यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
← मेरी सेक्सी दीदी का मादक जिस्म-2
मेरी सेक्सी बहन की चूत की चुदाई की अभी तक की सेक्स कहानी में आपने जाना था कि मेरी दीदी बड़े भैया अमन के साथ गांड चुदाई के खेल में लगी थी.
अब आगे:
भैया अब अपना लंड दीदी की गांड में घुसाने लगे. यहां लंड को अन्दर जाने में थोड़ी सी दिक्कत हुई. एक दो पल के लिए दीदी की आंह उंह निकली फिर दीदी ने भैया का मोटा लंड पूरा हजम कर लिया.
भैया अब सटासट लंड को दीदी की गांड में पेल रहे थे. दीदी तकिया पर सर रखे जैसे सो गयी थी और उसने अपनी गांड को उठाया हुआ था. वो कभी कभी गांड को ज़ोर से पीछे की तरफ धकेल देती थी जिससे भैया का पूरा लंड अन्दर घुस कर एक पल के लिए रुक जाता था.
उन दोनों की ज़ोर ज़ोर से सांसों की आवाज आ रही थी. भैया दीदी की चुचियों को भी दबा रहे थे. साथ ही लंड को पेले जा रहे थे. दोनों पूरे पसीना पसीना हो गए थे.
कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा. तभी भैया बोले- ऋतु, मेरे लंड से अमृत निकलने वाला है.
दीदी कुछ नहीं बोली.
भैया ने अपना लंड दीदी की गांड से निकाला, तो एक फुक्क़ की जैसी आवाज़ आई.
फिर भैया ने जल्दी से दीदी को सीधा लेटा कर उसके मुँह में अपना लंड डाल दिया. वो दीदी के मुँह को चोदने लगे.
दीदी जैसे शिथिल पड़ गयी थी. उसे देख कर लग रहा था जैसे काफ़ी बार उसकी चुत का पानी निकल गया था.
भैया उसके मम्मों से थोड़ा नीचे, अपने दोनों पैर दोनों तरफ करके बैठ गए थे और वे दीदी के मुँह में लंड पेल रहे थे.
कोई दस सेकंड में भैया ने पूरा माल दीदी के मुँह में छोड़ दिया. अब तो भैया अपनी गांड उठा कर दीदी का सर पकड़े हुए थे और पूरा लंड जैसे दीदी के मुँह में घुसा देंगे, ऐसी पोजीशन में आ गए थे.
दीदी का मुँह पूरा फूल गया था. लंड का पूरा माल उनके मुँह में भर गया था. झड़ने के बाद भैया ने अपना लंड निकाल लिया. दीदी लंड का सारा माल पी गयी थी क्योंकि उसके मुँह से बाहर कुछ भी नहीं निकला था.
भैया माल झड़ाने के बाद लेट गए, वो ज़ोर से हांफ़ रहे थे. दीदी भी थक गयी थी. उसने उठ कर अपना मुँह साफ किया. भैया का लंड पौंछा और उनके बगल में बैठ गयी.
भैया ने दीदी को अपने सीने पर लिटा लिया और बोले- आई लव यू.
दीदी भी ‘आई लव यू टू..’ बोली.
फिर दोनों बातचीत करने लगे थे. अभी 3:30 बज रहे थे. दीदी बोल रही थी कि अब मैं जाऊं … सुबह होने वाली है.
भैया बोले- रूको ना थोड़ा देर … चली जाना ना.
दीदी रुक गई.
भैया ने पूछा- मज़ा आया?
दीदी ने ‘हां’ में सर हिला दिया.
भैया- कल आई-पिल खा लेना.
दीदी बोली- वो तो साथ में ही रखती हूँ … रोज खाना जो होता है. आप कंडोम लगाते ही नहीं हो. मेरी ही जान लेने पर तुले हो.
भैया बोले- यार कंडोम में चोदने का मज़ा नहीं आता है जान … और तुम तो मेरी बीवी हो.
दीदी बोली- ऑफिशियली नहीं हूँ ना.
भैया बोले- अब तू ऐसा कर कि छोटी से मेरा टांका भिड़ा दे. मेरा तेरा तो रहेगा ही. लेकिन उसकी जवानी पर भी तो मेरा हक़ बनता है न.
दीदी बोली- बड़े बहनचोद हो तुम!
भैया हंसने लगे और बोले- हां वो तो हूँ ही … तू भी तो कम नहीं है साली … स्कूल से ही चुद रही है … इतनों से चुदी, मैंने भी चोद दिया, तो क्या ग़लत किया.
दीदी कुछ नहीं बोली.
भैया- तो कब कराएगी मेरी सैटिंग?
तो दीदी बोली- देखूँगी पर … आपको वही टेक्नीक लगानी होगी, जो आपने मेरे साथ किया था.
भैया बोले- मतलब डरा कर!
दीदी बोली- हां.
भैया- मतलब उसका भी ब्वॉयफ्रेंड है?
दीदी हंसने लगी- है क्या … पिछले 4 साल से है … लगभग 2 साल से चुद भी रही है.
भैया- क्या?
दीदी- हां सरर्प्राइज़!
भैया दीदी से बोले- और तुम मुझे आज बता रही हो.
दीदी- क्या करती … आपका इंटरेस्ट मुझमें कम हो जाता ना!
भैया बोले- साली पक्की खिलाड़न है तू … किसी को हैंडल करना तो कोई तुझसे सीखे.
दीदी हंसने लगी और बोली- अब करा दूँगी सैटिंग मेरे राजा … नाराज़ ना हो. एक बहन को चोद लिया, तो दूसरे को चोद देने में क्या बुराई है. वो मुझे सब बताती है कि कब मिली, कैसे मिली. सेक्स कितनी दफ़ा किया … सारी बातें बता देती है.
भैया बोले- उसकी साइज़ कहां तक गयी है?
दीदी बोली- मुझसे थोड़ा सा कम है … पर बड़ी तेज़ी से डवलप करवा रही है.
भैया बोले- क्या उसको हमारे तुम्हारे बारे में पता है?
दीदी बोली- नहीं … ये नहीं बताया … बाकी सब जानती है. मेरे सारे ब्वॉयफ्रेंड के बारे में उसे सब पता है.
भैया बोले- उसके कितने ब्वॉयफ्रेंड हैं?
दीदी- अभी तो दो हैं, जिसने सील थोड़ी थी, वो आगे पढ़ने को अमेरिका चला गया है. अभी इधर दो हैं.
भैया- तो क्या वो उन दोनों से चुदती है?
दीदी हंसने लगी और बोली- तेरी ही बहन है ना … रंडी तो होगी ही. लेने दो मज़ा लाइफ का … अगले साल तक तुम्हारी भी सैटिंग करवा दूँगी. तब तक उससे कुछ मत कहना … अब मैं चलती हूँ.
भैया बोले- ये तो बता कि उसका पीरियड कब आता है?
दीदी बोली- बोला ना … अभी कुछ नहीं बता सकती … थोड़ा रुक जाओ. वैसे 10 तारीख को आता है.
भैया बोले- ओके जान … अभी जाओ कल तो तुझे फिर आना ही है.
दीदी बोली- हां कल तक तो मुझसे खुद बर्दाश्त नहीं होगा. दिन में होगा तो अमित से मिल लूँगी. वो कोई गिफ्ट भी देना चाह रहा है. गिफ्ट क्या देगा, साले को मेरी गांड मारनी है. सबको गांड ही चाहिए साला … मेरी इतनी बड़ी गांड हो गई है कि मैं जीन्स नहीं पहन पाती हूँ. तुम लोग जो ना करो, सो थोड़ा है. वो तो मॉम डैड में से कोई ध्यान नहीं देता … वरना मेरी गांड की साइज़ देख कर झट से जान जाएंगे कि मैं चुदती हूँ. वैसे मुझे भी अमित से चुदने का मन कर रहा है … काफ़ी दिन से उसका लंड नहीं चाटा है. उसका लंड भी बड़ा ख़तरनाक है और वो भी काफ़ी मस्त चोदता है.
भैया बोले- जो मन करे सो करो, पर रात को दो बजे मेरी रखैल बनने जरूर आ जाना.
दीदी अपने कपड़े समेटने लगी.
उनकी झूलती चुचियां क्या मस्त दिख रही थीं यार. सारे रूम से वो नंगी ही अपने कपड़े बटोर रही थी. वो नंगी ही इधर उधर चल रही थी.
भैया बोले- मेरा भी अंडरवियर पहना दो ज़रा.
दीदी ने भैया का अंडरवियर भी उठा कर उन्हें पहना दिया. भैया बेड पर लेटे थे. दीदी कपड़े पहनते हुए अपने बदन को ढक रही थी.
इस सेक्स कहानी को लाइव देख कर लिख कर भी मैं ज़िंदा हूँ यारो … क्योंकि मुझमें ताक़त थी … वरना ऐसा हुस्न … वो भी नंगा माल देख कर कोई भी मर जाता.
दीदी इस समय एकदम माधुरी की तरह लग रही थी. अभी भी मेरी दीदी के पूरे बाल बिखरे थे … जो उसे और भी सेक्सी बना रहे थे.
मेरे दिमाग़ में उसकी बड़ी सी गांड, गोरा बदन … लंबी नाक, बड़ी बड़ी आंखें … बड़ा सा चेहरा … बड़ी बड़ी गोल गोल चुचियां … मोटे मोटे केले के तने जैसी जांघें … उसकी बुर के झांटों के काले घुंघराले बाल … ये सब मुझे पागल कर रहा था. उसकी मलाई सी कदली सी जांघों का तो पूछो ही मत यार … इतनी मोटी कि साला पता नहीं इतनी मोटी कैसे हुई होंगी. मेरी जांघें तक उतनी मोटी नहीं हैं.
अब तक दीदी ने नाइटी पहन ली थी और अपना न्यूड बदन कवर कर लिया था. नाइटी में भी उसकी चुचियां तनी हुई थीं. भैया ने उसके मम्मों को इतना मसला था कि लगता था कोई पहाड़ का सीन है. दीदी के जाते ही मैं भी वहां से उतर गया. अब सुबह होने वाली थी.
मैं अपने कमरे में ना जाकर बाहर ग्राउंड की तरफ चला गया. जब मैं एक घंटे बाद आया, तो दीदी घर की सफाई में बिज़ी थी. छोटी बहन शायद सो रही थी. भैया का पता नहीं … शायद सो रहे होंगे.
इस वक्त दीदी को देख कर कोई नहीं कह सकता था कि वो इतनी बड़ी रांड है वो … इतनी बड़ी छिनाल है कि अभी अभी अपने भाई से चुद कर आई है. दिख ऐसे रही है … जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो.
दीदी मुझसे पूछ रही थी- तू इतनी सुबह कहां गया था?
अब मैं उससे क्या कहता. मैंने कहा- मेरी नींद पूरी हो गयी थी, इसलिए जल्दी उठ कर वॉक पर गया था.
दीदी बोली- मेरी तो नींद पूरी नहीं हुई … रात को ठीक से सो ही नहीं पाई.
मैं तो जानता ही था कि बात क्या है.
मैंने बोला- तो जा कर सो जाओ ना दीदी.
दीदी बोली- काम भी तो करना है ना. फिर मुझे टयूशन देने भी जाना है.
मैं समझ गया कि किस टयूशन की बात कर रही है.
मैंने उसके 4 ब्वॉयफ्रेंड के साथ और भैया के साथ टोटल 5 के साथ सेक्स करते हुए देखा है. बाद में मैंने भी ऋतु के साथ सेक्स किया और छोटी के साथ भी चुत चुदाई का मजा लिया है. वो फिर कभी बताऊंगा.
भैया ने भी छोटी को चोद दिया था.
इसी साल दीदी की शादी हो गयी. पर क्या फ़र्क पड़ता है, वो तो पहले से सुहागिन ही थी … न जाने कितनों की बीवी रह चुकी थी. आज जाकर एक स्थाई पति खोज सकी थी.
पर शादी के बाद भी उसका वो रवैया जारी रहा. वो सब बताऊंगा आपको. वैसे भी जिसे एक बार नए नए, मोटे मोटे, लंबे लंबे, अलग अलग लंड का स्वाद मिल जाए … तो ये आदत जल्दी जाती थोड़े ही है.
मैं अभी इस सेक्स कहानी को और आगे लिखना चाहता था, पर शॉर्ट करने के चक्कर में मैं बहुत बातें मिस कर गया. आगे आप लोगों को सब बताऊंगा.
मुझे लगता है कि सबके घर में ऐसा कुछ हो जाता है … ये मेरे घर का एक पार्ट था. अगर आप सेक्स को अबनॉर्मल समझते हैं, तो ये बड़ी बात नहीं है, ये तो कॉमन बात है. क्योंकि सेक्स तो सबको चाहिए. जैसे लोग को खाना चाहिए, वैसे सेक्स.
कैसी लगी आप लोगों को मेरी सच्ची सेक्स कहानी. मेल से ज़रूर बताएं.
[email protected]