नमस्ते सेक्सी दोस्तों, मैं समर पटना से हूँ. मेरी मुलाकात श्वेता से सिनेमा हॉल में हुई, वो एक शादीशुदा औरत के साथ एकदम मस्त सुंदर और खूबसूरत माल है. वो अभी मात्र 29 साल की है उसकी शादी 3 साल पहले हुई थी, पर वो अपनी शादी से नाखुश थी क्योंकि उसके पति को सेक्स का मतलब बच्चा पैदा करना लगता है.
खैर अब मैं आपको ये मस्त देसी सेक्स कहानी सुनाता हूँ.
बात कुछ एक महीने पुरानी है. मैं मेरा दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड नाइट शो देखने गए. भीड़ ज़्यादा होने के वजह से हमें तीन टिकट एक साथ की नहीं मिलीं. मुझे सबसे पीछे वाली सीट मिली. मूवी को आधा घंटा हो गया था, मुझे सिर्फ़ मूवी और मेरे दोस्त पर ध्यान था. अचानक मैंने महसूस किया कि कोई औरत जो मेरे बगल में टाइट जीन्स और पूरा बांह वाली टी-शर्ट पहनी थी और साथ में उसने एक शॉल भी लिया हुआ था. वो सीट के हैण्डल को हटा कर मुझसे थोड़ा चिपकने लगी.
मैंने थोड़ी हलचल की ही थी कि तभी उसने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया. मेरा लंड पहले से ही मूवी और दोस्त की गर्लफ्रेंड की हरकत की वजह से एकदम खड़ा था. उसके बाद मैंने बाजू वाली की आँखों में देखा तो वाकई मैं बयान नहीं कर सकता कि वो कितनी सुंदर थी. ऊपर से उसकी वो कातिल बना देने वाली मुस्कान. मैं उसे देख ही रहा था, तब तक उसने इशारे से शॉल मुझे ओढ़ने के लिए ऑफर किया तो मैंने ओढ़ लिया.
अब उसने अपने हाथ से मेरी पैन्ट की जिप खोली और मेरा लंड निकाल कर अपना मुँह शॉल के अन्दर डाल कर लंड चूसने लगी. मुझे लंड चुसवाने में बड़ा मज़ा आ रहा था.
करीब 10 मिनट के बाद मेरा माल झड़ने को आया तो मैंने उसके सर पर हाथ फेर कर इशारा किया, तो वो थोड़ा तेज़ गति से लंड चूसने लगी. फिर अगले ही पल मेरे लंड का माल निकला तो वो सारा का सारा माल पी गई.
उसके बाद उसने अपना मुँह बाहर निकाला और अपने बाल ठीक करके मेरा हाथ पकड़ कर बैठ गई. उसने मुझसे पहली बार कहा- थैंक्यू.
मैंने भी थैंक्यू कहा.
उसने पूछा कि तुमने कभी सेक्स किया है?
तो मैंने कहा- नहीं.
उसने पूछा- करना चाहते हो?
तो मैंने तुरंत ‘हाँ’ कह दिया.
वो बोली- इसके लिए तुम्हें मेरे घर चलना पड़ेगा.
मैंने- ओके अभी चलूं?
उसने हामी भर दी तो मैंने उससे कहा- आप बाहर निकल कर थोड़ा रुकिए, मैं अभी आता हूँ.
तो उसने कहा कि वो स्कूटी निकाल कर वेट करेगी. मैं अपने दोस्त के पास गया तो देखा कि वो अपनी गर्लफ्रेंड के मम्मों को दबाने में बिज़ी था. मैंने उसे मैसेज कर दिया और बाहर चल दिया.
मैं बाहर निकला तो देखा अँधेरा था और शायद वो महिला स्कूटी निकाल कर आ रही थी तो पहले मैं कन्फर्म होना चाहता था कि वही है. मैं उसके पास गया, पर खड़ा हो गया.
उसने मुझे बैठने का इशारा किया, तो मैं कन्फर्म हो गया था और उसने अपने आपको थोड़ा उठाया और मेरा लंड बाहर निकाल कर लंड पर बैठ गई. मेरा हाथ अपने मम्मों पर रखवाया और ऊपर से शॉल ओढ़ ली.
अब हम चल दिए. मुझे उसके मम्मों को मसलने में बड़ा मज़ा आ रहा था. कुछ देर बाद हम एक अपार्टमेन्ट के बगल में रुके. फिर मैंने हाथ मम्मों से हटा कर अपना लंड पैन्ट के अन्दर किया और अपार्टमेंट के गेट के अन्दर गए.
फिर उसने मुझसे शॉल ओढ़ कर मुँह छिपा लेने की कही और कहा कि ऐसे ओढ़ लो कि तुम्हारा चेहरा कैमरा के अन्दर ना आए और कोई हरकत मत करना, जब तक फ्लैट के अन्दर ना चले जाएं.
हम फ्लैट के अन्दर आ गए तो उसने मुझे पानी दिया और मुझे अपनी स्टोरी के बारे में थोड़ा बताया कि उसने शादी के बाद पति की काम शक्ति से मायूस होने पर अपने देवर को पटा लिया था, पर उसका लंड भी छोटा निकला, जिससे उसको संतुष्टि नहीं मिली. उसने मुझे अपनी शादी से पहले की बात बताई कि कैसे उसके ब्वॉयफ्रेंड ने उसे धोखा दिया, शादी का वादा करके चोद लिया और बाद में शादी करने से मना कर दिया.
ये सब आपबीती बता कर वो रोने लगी.
तो मैंने उसे चुप कराया, उसकी आँखों पर चुंबन किया और उसके बदन के साथ खेलने लगा.
इसके कुछ पल बाद उसने फ्रिज में रखी बियर निकाली और मुझे ऑफर की. हम दोनों ने साथ में बैठ कर बियर पी. थोड़ी देर में मुझे थोड़ा नशा चढ़ गया, शायद उसे भी नशा आ गया था.
हम दोनों एक दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे. अब मैं उसके कपड़े उतारने की कोशिश ही कर रहा था, तब तक उसने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए.
फिर अपने पूरे कपड़े उतरवाने में मुझे साथ दिया. मैं उसके छोटे मम्मों को पीने लगा और चुत को छूने लगा. उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चुत के छेद का रास्ता दिखाया.
मैंने अन्तर्वासना की देसी सेक्स स्टोरी में पढ़ा था कि चूत कैसे चाटते हैं, वैसे ही मैं उसकी गुलाबी चुत चाटने लगा. मैंने कुछ ही देर में उसका कामरस निकाल दिया.
इसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चुत के मुँह पर लगाया और ज़ोर का धक्का मारा, तो सिर्फ़ सुपारा ही अन्दर गया. वो एकदम से चीखने ही वाली थी कि मैंने पहले तकिया लगा कर इसका मुँह दबा दिया, फिर एक पल बाद हटा कर मुँह पर मुँह रख कर 4 बार रुक रुक कर तेज़ धक्के मारे. मेरा पूरा लंड अन्दर जड़ तक घुस गया. उसका मुँह फूल गया था जैसे वो खूब ज़ोर से चिल्लाना चाहती हो. पर मैं वैसे ही पांच मिनट तक दम से चोदता रहा.
जब मैंने महसूस किया कि उसकी चुत से उसका रस निकल रहा है और लंड भी आसानी से अन्दर बाहर होने लगा है, तब मैंने उसका मुँह खोला. उसने गाली बकना शुरू कर दीं. मैंने कोई ध्यान नहीं दिया और उसकी चुत में लंड और जोर से अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ देर बाद वो चुप हो गई और लंड का मजा लेने लगी. कुछ देर बाद वो एक बार फिर झड़ गई. उसके 5 मिनट बाद मैंने कहा कि मैं भी झड़ने वाला हूँ.
तो उसने कहा- माल मेरी चुत के अन्दर ही निकालना.
बस मैं पूरा मस्त होकर उसकी चुत ऐसे झड़ा जैसे कि अपनी पूरी जान उसकी चुत के जरिये ट्रान्स्फर कर रहा हूँ.
मैं थक कर उसके ऊपर ही आँख बंद करके ढेर हो गया. एक मिनट बाद उसने मुझे नीचे सरका कर बगल में कर दिया. मुझे नींद सी आ गयी.
कुछ देर बाद जब मेरी आँख खुली तो देखा कि वो मेरा लंड चूस रही है. फिर हम दोनों 69 में हो गए. कुछ देर बाद उसने मेरे लंड पर बैठ कर मेरा लंड अपनी चुत के अन्दर ले लिया और उछलने लगी. मैं भी नीचे से धक्के मारने लगा. कुछ देर बाद वो नीचे आ गई, मैं उसे धकापेल चोदने लगा और लगभग आधे घंटे बाद मैं फिर से उसकी चुत में झड़ गया और सो गया.
जब उठा तो देखा सुबह के दस बज रहे थे. फिर मैंने श्वेता को उठाया और टाइम दिखाया.
उसने अपने ऑफिस फोन करके छुट्टी ले ली. हम दोनों ने नहा धो कर तैयार होकर नाश्ता किया. इसके बाद उसने मुझे कुछ पैसे दिए और मेरा नंबर ले लिया.
श्वेता की चुदाई के बाद अगली चुदाई की कहानी में मैं फिर आप सभी से मिलूँगा अबकी बार मेरे लंड के नीचे श्वेता की देवरानी की चुदाई की कहानी का मजा दूँगा.
दोस्तो, मेरी पहली देसी सेक्स कहानी कहानी कैसी लगी, मुझे ज़रूर मेल कीजिएगा.
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