मेरी कहानी के पहले भाग नीग्रो यार से चुद ही गई मैं-1 में अब तक आपने पढ़ा कि मेरे क्लासमेट अफ्रीकी नीग्रो निकोलस ने मुझसे आई लव यू बोल दिया था, जिस वजह से हम दोनों दूसरे दिन कॉलेज में एक दूसरे से नजरें चुराते रहे.
अब आगे:
तीसरे दिन रात को करीब एक बजे मैंने उसको ‘हाउ आर यू..’ का मैसेज किया. मैंने सोचा था कि शायद वह सो गया होगा, पर तुरंत उसका ‘आई एम फाइन..’ का मैसेज आया.
उसने बताया कि वह मुझसे दो दिन बात नहीं होने से टेंशन में था और माफी मांगने लगा कि मैंने जोश में आ कर आई लव यू का मैसेज किया था.
मैं बोली- इसमें माफी मांगने वाली क्या बात है?
वह बोला- फिर क्या सोचा तुमने?
मैंने भी उसे ‘आई लव यू टू..’ बोल दिया और फोन स्विच ऑफ़ करके सो गयी.
दूसरे दिन क्लास में हम एक दूसरे को देखते और स्माइल करते रहे. क्लास खत्म होने के बाद मैं उसके रूम पे गयी. हम दोनों उसके बेड पर नीचे नजरें गड़ाये हुए बैठे थे.
कुछ देर तक कुछ ना बोलने के बाद निक ने बोला- भाव!
मैंने उसकी तरफ देखा, तो उसने बोला आई लव यू वेरी वेरी मच.
मैंने भी कहा- आई लव यू वेरी मच निक.
उसने मेरा चेहरा पकड़ कर मेरे होंठों पे अपने होंठ लगा लिये और जोर जोर से चूसने लगा. मैं भी उसका साथ देने लगी. उसने मुझे कस के अपनी बांहों में भर लिया. मैं उसकी काली नंगी पीठ पर अपनी गोरी उंगलियां फेरने लगी. उसका लंड मेरी चुत के आसपास चुभ रहा था. मुझे एक अलग ही मजा आ रहा था. उसने मेरे स्लीवलैस कमीज से मेरे गोरे कंधों पर चूमा.
वह बड़बड़ा रहा था- माय गुजराती ब्यूटी लव यू वेरी मच.
मैं भी बोल रही थी- माय अफ्रिकन बेबी लव यू वेरी वेरी मच.
पंद्रह मिनट तक हमने चूमा-चाटी की होगी. उस दिन इतना ही हुआ था.
फिर यह रुटीन हो गया कि मैं उसके रूम पे जाती और हम चूमा-चाटी करते. रात को देर तक प्यार मोहब्बत की बातें करते. हमने कई बार साथ कई सेल्फियां लीं, जिसमें किसी में वो मुझे पीछे से बांहों में लिए था, तो किसी में मैं उसकी नंगी पीठ पर हथेलियां घुमाती रहती थी. वो मेरी फोटो को अपने मोबाइल की स्क्रीन पर रखता था.
एक बार निक मेरे बोबे दबाने लगा, तो मैंने उसको डांटा और ऐसा ना करने को कहा. जबकि मैं तो ये चाहती थी कि वो और भी कुछ करे, पर मैंने उसे थोड़ा तड़पाना ठीक समझा.
थोड़े दिन बाद हमारे कॉलेज का एन्युअल-डे था तो मैंने एक इवेंट में पार्टिसिपेट किया था.
दोपहर तीन बजे से प्रोग्राम स्टार्ट हुआ. मैंने इवेंट के लिए साड़ी और हाफ स्लीव का ब्लाउस पहना था और मेकअप भी अच्छा किया था.
एकाध घंटे बाद मेरा इवेंट का नम्बर आ गया था. ईवेंट खत्म होने के बाद मैं ओडियन्स में अपनी सहेलियों के साथ बैठी थी. निक मेरे से थोड़ा ही दूर आ कर बैठ गया और पूरे समय मुझे ही ताड़ता रहा था. मैं अपनी सहेलियों के साथ गपशप करती हुई प्रोग्राम देख रही थी.
शाम पांच बजे निक का मिसकॉल मेरे मोबाइल पे आया. मैंने देखा कि व्हाट्सैप उसके बहुत मैसेज आए हुए थे कि मैं आज साड़ी में पटाखा लग रही हूँ.. लव यू माय ब्यूटी.
मैंने उसे इशारे से प्रोग्राम देखने को कहा. उसने मुझे मैसेज में अपने रूम पर आने को कहा.
मैंने मना कर दिया, पर वह नहीं माना. वो बहुत कहने लगा और अपनी कसम दी, तो मैं तैयार हो गई. उसके पीछे मैं भी चल पड़ी. मैंने मेरी फ्रेंड्स को कह दिया मुझे घर से बुलावा आ गया है.
ये कह कर मैं निक के रूम पर पहुंच गई. दरवाजा बंद करते ही हम दोनों एक दूसरे पर टूट पड़े. एक दूसरे के होंठ काटने और चूसने लगे. करीब 15 मिनट की खूब चूमा-चाटी के बाद उसने मेरी साड़ी खींच कर उतार दी, फिर ब्लाउस के ऊपर से ही मेरे मम्मे दबाने चालू कर दिये.
मैं भी थोड़ा विरोध करते हुए मजा लेने लगी. उसने मेरे ब्लाउज और ब्रा निकाल दिए और एक मम्मे को अपने मुँह में ले कर काटने और चूसने लगा. मेरे दूसरे आम को वो अपने बड़े मर्दाना हाथ से मसलने लगा.
वो कभी मेरा एक मम्मा चूसता और दूसरा दबाता, तो कभी दूसरा चूसता, तो पहला दबाता. उसके बाद वो मेरी गोद में सर रख के लेट गया और पूरा मम्मा अपने मुँह में लेने का प्रयास करने लगा. पर मेरा दूध बहुत बड़ा होने के कारण उसके मुँह में नहीं जा पा रहा था.
मैं उसके काले बदसूरत जिस्म पर बहुत प्यारे और मीठे चुम्बन से उसके चेहरे को चूमती रही.
करीब बीस मिनट उसने मेरा स्तनपान किया और मम्मों को खूब निचोड़ा, तो मुझे दर्द होने लगा था.
फिर उसने भी अपनी शर्ट पेंट और बनियान उतार दी. मैंने अपने हाथों से अपनी साड़ी पेटीकोट और पेंटी उतार दी. वो मेरी सफाचट चुत से खेलने लगा. मैंने अपनी चूत को कल ही साफ किया था. निक मेरी चूत को हाथों से खोल कर सहलाने लगा. मैंने उसके निक्कर के ऊपर से उसके लौड़े को दबाया. तब उसने अपना निक्कर उतार दिया.
उसका करीब दस इंच लंबा और तीन इंच मोटा लंड मेरे सामने था. मैं उसके लौड़े को मुठ्ठी में पकड़ कर हिलाने लगी. उसने मुझसे लौड़ा मुँह में लेने को कहा. मैंने थोड़ी नानुकर के बाद नीचे बैठ कर उसके लंड को एक किस किया और टोपे पर जीभ घुमायी.
तभी उसने मेरा मुँह पकड़ कर अपनी हब्शी लंड को मेरे मुँह में घुसा दिया और थोड़ी देर ऐसे ही मेरा मुँह चोदने लगा. जैसा मैंने उस रात सपने में देखा था, वही आज सच में हो रहा था.
उसने मुझे बेड पर लेटा कर मेरी टांगें खोल दीं. अब मेरी अनछुई चुत फटने ही वाली थी, तो मीठी सी घबराहट हो रही थी.
निक ने मेरी पीकी को थोड़ा सहलाया और अपना लंड डालने लगा. टोपा अन्दर डालते ही मैं तिलमिला उठी और ‘निक निक.. आह आह..’ करने लगी. उसने एक जोरदार धक्का लगा कर आधा लंड अन्दर डाल दिया.
मैं दर्द से चिल्ला पड़ी,उम्म्ह… अहह… हय… याह… तो उसने मेरे मुँह पे हाथ रख दिया और धीरे धीरे चोदने लगा.
वो बोला- सॉरी डार्लिंग, इट्स जस्ट फॉर ए मिनट देन यू विल इन्जॉए अ लॉट.
वो मेरे बोबे मसलने लगा, तो मेरा दर्द कम हो गया. अब मुझे मजा आने लगा था. मेरी गांड हिलने लगी थी. ये देखते ही उसने और जोर से धक्के लगा के अपना पूरा दस इंच मेरी कुंवारी चुत में पेल दिया. मैं दर्द से रोने जैसी हो गयी.
यह देख कर वो मेरे होंठों को चूसते हुए धकापेल मुझे चोदने लगा. थोड़ी देर में मुझे फिर से जो मजा आना शुरू हुआ, वो कह नहीं सकती.
मैं मस्ती में बड़बड़ाने लगी- ईहा माय नीग्रो बेबी.. फक मी हार्ड.. आई एम कमिंग.
वह भी बड़बड़ाने लगा- यस माय गुजराती लव.. आई फक यू हार्ड.
वो काफी स्पीड से बिना रुके मुझे चोद रहा था. मुझे जन्नत का सुख उसके लौड़े से मिल रहा था. दस मिनट धक्कम पेल के बाद उसने मुझे ऊपर लिया और मैं ऊपर से चुदने लगी.
वो मेरे मम्मों को दबाता रहा. अचानक ही उसने पलट के मुझे अपने नीचे लिया और खूब जोर से चोदने लगा.
पांच मिनट की जोशीली चुदाई के बाद वह मेरी चुत में झड़ने लगा, तो मैं लगभग बेहोश सी हो गयी थी. पसीने से लथपथ वो मेरे ऊपर ही पड़ा रहा. मुझे मीठी सी नींद आ गई.
फिर 20-25 मिनट बाद हम दोनों उठ कर अलग हुए. मैंने देखा तो मेरी चुत से खून और उसका वीर्य रिस कर बाहर आ रहा था. चूंकि मेरी सील टूट चुकी थी.. इसलिए खून आना तय था. मैं एक पल के लिए तो डर गई थी.
उसने कहा- पहली बार में ऐसा होता है.
हम दोनों ने पसीना पौंछ कर कपड़े पहन लिये. उसने हाफ पैंट ही पहना और हम बेड पर बैठ गए.
उसने कहा- मैं आज दुनिया का सबसे खुशनसीब इंसान हूँ, जो मुझे तुम जैसी अप्सरा को चोदने का सौभाग्य मिला.
वह मेरे कंधे पर हाथ रख कर मुझे बार बार चूमता रहा. मैं भी इस मस्त चुदाई के लिए अपने साजन निक का आभार मन ही मन मान रही थी.
मैंने टाइम देखा, तो शाम के सात बज रहे थे, मैंने कहा- अब मुझे घर जाना चाहिए.
इस पर वह कहने लगा- एक बार और चुदाई करते हैं और आज तुम पूरी रात मेरी बांहों में ही गुजारो.
वह बहुत आग्रह करने लगा. मन तो मेरा भी था कि रात भर वहीं रुक के उसके तगड़े लंड से चुदती रहूँ. पर घर वालों के डर से यह संभव नहीं था. मैंने उसे भरोसा दिलाया कि मैं उससे प्यार करती हूं. उसी की रहूँगी और अक्सर आया करूंगी.. पर आज मुझे जाने दो.
तब वो माना. उसने मुझे फिर से बहुत चूमा और मेरे बोबे दबाये और मैं लौट के घर आ गयी.
फिर तो मैं कई बार उसके रूम पे जाती थी और उससे खूब चुदती थी. एक बार तो घर में मैंने सहेली के घर रात रुकने का बहाना बनाकर पूरी रात उसके रूम पर गुजारी. उसने रात में 4 बार मुझे धुआंधार चोदा. वो मेरे लिए जिंदगी की सबसे हसीन रातों में से एक थी.
एक बार में उसके रूम पे थी. हमेशा की तरह मेरा साजन मेरी गोद में सर रख कर सो रहा था और मेरे स्तनों को चूस रहा था. मेरे पीरियड्स चल रहे थे, तो हम चुदाई नहीं कर सकते थे.
मैंने उसको राजी रखने के लिए उसका लौड़ा निकाला और चूसने लगी. वह मेरे मुँह को चोदता रहा और आखिर में झड़ गया, तो मैंने उसका सारा वीर्य गटक लिया.
फिर वो मुझे बांहों में दबा के कहने लगा- आई वोन्ट टू मैरी यू एन्ड आई वोन्ट टू टेक यू माय कंट्री माय लव. आर यू रेडी फॉर इट? (मैं तुमसे शादी करना चाहता हूँ, तुम्हें अपने देश ले जाना चाहता हूँ. क्या तुम राजी हो?)
मैंने हां तो कर दिया, पर समझ रही थी कि सच में यह थोड़ा ही सम्भव हो सकेगा.
उसके बाद जब मैं उसके रूम पर गयी, तो उसने बताया कि आज वह मुझसे शादी करेगा. उसने इन्टरनेट पर सर्च करके हिंदू शादी के बारे में जानकारी ले रखी थी और सारी तैयारी कर रखी थी. उसने एमेजोन से मेरे लिए वेडिंग साड़ी ब्लाउस मंगवा रखे थे.
मुझे कपड़े चेंज करने को बोला, तो मैं बाथरूम में जाकर कर आई.
फिर उसने एक बैग से दो फूलमाला निकालीं. एक मुझे पकड़ा दी. फिर उसने हेन्डीकैम चालू करके मेरे गले में माला पहना दी. मैंने भी उसे पहना दी.
उसने सिंदूर की डिब्बी से सिंदूर लेकर मेरी मांग में भर दिया. फिर सोने का मंगलसूत्र मुझे पहनाया.
मैंने भी उसके पैर छुए और एक दूसरे से कस के चिपक गए. उसकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए थे, तो मैं भी भावुक हो गयी.
उसने बोला- आई लव यू माय वाइफ.
मैंने भी बोला- आई लव यू माय हंसबैंड आई एम योर्स फॉर एवर.
मैंने घर पे फोन कर के बोल दिया कि मैं आज मेरी फ्रेंड के घर रुक रही हूँ.
इसके बाद हमने ढेर सारी फोटो खींचे. वह थोड़ी देर बाहर गया और तब तक मैनें बिस्तर सजाया, फूल बिखेरे. वह वापस आया, तब यह देख कर खुश हुआ. मैं घूंघट निकाल कर बेड पर बैठी थी. उसने मेरा घूंघट उठाया और मेरे होंठों को चूसने लगा. फिर कपड़े निकाल के हम चुदाई में लग गए.
आज की चुदाई मेरे लिए पहले की चुदाई से अलग थी. आज वो मेरा सुहाग बन गया था और पूरे हक से मुझे चोद रहा था. मैं भी एक आज्ञाकारी पत्नी की तरह उससे चुद रही थी.
पूरी रात हम चुदाई करते रहे थे.
आज वो साउथ अफ्रीका में एक कंपनी में अच्छी पोस्ट पर सर्विस कर रहा है. मैं भी यहां एक कंपनी में टाइम पास के लिए जॉब कर रही हूं. मेरे घर वाले मेरी शादी के लिए लड़का ढूँढ रहे हैं, पर मैं निकोलस के कारण शादी के लिए मना कर रही हूं.
मैं निक के सिवाय किसी से शादी करने के ख्याल से भी घबराती हूं. क्योंकि मैंने निक से शादी कर ली थी और उसे निभाने का वचन भी बहुत बार दे चुकी थी. मैं अपना वचन निभाना चाहती हूं. शुरू में थोड़ा मजा लेने के लिए मैंने निक के करीब आयी थी, पर आज वो मेरे दिल पर राज कर रहा है.
निक मुझसे कहता है कि वो जब भी मैं कहूँ, तब मुझे लेने इंडिया आ जाएगा और अपने साथ ले जाएगा.
पर मुझसे इतना बड़ा कदम उठाने की हिम्मत नहीं हो रही है.
आपके कमेंट्स का मुझे इन्तजार रहेगा.
लेखिका के आग्रह पर इमेल आईडी नहीं दी जा रही है.