नमस्ते दोस्तों, आप सभी लंड और चूत के मिलन के प्रेमियों को मेरे लंड का प्रणाम. अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी…
किस्मत से मिली दीदी की चुदाई
दोस्तो माफ़ करना, बहुत दिनों के बाद सेक्स कहानी लिख पा रहा हूं. क्यूंकि इस दौरान मेरे साथ ऐसा कुछ भी हुआ ही नहीं था, जो आप लोगों के साथ शेयर कर सकूं.
अभी बहुत दिनों के बाद मेरी जिंदगी में कुछ ऐसी सेक्सी घटना हुई, जो मैं आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूं.
अपने नए साथियों को एक बार फिर से बता दूँ कि मेरा नाम अर्जुन सिंह है (बदला हुआ) मैं बिहार का रहने वाला हूं. मेरे घर में मम्मी-पापा, एक बहन और मैं हूं.
मम्मी हाउसवाइफ हैं, पापा का बिजनेस है. मैं और बहन कॉलेज में एक साथ पढ़ते हैं.
जब मैं कॉलेज में था, तो मेरी क्लास में एक लड़की थी उसका नाम सुहानी था. वो दिखने में क्या बताऊं, ऐसी थी … जैसे कोई परी आसमान से उतर कर आयी हो. आप फिल्म एक्ट्रेस कियारा आडवाणी को देख लो, सुहानी बिल्कुल वैसी ही लगती थी.
सारे लड़के उसके पीछे पड़े हुए थे, पर वो किसी को भाव नहीं देती थी. मेरी भी कभी हिम्मत नहीं हुई कि उससे जा कर बात भी करूं.
धीरे धीरे मेरी हिम्मत बनी तो मैंने उसे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी. कुछ दिनों बाद उसने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली.
आप लोग तो जानते ही हैं कि कॉलेज की परीक्षा के बाद तीन महीने तक कोई काम नहीं होता. इसी दौरान मेरी धीरे धीरे उससे चैट होने लगी और हमारी बातें होना शुरू हो गईं. दो महीने बाद हम दोनों एक दूसरे को काफी अच्छे तरीके से जान गए थे. उसे तो मैं पहले से ही बहुत पसंद करता था और आखिर क्यों ना करूं … अगर आप भी उसे एक बार देख लेंगे, तो बिना लंड हिलाए आपका पानी निकल सकता था.
एक दिन मैंने उसे ‘आई लव यू..’ बोल दिया, तो उसने तीन दिन तक कोई रिप्लाई ही नहीं दिया. मुझे लगा कि लौंडिया हाथ से निकल गई.
मगर मैंने सोचा कि अगर उन्नीस बीस साल की उम्र में आपका कोई साथी नहीं बना, तो समझो आपने अपनी जवानी बर्बाद ही कर दी. यही सोच कर मैंने हिम्मत की और उससे एक बार अपनी मुहब्बत के सवाल का जबाव मांगा, तो उसने मेरी आशा के विपरीत हां बोल दी … मेरी तो समझो लॉटरी ही निकल आई थी.
मैंने उससे थैंक्स कहा और एक बार फिर से उससे अपनी मुहब्बत का इजहार किया. उसने भी पलट कर मुझे आई लव यू टू कह दिया.
मैंने उससे पूछा- तुमने जबाव देने में इतनी देर कैसे लगा दी.
उसने सिर्फ हंसने वाला एक स्माइली भेज दिया.
मैंने उससे इस बारे में कुछ और ज्यादा नहीं पूछा.
हमारी बातचीत शुरू हुई … तो बस यूं समझो कि प्यार का सिलसिला आगे बढ़ने लगा. उसने शुरुआत में बहुत ज्यादा खुलते हुए मुझसे कुछ नहीं कहा. मगर उसके दिल के अहसास मुझे समझ आने लगे थे.
मैंने भी एक अच्छे दोस्त जैसे व्यवहार किया और उसकी नजरों में अपनी छवि एक अच्छे लड़के की बनानी शुरू कर दी.
धीरे धीरे हम और नजदीक आने लगे. वो मुझसे खुलती चली गई और अब तो दिन भर चैटिंग होने लगी थी. रात को फोन पर बातें भी होने लगी थीं. सिलसिला रोज ही बढ़ता जा रहा था. हमारी बातों में अडल्ट जोक होने लगे और अब तो कभी कभी हम दोनों फोन सेक्स भी करने लगे थे.
लेकिन आखिर कब तक जवानी की आग रूकती. ये आग अब दोनों तरफ भड़क गई थी. वो भी अपनी सेक्स की भावनाएं मुझसे शेयर करने लगी थी.
एक रात जब हम फोन सेक्स कर रहे थे, तो मैंने उससे चोदने की बात कह दी. उसने भी तुरंत हां कर दी. मुझे तो उसकी हामी जानकर लगा कि ना जाने वो कब से इस बात के लिए तैयार थी.
मैंने उससे कहा- मैं जल्दी ही तुमको जगह और समय की बात बताता हूँ.
तो उसका जबाव था- हां जल्दी ही बताना.
मैं समझ गया कि लौंडिया चुदासी हो रही है.
एक फिल्म एक्ट्रेस सी लड़की जब खुद ही चुदने को कह रही हो, तो आप समझो कि लड़के पर क्या बीतती है. मुझे अब ऐसा लग रहा था कि मेरा लोन पास हो गया है और मुझे जल्दी ही मार्जिन मनी जमा करनी है.
मैंने अपने एक दोस्त से मदद मांगी और उससे एक कमरे की जुगाड़ करने के लिए कहा. उसने मुझसे एक हजार रुपए लिए और मुझे रूम दिलवा दिया.
मैं बहुत खुश था क्योंकि मेरी परी … मेरी सुहानी … मुझे अपनी जवानी सौंपने जा रही थी.
मैंने सुहानी को फोन करके कल का कह दिया और वो भी राजी हो गई.
अगले दिन मैं और सुहानी अपने दोस्त के जुगाड़ किए कमरे में चले गए. कमरे में जाते ही मैंने उसे संभलने का एक मौका भी नहीं दिया और उसके होंठों पर किस करते हुए उसे काटने लगा.
सुहानी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. उसकी तरफ से मुझे साफ़ लग रहा था कि ना जाने कबसे भरी बैठी है. मैं उसे किस करते करते उसके मम्मों को दबाने लगा. उसके मस्त और रसीले मम्मों की साइज छत्तीस इंच की थी.
मैंने उसके मम्मों को दबाते हुए उसके कान में हल्के स्वर में कहा- जान छत्तीस साइज़ है न?
वो मुस्कुरा दी और उसने मुझे चूमते हुए कहा- बड़े पारखी हो … अब तक कितनों के नाप चुके हो?
मैं खिसिया गया और जल्दी से जबाव दिया-जान आज पहली बार किसी के छुए हैं.
वो हंस दी और मुझे अपने मम्मों को दबाने में सहयोग करने लगी.
आह क्या मुलायम चूचे थे यार! आज भी वो सीन याद आता है, तो मेरा शेर जाग जाता है.
हम दोनों अपनी चूमाचाटी से आगे बढ़ने लगे थे. धीरे धीरे मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसको पूरी नंगी कर दिया.
वो मेरे सामने लाज दिखाते हुए अपनी चूचियों और चूत को छिपाने लगी. उसकी चुत एकदम क्लीन थी, शायद मिलने से पहले ही झांटें साफ़ करके आई थी.
मैं उसको एक नजर वासना से देखा और उसे बिस्तर पर लेटा दिया. वो चित लेती और उसने अपनी जांघें भींच कर अपनी चुत छिपा ली. मैंने उसकी टांगों को दोनों हाथों से खोला और उसकी मासूम सी गुलाबी चुत को बड़ी मुहब्बत से देखा.
उसने फिर से पैरों को सिकोड़ने की कोशिश की, तो मैंने उसके पैरों के बीच आकर खुद को फंसा दिया और उसकी चूत पर अपनी जीभ रख दी.
अपनी चुत पर मेरी जीभ का अहसास पाते ही वो एकदम से सिहर गई और उसकी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह… मत करो न..’ निकल गई.
मैं उसकी बात को अनसुना करते हुए उसकी चूत को चाटने लगा. उसकी चूत से लगातार पानी निकला जा रहा था और वो पहले तो कसमसा रही थी. उसके हाथ मेरे सर को हटाने की कोशिश कर रहे थे. मगर मैं लगा रहा और कुछ ही पलों बाद उसने खुद को ढीला छोड़ दिया और चुत चुसाई के मजे लेने लगी.
कुछ ही पलों बाद वो बार बार मेरा सर अपनी चूत में दबाए जा रही थी. उसकी गांड उठने लगी थी और वो एकदम से सीत्कार करते हुए अपने जिस्म को अकड़ाने लगी थी. मैं समझ गया था कि बंदी माल छोड़ने के करीब आ गई है.
तभी एक तेज आह के साथ उसने रज छोड़ दिया. मेरा पूरा मुँह उसकी चूत के पानी से भर गया था. मैंने चुत से मुँह नहीं हटाया और चुत चाटने में लगा रहा.
मैं धीरे धीरे उसकी चुत से निकला सारा पानी पी गया. चुत की फांकों में अब सिर्फ मेरे मुँह की लार लगी रह गई थी, जिससे चुत एकदम कांच सी चमक रही थी. वो अपने दोनों हाथों को फैला कर चित अवस्था में शिथिल पड़ी थी. उसकी चूचियों के निपल एकदम तने हुए छत की तरफ सर उठाए खड़े थे.
मैंने वासना से उसकी चूचियों को देखा. एकदम सधी हुई किसी पर्वत चोटियों के समान कड़ी हुई चूचियां बेहद कामुक लग रही थीं. उसकी आंखें बंद थीं … मगर जैसे ही मैं हटा तो उसकी आंखें खुल गईं और वो मेरी तरफ देखने लगी.
मैंने उसको आँख मार दी तो उसने शर्मा कर फिर से अपनी आँखों को बंद कर लिया.
वो बंद आँखों से मुझसे बोली- बहुत बेशर्म हो, ये सब किधर से सीखा?
लड़कियों में न जाने ये बात कहाँ से आ जाती है कि वो अपने मर्द से यही जानने की कोशिश करती रहती हैं कि ये सब कहाँ से सीखा.
मैंने जबाव दिया- क्यों क्या तुमने अब तक कोई ब्लू फिल्म नहीं देखी है?
वो हंस दी और उसने आंखें खोल दीं.
उसकी आंखों में देखते हुए मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा हो गया. वो मेरे खड़े लंड को देख कर एकदम से डर गई.
मैं अपने लंड का साइज बताना भूल गया. किसी को यकीन हो या ना हो लेकिन मेरा लंड नौ इंच बड़ा है जो कि शायद ही भारत में किसी का होता होगा.
भारत में औसत लंड की साइज़ छह इंच की ही होती है … कोई अपवाद हो तो बात अलग है. मैं खुद अपवाद की श्रेणी में आता हूँ.
खैर … मेरा लम्बा लंड देखकर सुहानी डर गई और बोलने लगी- इत्ता बड़ा … ये मेरे अन्दर नहीं जा पाएगा. तुम बस मुझे किस करके छोड़ दो.
मैंने उससे पूछा- क्या तुम लंड की साइज़ से वाकिफ हो जो मेरे लंड साइज़ से डर गई हो?
वो हंसने लगी और बोली- अच्छा बच्चू मेरा तीर मुझ पर ही चला दिया. मैंने भी देसी ब्लू फिल्म्स देखी हैं.
मैंने भी हंसते हुए उसे समझाया कि जान जब इस छेद से दो-ढाई किलो का बच्चा निकल सकता है तो नौ इंच के लंड से डरने की क्या जरूरत है.
मैंने उसे समझा बुझा कर शांत किया तो वो मान गई.
उसके बाद मैंने उसे अपना लंड चूसने को कहा, तो वो मना करने लगी.
मैंने उससे कहा- यार एकदम हाइजेनिक है … कोई गंदा लंड नहीं है.
मैंने उसी के सामने अपने लंड को एक नैपकिन से पौंछ दिया.
इसके बाद वो मान गई और उसने उठ कर मेरे लंड के सुपारे पर अपनी जीभ चला दी. उसे लंड का स्वाद कुछ कम अच्छा लगा तो उसने मुँह हटा लिया.
मैंने उसे प्यार से देखा तो उसने फिर से लंड को अपने मुँह में भर लिया.
आप एक मिनट के लिए सोचिए कि अगर कायरा आडवाणी जैसी हीरोइन आपका लंड चूस रही हो, तो आपको कैसा लगेगा. मुझे भी वैसा ही लग रहा था.
मुझे लंड चुसाई में बड़ा मजा आ रहा था.
कुछ देर तक लंड चूसने के बाद सुहानी को भी मजा आने लगा और वो जोर जोर से मेरा लंड चूसने लगी. मेरा पानी आने वाला था, लेकिन मैंने उसे बताया नहीं और उसके मुँह में ही निकल गया. मैंने जोर से उसे पकड़ लिया ताकि वो लंड बाहर ना निकाल दे. मेरी सोच के विपरीत उसने लंड बाहर नहीं निकाला और लंड रस को पी लिया.
बाद में उसने मुझे प्यार से मारा- तुम बहुत बदमाश हो … बताया क्यों नहीं.
मैंने कहा- सच बताना तुमको रबड़ी खाने खाने में मजा आया या नहीं?
उसने मेरे सीने में मुँह छिपा लिया और धीरे से कह दिया- हां बड़ा टेस्टी लगा.
मैं मस्त हो गया.
हम दोनों झड़ चुके थे. इसलिए चिपक कर लेट गए … और प्यार की बातें करने लगे.
थोड़ी देर आराम करने के बाद मैंने उसे फिर से किस करना शुरू कर दिया और धीरे धीरे वो भी गर्म होने लगी.
सुहानी ने मुझसे कहा- अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है … जल्दी से अन्दर डाल दो न … प्लीज़!
मैंने भी उसे ज्यादा तड़पाना ठीक नहीं समझा. अगले कुछ पलों के बाद मेरी सुहानी मेरी नीचे नंगी लेटी थी और मैं नंगा, उसके ऊपर चढ़ कर चुत में लंड डालने वाला था.
मैंने उसकी चूत के दरवाज़े पर हल्का सा जोर लगाया, तो वो चिल्लाने लगी- अह मम्मा … नहीं … आह! नहीं डालो … रुक जाओ.
मैंने उसे किस किया, उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और लंड चूत के दरवाज़े पर रखकर एक जोर से धक्का दे दिया. मेरा आधा लंड उसके चूत में घुस गया और वो चिल्लाने लगी. पर उसकी आवाज़ मेरे होंठों में दब गई.
मैं एक मिनट रुका और फिर से उसकी चूत में धक्का लगाना शुरू कर दिया. अब मेरा पूरा लंड सुहानी की चूत के अन्दर था और मैं जोर जोर से उसके चूत को चोदे जा रहा था.
उसको मजा आना शुरू हो गया था.
मेरा 9 इंच का लंड उसकी चूत को चीरे जा रहा था और वो मस्ती में चिल्लाए जा रही थी- अर्जुन आह्ह … आह आहआह जोर से … और … हां मजा आ रहा है अर्जुन!
मैं भी बहुत तेज़ी से अपनी सेक्सी गर्लफ्रेंड की चूत को चोदे जा रहा था. मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरी कियारा अडवानी भी कामुक सिसकारियां भर रही थी.
करीब बीस मिनट की लंबी चुदाई के बाद मेरा पानी निकल गया और मैं उसकी चूत के अन्दर ही छूट गया. इस बीच वो भी दो बार झड़ चुकी थी.
चुदाई के बाद मैंने उसे किस किया और उसके होंठों पर एक लव बाइट दिया. इसके बाद हमने एक और बार चुदाई का खेल खेला. उसके बाद वो अपने घर चली गई.
उस दिन के बाद से आज तक वो मुझसे हमेशा चूत मरवाती है और अगली बार मैं उसकी गांड भी मारूंगा. उसकी गांड चुदाई की कहानी भी मैं आपको जरूर बताऊंगा.
तब तक आप लोग लंड हिलाते रहें और चुत में उंगली करते रहें. मगर पहले मुझे ईमेल पर मैसेज जरूर कर दें कि आपको मेरी सेक्सी गर्लफ्रेंड की चूत चुदाई की कहानी कैसी लगी.
धन्यवाद.
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