से यहाँ से पेशाब लग लग कर, या उसकी चूत का पानी लग लग कर चड्डी का रंग उड़ सा गया है।
मैंने वो अपने नाक के पास अपने होंठों के ऊपर रखी और मोबाइल पर विडियो चालू की। पहली विडियो में कैमरा ऑन करके खुशबू कैमरे के बिल्कुल सामने आ खड़ी हुई। उसके बाद उसने अपनी टी शर्ट उतारी। यहाँ तक मैंने पहले उसकी विडियो देखी थी। टी शर्ट उतारते ही उसके पिंक ब्रा में कैद बड़े बड़े गंदमी रंग के मम्मे दिखे; बड़ा सा क्लीवेज!
मैंने अपना लंड हिलाना चालू किया, अपनी ही सगी बेटी की नंगी विडियो देखते हुए। फिर उसने ब्रा खोली और कैमरे की ओर फेंकी। दो मोटे, गोल, चिकने और बहुत भरी से गहरे भूरे रंग के निप्पल वाले मम्मे मुझे देखने को मिले।
“आई … मेरी बच्ची, मेरी जान, मेरी खुशबू … कितनी सेक्सी है तू साली, इतना बड़ा मम्मा तो तेरी माँ का भी नहीं था। तू इतने बड़े मम्मे कहाँ से लाई मादरचोद!” मैं अपनी बेटी का नंगा जिस्म देख कर तड़प उठा।
उसके बाद खुशबू ने अपनी जीन्स उतारी और फिर चड्डी भी, मगर मुझे उसके एक्शन से पता चला कि उसने अपने नीचे के कपड़े भी उतार दिये हैं, विडियो में वो नहीं दिख रहे थे।
नंगी होने के बाद खुशबू ने फोन उठाया और अपने हाथ में पकड़ लिया और बेड पे लेट गई। जैसे ही विडियो में वो बेड पे लेटी मैं भी उसके बेड पर बिल्कुल उसी जगह पे लेटा क्योंकि मैं फीलिंग ले रहा था कि मेरी बेटी भी ठीक इसी जगह पर विडियो बनाते वक़्त बिल्कुल नंगी लेटी थी।
लेटने के बाद खुशबू ने कैमरा घुमाया, और अपने मम्मों के बिल्कुल करीब ले जा कर अपने दोनों मम्मो के भरपूर दर्शन करवाए। मेरा तो लंड तन गया। फिर वो कैमरे को नीचे ले गई और पेट और पेडू के आगे उसकी हल्के हल्के बालों वाली चूत देखने को मिली।
उसकी झांट देख कर मैं समझ गया कि खुशबू अपनी चूत के बाल साफ करती है, या तो क्रीम लगाती होगी, या रेज़र, क्योंकि उसकी चूत पर बाल बहुत कम थे।
फिर उसकी मोटी, चिकनी जांघें … निकर में भी जांघें सेक्सी लगती हैं मगर नंगी जांघों की तो कुछ बात ही और है।
मैं तो अपनी बेटी का नंगा जिस्म देख कर बेहाल हुआ जा रहा था।
फिर मेरी बेटी खुशबू ने मोबाइल अपनी दोनों जांघों के बीच में रखा और अपनी टाँगें खोल कर अपनी फुद्दी के दोनों होंठ अपने हाथ से खोलकर अपनी फुद्दी के अंदर गुलाबी गुलाबी दर्शन भी करवाए।
मेरे तो जैसे बर्दाश्त से बाहर हुआ जा रहा था, मैं फुसफुसाया- मेरी बच्ची, गुलाबी फुद्दी वाली मेरी खुशबू आ जा, तेरा पापा बहुत तड़प रहा है, मेरी बच्ची, आजा और अपने पापा को अपनी ये गुलाबी फुद्दी दे दे; मैं तो चाट चाट कर ही धन्य हो जाऊंगा। मेरा लंड देख तेरी गुलाबी फुद्दी के लिए सलामी दे रहा है। आ जा और अपने पापा के कडक लंड पर बैठ जा। मुझे पता है कि तूने ये नंगी विडियो अपने किसी यार के लिए बनाई होगी, तुझे भी लंड लेने की आग लगी होगी, तभी ऐसी विडियो बनाई। लंड तो तेरे बाप के पास भी है, आ जा और ले ले मेरी जान, आजा मेरी पुत्री … आ जा।
मैं अपनी तड़प में ना जाने क्या क्या बक रहा था। उसके बाद वो विडियो खत्म हो गई।
मैंने फिर दूसरी विडियो चालू की। उस विडियो में पहले तो खुशबू के कमरे की दीवार ही दिख रही थी। फिर खुशबू आई। बिल्कुल नंगी। पहले तो आकर उसने कैमरे के सामने डांस करना शुरू किया। सेक्सी डांस, खुद ही अपने बदन को सहला रही थी; अपने मम्मे दबाये, अपने चूतड़ों पर ज़ोर ज़ोर से मारा और अपनी ही फुद्दी में कभी एक तो कभी दो उँगलियाँ डाल डाल कर हस्त मैथुन सा कर रही थी। जब कभी वो अपनी फुद्दी के पानी से भीगी उंगली अपने मुँह में लेकर चूसती, तो मेरा भी मुँह खुल जाता। मेरा मन करता के वो अपनी फुद्दी से निकालने वाला पानी मेरे मुँह पर गिराए, और ये उंगलियाँ मुझे चुसवाए।
मैं उसके इस सेक्सी क्रियाकलाप को देखते हुये अपना लंड भी हिला रहा था।
उसके बाद खुशबू बिल्कुल कैमरे के सामने आकर बैठ गई। मैं सिर्फ उसके मम्मे और फुद्दी देख रहा था। वो अपने हाथ में एक खीरा लेकर अपनी फुद्दी में डालने लगी, और बुदबुदाने लगी- आह … मेरी फुद्दी में आग लगी है, कोई आ जाओ, इस फुद्दी में अपना लंड डालो, मेरी फुद्दी ठंडी करो, मादरचोदो। लंड नहीं है क्या तुम्हारे पास। लाओ और मेरी फुद्दी में डालो, यहाँ इस जगह। आओ … और चोदो मुझे, जम कर पेलो कुत्तो! आहह…
उधर विडियो में मेरी बेटी खुशबू तड़प रही थी और इधर मैं फुद्दी के लिए तड़प रहा था और उधर विडियो में वो लंड के लिए तड़प रही थी। दोनों बाप बेटी की एक ही ज़रूरत मगर हम दोनों एक दूसरे की ज़रूरत पूरी नहीं कर पा रहे थे।
कितनी देर वो अपनी फुद्दी में खीरा लेती रही और फिर तड़प तड़प कर शांत हो गई। मेरा पानी अभी नहीं गिरा था तो मैंने वो विडियो फिर से दोबारा चालू की और मुट्ठ मारता रहा। फिर अपनी ही बेटी की चुदास देखते देखते मैं भी झड़ गया। मेरे लंड ने भी गरमागरम माल की धारें मार दी।
अपनी ही बेटी के बिस्तर पर मैंने अपना माल छुड़वाया और उसकी चादर पर ही सारा माल मल दिया। इस सोच के साथ के जब वो शाम को आकर इस बिस्तर पर लेटेगी, तो मेरे वीर्य से पैदा हुई, मेरे ही वीर्य के ऊपर लेटेगी।
मुझे पता है कि वो रात को सिर्फ निकर और टीशर्ट में ही सोती है। अगर निक्कर में सोई तो उसकी जांघों से मेरा माल लगेगा, और बाई चांस अगर वो नंगी सोई, तो हो सकता है, उसकी गांड या उसकी फुद्दी पर, या उसके मम्मो पर भी मेरा माल लगे।
इसी सोच के साथ मैंने उसकी चड्डी से ही अपने लंड से निकलने वाली अपने माल की आखरी बूंद को साफ किया, फिर से उसके कपड़े अलमारी में रखे और अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गया।
उसके बाद अगले कई दिन तक मैं अपनी ही बेटी की विडियो देख कर मुट्ठ मारता रहा। मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं खुशबू से सेक्स करूँ। अब तो मैं चोरी छुपे भी उसके बदन को घूरता रहता था। पता नहीं वो जानती थी या नहीं कि उसके बाप की नीयत उस पर खराब है।
मगर मैं अब चाहता था कि मुझे खुशबू की कोई और विडियो मिले, जिसमे मैं उसे किसी से चुदवाते हुये भी देखूँ।
4-5 महीने बाद मुझे एक और विडियो मिली, मगर इसमें भी खुशबू ने अपने नहाते हुये की विडियो बनाई थी और इस विडियो में भी वो देखने वाले को बुला रही थी। अपने नंगे जिस्म को दिखा दिखा कर उसे चोद देने के लिए पुकार रही थी।
फिर मैंने अपनी पत्नी से बात की कि अपनी बेटी अब बड़ी हो चुकी है, क्यों न उसकी शादी कर दी जाए। थोड़ा सा तलाश करने पर ही हमें एक अच्छा रिश्ता भी मिल गया और खुशबू का रिश्ता पक्का हो गया। खुशबू की शादी हुई, और वो अपने ससुराल चली गई।
मैं आज भी अपनी बेटी की नंगी विडियो देख कर मुट्ठ मारता हूँ। वो अपने पति से चुदवाती होगी, यह सोच सोच कर भी बहुत बार मुट्ठ मारता हूँ। चलो एक तरह से अच्छा ही हुआ, अगर वो ज़्यादा देर मेरे पास रहती तो मुझे खुद को डर था कि कहीं मैं उसके साथ कोई घटिया हरकत न कर बैठूँ। अच्छा है वो अपने घर में है.
मेरी तो जो हालत है, आप को पता ही है। भगवान उसको खुश रखे।
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