सभी वासना प्रेमियों को नमस्ते! यह कहानी है मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड अनीशा की जिसकी मैंने गेस्ट हाउस में जम कर चुदाई की.
यह बात उन दिनों की है जब मैं इंजिनियरिंग के पहले साल की पढ़ाई कर रहा था.
मेरे साथ वाले घर में मेरी दोस्त रोज़ी रहती थी, तो मुझे उसकी एक सहेली हमेशा उसके साथ नज़र आती. क्या मस्त माल लगती थी… एकदम गोरा बदन, झील सी सुनहरी आँखें, ऊपर से उसके बड़े बड़े बूब्स… उसे देख कर हर किसी का मन करे उसे चोदने का…
मेरे मन में भी उसे चोदने की इच्छा पैदा हुई.
एक दिन रोज़ी मेरे घर पर कुछ काम से आई थी. तो मैंने उसे बोला- तेरी वो सहेली है, उससे मेरी फ्रेंडशिप करवा ना?
तो रोज़ी बोली- अनीशा? ठीक है, चलो मैं ट्राई करती हूँ उससे बात करती हूँ फिर बताती हूँ तुझे!
फिर एक हफ्ते के बाद रोज़ी ने मुझे अनीशा का नम्बर दिया और बताया- अनीशा की हाँ है, यह उसका नंबर है, तू अब उससे बात कर लेना!
मैं तो उस दिन इतना खुश हुआ कि मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा.
मैंने अनीशा को फोन किया तो फोन पर उधर से मीठी सी आवाज़ आई- हेलो…
मैंने कहा- मैं सैम बोल रहा हूँ, रोज़ी ने मुझे नम्बर दिया है आपका!
फिर ऐसे ही हम दोनों की बातें चलती रही… हम रोज़ घंटों बातें करने लगे, फोन सेक्स चैट करने लगे.
फिर मैंने उसे एक दिन मौका पाकर प्रपोज़ कर दिया. तो उसने भी मुझे हाँ कर दी.
तब हमने एक दूसरे को मिलने का प्लान बनाया. उसने बोला कि वो सोमवार को अपने ट्यूशन क्लास बंक करके आएगी दोपहर में 3 बजे!
हमने एक गेस्ट हाउस में मिलने का प्रोग्राम बनाया था.
तो मैं उस तैयार होकर पहुँच गया और अनीशा का वेट करने लगा गेस्ट हाउस के बाहर… वो औटो से आई, जैसे ही ऑटो में से नीचे उतरी मानो जैसे कोई हुस्न की परी आसमान से आई हो!
पिंक कलर की टीशर्ट और सफ़ेद शॉर्टस!
हम दोनों एक दूसरे से गले मिले और गेस्ट हाउस में चल दिए. वहाँ हमने एक कमरा लिया.
और मैं जैसे ही कमरे के अंदर घुसा… वो मेरे से लिपट गई और मेरे लबों को काटने लगी. मैंने भी उसके मुंह में अपनी जीभ डालकर चूसना चालू कर दिया.
फिर धीरे धीरे मैं उसके 36″ की चुची को टीशर्ट के ऊपर से दबाने लगा. धीरे धीरे वो गर्म होने लगी और उसके मुख से सिसकारियाँ निकलने लगी, वो आह.. आह.. कर रही थी.
धीरे से मैंने उसको बेड पर लेटा दिया उसके ऊपर आ गया. अब मैंने उसके टीशर्ट और शॉर्टस दोनों उतार दिए, अब वो सिर्फ़ मेरे सामने ब्रा और पेंटी में थी. क्या बदन था उसका.. एकदम गोरा और चिकना… माँ कसम देख कर ही लंड खड़ा हो गया.
फिर मैंने धीरे धीरे उसके पूरे शरीर को चूमना चालू किया और धीरे धीरे मैं नीचे आता गया और बाद में जैसे ही मैंने उसकी नाभि को चूमा, वो सीत्कार गई और गर्म आहें भरने लगी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
और फिर मैं उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा. उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी. फिर मैंने उसकी ब्रा और पेंटी और उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
अनीशा मेरा 6.5 इंच का लंड देख कर चौंक गई और बोली- इतना बड़ा लंड मेरी छोटी सी चूत में कैसे जाएगा?
और वो उसे अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी.
फिर हम दोनों 69 पोजीशन में आ गये… मैं उसकी चूत को चाट रहा था और वो मेरे लंड को चूस रही थी… बहुत मजा आ रहा था.
करीब 15 मिनट ऐसा करने के बाद हम अलग हुए. इतने मैं वो एक बार झड़ चुकी थी.
मैंने फिर से उसे गर्म कर दिया और अब वो कह रही थी- प्लीज सैम… ज़ल्दी से डाल दो प्लीज…
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और मैंने भी देर ना करते हुए उसे बेड पर सीधा लेटाया और अपना लंड उसके चूत के ऊपर रगड़ने लगा. वो आहें भरने लगी… मचलने लगी.
मैंने धीरे से मेरे लंड का सुपारा उसकी चूत के छेद पर रखा और एक धक्का दिया.
लंड आधा अंदर जाकर फंस गया और वो ज़ोर से चीखने को हुई.. उसकी चीख सुनाई दे उससे पहले ही मैंने उसके लबों पर अपने लब रख दिए और उसे चूमने लगा.
फिर कुछ देर बाद वो शांत हुई और फिर से मैंने एक और झटका मारा और लंड चूत को चीरता हुआ चूत में घुस गया. अब मैं उसे धीरे धीरे चोदने लगा और वो भी आहा आहह हह कर रही थी और ज़ोर ज़ोर से अपनी गांड हिला रही थी.
कुछ देर बाद हमने पोज़िशन चेंज की और वो मेरे ऊपर आ गई और मुझे चोदने लगी, पूरे कमरे में फच फच की आवाज़ सुनाई दे रही थी.
फिर मैंने उसे घोड़ी बना कर भी चोदा और अब मैं उसे ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. 10-15 जोरदार झटकों के बाद मैंने उसकी चूत में ही माल निकाल दिया और वो भी मेरे साथ झड़ गई.
फिर हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर सोए रहे.
थोड़ी देर उसके बाद हम दोनों बाथरूम में जाकर फ्रेश हुए और उसे बाथरूम में भी मैंने एक बार चोदा.
अनीशा बहुत खुश थी.
तो यह थी मेरी सच्ची सेक्सी कहानी… आपको कैसी लगी, मुझे जरूर मेल करें!
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