यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
प्यारे दोस्तों, मेरी सेक्स कहानी के दूसरे भाग में आपने पढ़ा कि मैंने अपने यार को फ़ोन पर सारी बातें बता दी. अगली बार जब फ़ोन आया तो सब गड़बड़ हो गयी. तब मैं टीवी देख रही थी. मेरे बड़े पापा की बेटी के हस्बैंड ने फोन उठा लिया. वो कमरे में ही थे. उस वक्त टीवी में सेक्स जैसी कुछ आवाज हो रही थी तो आशीष ने सोचा कि मैं अपने जीजा से चुदवा रही हूं. वो नाराज हो गया और उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया.
फिर एक दिन मैंने सुबह उसको फोन किया तो उसने उठा लिया लेकिन मैंने अपनी चुदाई की सफाई देते हुए जब सारी बात खत्म की तो पता चला कि वो उसका दोस्त विजय था. उसके बाद विजय से मेरी बात होने लगी. हम लोग दो दो घंटे तक फोन पर लगे रहते थे.
विजय मेरी बातें सुन कर बहुत गर्म हो जाता था. वो मेरी बात को ध्यान से सुनता था. फिर वो कहने लगा कि आपकी स्टोरी तो फिल्म बनाने के लायक है. मैं अपनी प्यारी भाभी को उसके यार से मिलवा कर ही रहूंगा. विजय की बात सुन कर मैं भी खुश हो जाती थी. मुझे लगता था कि वो आशीष को मेरे लिए मना लेगा.
मैं रोज विजय को फोन करके आशीष के बारे में पूछती थी. वो हर बार मुझसे यही वादा करता था कि वो मुझे आशीष से जरूर मिलवा देगा. इसी बीच में शिल्पा दीदी की शादी की डेट फिक्स हो गई थी. मैंने यह बात विजय को बता दी. विजय को यह भी बता दिया कि आपके गांव से मेरे घर के बगल में ही बारात आने वाली है. विजय ने भी बताया कि उसको भी उस शादी के बारे में पता है. वो भी शादी में आने वाला है.
उसकी बात सुन कर मैं भी खुश हो गई. विजय कहने लगा कि भाभी अगर मैं आशीष से आपकी बात करवा दूं तो मुझे क्या मिलेगा?
मैं बोली- जो तुम कहोगे मैं वही देने के लिए तैयार हूं.
वो बोला- सोच लो भाभी. फिर बाद में मना मत कर देना.
मैं बोली- देखो मेरे पास पैसे तो हैं नहीं, मगर जो थोड़े बहुत हैं वो भी तुमको दे दूंगी.
विजय बोला- भाभी, मैं और मेरा दोस्त दोनों मिल कर आशीष को मना रहे हैं. मैं अपने दोस्त के बिना नहीं रह सकता. अगर आशीष और आपकी बात बन गई तो मेरे दोस्त को इस प्रोग्राम में हिस्सा मिलना चाहिए.
मैं बोली- ठीक है, अगर तुम दोनों मिल कर भी मुझे आशीष के साथ दोबारा सब कुछ सही करवा दोगे तो मैं तुम दोनों को ही कुछ भी देने से मना नहीं करुंगी.
वो बोला- भाभी एक बात कहूं.
मैं बोली- हां कहो.
विजय- भाभी, आशीष ने हम दोनों दोस्तों को आपकी मस्त मस्त नंगी फोटो दिखाई हैं. जब से मैं आपसे बात करने लगा हूं तब से ही आपसे मुझे एक लगाव सा हो गया है. आप इसे प्यार जैसा ही कुछ समझ लो. अगर आशीष के साथ आपकी सेटिंग हो जाती है तो हम दोनों दोस्त आपको अकेले में मिलना चाहते हैं. आपके साथ एक रात गुजारना चाहते हैं. आपको बहुत प्यार करना चाहते हैं. आपके मस्त अंगों के साथ खेलना चाहते हैं. बोलो मंजूर है?
उसकी बात सुन कर मैंने बिना कुछ सोचे समझे ही हां कर दी.
मैं बोली- ठीक है, बस तुम एक बार मुझे आशीष से मिलवा दो. फिर तुम जो भी कहोगे मैं करने के लिए तैयार हूं. मगर एक बात का ध्यान रखना कि आशीष को इस बारे में कुछ पता नहीं चलना चाहिए. मैं उससे प्यार करती हूं और उसी के लिए सब कुछ कर रही हूं.
विजय बोला- आप चिंता न करो भाभी. ये बात उसे पता नहीं चलेगी. ये जिम्मेदारी मेरी ही रहेगी. उसको इस बारे में भनक तक नहीं लगेगी कि आपके और हमारे बीच में कुछ हुआ भी था या नहीं. अब आप देखना कि मैं कैसे आशीष को आपके लिए मनाता हूं. वो कल तक अगर आपके पास खुद फोन न करे तो कह देना.
उसकी बात सुनकर मैं खुश हो गई. उसकी बातों पर मैं बहुत भरोसा करने लग रही थी. मैं आशीष के फोन का इंतजार करने लगी. फिर अगले दिन सुबह 6 बजे आशीष के फोन से मेरे फोन पर घंटी बजी.
मैंने फोन उठाया तो उधर से विजय की आवाज आई.
वो बोला- भाभी जी कैसी हो?
मैं बोली- तुम आशीष से बात करवाने वाले थे.
वो बोला- हाँ उसी ने फोन किया है और वो पास में ही है.
मैं बोली- तो फिर वो बात क्यों नहीं कर रहा है.
वो बोला- ठीक है, मैं उसी को फोन दे रहा हूं. ये लीजिये. उसी से बात कर लीजिये.
उसने फोन दूसरे बंदे को दे दिया.
उधर से आशीष की आवाज आई तो मैं खुश हो गई.
मैं बोली- आशीष, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं. तुम्हारे बिना मैं एक दिन भी नहीं रह सकती हूं. तुम इस तरह से मुझसे नाराज क्यों हो जाते हो. मुझे तुमसे बात करने का बहुत मन करता है. मगर तुम मुझसे नाराज हो गये. मैं बहुत परेशान हो गयी थी.
तुम भले ही मुझसे मत मिलो लेकिन बात करना बंद मत किया करो. मैं तुमसे बात किये बिना नहीं रह सकती हूं.
उसको समझाते हुए मैं बोली- देखो, तुमने ही मुझसे सब कुछ सच बताने को कहा था. तुमने ही कहा था कि अगर मैं सच बता दूंगी तो तुम मुझे कुछ नहीं कहोगे और मुझे कभी नहीं छोड़ोगे और मुझसे ही प्यार करते रहोगे. मुझसे ही शादी करोगे. लेकिन तुमने मेरी सच्चाई जानने के बाद ऐसा नहीं किया और मुझसे बात करना बंद कर दिया. मैं बहुत परेशान हो गई थी. मैं मानती हूं कि मैंने तुम्हारे अलावा बहुत से मर्दों के साथ सेक्स किया है. गैर मर्दों ने मेरी चूत की चुदाई की है लेकिन प्यार मैं तुमसे ही करती हूं.
तुमको मैंने सारी सिचुएशन बता दी थी कि मेरा साथ क्या क्या हुआ था. लेकिन तुमने अपने वादा पूरा नहीं किया. तुम मुझसे रिश्ता तोड़ देने की बात करने लगे. तुमने पिछले दस दिनों से मुझसे बात नहीं की है. मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती हूं आशीष. मैं भगवान कसम खाकर कहती हूं कि मेरे दिल में तुम्हारे अलावा कोई और नहीं है. मेरे साथ सेक्स की जो भी घटनाएं हुई हैं वो सब की सिचुएशन ही ऐसी थी. मैंने तुम्हें सब सच बता दिया.
वो बोला- ठीक है, मैं भी तुम्हारी बात को मानता हूं. मैं वादा करता हूं कि मैं तुमसे ही प्यार करता रहूंगा.
मैं बोली- तो फिर हमारे बीच में सेक्स नहीं आएगा. सेक्स और प्यार दोनों अलग चीजें होती हैं. तुम अच्छी तरह जानते हो कि मैंने तुमसे कितना प्यार किया है.
वो बोला- हां मैं जानता हूं. मैं भी तुमसे प्यार करता हूं और तुमसे ही शादी करूंगा.
फिर वो बोला- लेकिन बंध्या, जब तुमने मेरे अलावा कई मर्दों के साथ सेक्स कर ही लिया है तो फिर तुम्हें मेरी एक बात और माननी पड़ेगी.
मैं बोली- क्या बात है, मैं तुम्हारे लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हूं.
वो बोला- देखो. तुमने ही कहा है कि सेक्स और प्यार दो अलग चीजें हैं. अगर तुमने मुझको बिना बताए सेक्स कर ही लिया है तो फिर चाहे वो 4 मर्द हों या 400 तुम्हें कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए. मैं भी प्यार तो तुमसे ही करता हूं.
मैं बोली- हां, लेकिन मैंने वो सब सिचुएशन के हिसाब से किया था. तुमको सारी बात मैंने बताई है.
वो बोला- हां, तभी तो कह रहा हूं कि जब तुमने कर ही लिया है तो फिर चार-पांच के साथ और कर लेने से तुम्हें कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए.
मैं बोली- तुम क्या कहना चाहते हो?
वो बोला- मैं तुम्हें प्यार करता हूं और तुमसे ही शादी करूंगा. लेकिन जैसा मैं कहता हूं तुम्हें वैसा ही करना पड़ेगा.
मैं बोली- मुझे तुम्हारे लिए कुछ भी करना मंजूर है.
उसने कहा- अगर मैं तुमसे चार-पांच लोगों के साथ सेक्स करने के लिए कहूं तो तुम कर लोगी?
मैंने कहा- अगर तुम चाहते हो कि मैं किसी और के साथ करूं तो मैं वो भी करने के लिए तैयार हूं.
मैं बोली- मगर तुम पहले की तरह वैसे ही दोबारा मुझे छोड़ने की बात मत करना.
वो बोला- नहीं, मैं तुम्हें कभी नहीं छोडूंगा, मैंने वादा किया है. मैं तुमसे ही ब्याह करूंगा.
मैंने कहा- तो फिर तुम देख लो. मैं तुमको बता कर ही ये सब करूंगी. तो तुमको भी कुछ प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए. तुम बाद में शिकायत मत करना कि मैंने अपनी चूत गैर मर्दों से चुदवा ली.
वो बोला- नहीं, मुझे कोई शिकायत नहीं होगी लेकिन जैसा मैं कहूंगा तुम्हें बिल्कुल वैसा ही करना होगा.
मेरा बॉयफ्रेंड मेरे साथ खुले दिल से बात कर रहा था.
मैंने कहा- ठीक है, तो फिर मैं भी वादा करती हूं कि जैसा तुम कहोगे मैं वैसा ही करूंगी.
वो बोला- तो फिर ठीक है बंध्या, तुम तो जानती हो कि 24 तारीख को शादी है और आज 18 हो गई है. केवल 6 दिन ही बाकी रह गये हैं. उस बारात में मैं भी आ रहा हूं और विजय भी आयेगा.
मैं बोली- ठीक है तुम दोनों ही आ जाना.
वो बोला- तो उस दिन जब हम मिलेंगे तो कुछ स्पेशल करेंगे.
मैं बोली- स्पेशल क्या करना है?
वो बोला- शादी का दिन है तो हम भी सुहागरात मनायेंगे. तुम उस दिन दुल्हन से भी ज्यादा मेकअप करना. बिल्कुल दुल्हन बन कर हमारा स्वागत करना.
मैं बोली- ठीक है. मैं ऐसे तैयार रहूंगी कि तुम देखते ही रह जाओगे. मैं इतनी सेक्सी लगूंगी कि तुम मुझे पर टूट पड़ोगे.
उसके बाद आशीष ने कहा- मेरे साथ मेरे बॉस भी आ रहे हैं. उनको मेरे और तुम्हारे बारे में सब कुछ पता है. मैंने उनको सब कुछ बता रखा है. वो मुझे बेटे के जैसा मानते हैं. एक बार उन्होंने मेरे फोन में तुम्हारी फोटो देख ली थी तो उस दिन के बाद से उनको पता लग गया था. फिर मैंने तुम्हारी सारी फोटो उनको दिखाई थी. वो भी तुमसे मिलने की बात कर रहे थे.
मैंने कहा- ठीक है.
वो बोला- अगर तुम चाहो तो मेरे बॉस से भी मिल लेना. उनको भी तुमसे मिल कर अच्छा लगेगा.
मैं बोली- हां ठीक है. तुम्हारे लिए मैं कुछ भी करने के लिए तैयार रहूंगी.
आशीष की बातों से मैं खुश हो गई थी.
मैं बोली- मैं बहुत किस्मत वाली लड़की हूं कि मुझे तुम जैसा ओपन माइंडेड बॉयफ्रेंड मिला है. मैं तुम्हें उस दिन जी भर कर प्यार करूंगी. तुमको खूब नोचूंगी. काट कर खा जाऊंगी. मेरी चूत तो तुम्हारे बारे में सोच कर अभी से गीली होने लगी है.
वो बोला- हां, मैं भी तुम्हें बहुत प्यार करूंगा. तुम लाल जोड़े में तैयार रहना. उस दिन हमारी भी सुहागरात होगी.
मैं बोली- ठीक है. तुम बारात में उस रात लोगों के पीछे पीछे रहना. फिर मैं भी लोगों की भीड़ में आ जाऊंगी. जिधर मैं जाऊंगी तुम भी मेरे पीछे ही आ जाना. फिर मैं तुमको अंदर आने का रास्ता बता दूंगी. तुम वहीं से ही अंदर आना.
वो बोला- ठीक है मेरी जान. तुम्हारी चूत चोदने के लिए मेरा लौड़ा अभी से खड़ा हो गया है.
इधर मेरी नजर गई तो देखा कि मेरे भाई का दोस्त बिक्कू मेरी बातों को सुन रहा था. उसने मेरे और आशीष के बीच में होने वाली सारी बात सुन ली. पूरी बात जो भी मैंने की. सेक्स की सारी बातें उसको पता लग गईं.
वो बोला- अच्छा, बंध्या साली रंडी, तू ये गुल खिला रही है.
अचानक से वो मेरे सामने आ गया और मैं घबरा गई.
बिक्कू बोला- साली चुदक्कड़ इतनी ऊपर पहुंच गई है तू? मैं भी तेरे भाई के जैसा ही हूं. तू रुक. मैं अभी तेरे भाई को बुलाता हूं. तेरी चूत की सारी गर्मी निकलवाता हूं. उसको बताऊंगा कि तू कैसे शादी की रात को अपनी चूत चुदवाने की प्लानिंग कर रही है. अपने यार के अलावा से अपने यार के बॉस से भी चुदेगी?
साली तूने तो रंडीपेशा शुरू कर दिया है. तेरी इतनी हिम्मत हो गई है. अभी रुक तू. मैं तेरे भाई को सारी बात अभी सच-सच बता दूंगा कि तू किस-किस से अपनी चूत चुदवाने वाली है.
कहानी अगले भाग में जारी रहेगी.
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